State News
  • उत्तर बस्तर कांकेर : सार्वजनिक स्थलों में बिना मास्क एवं फेसकवर नहीं लगाने वाले : 4684 व्यक्तियों से चालानी कार्यवाही में 10 लाख रूपये की वसूली

    कलेक्टर श्रीचन्दन कुमार के निर्देशानुसार सार्वजनिक स्थलों में मास्क अथवा फेसकवर नहीं लगाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध जिला प्रशासन द्वारा लगातार चालान की कार्यवाही करते हुए अर्थदण्ड से दण्डित किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों में मास्क नहीं लगाने वाले 4684 व्यक्तियों से 27 फरवरी से 18 अप्रैल तक 10 लाख 09 हजार 190 रूपये की वसूली की गई है। नगर पालिका क्षेत्र कांकेर में 959 व्यक्तियों के विरूद्ध चालान की कार्यवाही किया जाकर 01 लाख 76 हजार 01 सौ रूपये वसूल किये गये हैं। इसी प्रकार नगर पंचायत नरहरपुर में 178 व्यक्तियों से 61 हजार 150 रूपये, नगर पंचायत चारामा में 598 व्यक्तियों से 01 लाख 43 हजार 07 सौ रूपये, नगर पंचायत पखांजूर में 1137 व्यक्तियों से 03 लाख 24 हजार 08 सौ रूपये, नगर पंचायत भानुप्रतापपुर में 983 व्यक्तियों से 01 लाख 71 हजार 810 रूपये और नगर पंचायत अंतागढ़ में 829 व्यक्तियों के विरूद्ध चालान की कार्यवाही कर 01 लाख 31 हजार 630 रूपये की वसूली की गई है।

  • मुंगेली : होम आइसोलेशन वाले मरीजों को स्वास्थ्य विभाग की सलाह

    स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजो को सलाह दी गई है और उनके द्वारा कोरोना पीड़ित मरीजों को जरूरी दवाइयों की किट उपलब्ध कराई जा रही है। किट में दवा कैसे लेनी है, इसकी जानकारी से युक्त पर्ची भी सलंग्न होती है। सामान्य तौर से पांच दिन की दवाइयों का कोर्स है। लेकिन विटामिन सी, जिंक टेबलेट और केल्सियम की गोली को आगे 10-15 दिन तक सेवन अच्छा माना गया है। बुखार आने पर मरीज को पैरासिटामाल की गोली लिया जाना है। सर्दी होने पर सिट्रीजन गोली लेना है। यदि किसी को दस्त की समस्या हो तो दूरभाष से सम्पर्क कर चिकित्सक की सलाह लें। ओआरएस एवं इलेक्ट्रॉल युक्त जल का सेवन बार-बार किया जाना चाहिए। खाने-पीने में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए। प्रोटीन युक्त भोजन ज्यादा उचित होगा। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। कुछ दिन शरीर में कमजोरी रह सकती है, जो कि धीरे-धीरे ठीक हो जाती है। शरीर का तापमान और ऑक्सीजन लेवल सुबह-शाम लेते रहना चाहिए। किसी भी प्रकार की असहज स्थिति उपजने पर जिला स्तर पर स्थापित नियन्त्रण कक्ष (9589427852) से संपर्क कर उचित सलाह ले सकते हैं।

  • सार्वजनिक स्थलों में बिना मास्क एवं फेसकवर नहीं लगाने वाले 4684 व्यक्तियों से चालानी कार्यवाही में 10 लाख रूपये की वसूली

    कलेक्टर  चन्दन कुमार के निर्देशानुसार सार्वजनिक स्थलों में मास्क अथवा फेसकवर नहीं लगाने वाले व्यक्तियों के विरूद्ध जिला प्रशासन द्वारा लगातार चालान की कार्यवाही करते हुए अर्थदण्ड से दण्डित किया जा रहा है। सार्वजनिक स्थानों में मास्क नहीं लगाने वाले 4684 व्यक्तियों से 27 फरवरी से 18 अप्रैल तक 10 लाख 09 हजार 190 रूपये की वसूली की गई है। नगर पालिका क्षेत्र कांकेर में 959 व्यक्तियों के विरूद्ध चालान की कार्यवाही किया जाकर 01 लाख 76 हजार 01 सौ रूपये वसूल किये गये हैं। इसी प्रकार नगर पंचायत नरहरपुर में 178 व्यक्तियों से 61 हजार 150 रूपये, नगर पंचायत चारामा में 598 व्यक्तियों से 01 लाख 43 हजार 07 सौ रूपये, नगर पंचायत पखांजूर में 1137 व्यक्तियों से 03 लाख 24 हजार 08 सौ रूपये, नगर पंचायत भानुप्रतापपुर में 983 व्यक्तियों से 01 लाख 71 हजार 810 रूपये और नगर पंचायत अंतागढ़ में 829 व्यक्तियों के विरूद्ध चालान की कार्यवाही कर 01 लाख 31 हजार 630 रूपये की वसूली की गई है। 

  • जिला स्तरीय ‘‘मेडिकल आॅक्सीजन कंट्रोल रूम’’ स्थापित

    छत्तीसगढ़ शासन स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग रायपुर द्वारा दिये गये निर्देशानुसार  कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए आवश्यक वस्तु मेडिकल आॅक्सीजन का जिले में संचालित अस्पतालों में सुलभ वितरण तथा परिवहन सुनिश्चित करने हेतु जिला स्तरीय ‘‘मेडिकल आॅक्सीजन कंट्रोल रूम’’ स्थापित कर समिति गठित किया गया है।
    जिले में ‘‘मेडिकल आॅक्सीजन कंट्रोल रूम’’ के कार्यों का सफल क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी श्री चन्दन कुमार द्वारा सहायक खाद्य अधिकारी  तुलसी राम ठाकुर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, उनका मोबाईल नम्बर 98939-50456 है। जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र कांकेर के महाप्रबंधक आर.सी.एस. ठाकुर का मोबाईल नम्बर 94079-47666, जिला परिवहन अधिकारी ऋषभ नायडू का मोबाईल नम्बर 97558-82748, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. जे.एल. उईके का मोबाईल नम्बर 94060-27066 तथा खाद्य एवं औषधि विभाग के सहायक औषधि नियंत्रक महेश नागवंशी का मोबाईल नम्बर 78692-57656 को ‘‘मेडिकल आॅक्सीजन कंट्रोल रूम’’ समिति का सदस्य बनाया गया है। उक्त गठित समिति जिले में संचालित अस्पतालोें में ‘‘मेडिकल आॅक्सीजन’’ की आवश्यकता का नियमित रूप से निगरानी करते हुए उसकी उपलब्धता एवं निरंतरता करेंगे एवं आपूर्ति न होने की स्थिति में राज्य स्तरीय समिति से 

  • 20 से 26 अप्रैल तक प्रातः 8.00 बजे से 3.00 बजे तक संचालित होंगी शासकीय उचित मूल्य दुकानें

    जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा द्वारा 20 से 26 अप्रैल तक जिले को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जिसके तहत जिले की सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने का आदेश जारी किया गया है परंतु जिले के सामान्य नागरिकों को सुविधा पहुंचाने के लिए आदेश जारी कर सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत जिले में संचालित समस्त शासकीय उचित मूल्य की दुकानों को 20 से 26 अप्रैल तक प्रातः 8.00 बजे से दोपहर 3.00 बजे तक हितग्राहियों को खाद्य सामग्री वितरण करने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके तहत शासकीय उचित मूल्य दुकान संचालकों द्वारा हितग्राहियों को टोकन जारी करने के पश्चात ही खाद्यान्न वितरण करना सुनिश्चित किया जाएगा ताकि दुकानों में अनावश्यक भीड़ ना हो। शहरी क्षेत्रों में सुविधा अनुसार नगरीय निकाय से सामंजस्य स्थापित कर वार्डवार शासकीय उचित मूल्य दुकानों द्वारा टोकन जारी किया जाएगा। सभी शासकीय पीडीएस दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किए जाने हेतु दो गज की दूरी पर घेरा बनाना, सैनिटाइजर एवं हाथ धोने के लिए साबुन की व्यवस्था करना अनिवार्य होगा। शासकीय उचित मूल्य दुकानों में खाद्यान्न प्राप्त करने हेतु हितग्राहियों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा।

  • BREAKING : इस जिले में लगा सबसे लंबा लॉकडाउन... कलेक्टर ने जारी किया आदेश
    बलौदाबाजार। जिले में कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने लॉकडाउन बढ़ा दिया है. पहले यह अवधि 21 अप्रैल शाम 6 बजे तक ही थी. अब इसे बढ़ाकर 29 अप्रैल शाम 6 बजे तक कर दिया गया है.बलौदाबाजाार जिले में सबसे लंबा लॉकडाउन लगाया गया है. प्रदेश के बाकी जिलों में 26 अप्रैल तक ही लॉकडाउन बढ़ाया गया है. इस पर कलेक्टर ने आदेश में स्पष्ट तौर पर कहा है कि जिले में संक्रमितों और मृतकों की बढ़ती संख्या चिंताजनक है. इस वक्त लोगों की जान बचाना सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए यह निर्णय लिया गया है.बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में रविवार को 516 नए मरीज की पहचान की गई. यहां कुल मरीजों की संख्या 19403 पहुंच गई. जबकि 8 मरीज की जान चली गई. अब तक जिले में 202 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं इलाज के बाद 37 ठीक हुए हैं. कुल 11336 लोग कोरोना से जंग जीत चुके है.
  • टीके पर भरोसे की कहानी, धमधा नायब तहसीलदार श्री हुलेश्वर पटेल की जुबानी -उन्हें भरोसा था कि कोविड होगा तो भी लक्षण मामूली होंगे, ये हुआ भी, उनका सीटी स्कोर रहा केवल 1

    दोनों टीके लगाने के बाद शरीर में इतनी प्रतिरोधक क्षमता आ जाती है कि आप कोविड से संक्रमित तो हो सकते हैं लेकिन इसके वायरल लोड की प्रभावशीलता बहुत कम रहेगी। धमधा तहसील में पदस्थ नायाब तहसीलदार श्री हुलेश्वर पटेल ने किसी विशेषज्ञ का लेख अखबार में पढ़ा। लेख पढ़कर उन्हें इस बात का पक्का भरोसा हो गया कि कोरोना वारियर के रूप में लगातार ड्यूटी करने की वजह से वे टीका लगने के बावजूद संक्रमित हो सकते हैं पर टीके से मिली प्रतिरोधक क्षमता की वजह से उन्हें इसका असर न्यूनतम रहेगा। ऐसा हुआ भी, वे संक्रमित हुए लेकिन बेहद मामूली संक्रमण रहा, सीटी स्कोर रहा 1, इस वजह से और आइसोलेशन की सजगता की वजह से उनके संपर्क का कोई भी पॉजिटिव नहीं हुआ। 
    ‘‘उनकी कहानी, प्रस्तुत है उन्हीं की जुबानी’’-पिछले साल फरवरी- मार्च में जब कोविड -19 शुरू हुआ मैंने 15 मई 2020 को नायब तहसीलदार का पद दुर्ग जिले में ज्वाइन कर कैरियर की शुरुवात की। तभी से मैंने सैकड़ों डाक्टरों और स्वास्थ कर्मियों को इस वायरस से लड़ते हुए नजदीक से देखा। सभी लोगों की तरह मै भी भी उस दिन का इंतजार कर रहा था ,जब वैज्ञानिक इस घातक वायरस से लडने के लिए वैक्सीन बनाएंगे। आखिरकार यह सपना जल्द पूरा हो गया, जब यह घोषणा हुई कि जनवरी 2021 से सभी फ्रंटलाइन कर्मियो को वैक्सीन का  डोज दिया जाएगा। राजस्व विभाग का फ्रंट लाइन वर्कर होने के नाते मुझे भी 12 फरवरी को वैक्सीन का पहला डोज लगा और 18 मार्च को दूसरा डोज लगा। सब कुछ सामान्य चल रहा था, 29 मार्च को होली के दिन हमने पुलिस अधिकारियों और अपने राजस्व विभाग की टीम के साथ चेक पोस्ट में खूब ड्यूटी की और शाम को घर आए। अगले दिन 30 मार्च को सुबह उठा तो बिल्कुल सामान्य महसूस कर रहा था, हालांकि थोड़ा थकान महसूस किया लेकिन कामकाजी दिन था तो मैं अपने समय पर ऑफिस पहुंच गया, ऑफिस में काम करते हुए मुझे थोड़ा बीच मे मुझे मेरे शरीर का तापमान बढ़ा हुआ महसूस हुआ शाम को घर लौटा । अगली सुबह 31 मार्च को मुझे बुखार महसूस हुआ मेरा तापमान 98.8 फारेनहाइट था। मैं बहुत चिंतित नहीं था। मुझे अन्दर से विश्वास था कि ष्मैंने टीकाकरण करा लिया हैष् इसलिए कुछ नहीं होगा, परन्तु फिर भी मैं फीवर क्लीनिक जाकर अपना और अपनी वाइफ का कोविड टेस्ट करवा कर आया। 4 अप्रैल को मेरी कोविड  रिपोर्ट पॉजिटिव आयी, तो मैंने तुरन्त डॉक्टर से परामर्श कर अपने आपको आइसोलेट किया और अपनी चेस्ट का सीटी स्कैन करवाया तो सीटी स्कोर बहुत ही कम आया और मैंने होम आइसोलेशन में रहकर डॉक्टर के बताए अनुसार दवाई लेना शुरू किया। मेरा स्वाद सुगंध सब चला गया था, लेकिन जल्द ही वापस आ गया। सबसे अच्छी यह बात थी कि मेरे साथ संपर्क में आये व्यक्ति, मेरे कारण संक्रमित नहीं हुए। मेरी पत्नी की रिपोर्ट भी नेगेटिव आयी थी और अभी एकदम ठीक हो गया हूं।

  • कलेक्टर और एसपी ने लॉक डाउन के संबंध में ली अधिकारियों की बैठक -लॉकडाउन के संबंध में जारी गाईड लाईन की दी जानकारी

    कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जिले में लॉक डाउन लगाया गया है। पूर्व में 19 अप्रैल तक लॉक डाउन लगाया गया था जिसे अब बढ़ाकर 26 अप्रैल तक कर दिया गया है। लॉक डाउन के संबंध में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे और एसपी श्री प्रशांत ठाकुर ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर जारी गाइड लाईन की जानकारी दी।
    कलेक्टर ने कहा की पूर्व में निर्धारित लॉक डाउन की अवधि में सभी अधिकारियों ने महती जिम्मेदारी के साथ कार्य किया है। इससे लॉक डाउन के उद्देश्यों को पूरा करने में मदद मिली है। उन्होंने कहा कि इस अवधि में लॉकडाउन से कोरोना की बढ़ती रफ्तार को कम करने में कारगर साबित हुआ है। लॉक डाउन की अवधि अब 26 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। हमें आगे भी पूरी शिद्दत के साथ जवाबदेही से कार्य करना है। 
    कलेक्टर ने बैठक में जारी गाइड लाईन की जानकारी देते हुए बताया कि जिले को कन्टेन्टमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है। पूर्व जारी निर्देशो में कुछ आंशिक रूप  से छूट दी गई है। अभी भी थोक सब्जी मार्केट पूर्ण रूप से बंद रहेगा लेकिन ठेलों के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर फल, सब्जी और राशन का विक्रय कर सकते हैं किंतु शहरी क्षेत्रों के जिस मोहल्ले को कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित किया गया है। वहां इसका विक्रय किया जाना प्रतिबंधित रहेगा। इस अवधि में सभी प्रकार के आयोजन, सामाजिक कार्यक्रम, विवाह और मृत्यु भोज में केवल 10 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी।
    बैठक में बताया गया कि पैट शॉप/  एक्वेरियम को केवल पशुओं को चारा देने के लिए खोल जाएगा। दूध के विक्रय समय मे बढ़ोतरी किया गया है। अब सुबह 6 से 8 बजे एवं शाम को 5 से 6:30 बजे विक्रय किया जा सकेगा। पी.डी.एस की दुकानों का संचालन किया जा सकेगा किंतु टोकन वितरण के आधार पर संचालन किया जाएगा। एक दिन में अधिकत्तम 40 से 50 लोगों को ही टोकन जारी किया जाकर राशन का वितरण किया जा सकेगा। मेडिकल एजेंसी संचालकों के लिए कहा कि वे मास्क, सेनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करेंगे।
    रेलवे से सफर में आने वाले यात्रियों और मेडिकल संचालक स्ट्रीट वेंडर की होगी कोरोना टेस्ट- कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के रोकथाम के लिए एक बार फिर से मेडिकल स्टोर संचालकों की कोरोना टेस्टिंग करवाये। साथ ही रेलवे से सफर में आने वाले सभी यात्रियों का अनिवार्यता टेस्टिंग होती रहे। साथ ही ठेलों के माध्यम से फल व  सब्जी का विक्रय करने वाले स्ट्रीट वेंडरों का भी टेस्टिंग कराने कहा है।
    आक्सीजन बेड है पर्याप्त किसी भी पेशेंट को वापस न भेजा जाए- कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट किया कि जिले में कोरोना के मरीजों के लिए पर्याप्त आक्सीजन बेड की व्यवस्था की गई है। किसी भी मरीज को ऑक्सीजन बेड की कमी के नाम पर वापस नहीं करने कहा है। उन्होंने सम्बंधित क्षेत्र के पुलिस व अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को शिद्दत के साथ समन्वय के साथ मरीजों को हॉस्पिटल भेजने व भर्ती कराने में मदद करने को कहा है। साथ ही साथ इमरजेंसी सेवा के लिए एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराने कहा है। अन्य आदेश व नियम पूर्व में जारी गाईड लाईन लागू होगी।
    बैठक में एसपी श्री ठाकुर ने कहा कि अभी कोरोना का संक्रमण थमा नहीं है। हर स्तर पर हमारा प्रयास इसे रोकथाम के लिए होना चाहिए जिससे इस मुश्किल क्षण से निकला जा सके ।

  • छत्तीसगढ़ और ओडिशा में हर रोज 50 से 100 टन मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगी जेएसपीएल
    देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के प्रकोप से अस्पतालोें में ऑक्सीजन की कमी हो गई है। ऐसे कठिन समय में जिंदल स्टील एंड पाॅवर लिमिटेड ने एक बार फिर आगे बढ़कर जिम्मेदारी ली है। चेयरमैन श्री नवीन जिंदल ने छत्तीसगढ़ और ओडिशा में समूह के संयंत्रों से 50 से 100 टन मेडिकल ऑक्सीजन की रोजाना आपूर्ति करने की घोषणा की है। कंपनी महामारी की शुरूआत से ही अपने रायगढ़ संयंत्र से मेडिकल काॅलेज को ऑक्सीजन की नियमित आपूर्ति कर रही है।
     
    कोविड-19 महामारी के कहर के साथ ही देश में इसके मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इससे मेडिकल आॅक्सीजन की कमी हो गई है। संकट के इस समय में जेएसपीएल समूह ने मदद का हाथ बढ़ाते हुए छत्तीसगढ़ और ओडिशा में जरूरत पड़ने पर प्रतिदिन 50 से 100 टन मेडिकल आॅक्सीजन की आपूर्ति की घोषणा की हैै। शनिवार रात ही आपातकालीन स्थिति को देखते हुए रायगढ़ से 16-16 टन मेडिकल आॅक्सीजन की दो खेप रायपुर के लिए रवाना की गई। साथ ही जबलपुर के लिए भी 16-16 टन मेडिकल आॅक्सीजन के साथ दो वाहन रवाना किए गए। संयंत्र पहले से ही रायगढ़ मेडिकल काॅलेज को आॅक्सीजन की नियमित आपूर्ति कर रहा है। कोरोना वायरस की पहली लहर के समय से ही यहां लगातार आॅक्सीजन सिलेंडर भेजे जा रहे हैं।
     
    समूह के चेयरमैन श्री नवीन जिंदल ने आॅक्सीजन की आपूर्ति की घोषणा करते हुए कहा कि संकट के समय समूह अपनी परंपरा के अनुसार देश के साथ खड़ा हुआ है। समूह की सोच हमेशा ‘पीपल फर्स्ट‘ की रही है और इस समय पहली प्राथमिकता आपातकालीन स्थिति में मरीजों तक आॅक्सीजन पहुंचाने की है।
     
    जेएसपीएल के सीओओ-छत्तीसगढ़ श्री दिनेश कुमार सरावगी ने बताया कि महामारी को देखते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करते हुए संयंत्र में कोरोना वायरस से  बचाव के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं। संयंत्र और काॅलोनी परिसर में कोविड प्रोटोकाॅल का पूरी तरह पालन सुनिश्चित किया जा रहा है।
  • सामाजिक संगठनों व दानदाताओं ने दान की ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल की अपील पर राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को रोकने के लिए सामाजिक संगठन, समाजसेवी संस्थाएं और जनप्रतिनिधि आगे आकर बढ़-चढ़कर अपनी सहभागिता निभा रहे हैं। इसी कड़ी में कोरोना संक्रमित मरीजों के बेहतर उपचार और उन्हें आवश्यक चिकित्सा संबंधी उपकरण की उपलब्धता बनाए रखने के लिए महासमुंद जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों, समाजसेवी संस्थानों, उद्योगपतियों, जनप्रतिनिधियों, शासकीय अधिकारी-कर्मचारी संगठन, गणमान्य नागरिक और व्यक्तिगत रूप से राज्य शासन और जिला प्रशासन के सहयोग के लिए आगे आ रहे हैं। 

        संसदीय सचिव एवं महासमुंद विधायक  विनोद चंद्राकर ने आज महासमुंद जिले में दो आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन दान की। साथ ही एक आक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन सिरपुर ट्रस्ट कमेटी की ओर से उपलब्ध कराई गई। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि इस विषम परिस्थिति में दानदाताओं का सेवा कार्य के लिए आगे आना सराहनीय है। सभी लोगों के सहयोग एवं समन्वय से हम कोरोना कि इस विभीषिका का मिलकर सामना कर सकते हैं। उन्होंने एकजुट होकर किए गए इस प्रयास के लिए सभी को साधुवाद दिया है। इसके अतिरिक्त महासमुंद कलेक्टर  डोमन सिंह को दानदाताओं ने पांच ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध करायी है। जिसमें पटवारी संघ महासमुंद, सुमीत बाजार व ज्वेलर्स महासमुंद एवं सराफा संघ द्वारा एक-एक तथा चंद्रनाहू कुर्मी समाज के श्री वीरेंद्र चंद्राकर और  देवेंद्र चंद्राकर द्वारा दो ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन उपलब्ध कराई गई। इस अवसर पर पटवारी संघ तहसील अध्यक्ष  नितेश श्रीवास्तव, सचिव, सराफा संघ अध्यक्ष श्री हेमंत मालू, सुमीत बाजार के संचालक श्री कांतिलाल, नीलमचंद कोचर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

  • दंतेवाड़ा : कलेक्टर  दीपक सोनी ने होम आइसोलेशन मे रह रहे लोगों से विडीयो कान्फ्रेंस के माध्यम से की बात-चीत : पूछा उनका कुशलक्षेम

     लोगों ने जिले के होम आइसोलेशन टीम ,मेडिकल स्टाफ़ एवं कोविड कंट्रोल रूम की प्रशंसा की 
     शारीरिक एवं मानसिक रूप से दृढ़ता प्रदान करने के लिए दिया धन्यवाद
    कहा टीकाकरण करवाने से कोविड का खतरा होता है कम
     

    ज़िले में कोरोना की दूसरी लहर के बढ़ते मामलो की रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए ज़िला प्रशासन के साथ स्वास्थ्य अमला पूरी शिद्दत के साथ लगा हुआ है । होम आइसोलेशन मे रह रहे लोगो,शहरी ,ग्रामीण प्राथमिक और उप स्वास्थ्य  केंद्रों में ज़रूरी स्वास्थ्य सुविधाएं ,ज़रूरी दवाइयों का पर्याप्त भंडारण आदि को लेकर ज़िला प्रशासन सत्त नज़र बनाए हुए है । 
      कलेक्टर  दीपक सोनी ने आज जिले में होम आइसोलेशन मे रह रहे लोगों से विडीयो कान्फ्रेंस के माध्यम से की बात-चीत कर उनका कुशलक्षेम पूछा । श्री सोनी ने कहा की होम आइसोलेशन नियम का पालन करें । उन्होंने कहा कि निर्धारित अवधि तक घर के अन्दर रहे । अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को ध्यान रखते हुए पूरी तरह से कोविड गाइड लाइन का पालन करें और दूसरों को भी करने कहे। कोई दिक़्क़त या तकलीफ़ होने पर स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी या कंट्रोल रूम को सूचित करें । उन्होंने अन्य लोगों से कोरोना से बचाव के लिए सजग,सतर्क रहने ,मास्क लगाने,सोशल डिस्टेंसिंग और बार-बार हाथ धोने का आग्रह किया ।
     उन्होंने कोविड -19 के बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर कोरोना वायरस से बचाव को लेकर जानकारी भी दी। स्वास्थ्य केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए। टीकाकरण कराने आने वाले लोगों  ख़ासकर अधिक उम्र के लोगों पर ख़ास ध्यान रखने के निर्देश दिए।
    नकुलनार के  राकेश सिंह गौतम ने बताया कि उन्होंने कोरोना पाजिटिव के संपर्क में आते ही अपना टेस्ट कराया और खुद को होम आइसोलेट कर लिया साथ ही मेडीकल टीम के द्वारा दी गई दवाइयों का सेवन करना शुरू कर दिया। रिपोर्ट आने का इंतजार नहीं किया। अब वे पूरी तरह ठीक हो गए हैं और होम आईसोलेशन का समय पूरा करने तक घर पर ही रहेंगे। श्रीमती खान ने कहा कि उन्होंने कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगवा लिए थे इसलिए उन्हें कोविड संक्रमण होने पर कोई परेशानी नहीं हुई। बस मामूली तकलीफ का ही सामना करना पड़ा अतः सभी अनिवार्य रूप से टीकाकरण करवाएं। अफवाहों पर ध्यान न दें। जी ए डी कालोनी की सुश्री धार्मिका साहू ने बताया कि आज होम आइसोलेट हुए उन्हें 11 दिन हो गए हैं इस दौरान होम आईसोलेशन के डा बी भूआर्य एवं कलेक्ट्रेट के कोविड कंट्रोल रूम से रोज फोन आया जिससे मुझे शारीरिक एवं मानसिक दृढ़ता मिली और अब वे पूरी तरह से स्वस्थ है।  खेमलाल पटेल ने कहा कि जिला प्रशासन के अच्छे प्रबन्धन एवं बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से हम जल्दी ठीक हो पाए जो हम जिला वासियों के लिए बहुत अच्छा है। कटेकल्याण के  के डी साहू एवं किरंदुल के श्री प्रशांत ने कहा कि रोजाना कोविड कंट्रोल रूम एवं होम आइसोलेशन के डाक्टरों के फोन आने से हमें बहुत अच्छा लगता है। सभी ने बताया की उन्होंने अपने दैनिक जीवन में प्राणायाम, व्ययाम, गोल्डन मिल्क, आयुर्वेदिक काढ़ा, पौष्टिक भोजन, दवाईयो को शामिल किया है जिससे उनका स्वास्थ्य तेजी से ठीक हो रहा है।आईसोलेशन टीम के डॉ बी भुआर्य, डॉ राजीव शर्मा, डॉ बी एस पटेल की खास प्रशंसा करने हुए जिला प्रशासन  स्वास्थ्य एवं पूरी टीम को लोगों ने धन्यवाद दिया और कहा की हमारे मुश्किल में वो हमारे साथ खड़ी है यही अच्छे प्रशासन के गुण है। विडीयो कान्फ्रेंस के दौरान एन आई सी कक्ष से कलेक्टर श्री दीपक सोनी के साथ सीईओ जिला पंचायत श्री अश्वनी देवांगन, होम आईसोलेशन के नोडल अधिकारी जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ पटेल, मनोचिकित्सक डॉ किशोर एवं डी पी एम श्री संदीप ताम्रकार मौजूद थे।

  • कलेक्टर,एसपी ने लॉक डाउन को लेकर ली अधिकारियों की बैठक ,जारी गाईड लाईन का पालन कराने दिए दिशा निर्देश
    दुर्ग। कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए जिले में लॉक डाउन लगाया गया है। पूर्व में 19 अप्रैल तक लॉक डाउन लगाया गया था जिसे बढ़ाकर 26 अप्रैल तक कर दिया गया है। लॉक डाउन के संबंध में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे और एसपी प्रशांत ठाकुर ने प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की बैठक लेकर जारी गाइड लाईन की जानकारी दी। कलेक्टर ने कहा की पूर्व में निर्धारित लॉक डाउन की अवधि में सभी अधिकारियों ने महती जिम्मेदारी के साथ कार्य किया है इससे लॉक डाउन के उद्देश्यों को पूरा करने में मदद मिली है उन्होंने कहा कि इस अवधि में लॉकडाउन से कोरोना की बढ़ती रफ्तार को कम करने में कारगर साबित हुआ है लॉक डाउन की अवधि अब 26 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। हमें आगे भी पूरी शिद्दत के साथ जवाबदेही से कार्य करना है।ca कलेक्टर ने बैठक में जारी गाइड लाईन की जानकारी देते हुए बताया कि जिले को कन्टेन्टमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है पूर्व जारी निर्देशो में कुछ आंशिक रूप से छूट दी गई है अभी भी थोक सब्जी मार्केट पूर्ण रूप से बंद रहेगा लेकिन ठेलों के माध्यम से स्ट्रीट वेंडर फल, सब्जी और राशन का विक्रय कर सकते हैं किंतु शहरी क्षेत्रों के जिस मोहल्ले को कंटेन्मेंट क्षेत्र घोषित किया गया है वहां इसका विक्रय किया जाना प्रतिबंधित रहेगा इस अवधि में सभी प्रकार के आयोजन, सामाजिक कार्यक्रम, विवाह और मृत्यु भोज में केवल 10 लोगों के शामिल होने की अनुमति होगी। बैठक में बताया गया कि पैट शॉप एक्वेरियम को केवल पशुओं को चारा देने के लिए खोल जाएगा दूध के विक्रय समय मे बढ़ोतरी किया गया है अब सुबह 6 से 8 बजे एवं शाम को 5 से 6:30 बजे विक्रय किया जा सकेगा। पी.डी.एस की दुकानों का संचालन किया जा सकेगा किंतु टोकन वितरण के आधार पर संचालन किया जाएगा। एक दिन में अधिकत्तम 40 से 50 लोगों को ही टोकन जारी किया जाकर राशन का वितरण किया जा सकेगा मेडिकल एजेंसी संचालकों के लिए कहा कि वे मास्क, सेनिटाइजर और सोशल डिस्टेंसिग का पालन करेंगे। रेलवे से सफर में आने वाले यात्रियों और मेडिकल संचालक स्ट्रीट वेंडर की होगी कोरोना टेस्ट- कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के रोकथाम के लिए एक बार फिर से मेडिकल स्टोर संचालकों की कोरोना टेस्टिंग करवाये साथ ही रेलवे से सफर में आने वाले सभी यात्रियों का अनिवार्यता टेस्टिंग होती रहे साथ ही ठेलों के माध्यम से फल व सब्जी का विक्रय करने वाले स्ट्रीट वेंडरों का भी टेस्टिंग कराने कहा है। आक्सीजन बेड है पर्याप्त किसी भी पेशेंट को वापस न भेजा जाए- कलेक्टर ने बैठक में स्पष्ट किया कि जिले में कोरोना के मरीजों के लिए पर्याप्त आक्सीजन बेड की व्यवस्था की गई है किसी भी मरीज को ऑक्सीजन बेड की कमी के नाम पर वापस नहीं करने कहा है उन्होंने सम्बंधित क्षेत्र के पुलिस व अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को शिद्दत के साथ समन्वय के साथ मरीजों को हॉस्पिटल भेजने व भर्ती कराने में मदद करने को कहा है साथ ही साथ इमरजेंसी सेवा के लिए एम्बुलेंस भी उपलब्ध कराने कहा है अन्य आदेश व नियम पूर्व में जारी गाईड लाईन लागू होगी बैठक में एसपी ठाकुर ने कहा कि अभी कोरोना का संक्रमण थमा नहीं है। हर स्तर पर हमारा प्रयास इसे रोकथाम के लिए होना चाहिए जिससे इस मुश्किल क्षण से निकला जा सके ।