अक्ती तिहार पर मिट्टी से बने गुड्डे गुड़ियों की शादी पूरे रीति रिवाज से कराई जाती है. इस दिन हर घर में शादी जैसा माहौल होता है.

अक्ती तिहार पर मिट्टी से बने गुड्डे गुड़ियों की शादी पूरे रीति रिवाज से कराई जाती है. इस दिन हर घर में शादी जैसा माहौल होता है.

क्या है अक्ती तिहार: अक्षय तृतीया के दिन पड़ने वाले इस त्योहार को छत्तीसगढ़ में अक्ती तिहार कहा जाता है. अक्ती के दिन छत्तीसगढ़ में मिट्टी से बने गुड्डे गुड़ियों की शादी पूरे रीति रिवाज से कराई जाती है. इस दिन हर घर में शादी जैसा माहौल होता है. बुजुर्ग अपने घर में नए मटकी में जल रखकर पितरों का आह्वान कर नदी तालाब में तर्पण करते है. अक्ती तिहार पर छत्तीसगढ़ के हर घर में लगभग इस परंपरा को निभाया जाता है. इस दिन किसान अपने खेतों में नए बीज डालते हैं.

छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहारों में से एक अक्षय तृतीया का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है. अक्ती तिहार के लिए छत्तीसगढ़ के बाजारों में पहले से रौनक देखने को मिली. बाजारों में रंग बिरंगे गुड्डे गुड़ियां सज कर लोगों को आकृषित कर रहे है. जिसे लोग खरीद रहे हैं.