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  • BIG NEWS : कुएं में तैरती मिली 3 बहनों की लाश, इलाके में मचा हड़कंप, मां की तलाश जारी

    BIG NEWS : मध्य प्रदेश के धार जिले में दो से छह साल की उम्र की तीन बहनों की लाश एक कुएं में मिली है, जबकी बच्चों की मां लापता है। पूरे जिले में लाशों के मिलने के बाद से हड़कंप मचा है. तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। तीनों लड़कियों की लाश श्यामपुरा गांव में एक कुएं में मिली है।

    मध्य प्रदेश के धार जिले में सरदारपुर थाना क्षेत्र के श्यामपुरा ठाकुर गांव में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। गांव के किनारे एक कुएं में मंगलवार को 6 से 2 साल की उम्र की तीन सगी बहनों के शव बरामद किया गया। पुलिस ने बुधवार को घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि ग्रामीणों ने शवों को देखा, कुएं से तीनों शवों को बाहर निकाला और इसके बाद सरदारपुर थाना को सूचित किया।

    स्थानीय लोगों ने जीवन को बताया कि उन्होंने उसकी पत्नी एवं उसकी तीनों बेटियों को गांव के बाहर आम तोड़ते देखा था। आसपास खोज के चलते जीवन की 4 वर्षीय बेटी का शव एक कुएं में मिला, फिर उसकी 2 और 6 वर्ष की दो बेटियों के शव भी उसी कुंए में मिले। अफसर ने बताया कि जीवन की पत्नी की तलाश की जा रही है।

    वही धार जिले की 3 बहनों की कूएं में लाश मिलने के पश्चात् मामला गरमा गया है। तीनों लड़कियों का पिता जीवन बामनिया ने पुलिस में मुकदमा दर्ज करवाया है। शिकायत में जीवन ने बताया कि वह घर से बाहर था। जब वह घर पहुंचा तो बच्चियां घर पर नहीं थीं। इस के चलते जीवन ने यह भी बताया कि उसकी पत्नी भी घर से गायब थी। शिकायत दर्ज कराने के पश्चात् पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।

  • Badrinath Temple: जय बद्री : बारिश और बर्फबारी के बीच कपाट खुले, 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया मंदिर, देखें वीडियो

    उत्तराखंड (Uttarakhand) के हिमालयी क्षेत्र में स्थित बदरीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट छह माह बंद रहने के बाद गुरुवार को विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गये. इस दौरान हजारों तीर्थयात्री मंदिर में पूजा-अर्चना करने पहुंचे

    बदरीनाथ धाम की तरह केदारनाथ धाम और उसके आसपास का पूरा इलाका बर्फ से ढका हुआ है. चारों तरफ एक फुट से ज्यादा ऊंची बर्फ की परत जमी हुई है. हालांकि, मंदिर परिसर और धाम की ओर जाने वाले मार्गों से बर्फ हटा दी गयी है. पिछले कुछ दिनों से लगातार बर्फबारी और रूक-रूक कर हो रही बारिश के कारण भीषण ठंड के बावजूद हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालु मंदिर के कपाट खुलने के साक्षी बने।

    बारिश के साथ बर्फबारी भी हो रही

    बदरीनाथ धाम के कपाट गुरुवार को भक्तों के लिए खोल दिए गए. इस दौरान बारिश के साथ बर्फबारी भी हो रही थी. इसके बाद भी वहां भक्तों की लंबी कतार देखी गई. वहीं बदरीनाथ धाम में कपाट खुलने के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई. इस दौरान वहां भक्तों में भारी उत्साह देखा गया. वहीं मंदिर को करीब 15 क्विंटल गेंदे के फूल से भव्य रूप में सजाया गया था. दूसरी ओर कपाट खुलने से पहले बुधवार तक यहां दर्शन के लिए पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करा लिया था

  • Viral News : प्यार Sex और धोखा : होटल में पति प्रेमिका के साथ कर रहा था सेक्स, तभी अचानक आ धमकी पत्नी, फिर जो हुआ…

    उत्तरप्रदेश। Viral News : पति, पत्नी और वो का मामला सामने आया है. एक युवक अपनी प्रेमिका के साथ होटल के कमरे में इश्क फरमा रहा था. इसकी जानकारी लगते ही उसकी पत्नी होटल पहुंच गई और अपने पति को रंगे हाथ पकड़ लिया. फिर जमकर धुनाई की. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। आगरा के थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र का मामला।

    जानकारी के अनुसार एक पत्नी को अपने पति की रंगरेलिया मनाने की जानकारी हुई. मामले की सच्चाई जानने के लिए पत्नी अपने परिजनों के साथ उस होटल पर पहुंच गई, जहां पति अपनी प्रेमिका के साथ था. पत्नी ने होटल स्टाफ से जानकारी जुटाई और फिर इंतजार करने लगी. जैसे ही पीड़िता का पति और उसकी प्रेमिका होटल से बाहर निकले. पति को प्रेमिका के साथ देखकर पत्नी के सब्र का बांध टूट गया. देखते ही देखते पत्नी का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया. फिर पत्नी और उनके साथ आए लोगों ने पति को पकड़ा और जमकर पीटना. भारी संख्या में लोदों की भीड़ जमा हो गई. कई लोगों ने युवक को बचाने का भी प्रयास किया, लेकिन आक्रोशित लोग शांत नहीं हुए और उन्होंने जमकर हाथ धोया। यह पूरी घटना एक सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई।

  • Horoscope 27 April 2023 : सूर्य की तरह चमकेगा इन राशियों का भाग्य, पढ़ें मेष से लेकर मीन राशि तक का हाल
    मेष राशि- मन अशान्त हो सकता है। बातचीत में सन्तुलित रहें। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कारोबार के प्रति सचेत रहें। कठिनाइयां आ सकती हैं। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान रहेंगे। परिवार का साथ मिलेगा। धर्म में रुचि बढ़ेगी। मीठे खानपान के प्रति रुझान बढ़ेगा। आत्मविश्वास में कमी आएगी। लाभ में वृद्धि हो सकती है। परिश्रम अधिक रहेगा। कारोबार के सिलसिले में विदेश यात्रा पर जा सकते हैं। नए अवसर मिलेंगे। वृष राशि- आत्मविश्वास रहेगा, परन्तु अति उत्साही होने से बचें। शैक्षिक या बौद्धिक कार्यों से सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। आय में सुधार होगा। धैर्यशीलयता बनाये रखने के प्रयास करें। किसी मित्र का आगमन हो सकता है। माता के स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। मानसिक शान्ति रहेगी। स्वभाव में चिड़चिड़ापन हो सकता है। कुटुम्ब-परिवार में धार्मिक आयोजन होगा। सन्तान को कष्ट रहेगा। मिथुन राशि- मन में निराशा एवं असन्तोष रहेगा। कारोबार में कठिनाइयां हो सकती हैं। लाभ में कमी आएगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के मनोभाव रहेंगे। अनियोजित खर्चों में वृद्धि होगी। जीवनसाथी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। क्रोध एवं आवेश के अतिरेक से बचें। परिवार की समस्याओं से परेशान रहेंगे। वाहन के रखरखाव पर खर्च बढ़ेंगे। कर्क राशि- कारोबारी कार्यों में मन लगेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। शैक्षिक कार्यों के सुखद परिणाम मिलेंगे। किसी मित्र के सहयोग से नौकरी के अवसर मिल सकते हैं। आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। मन परेशान हो सकता है। नौकरी में अफसरों का सहयोग मिलेगा। कार्यभार में वृद्धि हो सकती है। मानसिक शान्ति रहेगी। कारोबार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। परिश्रम की अधिकता रहेगी। सिंह राशि- वाणी में मधुरता रहेगी। आत्मविश्वास भी रहेगा। कारोबारी कार्यों में भागदौड़ अधिक रहेगी। भवनसुख में वृद्धि हो सकती है। माता-पिता का साथ रहेगा। मन परेशान हो सकता है। माता के स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। रहन-सहन अव्यवस्थित हो सकता है। सुस्वादु खानपान में रुचि रहेगी। अति उत्साही होने से बचें। बातचीत में संयम बनाए रखें। कारोबार में वृद्धि होगी। लाभ के अवसर मिलेंगे। कन्या राशि- मन में शान्ति एवं प्रसन्नता रहेगी। दाम्पत्य सुख में वृद्धि होगी। कारोबार में परिश्रम अधिक रहेगा। लाभ के अवसर मिलेंगे। सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। आत्मसंयत रहें। क्रोध के अतिरेक से बचें। जीवनसाथी के स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। नौकरी में परिवर्तन के अवसर मिल सकते हैं। नौकरी में अफसरों से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। मित्रों का सहयोग मिलेगा। यात्रा पर जा सकते हैं। तुला राशि- आत्मसंयत रहें। व्यर्थ के क्रोध एवं वाद-विवाद से बचें। पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कारोबार में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। किसी बुजुर्ग से धन मिल सकता है। अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें। परिवार की समस्याओं से परेशानी बढ़ सकती हैं। मन अशान्त रहेगा। पिता का सानिध्य एवं सहयोग मिल सकता है। शैक्षिक कार्यों में व्यवधान रहेंगे। क्षणे रुष्टा-क्षणे तुष्टा के मनोभाव रहेंगे। वृश्चिक राशि- आत्मविश्वास भरपूर रहेगा। मन में नकारात्मक विचारों से बचें। अपनी भावनाओं को वश में रखें। किसी पुराने मित्र से सम्पर्क हो सकता है। कारोबार से आय में वृद्धि होगी। धैर्यशीलता बनाये रखने के लिए प्रयास करें। नौकरी में कार्यक्षेत्र में वृद्धि हो सकती है। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। बातचीत संयम बनाये रखें। वाहन सुख में वृद्धि के योग बन रहे हैं। लंबे समय से रुके शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी। धनु राशि- नकारात्मकता के प्रभाव से बचें। मन परेशान हो सकता है। संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। कारोबार में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। आत्मविश्वास से लबरेज रहेंगे। किसी मित्र के सहयोग से रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। परिवार में आपसी मतभेद रहेंगे। परिवार के साथ किसी धार्मिक स्थान की यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। खर्चों की अधिकता रहेगी। भाइयों के सहयोग से आय के स्रोत बनेंगे। मकर राशि- मन प्रसन्न रहेगा, परन्तु फिर भी बातचीत में संयत रहें। जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार होगा। लेखनादि-बौद्धिक कार्यों से सम्मान की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में परिवर्तन के योग बन रहे हैं। किसी दूसरे स्थान पर जाना पड़ सकता है। सन्तान के स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। आशा-निराशा के मिश्रित भाव मन में रहेंगे। भाइयों का सहयोग मिलेगा। कारोबार विस्तार के लिए यात्रा पर जा सकते हैं। कुंभ राशि- मानसिक शान्ति बनाये रखने का प्रयास करें। माता-पिता का साथ मिलेगा। परिवार के साथ यात्रा पर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। सेहत का ध्यान रखें। पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। बौद्धिक कार्यों से धन की प्राप्ति‍ हो सकती है। सन्तान की ओर से सुखद समाचार मिल सकता है। आशा-निराशा के मिश्रित भाव मन में रहेंगे। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। भौतिक सुखों में वृद्धि होगी। स्वास्थ्‍य के प्रति सचेत रहें। मीन राशि- पारिवारिक जीवन सुखमय रहेगा। परिवार में मान-सम्मान में वृद्धि होगी। शैक्षिक कार्यों में सफल रहेंगे। कारोबार के लिए विदेश यात्रा लाभप्रद रहेगी। आत्मसंयत रहें। क्रोध के अतिरेक से बचें। पिता का सहयोग मिलेगा। धैर्यशीलता में कमी आयेगी। मान-सम्मान में वृद्धि होगी। शासन सत्ता का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खर्चों की अधिकता से मन परेशान हो सकता है। कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी।
  • Aaj Ka Panchang: आज 27 अप्रैल 2023 का शुभ मुहूर्त, राहु काल, आज की तिथि और ग्रह
    पंचांग- 27 अप्रैल 2023 विक्रम संवत - 2080, अनला शक सम्वत - 1945, शोभकृत पूर्णिमांत - बैशाख अमांत - बैशाख तिथि सप्तमी - 11:27 ए एम तक नक्षत्र पुनर्वसु - 07:00 ए एम तक योग धृति - अप्रैल 26 08:07 AM - अप्रैल 27 08:48 AM सूर्य और चंद्रमा का समय सूर्योदय - 05:45 AM सूर्यास्त - 06:53 PM चन्द्रोदय - 11:13 AM चन्द्रास्त - 01:37 AM अशुभ काल राहुकाल- 01:58 पी एम से 03:36 पी एम यम गण्ड - 05:44 ए एम से 07:23 ए एम गुलिक काल- 09:02 ए एम से 10:40 पी एम दुर्मुहूर्त - 10:07 ए एम से 11:00 ए एम, 03:23 पी एम से 04:16 पी एम वर्ज्यम् - 03:57 पी एम से 05:45 पी एम शुभ काल अभिजित मुहूर्त - 11:53 ए एम से 12:45 पी एम अमृत काल - 02:43 ए एम से 04:30 ए एम ब्रह्म मुहूर्त - 04:19 ए एम से 05:02 ए एम योग गुरु पुष्य योग - 07:00 ए एम से 05:43 ए एम अमृत सिद्धि योग - 07:00 ए एम से 05:43 ए एम
  • Big Breaking ; नहीं रहे कैबिनेट मंत्री, कई दिनों से चल रहे थे बीमार, मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर दी जानकारी…
    उत्तराखंड : उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास का निधन हो गया है। अल्मोड़ा से बागेश्वर पहुंचने के बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें बागेश्वर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार भी चल रहे थे। उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास अब नहीं रहे। लंबे समय से बीमारी के चलते आज बुधवार को उनका निधन हो गया। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बागेश्वर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की खबर से पार्टी सहित पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुख जताते हुए कहा कि- मंत्रिमंडल में मेरे वरिष्ठ सहयोगी चंदन राम दास के आकस्मिक निधन के समाचार से स्तब्ध हूं। उनका निधन जनसेवा एवं राजनीति के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान एवं परिजनों व समर्थकों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
  • Atique Ahmad : गैंगस्टर अतीक के दफ्तर में मिले खून के धब्बे को लेकर बड़ा खुलासा, FSL की जांच रिपोर्ट में ये बातें आई सामने!
    प्रयागराज: Atique Ahmad : प्रयागराज में गैंगस्टर अतीक अहमद के दफ्तर से जो खून के धब्‍बे को लेककर बड़ा खुलासा हुआ है, खून के धब्बे इंसान के ही हैं। फिलहाल शासन प्रशासन की ओर से ऐसा कुछ नहीं कहा गया है, लेकिन चर्चा है कि खून में मिला हीमोग्‍लोबिन इंसानी है। इसके बारे में ज्‍यादा जानकारी फरेंसिक साइंस लैब (FSL) की रिपोर्ट से मिलेगी जो जल्‍द ही जारी होने वाली है। 24 अप्रैल को मिले थे कई जगह खून के धब्‍बे  गैंगस्टर अतीक अहमद के दफ्तर से 24 अप्रैल को कई जगह खून के धब्‍बे मिले थे। वहां से पुलिस को टूटी चूड़ियां, खून से सने किसी महिला के कपड़ों के अलावा खून से सना चाकू भी मिला था। खून की शुरुआती जांच के बारे में कहा जा रहा था कि यह इंसानी ही है लेकिन इसकी रिपोर्ट बुधवार शाम तक आने की बात थी। मंगलवार को इस तरह की खबरें आईं कि ध्‍वस्‍त हुए इस ऑफिस से ऐसी दुर्गंध आ रही है जैसे वहां कोई शव हो। हालांकि, बाद में पुलिस ने इस तरह की किसी बात से इनकार किया था।
  • जमीन घोटाला को लेकर ED की ताबड़तोड़ छापेमारी, गलत दस्तावेज बनाकर …. टीम के पहुँचने से पहले ही सामान के साथ हुए फरार

    ED raids on land scam जमीन घोटाला को लेकर ED एक बार फिर सक्रिय हो रही है। ED की टीम राज्य में जमीन घोटाले के लेकर कार्रवाई कर रही है। आज बुधवार की सुबह ही ED की टीम कई ठिकानों पर पहुंची और ताबड़तोड़ छापेमारी शुरु कर दी। बता दें ED की यह छापामार कार्रवाई झारखंड के रांची में हुई है। सुबह ईडी की टीम मोरहाबादी, अशोक नगर, बूटी मोड़ और खेलगांव में पहुंचकर छापेमारी कर रही है।

    जानकारी के अनुसार, चेशायर होम रोड स्थित 4 एकड़ 83 डिसमिल जमीन को गलत दस्तावेज बनाकर बेचने के मामले को लेकर ईडी ने यह कार्रवाई की है। जानकारी के मुताबिक रांची के मोरहाबादी और खेल गांव में फिलहाल ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। मोरहाबादी में ठेकेदार बिपिन सिंह के यहां ईडी ने दबिश दी है। वहीं खेलगांव में ईडी के द्वारा गिरफ्तार किए गए अफसर अली के करीबी जमीन दलाल शेखर कुशवाहा के यहां ईडी ने छापेमारी की है। वहीं गाड़ी गांव में शेखर कुशवाहा नाम के जमीन कारोबारी के यहां ईडी कार्रवाई कर रही है।

    मोराहबादी में बिपिन सिंह के आवास में ED ने छापा मारा लेकिन ईडी के पहुंचने से पहले ही पूरा परिवार बुधवार सुबह 6:30 बजे तक सभी सामान के साथ निकल गये। ईडी ने फ़्लैट को सील कर दिया है और फ्लैट मालिक को बुलाया है।

  • सिंधिया-दिग्विजय के ट्विटर हमले के बीच महाकाल

    मध्यप्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव निकट आ रहा है, वैसे-वैसे दिग्गज नेताओं के बीच राजनीतिक जंग को लेकर मुंहवाद तेज हो रहा है। यहां तक कि अब नेता मतदाता से आग्रह करने की बजाय उज्जैन के भगवान महाकाल से प्रार्थना कर परस्पर विरोधियों से मुक्ति की प्रार्थना कर रहे हैं। जब नेता अपनी कार्यप्रणाली और जमीनी सोच से भटक जाते हैं, तब ईश्वर की शरण में चले जाते हैं। मनुश्य की यह गति अंधविष्वास को बढ़ावा देती है। प्रदेष के दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और भाजपा में ताजा जो ट्विटर वाॅर सामने आया है, उसका निश्कर्श हताषा का यही दर्षन जताने वाला है। अभी तक नेता आपसी लड़ाई में भगवान को बीच में घसीटने से बचते थे, लेकिन अब भगवान ही राजनीतिक जंग में परिणाम का आधार बन रहे हैं।

    प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह बीते सप्ताह दो दिनी प्रवास पर उज्जैन में थे। यहां सिंह ने ट्विटर युद्ध की शुरुआत करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया कि, ‘हे प्रभु ! हे महाकाल ! दूसरे ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस में पैदा न हों।‘ यह ट्विट जब सिंधिया ने पढ़ा तो उन्होंने उसी तेवर में पलटवार करते हुए लिखा कि ‘हे प्रभु महाकाल ! कृपया दिग्विजय सिंह जी जैसे देश विरोधी और मध्यप्रदेश के बंटाढार भारत में पैदा न हों।‘ दोनों नेताओं के इन ट्विट के बाद उनके निश्ठावान अनुयायी भी अपने-अपने ढंग से टिवट वाॅर में लग गए। इसके बाद जब उज्जैन में ही दिग्विजय सिंह का मीडिया से सामना हुआ तो इस ट्विट पर सिंधिया के संदर्भ में उत्तर देते हुए वे बोले, ‘पिछले चुनाव परिणाम के बाद कांग्रेस की कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए 25-25 करोड़ रुपए देने का आॅफर मेरे साथ ये जो विधायक बैठे हैं, इन्हें भी मिला था, लेकिन वे नहीं बिके, लेकिन राजा-महाराजा बिक गए। इसलिए बस यही कहूंगा कि हे प्रभू हे महाकाल कोई दूसरा ज्योतिरादित्य सिंधिया अब कांग्रेस में पैदा न हो।‘ इस बातचीत के समय दिग्विजय सिंह के साथ विधायक महेश परमार, रामलाल मालवीय, दिलीप सिंह गुर्जर बैठे हुए थे। सिंह ने मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त रोकने के लिए ‘दल-बदल विरोधी कानून‘ को मजबूत करने की बात भी कही। सिंह ने कहा कि भाजपा धन बल की सरकार चलाती है। इसने महाकाल मंदिर का भी व्यवसायीकरण कर दिया है। पहले मंदिर में निषुल्क दर्षन की व्यवस्था थी, किंतु अब गर्भगृह से दर्षन करने के लिए 750 रुपए देने पड़ते हैं।

    इस ट्विटर वॉर के बाद सिंधिया समर्थक नेताओं के जो ट्वीट और बयान सामने आए, उनसे पता चलता है कि हमारे नेता संविधान से कहीं ज्यादा ब्रह्माण्ड के ज्ञाता है। जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने प्रतिउत्तर देते हुए लिखा कि ‘हे महाकाल ! अतएव ब्रह्माण्ड में दिग्गी राजा जैसा तत्व सूक्ष्म रूप में भी कभी जन्म न लें। धर्म, समाज, देष और मनुश्यता की रक्षा करो हे महाराजाधिराज !‘ आगे पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया ने लिखा कि ‘हे तीनों लोकों के स्वामी, महाकाल प्रभु ! दिग्विजय सिंह जैसे व्यक्ति को जिसने, कांग्रेस को पूरी तरह बंटाढार कर दिया है, इसलिए महाकाल प्रभु से मेरी यही कामना है कि दिग्विजय सिंह को अगले जन्म में पाकिस्तान में पैदा करना।‘ इन दो जानी-दुष्मनों के बीच आखिरकार मुख्यमंत्री षिवराज सिंह भी कुंद पड़े। आग में घी डालते हुए उन्होंने कहा कि ‘सिंधिया गद्दार नहीं, बल्कि खुद्दार है। वे कांग्रेस में रहते हुए आखिर कितना अपमान सहते। चुनाव लड़ा सिंधिया के नाम पर और बुजुर्ग कमलनाथ को मुख्यमंत्री बना दिया। तिस पर भी विडंबना थी कि सरकार कमलनाथ नहीं दिग्गी राजा चला रहे थे। कमलनाथ तो नाममात्र के मुख्यमंत्री का चेहरा थे। बार-बार सिंधिया और उनके समर्थक मंत्री व विधायक सरकार का जन-समस्याओं की ओर ध्यान खींच रहे थे, लेकिन अपने अहंकार के वषीभूत कमलनाथ ने कोई ध्यान नहीं दिया। आखिर में सिंधिया को कहना पड़ा कि काम नहीं किए तो सड़कों पर उतर जाएंगे। कमलनाथ ने कह दिया सड़कों पर उतर जाओ। आखिर कोई खुद्दार नेता इस अहम् को कैसे बर्दाष्त करता। आखिरकार सिंधिया ने इस्तीफा दिया और चुनाव लड़ा। परंतु आज भी कांग्रेस में छोटेपन और ओछेपन की होड़ लगी हुई है। प्रत्येक नेता दूसरे नेता को छोटा करने वाले बयान दे रहा है। इस होड़ में कमलनाथ और दिग्विजय सिंह समेत सब कांग्रेसी षामिल रहते हुए, सूत ना कपास जुलाहों में लट्ठम-लट्ठा कहावत को चरितार्थ करने में लगे है। अब भगवान जाने कांग्रेस का क्या हश्र होगा।‘

    इस जंग में जब राश्ट्रीय महासचिव कैलाष विजयवर्गीय महाकाल के दर्षन उज्जैन पहुंचे तो वे भी इस  मुद्दे पर दोनों नेताओं को नैतिकता की नसीहत का पाठ पढ़ाने से नहीं चूके। कैलाष ने कहा कि दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे नेता को अपनी भाशा की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। क्योंकि मध्यप्रदेष में विपक्ष का सम्मान करने की परंपरा रही है। हालांकि सिंह मर्यादा रखते हैं, लेकिन कैसे बोल गए पता नहीं। जब उनसे पूछा गया कि सिंह ने कहा है कि 2018 की तरह हम फिर चुनाव जीतेंगे। तब कैलाश ने उत्तर दिया कि भाजपा दो तिहाई से ज्यादा बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी। बहरहाल चुनाव निकट आते-आते यह जंग और दिलचस्प एवं तल्ख दिखाई देगी, ऐसा राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है।

  • Chandra Grahan 2023: इस दिन लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण, जानिए सूतक काल का सही समय

    Chandra Grahan 2023 Date: साल 2023 में कुल 4 ग्रहण लगने जा रहे हैं। इनमे से दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण हैं। पहला सूर्य ग्रहण लग चुका है। ये सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगा था, जो कि भारत में दृश्य नहीं था। अब पहले सूर्य ग्रहण के बाद जल्द ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी लगने जा रहा है। ये चंद्र ग्रहण वैशाख पूर्णिमा यानी बुद्ध पूर्णिमा वाले दिन लगेगा। वैसे तो चंद्र ग्रहण एक भौगोलिक घटना है, लेकिन पौराणिक मान्यता है कि पूर्णिमा की रात जब राहु और केतु चंद्रमा को निगलने की कोशिश करते हैं, तब चंद्र ग्रहण लगता है। वहीं चंद्र ग्रहण से कुछ घंटे पहले सूतक काल लग जाता है, जिसे ज्योतिष के नजरिए से शुभ नहीं माना जाता है। ऐसे में चलिए जानते हैं इस साल का पहला चंद्र ग्रहण कब और किस दिन लग रहा है-

    कब लगेगा साल का पहला चंद्र ग्रहण
    साल 2023 का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई 2023 दिन शुक्रवार को लग रहा है। ये चंद्र ग्रहण रात 8 बजकर 45 से शुरू होगा और देर रात 1 बजे समाप्त होगा।

    चंद्र ग्रहण 2023 का सूतक काल
    वैसे तो चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है, लेकिन साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।

    कहां-कहां नजर आएगा पहला चंद्र ग्रहण
    ये उपच्छाया चंद्र ग्रहण है। जब चंद्रमा पर पृथ्वी की छाया सिर्फ एक तरफ से होती है तो उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है। इसके कारण ये ग्रहण हर जगह नहीं देखा जा सकेगा। ये चंद्र ग्रहण यूरोप, सेंट्रल एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अंटार्कटिका, प्रशांत अटलांटिक और हिंद महासागर में देखा जा सकेगा।

    चंद्र ग्रहण कब लगता है?
    सूर्य के चारों ओर पृथ्वी घूमती है और चंद्रमा पृथ्वी का चक्कर लगाता है। इस प्रक्रिया में एक समय ऐसा आता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य एक ही सीध में आ जाते हैं। इस दौरान सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पड़ता है, लेकिन चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता है। इस घटना को खगोलीय घटना के रूप में चंद्र ग्रहण कहा जाता है।

  • Chanakya Niti: बुरे समय में भी नहीं लेनी चाहिए ऐसे लोगों से मदद, बढ़ सकती हैं मुश्किलें

    आचार्य चाणक्य बहुत अच्छे कूटनीतिज्ञ, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री थे. उन्होंने अपनी नीतियों में कुछ ऐसी बातों का जिक्र किया है जो जीवन में सफलता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बुरे और अच्छे समय का आना जाना लगा रहता है. लेकिन चाणक्य का मानना था कि बुरे वक्त में कुछ ऐसे लोग होते हैं जिनसे कभी मदद नहीं मांगनी चाहिए.

    कुछ ऐसे दोस्त होते हैं जो आपको जीवन में सफल होता नहीं देख सकते हैं. वो भले ही अपने आप को सबसे खास मित्र बताएं लेकिन, वो कभी नहीं चाहते कि आपको जीवन में सफलता मिले. ऐसे में यदि आप किसी बुरे समय में आ जाते हैं तो भूलकर भी उस दौरान ऐसे मित्रों की मदद न लें. यह करना आपके लिए और हानिकारक हो सकता है.

    चाणक्य का मानना था कि सहायता हमेशा उस व्यक्ति से लेना चाहिए जोकि उसकी महत्वता को समझे. ऐसे लोग न सिर्फ बुरे समय में आपका साथ देते हैं बल्कि आपको जीवन में आगे बढ़ने के मौके भी प्रदान करते हैं. ऐसे लोगों से दोस्ती करना आपके लिए फायदेमंद साबित होता है.

    चाणक्य का मानना था कि जीवन में ऐसे व्यक्ति की मदद न करें और न ही मदद लें जो सहायता करने के बाद आपको नीचा दिखाने का प्रयास करें. ऐसे कई लोग होते हैं जो पहले आपकी मदद तो करते हैं लेकिन समय पड़ने पर वह उसका एहसान जताने लगते हैं. ऐसे लोगों से भूलवश की मदद नहीं लेनी चाहिए.

    यदि आप जीवन में किसी मुश्किल परिस्थिति में फंसते हैं तो कोशिश करें कि आप सबसे पहले अपने परिवार को परखें. चाणक्य का मानना था कि व्यक्ति को इस बात का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए कि ऐसे लोगों की मदद न करें जो खुद तो पाप करते हैं साथ ही आपको भी पाप का भागीदार बनाना चाहते हैं. 

     
  • Aaj Ka Panchang 26 April 2023: मिथुन राशि में चंद्रमा को गोचर, जानें पंचांग अनुसार तिथि, नक्षत्र और आज का राहुकाल

    Today Panchang, Aaj Ka Panchang 26 April 2023: पंचांग के अनुसार 26 अप्रैल 2023 , बुधवार का दिन धार्मिक दृष्टि से विशेष है. आज वैशाख शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है. षष्ठी की तिथि प्रात: 11 बजकर 29 मिनट तक रहेगी. इसके बाद पंचमी की तिथि प्रारंभ होगी. आज का दिन धार्मिक कार्यों के लिए उत्तम है. आज सुकर्मा योग बना हुआ है. इस दिन ग्रहों की चाल और नक्षत्र की स्थिति महत्वपूर्ण है. चंद्रमा मिथुन राशि में रहेगा. आइए जानते हैं आज का पंचांग (Panchang in Hindi)-
     
    आज की तिथि (Aaj Ki Tithi)
    आज के पंचांग के अनुसार 26 अप्रैल 2023, बुधवार को वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी की तिथि है. वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की षष्ठी की तिथि का विशेष महत्व बताया गया है. आज ही पंचमी की तिथि प्रारंभ हो रही है. इस दिन गणेश जी की पूजा का उत्तम संयोग बना है.

    आज का नक्षत्र (Aaj Ka Nakshatra)
    26 अप्रैल 2023 को पंचांग के अनुसार पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा. पुनर्वसु नक्षत्र आकाश मंडल का 7वां नक्षत्र है. पुनर्वसु का अर्थ पुन: शुभ होता है. इसके साथ ही इसका अर्थ शास्त्रों में पुनर्वसु शब्द पुन:+वसु से बना है. इसका अर्थ है पुनः धन मान व यश की प्राप्ति वाला भी बताया गया है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पुनर्वसु नक्षत्र का स्वामी गुरु ग्रह है.

    आज का राहुकाल (Aaj Ka Rahu Kaal)
    पंचांग के अनुसार 26 अप्रैल 2023, बुधवार को राहुकाल दोपहर : 12 बजकर 19 मिनट से दोपहर: 1 बजकर 57 मिनट तक रहेगा. राहुकाल में शुभ कार्य करना वर्जित माना गया है.

    आज का मंत्र (Mantra in Hindi)
    गजाननं भूतगणादिसेवितम कपित्थजम्बू फल चारू भक्षणं। 
    उमासुतम शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम।। 
    आगच्छ भगवन्देव स्थाने चात्र स्थिरो भव। 
    यावत्पूजा करिष्यामि तावत्वं सन्निधौ भव।।

    आज का पंचांग, 26 अप्रैल 2023 (Aaj Ka Panchang 26 April 2023)

     

    विक्रमी संवत्: 2080
    मास पूर्णिमांत: वैशाख
    पक्ष: शुक्ल
    दिन:  बुधवार
    ऋतु:  वसंत
    तिथि: षष्ठी - 11:29:15 तक
    नक्षत्र:  पुनर्वसु - पूर्ण रात्रि तक
    करण:  तैतिल - 11:29:15 तक, गर - 24:32:31 तक
    योग: सुकर्मा - 08:05:17 तक
    सूर्योदय: 05:45:19 AM
    सूर्यास्त:  18:53:05 PM 
    चन्द्रमा:  मिथुन राशि- 24:18:14 तक
    राहुकाल:  12:19:12 से 13:57:40 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
    शुभ मुहूर्त का समय, अभिजीत मुहूर्त:  कोई नहीं
    दिशा शूल:  उत्तर

     

    अशुभ मुहूर्त का समय

     

    दुष्टमुहूर्त:  11:52:56 से 12:45:27 तक
    कुलिक:  11:52:56 से 12:45:27 तक
    कंटक: 17:08:02 से 18:00:33 तक
    कालवेला / अर्द्धयाम:  06:37:51 से 07:30:22 तक
    यमघण्ट: 08:22:53 से 09:15:23 तक
    यमगण्ड: 07:23:48 से 09:02:16 तक
    गुलिक काल:  10:40:44 से 12:19:12 तक