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  • मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना से 24 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज

    मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य के माध्यम से 24 लाख से ज्यादा लोगों का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना की मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सा दल शहरों में गरीबों की बस्तियों में पहुंचकर जरूरतमंद लोगों का इलाज निःशुल्क कर रहे है। गरीब लोग कई कारणों से अस्पताल तक नही पहुंच पाते थे। जिससे उनका इलाज नहीं हो पाता था। परन्तु मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गरीबों की पीड़ा को समझा। गरीबों का इलाज करने उनके घर पर ही डॉक्टर पहुंचे ऐसी परिकल्पना उन्होंने की।
    मुख्यमंत्री स्वास्थ्य स्लम योजना के तहत करीब 24 लाख से ज्यादा लोगों का इलाज छत्तीसगढ़ के शहरी इलाकों की स्लम बस्तियों में किया जा चुका है। शहरों में मोबाइल मेडिकल यूनिट के वाहन घूम-घूम कर गरीबों का इलाज कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश के शहरी क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में निवासरत लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ प्रदेश के शहरी क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में निवासरत लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ शासन के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा 24 लाख से ज्यादा लोगों को निःशुल्क इलाज मुहैया कराया गया है। इसके तहत राज्य के 169 नगरीय निकायों की स्लम बस्तियों में अब तक मोबाइल मेडिकल यूनिट टीम द्वारा 34 हजार 370 कैम्प लगाकर लोगों की निःशुल्क जांच व उपचार कर दवाईयां दी गई हैं। नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि नगरीय क्षेत्रों की तंग बस्तियों के एवं अन्य जरूरत मंद लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उन्हें निःशुल्क दवायें उपलब्ध करायें।
    गौरतलब है कि राज्य के 14 नगर निगम क्षेत्रों की स्लम बस्तियों में रहने वाले लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत 01 नवम्बर 2020 को हुई थी। इसके तहत 60 मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा स्लम बस्तियों में जाकर लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण और उपचार एवं दवा वितरण की शुरूआत की गई थी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा इस योजना से लोगों को घर पहुंच स्वास्थ्य सुविधा मिलने की सफलता को देखते हुए 31 मार्च 2022 को इसका विस्तार पूरे राज्य के नगरीय निकाय क्षेत्रों में किया गया तथा 60 और नई मोबाइल मेडिकल यूनिट शुरू की गई। इस योजना के तहत अब पूरे राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है। मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत अब तक 4 लाख 88 हजार 533 मरीजों को पैथालॉजी टेस्ट की सुविधा मुहैया कराने के साथ ही 19 लाख 97 हजार 532 से अधिक मरीजों को निःशुल्क दवाएं दी गई हैं। इस योजना के तहत लाभान्वित मरीजों में 2 लाख 38 हजार 960 श्रमिक हैं।

  • खादी और ग्रामोद्योग आयोग के नए अध्यक्ष मनोज कुमार ने पदभार संभाला
    खादी लोकल से वोकल बने और पूरी दुनिया में स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़े प्राथमिकता रायपुर। खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के नए अध्यक्ष श्री मनोज कुमार ने विगत दिनो पदभार ग्रहण किया। कार्यभार ग्रहण करने के बाद, उन्होने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को पूरा करना है और जमीनी स्तर पर अधिक से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम इकाईयों की स्थापना करके केवीआईसीकी विभिन्न योजनाओों के माध्यम से देश में अतिरिक्त रोजगार के साथ-साथ स्वावलंबी भारत के निर्माण में अहम योगदान देना है.केवीआईसी प्रधानमंत्री मोदी के विजन पर काम करेगा, जिसके तहत हमारे युवा नौकरी तलाशने वाले नहीं अपितु नौकरी देने वाले बनें। गौरतलब है कि केवीआईसी में विशेषज्ञ सदस्य विपणन (मार्केटिंग) के रूप में कार्य कर चुके मनोज कुमार के पास विपणन और ग्रामीण विकास का व्यापक अनुभव है। वह मानते हैं कि देश में खादी की एक मौन क्रांति चल रही है, जिसके नायक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। पिछले 8 वषों में मोदी जी के नेतृत्व में खादी ने जो लक्ष्य हासिल किए हैं वो अद्भूत है। केवीआईसी अध्यक्ष मनोज कुमार के अनुसार उनका प्रयास होगा कि केवीआईसी के साथ जुडे ज्यादा से ज्यादा कारीगरों के हाथो ंमें पैसा पहुंचे ताकि उनके आय के स्रोत बढ़ें, जिससे समाज के अंतिम पायदान पर खड़े कारिगरों का आवश्यक विकास हो और उन्हे आत्मनिर्भर बनाया जा सके आयोग का प्रयास होगा कि हर हाथ को काम और काम का उचित दाम मिले। मनोज कुमार के अनुसार वह प्रधानमंत्री श्री मोदी के सबका साथ, सबका विकास और खादी फॉर नेशन, खादी फॉर फैशन और खादी फॉराोंस्फामेशन के मूलमंत्र पर खादी को नई ऊँचाइयोों पर पहुँचाने का प्रयास करेंगे। जिस तरह से खादी पिछले कुछ वषों में भारत में फिर से लोकप्रिय हुई है उसी तरह से इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना उनकी प्राथमिकता होगी। उनका प्रयास होगा कि खादी लोकल से वोकल हो जाये और पूरी दुनिया में भारत के स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़े।
  • खाद सामग्रियों पर 5 % जीएसटी से महंगाई और बढ़ेगी, देश के 85% घर होंगे प्रभावित
    मोदी सरकार आटा दाल चांवल सहित सभी अनब्रांडेड खाद्य सामग्रियों से 5% जीएसटी हटाये खाद सामग्रियों पर 5 % जीएसटी से महंगाई और बढ़ेगी देश के 85% घर प्रभावित होंगे रायपुर /17 जुलाई 2022/ मोदी सरकार के द्वारा अनब्रांडेड खाद्य सामग्री पर लगाई गई 5% जीएसटी को वापस लेने की मांग करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने  आजादी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है कि अनब्रांडेड खाद्य सामग्री पर भी 5% जीएसटी लगाया जा रहा है।देश की जनता महंगाई से पीड़ित है रोजी रोजगार के गंभीर संकट से जूझ रही है। ऐसे में देश की जनता को महंगाई से राहत दिलाने के बजाय मोदी सरकार अनब्रांडेड खाद्य सामग्रियों पर जीएसटी लगाकर महंगाई की आग में घी डालने का काम कर रही है।आटा दाल चावल बेसन  मिर्च मसाला दूध छाछ सहित अनब्रांडेड खाद्य सामग्री के ऊपर 5% जीएसटी लगाया गया है जिसका प्रभाव देश के 85% घरों के किचन में पड़ने वाला है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 100 दिनों में महंगाई कम करने का वादा कर सत्ता में आई मोदी सरकार देश की जनता के साथ वादाखिलाफी की है मोदी राज में अब कोई ऐसी सामग्री बिना टैक्स दिये खरीदी नहीं की जा सकती है। कांग्रेस शासनकाल में जिन वस्तुओं को टैक्स के दायरे से बाहर रखा गया था ताकि गरीबों को भरपेट भोजन मिल सके वह खाद्य सामग्री भी अब मोदी सरकार के टैक्स के दायरे में आ गई है।वन नेशन वन टैक्स का नारा लगाकर कई  स्लैब में लगाई गई टैक्स के चलते देश में महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है कांग्रेस शासनकाल में 400 रु में मिलने वाला गैस सिलेंडर आज जनता 1153 रुपए में खरीदने मजबूर है।800 प्रकार से अधिक दवाइयों की कीमतों  30% की वृद्धि हो गई है जूता चप्पल पुस्तक कॉपी पेंसिल रबड़ स्टेशनरी सामग्री जिस पर कोई टैक्स नहीं था उस पर भी 8% जीएसटी लिया जा रहा है।अस्पताल में 5 हजार रु प्रतिदिन के किराया वाले बेड पर 5% जीएसटी लगाकर अस्पताल में ईलाज को महंगा किया। पेट्रोल डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं केरोसिन भी 100 रु प्रति लीटर के करीब पहुंच चुका है ऐसे में खाद्य सामग्रियों पर लगाए जाने वाला पांच पर्सेंट का जीएसटी भी जनता के दैनिक जीवन को प्रभावित करेगा बच्चों को मिलने वाले पौष्टिक आहार दूध अन्य प्रकर के पोषण युक्त आहारों के दामों में भी वृद्धि होगी।
  • तीन वृद्धों ने परिवार की ही महिला को बनाया हवश का शिकार

    रायगढ़ । खरसिया के जोबी चौकी क्षेत्र अंतर्गत एक झकझोर देने वाली घटना सामने आई है । तीन वृद्ध परिवार की ही एक महिला को घर के आंगन से उठाकर खेत में ले गए और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया । घटना की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर मामले को विवेचना में लिया है ।

    जानकारी के मुताबिक 26 वर्षीय पीड़िता जिस गांव में रहती है आरोपित भी उसी गांव में रहते हैं । वहीं आरोपित पीड़िता के बाप- दादा के उम्र के हैं और उसके रिश्तेदार भी हैं । बताया जा रहा है कि पीड़िता का पति शिक्षक है , जिसने चार शादी की है । तीनों पत्नी में सबसे छोटी पीड़िता है वही पति वर्तमान में जेल में बंद है , ऐसे में वह अपने तीनों शौतन के साथ रह रही है । 13 जुलाई की रात करीब 10 बजे महिला अपने घर के बाहर बाथरूम के लिए निकली थी । तभी तीनों आरोपित उसे दबोच लिए और उसका मुंह दबा कर उसे उठा कर गांव से दूर एक व्यक्ति के खेत में ले गए । इसके बाद आरोपियों ने बारी - बारी से उससे दुष्कर्म किया।
     
  • झमाझम बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्तः बारिश से नदी नाले उफान पर, जानिए कैसा है ज़िला मुख्यालय का हाल

    गरियाबंद ज़िले के कई इलाकों में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. मैनपुर सहित आस पास के नदी नालों में भारी बारिश के चलते हालात बिगड़े हुए देखे जा रहे हैं.छत्तिशगढ में लगतार बारिश से कई ज़िलों में अलर्ट जारी किया गया है.वहीं, ज़िले में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है.

    जिला मुख्यालय गरियाबंद में सुबह से हो रही बारिश के चलते पूरा जन जीवन प्रभावित हो गया है। अत्यधिक वर्षा के कारण नगर के मुख्य सड़क मार्ग सहित कई गलियों में सड़क के ऊपर तक पानी बह रहा है। वही बारिश के कारण आवाजाही भी प्रभावित हो रही है। सुबह से ही हो रही तेज बारिश के कारण लोग घर में ही दुबके है। सुबह जल्दी खुलने वाले बस स्टेंड सहित चौक चौराहों की कई दुकान भी अब तक खुली नहीं हैं। यात्री बसों में भी सवारी नही पहुंच रहें हैं। गरियाबंद से राजिम और रायपुर जाने वाली शुरू की दो तीन बसों में अधिकांश सीटे खाली देखने को मिल रही है। हालाकि अत्यधिक जरूरी काम होने पर लोग छाते और रेनकोट के सहारे निकल रहे हैं।

    इधर तेज बारिश के चलते एक बार फिर नदी नाले उफान में आ गए हैं। बीते दो दिन मैनपुर क्षेत्र में हुई बारिश का असर पैरी नदी में देखने को मिल रहा है। बीती रात से पैरी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। इसके साथ ही ग्रामीण अंचलों में भी नदी नाले रपटों में पानी भरना शुरू हो गया है गरियाबंद के आसपास के गांव जैसे नागाबुढ़ा, पारागांव, छिंदौला में नाले रपटे में तेजी से पानी का स्तर बढ़ने लगा है। कुछ देर और बारिश हुई तो यह आवागमन अवरुद्ध होने की संभावना है।

  • बाइक फिसलने से हादसा : नदी में बह गया 4 साल का मासूम...मां-बाप के साथ पार कर रहा था एनीकट...4 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं

    छत्तीसगढ़: जांजगीर-चांपा जिले में एक 4 साल का बच्चा नदी में बह गया। वो अपने पिता के साथ बाइक में बैठकर नदी पर बने एनीकट को पार कर रहा था। उसी दौरान बाइक फिसलने से ये हादसा हो गया है। घटना के 4 घंटे बाद भी उसका कुछ पता नहीं चल सका है। देर शाम तक उसकी तलाश जारी थी। मामला मुलमुला थाना क्षेत्र का है।

    पामगढ़ क्षेत्र के डोंगाकोहरौद गांव का प्रकाश पटेल अपनी पत्नी और साढ़े चार साल के बेटे शुभम को लेकर मल्हार की ओर गया था। दोपहर के 2 बजे के पास वह वापस लौट रहा था। बताया जा रहा है कि वापस लौटने के वक्त उसने लीलागर नदी पर बने एनीकट को पार कर रहा था। एनीकट में पानी लबालब भरा हुआ था। करीब 2 फीट पानी ऊपर से बह रहा था। इसके बावजूद उसने बाइक से एनीकट पार करने के फैसला लिया था। उसने अपनी बाइक की टंकी में बेटे को बिठाया था। वहीं उसकी पत्नी पीछे चल रही थी।

    आस-पास के लोगों ने बताया कि प्रकाश कुछ दूर तक पहुंच भी गया था। तभी आगे जाकर पानी के तेज बहाव था। उसे बहाव के पास जाते ही बाइक फिसल गई। बाइक फिसलने से प्रकाश, उसका बेटा शुभम वहीं पानी में गिर गए थे। पानी में गिरने के बाद दोनों बहने लगे, लेकिन किसी प्रकार से प्रकाश को बचा लिया गया था। मगर शुभम गहरे पानी में बह गया था।

    जानकारी मिली है कि आस-पास के लोगों ने काफी प्रयास किया। उसे तलाश करने का, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला। इसके बाद प्रशासन को इस बात की जानकारी दी गई। खबर मिलने पर मौके पर गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी। शाम तक उसकी तलाश जारी थी, लेकिन अब तक बच्चे का पता नहीं चल पाया है। शाम होने की वजह से शनिवार को रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया है। अब रविवार को बच्चे को तलाशा जाएगा।

  • भारी बारिश से बस्तर तर-बतर, बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे कवासी लखमा

    सुकमा। बस्तर संभाग में मूसलाधार बारिश जारी है. मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी दिया है. सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा और बस्तर जिले में भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसी कड़ी में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने दौरा किया. मंत्री इस दौरान पिकअप वाहन से बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुंचे.

    दरअसल, बस्तर संभाग में भारी बारिश के कारण अंदरूनी इलाकों में रहने वाले ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई है. नदी-नाले उफान पर हैं. कई गांव टापू बन गए हैं. इस दौरान कलेक्टर हरीश एस और एसपी सुनील शर्मा ट्रैक्टर पर सवार होकर लोगों से मिलने पहुंचे.

    बता दें कि शबरी का लगातार जलस्तर बढ़ रहा है. इसी कड़ी में बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा करने मंत्री कवासी लखमा पहुंचे. मंत्री के साथ कलेक्टर, एसपी औऱ नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू भी मौजूद रहे.

    एनएच 30 पर बाढ़ का पानी आ जाने के चलते मंत्री कवासी लखमा पिकअप वाहन में सवार होकर इंजरम पहुंचे. वहीं कलेक्टर हरीश एस और एसपी सुनील शर्मा ट्रैक्टर पर सवार हुए और बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा किया.

    इस दौरान मंत्री लखमा ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों तक समय पर मदद पहुंचाएं और उनकी जो भी आवश्यकताएं हैं, उसे समय पर उपलब्ध कराएं. राहत शिविर में रह रहे लोगों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो इसका विशेष ध्यान रखें.

  • मुंगेली : सभी शासकीय भवनों में वाटर हॉर्वेस्टिंग हेतु बनाये कार्ययोजना : कलेक्टर

    कलेक्टर  राहुल देव ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित कलेक्टर कक्ष में केंद्रीय टीम की उपस्थिति में जल शक्ति अभियान ‘‘कैच द रैन’’ के तहत जिले में चल रहे जल संवर्धन के कार्यो की समीक्षा की। इस दौरान उन्होने जल के संरक्षण व संवर्धन हेतु जिले के सभी ग्राम पंचायत, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, शासकीय उचित मूल्य की दुकान सहित विभिन्न शासकीय भवनों में वाटर हॉर्वेस्टिंग हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। वहीं समीक्षा बैठक में बिना सूचना के अनुपस्थित कृषि विभाग के उप संचालक  डी. के. ब्यौहार को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। समीक्षा बैठक में उन्होने कहा कि अमृत सरोवर को आकर्षण का केंद्र के रूप में विकसित करने हेतु सौंदर्यीकरण, तार फेंसिंग, पौधारोपण के लिए भी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होने सतही जल का अधिकतम उपयोग करते हुए फसल लेने किसानों को प्रोत्साहित करने की बात कही। इसके साथ ही जिले में द्विफसलीय क्षेत्र की विस्तार हेतु संबंधित विभाग के अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने और जल संरक्षण के उपायों के बारे में जानकारी एवं सुझाव हेतु कॉल सेंटर संचालित करने के निर्देश दिए। भारत सरकार के डिप्टी सेक्रेटरी एवं मुंगेली जिले के जल शक्ति अभियान के केन्द्रीय नोडल अधिकारी रामावतार मीणा ने जिले में चल रहे जल संवर्धन के कार्यो की प्रशंसा की। उन्होने कहा कि यहां अमृत सरोवर के कार्य काफी सराहनीय है। उन्होने अमृत सरोवर की सौंदर्यीकरण और सभी जल संग्रहण संरचना (वाटर बॉडी) क्षेत्रों का जियो टैगिंग करने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जिले के किसानों को धान के बदले कम जल धारण क्षमता वाली फसलों व फसल चक्र अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। भू-जल वैज्ञानिक श्री राजकिशोर मोहंती ने कहा कि जल संवर्धन के लिए भू-जल वॉटर रिचार्ज के काम वृहद स्तर पर किया जाए। उन्होने रूफ टॉप वाटर हार्वेस्टिंग हेतु सभी शासकीय कार्यालयों एवं घरों में स्थापित करने के सुझाव भी दिये। जिला पंचायत के मुख्य कार्य पालन अधिकारी डी.एस राजपूत ने जल शक्ति अभियान के तहत जिले में जल संवर्धन के तहत किये जा रहे कार्यो के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होने कहा कि जल संवर्धन एवं संरक्षण हेतु जिले में मनरेगा और नरवा विकास के तहत बड़े पैमाने पर कार्य कराये जा रहे हैं। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, वन विभाग और लोक निर्माण विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।   

  • गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही बरतने पर कलेक्टर ने जताई नाराजगी, जनपद पंचायत के 14 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी

     गोधन न्याय योजना अंतर्गत गौठानों में गोबर खरीदी हेतु पषुधन की संख्या का पंजीयन एवं गौठानों में नियमित रूप से गोबर की खरीदी नही होने, गौठान समिति द्वारा महिला स्व-सहातया समूह को गोबर नहीं दिये जाने, मल्टी एक्टीविटी की एंट्री एप में नही किये जाने तथा गौठानों में उपलब्ध वर्मी कम्पोस्ट एवं सुपर कम्पोस्ट के विक्रय में अपेक्षित प्रगति नहीं होने तृतीय चरण के गौठानों में वर्मीकम्पोस्ट उत्पादन सहित अन्य कार्यो में लापरवाही पाये जाने पर कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा सभी जनपद पंचायत के 14 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर आगामी तीन दिवस में शत प्रतिषत कार्यों को पूर्ण कर गोधन न्याय योजना एवं जी-मैप के साप्टवेयर में इसकी एंट्री कर जवाब प्रस्तुत करने के लिए निर्देषित किया गया है।
                  कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला द्वारा जनपद पंचायत दुर्गूकोंदल के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सरोज महिलांगे, जनपद पंचायत भानुप्रतापपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री कावेरी मरकाम, जनपद पंचायत चारामा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी जी.एस. बढ़ई, जनपद पंचायत अंतागढ़ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी.आर. साहू, जनपद पंचायत नरहरपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पी.के गुप्ता, जनपद पंचायत कोयलीबेड़ा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आषीष डे तथा जनपद पंचायत कांकेर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अष्वनी यादव सहित वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी भानुप्रतापपुर एन.आर. नेताम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कोयलीबेड़ा दिनेष कुंजाम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी दुर्गूकोंदल डी.आर कोमरा, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अंतागढ़ महात्मा तरेता, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी नरहरपुर एल.एन. नेताम, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी चारामा राजकुमार सिन्हा और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कांकेर बी.मेश्राम को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है तथा उन्हें तीन दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने के निर्देष दिये गये हैं।

  • शिवनाथ का तेजी से बढ़ रहा जलस्तर, मोंगरा और गोंदली जलाशय से छोड़ा गया पानी, एनीकट से आवागमन बंद
    दुर्ग. जिले के शिवनाथ नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा हैं। मोंगरा और गोंदली जलाशय से 11 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद महमरा एनीकेट जहाँ पूरी तरह से बंद हो गया हैं। तो वही एनीकेट के ऊपर से चार फीट पानी बह रहा हैं। जिसके कारण एनीकेट से आवागमन बंद कर दिया गया हैं। शिवनाथ नदी अब पूरे उफान पर है। और इसका वेग मानो सबकुछ बहा ले जाने को तैयार हैं। जिले में करीब 300 सौ मिलीमीटर वर्षा होने का अनुमान हैं। मंगलवार और बुधवार को हुई झमाझम बारिश हुई। मोंगरा बैराज से जहां 8 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया हैं। तो वही गोंदली जलाशय से भी 3 हजार क्यूसेक पानी को शिवनाथ में छोड़ा गया हैं। जिसके कारण नदी जलस्तर तेजी से बढ़ रहा हैं। इसके अलावा तांदुला नदी का पानी भी शिवनाथ में आकर मिल रहा हैं। जिसकी वजह से महमरा एनीकेट पूरी तरह जलमग्न हो गया हैं। तो वही इसके ऊपर से चार फीट तक पानी बह रहा हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से एनीकेट के दोनों छोर को बंद कर दिया है।सुरक्षा को लेकर पुलिस की डायल 112 की टीम भी महमरा एनीकेट पर तैनात हैं। लेकिन उसके बाद भी नदी के उफान और उसके वेग को देखने के लिए लोग यहाँ इकट्ठा होने लगे है। लोग जान जोखिम में डालकर सेल्फी ले रहे है। हालांकि अभी जिले में औसत से 5 फीसदी कम बारिश हुई है। लेकिन पिछले दो तीन दिनों से जो खंड वर्षा हुई है। उसके कारण शिवनाथ का जलस्तर बढ़ गया है। जिसके कारण नदी तट से सटे करीब 15 गांवों को भी किनारे से दूरी बनाये जाने की मुनादी कराई गई है। ताकि अप्रिय स्तिथि न बन सके। इसके अलावा जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को भी अलर्ट रहने को कह रखा है।
  • सरकारी अस्पताल में अवैध वसूली का खेल.. मुफ्त में लगने वाले लेंस के नाम पर मरीज से लिए पैसे

    छत्तीसगढ़: बिलासपुर के जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लेंस लगाने के नाम पर मरीजों से अवैध उगाही करने का मामला सामने आया है। मरीजों की आंख में लेंस लगाने के लिए नेत्र सहायक ने रुपए वसूल लिया। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमा भी सकते में आ गया है। राज्य नोडल अधिकारी सुभाष मिश्रा जांच के लिए पहुंचे और RMO से पूछताछ की। उन्होंने बताया कि अभी जांच चल रही है। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

    दरअसल, जिला अस्पताल के साथ ही सरकार हॉस्पिटल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन के दौरान मरीजों को जरूरत के हिसाब से मुफ्त में लेंस भी लगाया जाता है। लेकिन, यहां नेत्र सहायक ने मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों को सरकारी लेंस खराब होने और फीट नहीं बैठने की बात कह कर लेंस खरीदकर लगाने के बहाने 5 हजार रुपए की वसूली कर ली। यह मामला तब सामने आया, जब तोरवा क्षेत्र के बूटापारा निवासी राजकुमार मरावी (28 साल) की आंख में दिक्कतें हुई और वह जांच के बाद जिला अस्पताल में ऑपरेशन कराने पहुंचा। इस दौरान नेत्र सहायक दीपिका रजन ने उससे लेंस लगाने के लिए पांच हजार रुपए वसूल लिया।

    जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लेंस लगाने रुपयों की वसूली की गई है।

    जिला अस्पताल में मोतियाबिंद के ऑपरेशन में लेंस लगाने रुपयों की वसूली की गई है।

    सिविल सर्जन बोले- जांच चल रही है
    सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता का कहना है कि सरकारी लेंस बेहतर होता है। मरीज से लेंस के नाम पर रुपए वसूली की जानकारी मिली है। मामला सामने आने के बाद RMO सहित अन्य स्टाफ से पूछताछ कर जांच की जा रही है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

    जांच के लिए रायपुर से पहुंचे नोडल अधिकारी
    जिला अस्पताल में लेंस लगाने के नाम पर रुपए वसूली की जानकारी रायपुर तक पहुंच गई है। लिहाजा, शुक्रवार को रायपुर से राज्य नोडल अधिकारी डॉ. सुभाष मिश्रा जिला अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने मोतियाबिद का ऑपरेशन करने वाले डॉ. मनोज सिह, RMO डॉ.बुधेश्वर का बयान दर्ज किया है। डॉ. मिश्रा ने कहा कि अभी जांच चल रही है। केस में मरीजों के साथ ही स्टाफ का भी बयान लिया जाएगा। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।

  • महिला के शव को खाट में लेटाकर 10 किमी तक पैदल चले परिजन...पुलिस ने देखा तो मिली मदद

    दंतेवाड़ा। जिले से दिल को झकझोर देने वाली एक तस्वीर सामने आई है। अज्ञानता और आर्थिक तंगी ने एक परिवार को बुजुर्ग महिला के शव (dead body of elderly woman) को खाट के सहारे पैदल गांव तक ले जाने को मजबूर कर दिया। खाट में शव लेकर जब 25 किमी के रास्ते में करीब 10 किमी पैदल चले तो पुलिस ने मदद की। फिर वाहन की व्यवस्था कर शव को गांव भेजा गया।

    दरअसल, यह मामला जिले के कुआकोंडा ब्लॉक (Cuaconda Block) का है। टिकनपाल गांव (Tikanpal Village) की रहने वाली महिला जोगी पोडियाम की किसी बीमारी की वजह से रेंगानार में मौत हो गई थी। जिसके बाद परिजनों ने रेंगानार से शव को ले जाने के लिए खाट का सहारा लिया। खाट को उल्टा कर उसमें रस्सी बांधी, फिर कंधे से उठाकर टिकनपाल गांव के लिए निकल पड़े।

    परिवार के सदस्यों ने बताया कि, उनके पास वाहन के पैसे नहीं थे। यह भी नहीं मालूम था कि अस्पताल से शव वाहन का बंदोबस्त हो जाएगा। इसी वजह से पैदल सफर तय करने का निर्णय लिया। लेकिन, इसी बीच कुआकोंडा थाना के जवानों की नजर इन पर पड़ी। जिसके बाद थाना प्रभारी चंदन कुमार भी मौके पर पहुंच गए। जिन्होंने तुरंत पिकअप वाहन का बंदोबस्त किया और शव को टिकनपाल गांव पहुंचाया।