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  • जातीय जनगणना पर PMO में मीटिंग : मोदी से मिले नीतीश समेत 10 दलों के नेता, बिहार CM ने कही ये बड़ी बात
    पटना: जातिगत जनगणना को लेकर बिहार के 10 राजनीतिक दलों के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात की। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश और राजद लीडर तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद एकसाथ प्रेस कॉन्फ्रेंस की। नीतीश ने कहा कि हमने बिहार की जातियों के संबंध में प्रधानमंत्री को जानकारी दी है, उन्होंने हमारी बातों को ध्यान से सुना। प्रधानमंत्री ने जातिगत जनगणना की मांग को नकारा नहीं है। तेजस्वी बोले कि जब पेड़-पौधों की गिनती हो सकती है तो जातियों की क्यों नहीं, ये राष्ट्रहित में है।सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि पीएम मोदी ने बिहार से आए प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों की बातों को सुना है। अब पीएम मोदी को निर्णय लेना है जो भी उचित समझे। जातीय जनगणना पर अभी निर्णय के बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं। पीएम ने गंभीरता से सभी को सुना है। एक-एक विषय की जानकारी दी गई है। प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्यों ने जातीय जनगणना के पक्ष में अपनी बातें रखी। पीएम से सभी की बातों को सुना है। इसके लिए उनका आभारी हूं। सीएम नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष की ओर से यह प्रस्ताव मिला था कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर पीएम से मिलना चाहिए।वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि पेड़-पौधों की गिनती होती है, जानवरों की गिनती होती है तो इंसानों की क्यों नहीं। सरकार के पास स्पष्ट आंकड़ा नहीं है। किस समाज के कितने लोग हैं। इसकी जानकारी नहीं है। आंकड़ों के आधार पर ही किसी भी काम को किया जाएगा। पहली बार किसी राज्य के सभी पार्टियों ने मिलकर विधानसभा में पारित किया गया जातीय जनगणना कराने के बाद कोई विवाद नहीं होगा। इससे रिजर्वेशन लागू करने में भी मदद मिलेगी। सीएम नीतीश कुमार और पीएम मोदी को भी धन्यवाद देता हूं। उन्होंने पूरी बातें सुनी है। अब हम लोगों को निर्णय का इंतजार है।जातीय जनगणना को लेकर बिहार में राजनीति काफी तेज है। इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ दल और विपक्ष का सुर एक हो गए हैं। विपक्ष के तरफ से प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जातीय जनगणना कराने की मांग तेज की थी, जिसका समर्थन सत्तारूढ़ दल JDU ने भरपूर किया था और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने नेतृत्व प्रतिनिधिमंडल के PM से मिलने की बात कही थी।इसके बाद यह कवायद तेज हुई और मुलाकात की तारीख तय हुई। हालांकि, BJP इसके पक्ष में नहीं है। केंद्र सरकार ने लोकसभा के मानसून सत्र में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय से जातीय जनगणना नहीं कराने की घोषणा करा चुकी है।
  • NIDM रिपोर्ट में कोरोना की तीसरी लहर और बच्‍चों को लेकर चेतावनी, कहा-‘बच्‍चों के लिए स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं पर्याप्‍त नहीं
    नई दिल्‍ली : नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट (National Institute of Disaster Management या NIDM) ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि यह बात पुख्ता तौर पर नहीं कही जा सकती कि कोरोनावायरस की तीसरी लहर (Coronavirus third wave) वयस्‍कों के मुकाबले बच्‍चों को ज्‍यादा प्रभावित करेगी. नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ डिजास्‍टर मैनेजमेंट ने इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्‍स और लेंसेंट कोविड-19 कमीशंस रीजनल टास्‍क फोर्स का हवाला देते हुए यह बात कही है. हालांकि इस रिपोर्ट में यह भी कहा है, ‘चिंता के पर्याप्‍त कारण हैं लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है क्‍योंकि भारत में बच्‍चों का अभी टीकाकरण नहीं हुआ है और उनके लिए मौजूदा स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाएं बड़े स्‍तर पर इलाज के लिहाज से पर्याप्‍त नहीं हैं.’गौरतलब है कि बच्‍चों के टीकाकरण के मसले के हल की दिशा में हाल ही में कदम बढ़ाया गया है. नेशनल ड्रग रेगुलेटर (राष्‍ट्रीय दवा नियामक) ने पिछले सप्‍ताह दुनिया की पहली RNA वैक्सीन Zycov-D को भारत में मंजूरी दी है. Zydus Cadila द्वारा निर्मित Zycov-D वैक्सीन को DCGI ने शुक्रवार को मंजूरी दी है.वैक्सीन को इमर्जेंसी यूज ऑथोराइजेशन मिलने के बाद इसकी 0, 28 और 56 दिन पर तीनों डोज दी जा सकती हैं. इस वैक्सीन पर अब तक का सबसे बड़ा ट्रायल हुआ है, जिसमें करीब 28000 लोग शामिल हुए थे. दवा निर्माता ने जुलाई में कहा था कि उसका COVID-19 वैक्सीन नए कोरोनावायरस म्यूटेंट, विशेष रूप से डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ प्रभावी है, और यह शॉट पारंपरिक सीरिंज के विपरीत सुई-मुक्त ऐप्लिकेटर का उपयोग करके प्रशासित किया जाता है.बच्‍चों के लिए दूसरी वैक्‍सीन, भारत बायोटैक की Covaxin को सितंबर तक मंजूरी मिलने की उम्‍मीद है.बच्‍चों की चिकित्‍सा के लिए पर्याप्‍त स्‍वास्‍थ्‍य सुविधाओं के मसले पर भी एनआईडीएम ने विचार व्‍यक्‍त किए है. NIDM की रिपोर्ट में कहा गया है कि केंद्र ने सभी अस्‍पतालों को उपलब्‍ध बेड के 20 फीसदी बच्‍चों के लिए आवंटित करने निर्देश दिया है. कई राज्‍यों ने तैयारी के तौर पर बाल चिकित्‍सा सुविधाओं के बेहतर बनाने के लिए प्रयास शुरू किर हैं और तैयारी के तौपर पर दवाओं और ऑक्‍सीजन का भंडारण शुरू दिया है. रिपोर्ट में बच्‍चों की ‘सुरक्षा’ के लिए कई उपाय भी सुझाए गए हैं जिसमें जागरूकता अभियान शामिल है ताकि वे कोविड प्रोटोकॉल से वाकिफ हो सकें. ग्रामीण क्षेत्रों और सुविधाओं से वंचित समुदाय के लोगों के बच्‍चों की सुरक्षा पर खास ध्‍यान देने की बात कही गई है कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश को ऑक्‍सीजन और जरूरी दवाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ा था. भारत में कोविड-19 के नए केसों की संख्‍या में लगातार कमी आ रही है. पिछले 24 घंटे में कोरोना के 25,072 नए केस सामने आए जो कि पिछले 160 दिनों में सबसे कम हैं. रिकवरी रेट बढ़कर 97.63% हो गई है जो कि मार्च 2020 के बाद सबसे ज्यादा होगा. पिछले 24 घंटे में 44,157 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं. अब तक कुल 3,16,80,626 लोग ठीक है. डेली पोजिटिविटी रेट 1.94% पर है जो कि 28 दिन से लगातार 3% से नीचे है. वीकली पोजिटिविटी रेट 1.91% है जो कि पिछले 59 दिनों से 3% से नीचे है. केसों की संख्‍या में कमी के बावजूद सरकार और स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय कोई भी ढील बरतने के मूड में नहीं है.
  • ओडिशा : जगन्नाथ मंदिर आज से खुलेगा, पुलिस ने मांगी श्रद्धालुओं से प्रतिक्रिया, भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए इन नियमों का करना होगा पालन
    पुरी : देश में कोरोना संक्रमण में वृद्धि को लेकर श्री जगन्नाथ मंदिर को बंद कर दिया गया था। पुरी स्थित प्रसिद्ध श्री जगन्नाथ मंदिर करीब चार महीने तक बंद रहने के बाद सोमवार को खुल रहा है। इससे एक दिन पहले, रविवार को पुलिस ने श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे मंदिर जाने के अपने अनुभव को पुलिस के साथ साझा करें।पुलिस सूत्रों ने बताया कि श्रद्धालु मंदिर में पुलिस सेवा को अपने अनुभवों के बारे में बता सकते हैं, इसके लिए उन्हें एक फॉर्म भरना होगा। वे आॅनलाइन क्यूआर कोड के जरिए भी प्रतिक्रिया दे सकते हैं। पुरी पुलिस ने ट्वीट किया, हमारा अनुरोध है कि अपने अनुभव हमारे साथ साझा कीजिए ताकि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में दर्शन के अनुभव को और बेहतर एवं सुगम बनाया जा सके। कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के कारण 12वीं सदी के इस मंदिर को जनता के लिए 24 अप्रैल को बंद कर दिया गया था। श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश करने के लिए पूर्ण-टीकाकरण प्रमाण-पत्र या संक्रमित ना होने की पुष्टि करने वाली कोविड-19 जांच रिपोर्ट दिखानी होगी।
  • जातिगत जनगणना को लेकर पीएम मोदी से मिले नेता, नीतीश कुमार बोले- उम्मीद है प्रधानमंत्री हमारी बात पर गौर करेंगे
    नई दिल्ली: प्रधानमंत्री आवास पर जातीय जनगणना की मांग पर होने वाली बैठक खत्म हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत बिहार के 10 दलों के 11 बड़े नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की. इसके बाद प्रतिनिधिमंडल के नेताओं ने मीडिया से बात की. नीतीश कुमार ने कहा सभी लोगों ने एक साथ जातीय गनगणना की मांग की. पीएम मोदी ने हम सभी की बात ध्यान से सुनी. हमने पीएम से इस पर उचित निर्णय लेने का आग्रह किया. हमने उन्हें बताया कि कैसे जाति जनगणना पर राज्य विधानसभा में दो बार प्रस्ताव पारित किया गया है. पीएम मोदी ने हमारी बात खारिज नहीं की. उम्मीद है कि पीएम हमारी बात पर गौर करेंगे.आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा जातीय जनगणना से देश को फायदा होगा. मंडल कमीशन से पहले पता ही नहीं था कि देश में कितनी जातियां हैं. मंडल कमीशन के बाद पता चला कि देश में हजारों जातियां हैं. जब जानवरों की गिनती होती है, पेड़ पौधों की गिनती होती है, तो इंसानों की भी होनी चाहिए. कल्याणकारी योजनाओं के लिए जातीय जनगणना आवश्यक है. ये डेलिगेशन जो मिला है, ये सिर्फ बिहार के लिए नहीं है पूरे देश के लिए है. देशहित के मुद्दों पर हम विपक्ष के तौर पर हमेशा सरकार का समर्थन करते आए हैं. वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा हमने प्रधानमंत्री से कहा कि हर हालत में जातिगत जनगणना कराएं ये ऐतिहासिक निर्णय होगा. उन्होंने बहुत गंभीरता से हमारी बात सुनी है इसलिए हमें लगता है कि जल्दी ही कोई निर्णय होगा. जातीय जनगणना के मुद्दे पर हम सभी एकसाथ हैं. जब कोई भी देश हित का मुद्दा होता है तो हम सरकार के साथ होते हैं.
  • काबुल एयरपोर्ट पर आतंकी हमला! अफगान सुरक्षा गार्ड की मौत, यूएस-जर्मन फौज भी मुठभेड़ में शामिल
    काबुल : अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में स्थिति एयरपोर्ट की स्थिति काफी ज्यादा खराब बनी हुई है। एक तरफ जहां विश्व का सबसे बड़ा रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ काबुल एयरपोर्ट पर हमले की खबर मिल रही है। जर्मनी की सेना ने ट्वीट किया है कि सोमवार को काबुल हवाई अड्डे पर अज्ञात हमलावरों के साथ मुठभेड़ में अफगान सुरक्षा बल का एक सदस्य मारा गया है और तीन अन्य घायल हो गए हैं। एयरपोर्ट पर आतंकी हमाल ? जर्मन सेना की तरफ से कहा गया है कि अमेरिकन और जर्मन सेना भी इस लड़ाई में शामिल हुई है और हमलावर कौन हैं, इसकी कोई जानकारी अभी तक नहीं मिल पाई है। वहीं ब्रिटिश मिलिट्री की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि एयरपोर्ट पर गोलीबारी के बाद भगदड़ मचने से सात लोगों की मौत हो चुकी है। आपको बता दें कि काबुल पर कब्जा करने के बाद तालिबान के लड़ाके काबुल एयरपोर्ट के बाहरी हिस्से में फैले हुए हैं और एयरपोर्ट की निगरानी कर रहे हैं। अफगान सरकार के पतन के एक हफ्ते बाद भी हजारों लोग अराजक तरीके से पलायन कर रहे हैं। लोग देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि अमेरिका ने 31 अगस्त से सभी नागरिकों और सहयोगियों को अफगानिस्तान ले बाहर निकालने की आखिरी तारीख दे रखी है। 31 अगस्त आखिरी तारीफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि अमेरिका ने 31 अगस्त तक सभी यूएस सैनिकों को अफगानिस्तान से बाहर निकालने की आखिरी तारीख तय कर रखा है, लेकिन अब जो काबुल एयरपोर्ट पर हालात बने हैं, उसके हिसाब से कुछ और दिन हमें लग सकते हैं। वहीं, दूसरी तरफ काबुल एयरपोर्ट पर आईएसआईएस के हमले की भी खुफिया रिपोर्ट है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम अफगानिस्तान की सुरक्षा स्थिति और आतंकी संगठन आईएसआईएस से संभावित खतरों को लेकर चर्चा की है। अमेरिकी खुफिया अधिकारियों ने पहले सीएनएन को बताया था कि आईएसआईएस-के में "सीरिया के अनुभवी जिहादियों और अन्य विदेशी आतंकवादी लड़ाकों की एक छोटी संख्या" शामिल है।' अमेरिकी अधिकारियों ने करीब 10-15 मोस्ट वांटेड आतंकियों की पहचान की थी। 17 हजार लोग निकाले गये वहीं, अमेरिका की तरफ से कहा गया है कि जुलाई और अगस्त महीना मिलाकर अभी तक करीब 22 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिनमें 17 हजार लोगों को 4 अगस्त के बाद निकाला गया है, जिनमें 2500 लोग अमेरिका के रहने वाले हैं। इसके साथ ही अमेरिका उन लोगों को भी अफगानिस्तान से निकाल रहा है, जिन्होंने अमेरिकी सैनिकों की मदद की थी। बाइडेन प्रशासन के अनुसार 15 हजार अमेरिकी और 50 हजार से 60 हजार ऐसे अफगान सहयोगी हैं, जिन्हें निकालने की आवश्यकता है।
  • अयोध्या समेत UP के 5 शहरों में कल्याण सिंह के नाम से होगी सड़क...डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य का ऐलान
    उत्तर प्रदेश। के पूर्व मुख्यमंत्री और राम मंदिर आंदोलन के झंडाबरदार रहे कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का आज बुलंदशहर के नरौरा में गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया जाएगा। अभी कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को अतरौली में उनके पैतृक गांव ले जाया जा रहा है, जहां उनके अंतिम दर्शन किए जा सकेंगे। बीजेपी के संस्थापकों में से एक कल्याण सिंह के निधन के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अयोध्या समेत यूपी के पांच शहरों में कल्याण सिंह के नाम पर एक-एक सड़क होगी। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोमवार को इसकी घोषणा की।डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य ने ऐलान किया है कि अयोध्या में राम जन्म भूमि परिसर जाने वाली सड़क का नाम कल्याण सिंह मार्ग होगा। केशव प्रसाद मौर्य ने बताया कि अयोध्या के साथ-साथ लखनऊ, प्रयागराज, बुलंदशहर और अलीगढ़ में भी एक-एक सड़क पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के नाम से होगी। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे कल्याण सिंह का लंबी बीमारी के बाद शनिवार को निधन हुआ था। कल्याण सिंह को 4 जुलाई को संक्रमण और स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य समस्याएं होने पर लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। उनके शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था और शनिवार रात उनका निधन हो गया। रविवार को प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी समेत तमाम राजनेताओं ने लखनऊ में उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।  रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए विधान भवन और प्रदेश बीजेपी कार्यालय में भी रखा गया था। लखनऊ से उनके पार्थिक शरीर को अलीगढ़ के अतरौली लाया गया, जहां से अब उनके पैतृक गांव मढौली के लिए ले जाया गया है। कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन के बाद उनके पार्थिव शरीर को बुलंदशहर के राजघाट नरौरा ले जाया जाएगा। यहां आज कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार होगा। मालूम हो कि कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शुमार थे। छह दिसंबर 1992 को अयोध्या स्थित विवादित ढांचा गिराए जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इस घटना के बाद कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि पिछले साल सितंबर में बीजेपी के दिग्गजों लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी के साथ कल्याण सिंह भी विध्वंस के मामले में बरी किए गए थे। 1990 के दशक में कल्याण सिंह ने उत्तर प्रदेश में बीजेपी को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
  • Corona News Update: देश में 25,702 नए मरीज, 389 लोगों की बीमारी से मौत, सक्रिय मामले घटकर पहुंचे 3.33 लाख के करीब
    नई दिल्ली। (Corona News Update) देश में सरकार की ओर से व्यापाक स्तर पर चलाए जा रहे कोविड टीकाकरण के कारण कोरोना के नये मामलों में लगातार कमी आ रही है। पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 25,072 नये मामले सामने आये हैं और इस बीच 389 लोगों की बीमारी से मौत हुई है। (Corona News Update) देश में रविवार को सात लाख 95 हजार 543 लोगों को कोरोना के टीके लगाये गये तथा अब तक 58 करोड़ 25 लाख 49 हजार 595 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में कोरोना के 25,072 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर तीन करोड़ 24 लाख 49 हजार 306 हो गया है। इस दौरान 44 हजार 157 मरीजों के स्वस्थ होने के बाद इस महामारी को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर तीन करोड़ 16 लाख 80 हजार 626 हो गयी है। (Corona News Update) इसी अवधि में सक्रिय मामले 19,474 घटकर तीन लाख 33 हजार 924 रह गये हैं। इस दौरान 389 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर चार लाख 34 हजार 756 हो गया है। देश में सक्रिय मामलों की दर घट कर 1.03 फीसदी रह गयी जबकि रिकवरी दर बढ़कर 97.63 फीसदी और मृत्यु दर 1.34 फीसदी है। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों के दौरान सक्रिय मामले 784 घटकर 56690 रह गये हैं। इसी दौरान राज्य में 4780 मरीजों के स्वस्थ हाेने के बाद कोरोना मुक्त होने वालों की तादाद बढ़कर 62,31,999 हो गयी है, जबकि 145 मरीजों की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 1,35,962 हो गया है।
  • कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार आज, पैतृक गांव ले जाया जा रहा है पार्थिव शरीर, शामिल होंगे BJP के दिग्गज नेता
    Kalyan Singh Funeral: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का अंतिम संस्कार आज बुलंदशहर जिले के नरौरा राज घाट पर किया जाएगा। पूर्व सीएम की अंतिम यात्रा अलीगढ़ के अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से निकाली जा रही है। पूर्व सीएम (Kalyan Singh) के अंतिम संस्कार में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नडडा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, सीएम योगी आदित्यानाथ, उत्तराखंड के सीएम सहित कई कैबिनेट मंत्रियों के आने की संभावना है। पैतृक गांव ले जाया जा रहा है पार्थिव शरीर: पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को अलीगढ़ के महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम से अतरौली में उनके पैतृक गांव ले जाया जा रहा है।
  • वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज करेंगी राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन का शुभारंभ
    नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) का शुभारंभ करेंगी. इसके जरिये अगले चार वर्षों में बेची जाने वाली सरकार की बुनियादी ढांचा संपत्तियों की सूची तैयार की जाएगी. एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गयी.नीति आयोग ने एक बयान में कहा कि एनएमपी में केंद्र सरकार की पुरानी बुनियादी ढांचा परिसंपत्तियों की चार साल की पाइपलाइन शामिल है. निवेशकों को आगे की दृष्टि प्रदान करने के अलावा, एनएमपी सरकार की संपत्ति के मौद्रिकरण की पहल के लिए मध्यम अवधि की रूपरेखा के रूप में भी काम करेगी. निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि सरकार राष्ट्रीय राजमार्गों और पावर ग्रिड पाइपलाइनों सहित छह लाख करोड़ रुपये की बुनियादी ढांचा संपत्तियों को अंतिम रूप दे रही है, जिनका मौद्रिकरण किया जाएगा. उन्होंने कहा था कि लगभग 6,000 करोड़ रुपये की एक राष्ट्रीय मौद्रिकरण योजना पर काम चल रहा है, जिसमें पाइपलाइन से लेकर पावर ग्रिड पाइपलाइन और राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर टीओटी (टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर) और इसी तरह की कई संपत्तियां होंगी. आम बजट 2021-22 में बुनियादी ढांचे के लिए नवीन और वैकल्पिक वित्तपोषण जुटाने के साधन के रूप में परिसंपत्ति मौद्रिकरण पर काफी जोर दिया गया था. सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि नए बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की परिचालन वाली संपत्तियों का मौद्रिकरण एक बहुत ही महत्वपूर्ण वित्तपोषण विकल्प है.
  • Indian Railways : रेलवे ने दी चेतावनी ! ट्रेन में सफर के दौरान की ये गलती तो होगी 3 साल तक की जेल...लगेगा भारी जुर्माना…
    नई दिल्ली: Indian Railways Alert: रेल से सफर करने वालों के लिए जरूरी खबर है. इंडियन रेलवे नेट्रेन यात्रा को लेकर यात्रियों के लिए अलर्ट जारी किया है. ट्रेन में लगने वाली आग या दुर्घटनाओं के बढ़ते तादाद को देखते हुए रेलवे (Indian Railway) ने यात्रियों के लिए आधिकारिक नोटिफिकेशन (Official Notification) जारी किया है. रेलवे ने ये सख्ती यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के लिए दिखाई है. रेलवे ने ट्वीट कर कही ये बात रेलवे ने इसके लिए सोशल मीडिया पर जानकरी दी है. रेलवे ने ट्वीट कर कहा है कि ट्रेन में यात्रा के दौरान यात्री ज्वलनशील सामग्री (Indian Railways Ban Flammable Goods) न स्वयं लेकर चलें और न ही किसी को ले जाने दें यह एक दंडनीय अपराध है. ऐसा किए जाने पर कानूनी कार्रवाई के साथ-साथ जेल भी हो सकती है. पश्चिम मध्य रेलवे के अनुसार, ट्रेन में आग फैलाने या ज्वलनशील वस्तुएं ले जाना रेल अधिनियम, 1989 की धारा 164 के अंतर्गत दंडनीय अपराध है, जिसके लिए पकड़े गए व्यक्ति को 3 वर्ष तक की कैद या हजार रुपये तक का जुर्माना या फिर दोनों सजाएं हो सकती है इन चीजों पर लगाया गया है प्रतिबंध रेलवे (Indian Railways) के ट्वीट के अनुसार, अब यात्री ट्रेन के डिब्बे में केरोसिन, सूखी घास, स्टोव, पेट्रोल, मिट्टी का तेल, गैस सिलेंडर, माचिस, पटाखे या आग फैलाने वाली कोई भी वस्तु अपने साथ लेकर यात्रा नहीं कर सकते हैं. रेलवे ने यात्रियों के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए ये सख्ती दिखाई है. रेलवे ने यात्रियों को इसके लिए सख्त चेतावनी दी है. रेलवे परिसर में स्मोकिंग करना अपराध इसके अलावा आग की घटनाओं को कंट्रोल करने के लिए रेलवे द्वारा बनाई गई योजना के तहत अगर कोई ट्रेन में स्मोकिंग करता पकड़ा जाएगा तो उसे 3 साल तक की जेल भी हो सकती है. इसके अलावा जुर्माना भी चुकाना पड़ सकता है. रेलवे परिसर में सिगरेट/बीड़ी पीना भी दंडनीय अपराध है.
  • Taliban Updates: ‘बंदूक के बल पर तालिबानी लूट रहे हैं कार,सोना, पैसा’, भारत पहुंचे अफगान सांसद रो पड़े..!
    काबुल पर एक सप्ताह पहले तालिबान के कब्जे के बाद अफगानिस्तान की राजधानी में खराब होती सुरक्षा स्थिति के बीच भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के एक सैन्य परिवहन विमान काबुल से 107 भारतीयों समेत 168 लोगों को लेकर हिंडन एयरबेस गाजियाबाद पहुंचा है. अपने वतन लौटे लोगों ने राहत की सांस ली है. अफगान के एक यात्री ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए कहा कि वहां के हालात बहुत खराब है. हमें काबुल से निकलने के लिए एक दिन का इंतजार करना पड़ा. हम भारत में सुरक्षित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मैं वहां इंडियन एंबेसी में काम कर रहा था. मुझे वहां जान का खतरा था. मैं भारत सरकार का धन्यवाद देता हूं जिसने हमें अफगानिस्तान से निकाला. अफगानिस्तान में हर कोई डरा हुआ है. तालिबानी के पास कोई ड्रेस कोड नहीं है. कौन सरकारी आदमी है पता नहीं चल रहा है. वहां अगर कोई अच्छी गाड़ी से चल रहा है तो उसकी गाड़ी वे छीन लेते हैं. उनकी कोई पहचान नहीं है. वे घरों में घुसकर पैसे और सोना लूट लेते हैं. तालिबान को खुद ही पता नहीं कि कौन उनके साथ है… काबुल से हिंडन एयरबेस पहुंचे अफगान सांसद नरेंद्र खालसा ने कहा कि भारत हमारा दूसरा घर है. कुछ दिनों से गुरुद्वारा में लोगों ने शरण ले ली थी. वहां लंगर चल रहा था. लोग वहां सुरक्षित महसूस कर रहे थे लेकिन हम तालिबानियों पर भरोसा नहीं कर सकते हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि आप सभी लोग जानते हैं कि अफगानिस्तान में हालात बेहद खराब हैं…हमें तालिबान पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है, इसलिए हम सभी भारत आ गए हैं. हम भारत सरकार के शुक्रगुजार है कि इस मुश्किल वक्त में उन्होंने हमारी मदद करने का काम किया. काबुल से हिंडन एयरबेस पहुंचे सिख अफगान सांसद नरेंद्र खालसा मीडिया से बात करते हुए काफी भावुक नजर आये और रोने लगे. उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान हमारी जमीन है, हमारी मां है. भारत की जमीन पर पहुंची एक महिला ने कहा कि मेरे रिश्‍तेदारों के साथ तालिबानियों ने बुरा व्यवहार किया. उनके चेहरे काले कर दिये. दो नेपाली नागरिकों को भी लाया गया : इससे पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, भारतीयों की निकासी जारी है. भारत के 107 नागरिकों समेत 168 यात्री भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से काबुल से दिल्ली लाए जा रहे हैं. विमान में कई बड़े सिख नेता भी हैं. बागची ने देर रात करीब एक बजकर 20 मिनट पर ट्वीट किया, अफगानिस्तान से भारतीयों को वापस लाया जा रहा है. एआई1956 विमान ताजिकिस्तान से कुल 87 भारतीयों को नयी दिल्ली ला रहा है. दो नेपाली नागरिकों को भी लाया जा रहा है. इसमें दुशाम्बे में स्थित भारत के दूतावास ने सहायता की. लोगों को निकालने के लिए और उड़ानों का प्रबंधन किया जाएगा. आपको बता दें कि तालिबान के पिछले रविवार को काबुल पर कब्जा जमाने के बाद भारत अफगान राजधानी से पहले ही भारतीय राजदूत और दूतावास के अन्य कर्मियों समेत 200 लोगों को वायुसेना के दो सी-19 परिवहन विमानों के जरिये वहां से निकाल चुका है. सोमवार को 40 से ज्यादा भारतीयों को लेकर पहली उड़ान भारत पहुंची थी. भारतीय राजनयिकों, अधिकारियों एवं सुरक्षाकर्मियों और वहां फंसे कुछ भारतीयों समेत करीब 150 लोगों के साथ दूसरा सी-17 विमान मंगलवार को भारत पहुंचा था.
  • COVID-19 3rd Wave: नीति आयोग की आशंका...सितंबर में रोजाना आ सकते हैं 4 लाख कोरोना केस…!
    दिल्ली। पिछले एक साल से कोरोना वायरस संक्रमण देश-दुनिया को तबाह किये है. कोरोना की दूसरी लहर ने भारत को बहुत गहरे प्रभावित किया. उस दौरान देश के कई शहरों में कोरोना का तांडव देखा गया. बड़ी संख्‍या में लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई थी. अभी कोरोना केस देश में कम आ रहा हैं. अधिकांश राज्यों में पूर्ण एवं आंशिक लॉकडाउन खत्म हो गया है. बाजार खुल गये हैं लोग अब पहले की तरह घरों से निकलकर काम पर जाने लगे हैं. लेकिन कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है. देश-दुनिया में कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है. कई विशेषज्ञों ने पहले भी कहा था कि कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका है ये दूसरी लहर से ज्यादा खतरनाक होगी. अब नीति आयोग ने कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका व्यक्त की है. नीति आयोग सदस्‍य वीके पॉल पिछले महीने सरकार को कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कुछ सुझाव दिए थे. इसमें कहा गया था कि भविष्‍य में प्रति 100 कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में से 23 मामलों को अस्‍पताल में भर्ती कराने की व्‍यवस्‍‍था करनी होगी. कोरोना के दूसरी लहर के दौरान आवश्यक मेडिकल सुविधाओं का नितांत अभाव देखा गया. अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी मीडिया की सुर्खियां बनीं.दरअसल, कोरोना संक्रमण की गति जितनी तेज थी उतनी रफ्तार से मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम नहीं किया जा सकता था. ऐसे में तीसरी लहर की आशंका के बीच संभावित खतरे को देखते हुए मेडिकल सुविधाओं का पहले से इंतजाम करने को कहा जा रहा है. कोविड-19 अपने चरम के दौरान 1 जून को जब देश भर में सक्रिय केस लोड 18 लाख था तब 21.74 प्रतिशत केस में अधिकतम मामलों वाले 10 राज्यों में अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ी थी. इनमें से 2.2 प्रतिशत लोग आईसीयू में भर्ती थे. नीति आयोग का कहना है कि भी बदतर हालात के लिए हम लोगों को तैयार रहना चाहिए. आयोग ने एक दिन में 4 से 5 लाख कोरोना केस का अनुमान लगाया है. इसके साथ ही कहा है कि अगले महीने तक दो लाख आईसीयू बेड तैयार किए जाने चाहिए. इनमें वेंटिलेटर के साथ 1.2 लाख आईसीयू बेड, 7 लाख बिना आईसीयू अस्पताल के बेड (इनमें से 5 लाख ऑक्सीजन वाले बेड) 10 लाख कोविड आइसोलेशन केयर बेड होने चाहिए. HIGHLIGHTS नीति आयोग का अनुमान-एक दिन में आ सकते हैं 4 से 5 लाख कोरोना केस नीति आयोग ने कहा तीसरी लहर के लिए 2 लाख ICU बेड रखें तैयार हर चौथे व्यक्ति को पड़ सकती है अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत