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  • छत्तीसगढ़ विश्वस्तरीय रेशमी वस्त्रों का कर रहा उत्पादन: मंत्री गुरु रुद्रकुमार :  स्थानीय कोसा से आकर्षक वस्त्रों का हो रहा निर्माण

     का कर रहा उत्पादन: मंत्री गुरु रुद्रकुमार :  स्थानीय कोसा से आकर्षक वस्त्रों का हो रहा निर्माण

     

     

     ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार की पहल पर अब ग्रामोद्योग विभाग विश्वस्तरीय कोसा वस्त्रों का उत्पादन करने लगा है। मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने रेशम प्रभाग द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि स्थानीय रेशमी धागों से बनने वाले कोसा वस्त्र जहां अधिक आकर्षक और मुलायम है वहीं चाइनीस और कोरियन धागों से बने कपड़ों की तुलना में अधिक किफायती और सस्ता भी है। उल्लेखनीय है कि ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने कोसा वस्त्रों की बढ़ती मांग को देखते हुए रिलिंग कार्य के माध्यम से स्थानीय रोजगार सृजन करने के लिए विभाग को विकल्प तैयार करने के निर्देश दिए हैं।  

     गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ का कोसा विश्व में उच्च गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है। स्थानीय कोसा धागा रिलिंग से लंबा ताना लायक धागा मिलने से बाने में देसी टसर से बुनाई का काम शुरू किया जा रहा है। चूंकि यह वस्त्र पूर्णतः देसी है तथा स्थानीय धागों से बना है। इससे न केवल रेशम वस्त्रों की कीमत में कमी आई है बल्कि उच्च गुणवत्ता का रेशमी कपड़ा भी उपलब्ध हो रहा है। देसी कोसा आयातित धागों की तुलना में अधिक मुलायम और कम चमकीला रहता है जिसके कारण से कोसा की परख रखने वाले लोग इसे ज्यादा पसंद करते हैं। साथ ही शहतूत और कोसा रेशम के ताने-बाने से बना रेशमी कपड़ा बहुत ही आकर्षक और कोमल होता है। 

     ग्रामोद्योग संचालक श्री सुधाकर खलखो ने बताया कि देसी कोसा की अधिक मांग होने के कारण 12 जिलों में रिलिंग का कार्य निरंतर चल रहा है। उन्होंने बताया कि इसी क्रम में सारंगढ़ स्थित यूनिट में कोसा धागा की रिलिंग पानी सहित करने का प्रयोग किया गया जिससे लंबा ताना लायक धागा मिलने लगा है। ऐसी ही एक स्वतंत्र यूनिट कोरबा में भी स्थापित करने की प्रक्रिया प्रगति पर है। श्री खलखो ने बताया कोरियन यार्न का भाव बाजार में 6300 रुपए प्रति किलो है, जबकि नई मशीन से तैयार किया स्थानीय कोसा धागा जिसकी कीमत 4800 से 4900 रुपए प्रति किलो है। इससे छत्तीसगढ़ राज्य का उत्पाद अधिक प्रतिस्पर्धात्मक है। आसानी से उपलब्ध होने वाले इन धागों का उपयोग अब अन्य राज्यों के बुनकरों द्वारा भी किया जा रहा है। जिससे निर्मित होने वाले रेशमी वस्त्रों गुणवत्ता बरकरार रहेगी वहीं यह रेशमी वस्त्र किफायती भी होंगे।

  • सरकार कहती है कि डायवर्सन प्रणाली का किया गया सरलीकरण -
    जशपुर में डायवर्सन अनापत्ति के लिये नगर निवेश का चक्कर लगाने लोग मजबुर नव गठित सरकार कहती है कि डायवर्सन प्रणाली का किया गया सरलीकरण नगर निवेश के चहेते आर्किटेक से नक्शा बनवाने किया जाता है मजबूर सम्बन्ध अच्छा हो तो नान अधिकृत आर्किटेक के नक्शे पर भी हो जाता है काम पत्थलगांव-/ एक तरफ नव गठित सरकार ने कुछ माह पहले फरमान जारी किया था कि भूमि डायवर्सन की प्रक्रिया को सरल किया गया है किंतु यहा जशपुर जिले के नगर निवेश कार्यालय में लोगो की फाइल महीनों महीनों से घुम रही है और लोग नगर निवेश कार्यालय का चक्कर लगाने को मजबूर है, कुछ तो ऐसे भी लोग हैं जिन्होंने नगर निवेश के द्वारा बार बार कोई ना कोई कमी निकाल देना, कभी साहब का नही मिलना तो कभी बाबु का नही रहना और जब दोनो रहे तो कोई ना कोई कमी निकाल कर दुसरा नक्शा बनवा कर लाओ नही तो फला से बनवा लो कह कर लौटा देने से कुछ ऐसे लोग भी है जो अब नगर निवेश जाना ही छोड़ दिये हैं। कार्यालय से चलती है दलाली प्रथा डायवर्सन के लिये जब आवेदक नगर निवेश का चक्कर लगा लगा कर थक जाता है तब वही से शुरू हो जाता है दलाली का काम और बकायदा उन्हें अपने चहेते आर्किटेक के पास दुसरा नक्शा बनवाने भेज दिया जाता है और आवेदक को उनके चहेते आर्किटेक को देना पड़ता मार्केट रेट से दोगुना राशि जिसमे विभाग के दलाल नुमा बैठे बाबुओं की भी दलाली की राशी होती है कि चर्चा यहा पर जोरो से है,यहा ऐसे भी लोग मीले जिनमे सालों से ऊपर हो गया है उन्हें डायवर्सन के लिये चक्कर लगाते। क्योकि वे उनके चहेते आर्किटेक द्वारा बनाये जाने वाली नक्शा फीस की रकम देने व बार बार जशपुर जाने में असमर्थ हो गये। एक बाबु द्वारा पैसा लेते वीडियो भी हो चुका है वायरल गत कुछ माह पुर्व नगर निवेश कार्यालय जशपुर में पदस्थ एक बाबु के द्वारा आवेदक से पैसा लेते हुए की वीडियो भी वायरल हुवा था जिससे विभाग की खुब किरकिरी हुई थी, बताया जाता है कि वह बाबु आज भी वही पदस्थ है। लोगो से मिल रही जानकारी के अनुसार यहा तक तो ठीक है कि जो आर्किटेक जिले के किसी भी नगरीय निकाय में अपना रजिस्ट्रेशन नही कराया है यानी जो अधिकृत नही है उक्त आर्किटेक के द्वारा बनाया गया नक्शा, ब्लू प्रिंट को अस्वीकार किया जाता है तो यह समझ मे आता है, किन्तु जो आर्किटेक जिले के नगरीय निकाय में रजिस्टर्ड है अधिकृत है जिनका नक्शा, ब्लू प्रिंट पर पूर्व में जांच कार्यवाही कर एक नही एक से अधिक अनापत्ति प्रमाण पत्र दी चुकी है तो अब ऐसा क्या हो गया कि नये आवेदक द्वारा ऐसे अधिकृत आर्किटेक से निर्मित नक्शा को भी अब कुछ ना कुछ कमी बता कर उन आवेदकों से अपने चहेते आर्किटेक से पुनः नक्शा बनवाया जाना क्या नगर निवेश प्रशासन जशपुर के भरष्ट रवैये को नही दर्शाता है। बताया जाता है कि आज यही कारण है कि पत्थलगांव क्षेत्र के लोगो सिर्फ नक्शा बनवाने के लिये काफी रकम खर्च कर जिला मुख्यालय आना जाना पड़ता है । पत्थलगांव में जमकर हो रही यह चर्चा "" डायवर्सन कराना है तो इधर उधर से नक्शा मत बनवाओ सीधे नगर निवेश जाओ वो जहा से बोले वहा से नक्शा बनवाओ चाहे पैसा अधिक लग जाये वर्ना नगर निवेश का चक्कर लगाते रह जाओ,,,, सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार नगर निवेश जशपुर में दलाली प्रथा से लेकर बार बार कार्यालय का चक्कर लगाने एवं अन्य खर्च को सुनकर ऐसा लगता है जो व्यक्ति सीधा सज्जन और सिद्धांत वादी होगा वह भूमि डायवर्सन कराना ही भुल जाएगा।अब यहा लोगो के जुबान से नगर निवेश जशपुर का हाल सुनकर यह बोलना पड़ रहा है कि नव गठित सरकार की वह नीति कहा है जहा यह कहा गया था कि डायवर्सन प्रक्रिया को हमारी सरकार सरल करने जा रही है, किन्तु यहा तो कोई सरल प्रक्रिया नही दिखाई देती। कल जबसे जशपुर के एक तसिलदार महोदय एंटी करप्शन ब्युरो के हत्थे चढ़ गये तब से पत्थलगांव में नगर निवेश जशपुर की चर्चा जम कर चल रही है।एक आदिवासी महिला ने तो अपना नाम ना छापने की शर्त पर यहा तक कहा कि नगर निवेश कार्यालय में मुझसे स्पश्ट कहा गया कि जहा से हम बोल रहे है वहा से नक्शा बनवा लो नही तो चक्कर काटते रह जाओगे जिस कारण मार्केट रेट के बदले मुझे नक्शा का दो गुना रुपये देना पड़ा। वर्षो से पदस्थ कर्मचारियों की बोलती है तूती लोगो की माने तो नगर निवेश कार्यालय जशपुर में कुछ कर्मचारी पिछले कई वर्षो से तत्कालीन सत्ता पक्ष के नेताओ से सम्बन्ध होने के कारण जमे हुवे है जिन्हें नियमानुसार समय समय पर स्थानांतरण किया जाता रहना चाहिये जैसा कि कलेक्टर श्री कावरे ने वर्तमान में कुछ विभागों के बाबुओं को ईधर से उधर स्थानांतरित किया है।
  • नदी में अनियंत्रित होकर गिरा ट्रक...अंबिकापुर से जा रहा था झारखंड
    बलरामपुर: जिले के राजपुर NH343 मुख्य मार्ग पर मंगलवार को गेयुर नदी में एक ट्रक अनियंत्रित होकर गिर गया. ट्रक में केबल लदा हुआ था. घटना सुबह करीब 6 बजे की बताई जा रही है. ट्रक जिस रास्ते से जा रहा था, वह सड़क बहुत ज्यादा खराब है और ट्रक भी ओवरलोड था. जानकारी के मुताबिक चालक और परिचालक ने किसी तरह कूद कर अपनी जान बचा ली है. माना जा रहा है कि ट्रक चालक को झपकी आने की वजह से ये हादसा हुआ है. सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस की टीम पहुंची है और ट्रक को बाहर निकालने का काम किया जा रहा है.1 सप्ताह के भीतर दूसरा हादसापुलिस ने बताया कि ट्रक में केबल तार भरा हुआ है. यह ट्रक अंबिकापुर से झारखंड की ओर जा रहा था, लेकिन रास्ता खराब होने कारण यह हादसा हुआ है. हालांकि अच्छी बात ये रही कि चालक और परिचालक सुरक्षित है. बता दें, पिछले 1 सप्ताह के भीतर नदी में वाहन गिरने की ये दूसरी घटना है. इससे पहले महानदी में भी एक वाहन गिरी थी, जिसमें चालक की मौत हो गई थी. इन दोनों घटनाओं के पीछे के कारण खराब सड़क को माना जा रहा है.
  • सिर पर पत्थर पटक-पटक कर अज्ञात बादमाशों ने की युवक की हत्या… इलाके में फैली सनसनी
    राजनांदगांव। प्रदेश के राजनांदगांव जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि शहर के कंचनबाग़ क्षेत्र में चार-पांच युवकों ने मिलकर बीती रात को एक युवक को मौत के घाट उतार दिया है। इस घटना में एक युवक भी घायल हुआ है। वारदात के बाद से सभी आरोपी फरार हैं। जिनकी धरपकड़ के लिए पुलिस की टीम नाकेबंदी कर पतासाजी कर रही है। रात में हुए इस खुनी खेल से क्षेत्रवासी में दहशत का माहोल है। कोतवाली पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार आज रात करीब 11 बजे शहर के कंचन बाघ क्षेत्र में पानी टंकी के पास एक युवक की हत्या की खबर मिली। इसके बाद सीएसपी एमएस चंद्रा के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस की टीम घटना स्थल के लिए रवाना हुई। साथ अज्ञात आरोपियों की धरपकड़ के लिए नाकेबंदी कर अलग-अलग टीम को रवाना किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार घटना स्थल को देखकर साफ समझ आ रहा है कि बदमाशों द्वारा युवक के सिर पर पत्थर पटक-पटक हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया है। युवक के चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया गया है, जिससे उसे पहचानना मुश्किल हो रहा था। मृत युवक की पहचान परवेज खान उम्र करीब 30-35 साल निवासी स्टेशन पारा के रूप में की गई है। हत्या के कारणों का पता नहीं चला है। पुरानी रंजिश के कारण वारदात की आशंका को आधार मानकर जांच की जा रही है। इस घटना में एक युवक भी बुरी तरह से घायल हुआ है, जिसे जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है।
  • अखिल भार मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैया के खिलाफ अखिल भारतीय स्तर पर व्यापक चरणबद्ध आंदोलन का फैसला
    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक में मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैया के खिलाफ अखिल भारतीय स्तर पर व्यापक चरणबद्ध आंदोलन का फैसला 24 सितंबर को छत्तीसगढ़ के एआईसीसी प्रभारी पीएल पुनिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम संवाददाताओं से करेंगे चर्चा रायपुर । 22 सितंबर 2020। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम 24 सितंबर गुरुवार को दोपहर 1 बजे संवाददाताओं से चर्चा करेंगे। यह जानकारी देते हुए प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक में मोदी सरकार के किसान विरोधी रवैया के खिलाफ अखिल भारतीय स्तर पर आक्रामक चरणबद्ध आंदोलन का फैसला लिया गया है। देश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि संसद के अंदर संसदीय लोकतंत्र का गला घौंटा जा रहा है और सड़कों पर किसान को लाठियों से पीट कर प्रजातंत्र का गला घोटा जा रहा है। खेत और खलिहानों में, सड़कों और बाजारों में, मजदूरों और किसान की आजीविका छीनी जा रही है और संसद के अंदर किसानों के लिये उठने वाली आवाज को दबाया जा रहा है।नरेन्द्र मोदी जी की सरकार बंदी सरकार बन गई है जिसने पहले नोटबंदी की, उसके बाद जीएसटी लाकर व्यापार बंदी की, उसके बाद लॉकडाउन लगाकर देशबंदी की और अब खेत और खलिहान बंदी करने की तैयारी है।  देश कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी ने  मोदी सरकार के किसान विरोधी आचरण के खिलाफ श्रीमती सोनिया गांधी और श्री राहुल गांधी के दिशा निर्देश पर एक व्यापक जन आंदोलन की तैयारी कर ली है और यह व्यापक जन आंदोलन चरणबद्ध स्वरूप में होगा। यह फैसला 21 सितंबर को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों की बैठक में लिया गया है कि बैठक के 72 घंटे में कांग्रेस के नेता, महासचिव, इंचार्ज और दूसरे प्रमुख नेतागण प्रेस वार्ताओं के माध्यम से सभी राज्यों में मोदी सरकार की ढोल की पोल खोलेंगे।  कांग्रेस पार्टी ने, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 73 सालों में व्यवस्था पैदा की थी, उस व्यवस्था के तीन अंग हैं – पहला है किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य, दूसरा है कृषि उपज खरीद प्रणाली और तीसरा है राशन की दुकान पर गरीब को राशन देना।  मोदी सरकार ने इन  तीन काले कानूनों से केवल किसान और खेत मजदूर पर नहीं, इस देश के एससी-एसटी और ओबीसी वर्गों पर हमला बोला है, उनकी रोजी-रोटी पर हमला बोला है, देश के गरीब पर हमला बोला है, उनके पेट पर हमला बोला है, उनकी थाली पर हमला बोला है और कांग्रेस एक-एक कतरा खून का बहाकर, जिसने हमेशा देश के लिए कुर्बानी दी है, इस देश के 130 करोड़ लोगों के लिए संघर्ष करेगी।
  • हाई अलर्ट पर सुरक्षा बल : तेलंगाना से बीजापुर में घुसे 50 से ज्यादा नक्सली...हफ्तेभर में बड़ी वारदात की आशंका

    रायपुर/बीजापुर। तेलंगाना से 50 से ज्यादा नक्सलियों के बीजापुर में घुसने की खबर के बाद सुरक्षा बलों को अलर्ट किया गया है। ऐसा इसलिए भी क्योंकि 21 सितंबर से नक्सलियों सोलहवां स्थापना दिवस समारोह शुरू हुआ है। इस दौरान अपनी धमक दिखाने के लिए कोई बड़ी घटना कर सकते हैं।हालांकि अफसरों का कहना है कि हाल में बीजापुर में तेलंगाना के दो सीनियर सदस्यों को पुलिस ने मार गिराया है। जबकि एक दिन पहले ही तेलंगाना पुलिस ने चिंतलनार के एक नक्सली को मारा है। ऐसी स्थिति में वहां दबाव बनने के कारण भी नक्सली बीजापुर की ओर छिपने के लिए आ सकते हैं।बीजापुर और सुकमा का एरिया मुख्य रूप से नक्सलियों का वॉर जोन माना जाता है। गंगालूर, बासागुड़ा और आवापल्ली के आसपास नक्सलियों के बटालियन का जमावड़ा रहता ही है। इस एरिया में 200 से 400 तक नक्सलियों की मौजूदगी रहती है।

    पिछले कुछ समय से बीजापुर पुलिस ने नक्सलियों को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। इस वजह से अब नक्सली लोगों में डर पैदा करने के उद्देश्य से जन अदालत लगाकर ग्रामीणों की हत्या कर रहे हैं। हाल में एक एएसआई और कांस्टेबल की नक्सलियों ने हत्या की है। इसके बाद पुलिस ने भी तेलंगाना के दो नक्सलियों को मारा है। इनके स्पेशल जोनल कमेटी के सदस्य होने की बात भी सामने आ रही है।

    यही वजह है कि बदले के लिए नक्सली कोई बड़ी वारदात न करें, इसलिए सुरक्षा बलों को अतिरिक्त सावधानी बरतने कहा गया है। बीजापुर में पुलिस लगातार नक्सलियों पर दबाव बना रही है। यहां से नक्सली बॉर्डर से लगे तेलंगाना के चेरला, खम्मम, मनगुरु, भद्राचलम की ओर चले जाते हैं। बाद में तेलंगाना में आॅपरेशन होने पर फिर बीजापुर या सुकमा लौटते हैं। बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियान के पीछे एसपी कमललोचन कश्यप भी एक अहम वजह हैं। वे मूलत:
    बस्तर के रहने वाले ही हैं, उन्होंने बीजापुर में सेवा दे चुके हैं इसलिए उन्हें वहां की अच्छी समझ है।

    हफ्तेभर में बड़ी वारदात की आशंका

    21 सितंबर 2004 को नक्सली संगठन सीपीआई एमएल, पीपुल्स वॉर ग्रुप और एमसीसीआई का विलय हुआ था। इस विलय के बाद भाकपा माओवादी का गठन हुआ था। स्थापना दिवस पर एक हफ्ते तक नक्सली गांव-गांव में घूम-घूमकर लोगों को पुलिस व सरकार के खिलाफ भड़काते हैं। बैठकें करते हैं। साथ ही, जन अदालत लगाकर हत्या भी करते हैं। इन सात दिनों में नक्सली बड़े वारदात की फिराक में रहते हैं, जिससे दबाव बना सकें। इसे ध्यान में रख पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस थाने, चौकी और कैम्पों को अलर्ट रहने कहा है।

  • प्रदेश में मिले कुल 1998 नए कोरोना मरीज़… स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया मेडिकल बुलेटिन.. देखिये ज़िलेवार आंकड़े

    रायपुर।  छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहा है, रोजाना प्रदेश के अलग-अलग जिलों से नए संक्रमितों की पुष्टि हो रही है। वहीं, मौत के आंकड़ों में भी तेजी से इजाफा हो रहा है।स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर प्रदेश में कोरोना की स्थिति को लेकर जानकारी दी है। आज 1998 मामलों की पुष्टि हुई है।वहीं, आज 1239 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किया गया है और 18 कोरोना संक्रमित की मौत हो गई।आज पाए गए पॉजिटिव मरीजों की अस्पताल में उपचार हेतु भर्ती प्रक्रिया जारी है।इन सभी मरीजों के साथ प्रदेश में अब प्रदेश में कुल संक्रमितों की संख्या 88181 हो गई है।

  • विधायक प्रतिनिधि ने किया बड़ा फर्जीवाड़ा… बेच दी 270 एकड़ सरकार जमीन… जानिए पूरा मामला

    बलरामपुर। कांग्रेस विधायक ने जिस शख्स पर भरोसा किया और उसे अपना प्रतिनिधि बना रखा था, उसी ने विधायक ही नहीं बल्कि सरकारी तंत्र की आंखों में धूल झोंककर एक बड़े फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया है। मामला रामानुजगंज का है, जहां से कांग्रेस नेता बृहस्पति सिंह ने जीत दर्ज की है। उन्होंने अपने क्षेत्र के लिए व्यासमुनि यादव को अपना प्रतिनिधि नियुक्त किया था। इसने मौका पाकर रामानुजगंज विधानसभा अंतर्गत इंद्रपुर गांव में 270 एकड़ सरकारी जमीन को फर्जीवाड़ा कर बेच दिया।
    जानकारी यह सामने आई है कि विधायक बृहस्पति सिंह के इस प्रतिनिधि यादव ने यह जमीन कुछ कंपनियों को बेचा है, जिसके एवज में विधायक प्रतिनिधि ने कंपनियों से करोड़ो रुपए लिए थे। मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी व्यास मुनि यादव को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल मामले में रामानुजगंज पुलिस कार्रवाई कर रही है।

  • बिलासपुर: लॉकडाउन के नियम तोड़ने वालों की खैर नहीं...चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेगी पुलिस

    बिलासपुर: जिले में कोरोना वायरस लगातार अपने पांव पसारता जा रहा है. इसे लेकर 22 सितंबर से बिलासपुर में लॉकडाउन घोषित कर दिया गया है. मंगलवार से शहर में टोटल लॉकडाउन शुरू होगा और पुलिस ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है. पुलिस का कहना है कि इस बार और ज्यादा सख्त रवैया अपनाया जाएगा. शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी.

    शहर के प्रमुख 25 से 30 चौक चौराहों को फिक्स्ड पॉइंट बनाया गया है. जहां से पूरे शहर की कानून व्यवस्था नियंत्रित की जाएगी. लगातार पुलिस अधिकारी पेट्रोलिंग करते रहेंगे. इस दौरान अनावश्यक घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कोरोना संक्रमण की मार सैकड़ों पुलिसकर्मी भी झेल रहे हैं. लिहाजा कम बल के साथ बेहतर पुलिसिंग की चुनौती और ज्यादा बढ़ गई है. इस बार 24 घण्टे की ड्यूटी को पुलिस की विभिन्न टुकड़ियां अलग-अलग पालियों में करेगी.

    लॉकडाउन को देखते हुए सोमवार को शहर में बेतहाशा भीड़ देखने को मिली. लोग सब्जी बाजार,किराना दुकानों में टूट पडे़ और अगले कई दिनों का सामान इकट्ठा कर लिया. इस बीच सब्जी मार्केट में कालाबाजारी की शिकायत भी सामने आई और सब्जियों के दाम में बढोतरी से लोग परेशान नजर आए.

     
     
  • बिलासपुर: सिम्स अस्पताल के डीन पर गिरी गाज...सीएम ने दिए तत्काल हटाने के निर्देश

    बिलासपुर: शहर के सबसे बड़े सिम्स अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर सीएम भूपेश बघेल ने कड़ा फैसला लिया है. सीएम भूपेश बघेल ने सिम्स के डीन और बिलासपुर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को तत्काल हटाने का आदेश दिया है. मुख्यमंत्री ने चीफ सेक्रेटरी आरपी मंडल से कहा है कि दोनों को तत्काल हटा कर बिलासपुर कमिश्नर डॉक्टर संजय अलंग को चार्ज सौंपा जाए.

    मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि कोरोना वायरस जैसी आपदा के समय प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल की व्यवस्थाएं दुर्भाग्यजनक ही नहीं बल्कि पीड़ादायक है. मुख्यमंत्री ने यह फैसला सिम्स की जांच रिपोर्ट आने के बाद लिया है. जानकारी दें कि सिम्स की लगातार आ रही शिकायतों के मद्देनजर राज्य सरकार ने हेल्थ विभाग की ज्वाइंट सेक्रेट्री डॉ. प्रियंका शुक्ला के नेतृत्व में 5 सदस्य जांच कमेटी बनाई थी. कमेटी ने 3 पन्ने की जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है.

    जिसमें कोरोना के समय सिम्स के OPD से लेकर ICU और लैब की अव्यवस्थाओं की जानकारी दी गई है. कमेटी ने मुख्यमंत्री को सौंपी रिपोर्ट में बताया कि सिम्स, कोविड-19 हाॅस्पिटल और जिला अस्पताल के बीच संवादहीनता है. इन सबके बीच समन्वय स्थापित करने और टेस्टिंग और कर्मचारियों की शिफ्टिंग और एलोकेशन के लिए किसी सीनियर अधिकारी को प्रभारी बनाया जाना उचित होगा. कमेटी ने कहा था कि ओपीडी में भारी अव्यवस्था है, जिसकी वजह से मरीजों की बेतरतीब भीड़ हो रही है. कमेटी ने सिम्स में स्टाॅफ की कमी का भी जिक्र किया है.

  • चोरी के सरिया का परिवहन करते आरोपी को सरकंडा पुलिस ने किया गिरफ्तार

    बिलासपुर: कोरबा से चोरी किए गए सरिया का परिवहन करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के मुताबिक, आरोपी एक गाड़ी में सरिया लोड कर सीपत से बिलासपुर की ओर आ रहा था, जिसे रुकवाकर सरकंडा पुलिस ने ड्राइवर से पूछताछ की. इस दौरान ड्राइवर सही से जवाब नहीं दे पाया. उसके पास दस्तावेज भी नहीं थे, जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करते हुए चोरी की सरिया और गाड़ी को जब्त कर लिया है.

    दरअसल सरकंडा पुलिस को सूचना मिली थी कि सीपत की ओर से एक सफेद रंग की गाड़ी में कोरबा से चोरी का सरिया आ रहा है. सूचना को गंभीरता से लेते हुए सरकंडा थाना प्रभारी और प्रशिक्षु उप पुलिस अधीक्षक ललिता मेहर टीम के साथ मौके पर रवाना हुईं और घेराबंदी कर गाड़ी को रुकवा लिया. पुलिस टीम ने गाड़ी में लोड सरिया के संबंध में वाहन चालक अश्विनी कुर्रे से पूछताछ की, लेकिन ड्राइवर न तो कोई संतोषजनक जवाब दे पाया और न तो कोई दस्तावेज ही दिखा पाया. इसके बाद उससे कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें उसने सरिया चोरी करना स्वीकार कर लिया है.

    विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज

    आरोपी के कब्जे से सरिया और वाहन दोनों को जब्त कर लिया गया है. आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. आरोपी की गिरफ्तारी में टीम में शामिल प्रशिक्षु डीएसपी थाना प्रभारी ललिता मेहर, प्रधान आरक्षक अरविंद सिंह, आरक्षक किशोर काले, मुकेश, दिव्या, मुरली, भार्गव और अतुल्य सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा.

    छत्तीसगढ़ में बढ़ रही चोरी की घटनाएं

    छत्तीसगढ़ में लगातार चोरी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. बीते दिनों जांजगीर-चांपा के डभरा थाना के छोटे कटेकोनी गांव के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में अज्ञात चोरों ने 20 सितंबर की दरम्यानी रात को स्कूल में चोरी की वारदात को अंजाम दिया. चोर स्कूल की शटर का ताला तोड़कर अंदर घुसे और स्कूल के स्मार्ट क्लास रूम और दफ्तर के दरवाजे तोड़कर कीमती सामान ले उड़े. वहीं 15 सितंबर को कोरबा जिले की चलगली पुलिस टीम ने एक बड़े चोर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की थी. इस गिरोह ने बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में उत्पात मचा रखा था. सभी 5 आरोपी मिलकर अब तक 6 से ज्यादा चोरी की वारदातों को अंजाम दे चुके थे.

  • दुर्ग: चरित्र शंका में पति ने की पत्नी की हत्या, वारदात के बाद आरोपी फरार
    दुर्ग: जिले में अब फिर से अपराध का ग्राफ बढ़ने लगा है. हाल ही में आमापारा में पति ने पत्नी के सिर पर हथौड़ा से हमला कर दिया. हमले में पत्नी बुरी तरह से घायल हो गई थी, जिसे इलाज के लिए मेकाहारा रायपुर में भर्ती कराया गया था, लेकिन महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक पति ने पत्नी पर चरित्र संदेह को लेकर हमला किया था. फिलहाल आरोपी पति फरार बताया जा रहा है. वहीं पुलिस ने घटना स्थल से हथौड़ा को जब्त कर लिया है.