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  • Aaj Ka Panchang: पंचांग 28 दिसंबर 2021, जानें शुभ मुहूर्त, राहु काल और ग्रह-नक्षत्र की चाल
    पंचांग 28 दिसम्बर 2021 ,मंगलवार विक्रम संवत - 2078, आनन्द शक सम्वत - 1943, प्लव पूर्णिमांत - मार्गशीर्ष अमांत - मार्गशीर्ष हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, कृष्ण पक्ष नवमी त्तिथि दिन है. सूर्य धनु राशि में और चन्द्रमा दिसम्बर 28, 04:44 PM तक कन्या राशि में संचरण करेंगे. आज का पंचांग कृष्ण पक्ष नवमी नक्षत्र: चित्रा आज का दिशाशूल: उत्तर दिशा आज का राहुकाल: 3:07 PM – 4:26 PM सूर्य और चंद्रमा का समय सूर्योदय - 7:11 AM सूर्यास्त - 5:45 PM चन्द्रोदय - 28 दिसंबर 1:07 AM चन्द्रास्त - 28 दिसंबर 1:15 PM शुभ काल अभिजीत मुहूर्त - 12:07 PM – 12:49 PM अमृत काल - 10:02 PM – 11:34 PM ब्रह्म मुहूर्त - 05:34 AM – 06:22 AM योग अतिगण्ड - 28 दिसंबर 06:51 AM – 29 दिसंबर 04:19 AM सुकर्मा -29 दिसंबर 04:19 AM – 30 दिसंबर 01:17 AM
  • Aaj Ka Rashifal, 28 December 2021: मिथुन, कर्क और तुला राशि वालों का जीवन आज खुशी और उल्लास से गुजरेगा, जानें अन्‍य राशियों का हाल
    Aaj Ka Rashifal (आज का राशिफल) 28 December 2021: मेषः आज जॉब के लिए अनुकूल समय है। आज का दिन विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में सफलता दिलाने वाला रहेगा। जॉब में प्रोमोशन सम्बन्धित किसी विशेष कार्यों में सफलता मिलेगी। इस समय आपके व्यवसाय में शुभ फल मिलने की संभावना है। वृष : धार्मिक कार्यों को विस्तार देंगे। वाहन खरीदने का प्लान बना सकते हैं। आज आपका दिन खुशियों से भरा रहेगा। कोई बड़ी खुशखबरी मिलेगी। आईटी व मीडिया में काम करने वालों के लिए बेहतर समय है। मिथुन: बैंकिंग व आईटी में जॉब करने वाले परिवर्तन की योजना बना सकते हैं। आज आप अपनी तरक्की से अपने परिवार के सदस्यों को चौंका सकते हैं। व्यवसाय में तनाव दिख रहा है। मानसिक सुस्ती का अनुभव करेंगे। कर्क: व्यवसाय के लिए अनुकूल समय है। घर में नवीन कार्यों के लिए बेहतर समय है। आज आपके परिवार के किसी सदस्य की सरकारी नौकरी मिलने से परिवार के सदस्यों मे प्रशंसा होगी। जॉब में सफलता की प्राप्ति होगी। धार्मिक यात्रा कर सकते हैं। सिंह: जॉब में सफलता की प्राप्ति होगी। व्यवसाय से सम्बद्ध लोग सफल रहेंगे। संतान की शिक्षा के लिए आज आपको किसी यात्रा पर जाना पड़ सकता है। आज अपने कार्य के प्रति समर्पित रहें। बड़े भाई का आशीर्वाद लें। कन्या: आज सफलता से खुश रहेंगे। आज आप अपने व्यापार में भी किसी से धन का लेनदेन करें, तो बहुत ही सावधानी से करें। आपकी रोमांटिक लाइफ भी अच्छी रहेगी। आज आप कठिनाइयों और चुनौतियों को पार करते हुए आगे बढ़ेंगे। तुला: जॉब में नवीन अवसरों की प्राप्ति होगी। आज आपके परिवार में संतान पक्ष की ओर से भी कोई शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। परिवार के साथ आज आपका जीवन खुशियों और उल्लास से गुजरेगा। पिता के आशीर्वाद से लाभ है। वृश्चिक: आज कफ जनित विकार संभावित है। ससुराल पक्ष से भी आज आपको मान सम्मान मिलता दिख रहा है। जॉब में बड़ा लाभ हो सकता है। किसी समारोह में जाने का प्लान बना सकते हैं। व्यवसाय में रुके धन की प्राप्ति होगी। धनु: आज सफलता के लिए अति अनुकूल समय है। बिजनेस में नवीन अवसरों की प्राप्ति होगी। यदि आपने किसी को धन उधार दिया हुआ था, तो वह भी आज आपको वापस मिल सकता है। धन का आगमन होगा। मकर: नौकरी में उन्नति होगी। बैंकिंग व फाइनेन्स जॉब में प्रोमोशन का मार्ग खुलेगा। आज चल रही मुश्किलों में कुछ कमी आएगी। आज आपके लंबे समय से रुके हुए कार्य पूरे होने से आपके मन में प्रसन्नता रहेगी। शिक्षा से सम्बद्ध लोग सफल रहेंगे। कुम्भ: छात्रों को लाभ मिल सकता हैं। आज रुके हुए काम किसी मित्र के सहयोग से पूरे होंगे। माता-पिता के साथ किसी धार्मिक स्थान पर जाएंगे। आज आप अपनी जीवनसाथी की बातों को समझेंगे और उन पर अमल करने की कोशिश करेंगे। मीन: राजनीतिज्ञ सफल रहेंगे। व्यवसाय में कोई बड़ा लाभ हो सकता हैं। आर्थिक रूप से आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बहन से यदि कोई वाद विवाद चल रहा था, तो उनसे आज आपके संबंध बेहतर होंगे। आज उदर विकार से कष्ट हो सकता है।
  • चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है.

    पंजाब (Punjab) में कुछ ही समय बाद विधानसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव (Chandigarh Municipal Corporation Election ) में पहली बार मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी (AAP) ने सबसे ज्यादा वार्डों पर जीत दर्ज कर सियासी पार्टियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. 

    राज्य चुनाव आयोग (State Election Commission) के अनुसार, 14 वार्डों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने जीत दर्ज की है. वहीं, 12 वार्डों में बीजेपी ने कब्जा जमाया है. इसके अलावा 8 वार्डों में कांग्रेस और एक वार्ड में शिरोमणि अकाली दल ने जीत दर्ज की है. 

  • राज्यसभा सदस्य महेंद्र प्रसाद का निधन
    नई दिल्ली । जनता दल (यूनाइटेड) से राज्यसभा के सदस्य और उद्योगपति महेंद्र प्रसाद का यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। जद(यू) ने सोमवार को बताया कि प्रसाद का रविवार रात को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थे। प्रसाद बिहार से सात बार राज्यसभा के लिए चुने गए और एक बार वह लोकसभा के लिए भी निर्वाचित हुए। उद्योग जगत के जाने माने चेहरे प्रसाद ने अरिस्टो फार्मास्यूटिकल्स की स्थापना की थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रसाद के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि प्रसाद का निधन समाज, राजनीति और उद्योग जगत के लिए बड़ी क्षति है। प्रसाद सबसे पहले, लोकसभा के लिए 1980 में कांग्रेस के टिकट पर निर्वाचित हुए थे। लंबे समय तक कांग्रेस में रहे प्रसाद बाद में अपने समर्थकों के साथ जद(यू) में शामिल हो गए थे।
  • प्रधानमंत्री ने बूस्टर डोज का भी किया ऐलान

    प्रधानमंत्री ओमिक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में यदि थर्ड वेव आती है तो सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स इससे सुरक्षित होंगे, क्योंकि उन्हें कोरोना का टीका लगे 10 से 11 महीने हो चुके हैं. ऐसे में उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो रही थी लेकिन अब 10 जनवरी से उन्हें भी कोरोना का टीका लगना शुरू हो जाएगा.

  • निरस्त कृषि कानूनों को फिर से लाने की कोई योजना नहीं : तोमर
    नई दिल्ली । कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने स्पष्ट किया कि सरकार की हाल में निरस्त किए गए कृषि कानूनों को वापस लाने की कोई योजना नहीं है और उन्होंने किसानों से इस मुद्दे पर कांग्रेस द्वारा पैदा किए जा रहे भ्रम से सावधान रहने का आग्रह किया। तोमर ने एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हितों की रक्षा करने के लिए कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने का फैसला किया था। मंत्री ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र के नागपुर में एक कृषि कार्यक्रम में दिए संबोधन के दौरान इस मुद्दे पर उनकी टिप्पणियों को गलत समझा गया और उनकी मंशा वह नहीं थी जो दिखाया जा रहा है। उन्होंने कहा, कार्यक्रम में मैंने कहा था कि हमने कृषि कानूनों पर एक कदम पीछे लिया है लेकिन सरकार किसानों की भलाई की दिशा में काम करने के लिए हमेशा आगे बढ़ती रहेगी। अत: इस मुद्दे पर कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए और सरकार का कृषि कानूनों को फिर से लाने का कोई इरादा नहीं है। तोमर ने अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए भ्रम फैलाने के नकारात्मक काम में’’ शामिल होने के लिए कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि किसानों को इससे सावधान रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 2006 में आयी स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं की थी। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने 19 नवंबर को राष्ट्र को दिए संबोधन में राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर किसानों के एक साल लंबे चले आंदोलन को खत्म करने की कवायद में तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की थी।
  • सुशासन के लिए अच्छे विधानमंडलों की आवश्यकता : उपराष्ट्रपति
    नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने जोर देकर कहा कि लोगों के प्रति कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सुशासन को अच्छे विधानमंडलों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि विभिन्न माध्यमों जैसे प्रश्न काल, कम अवधि की चर्चाएं, विधेयकों पर बहसों आदि का उपयोग करके निर्वाचित प्रतिनिधि सरकार से नीतियों के कार्यान्वयन, विभिन्न कल्याण और विकास परियोजनाओं के निष्पादन के बारे में प्रश्न कर सकते हैं। श्री नायडू ने कहा कि इसके लिए अच्छे विधायकों की आवश्यकता है, जो लोगों द्वारा उनमें जताए गए भरोसे के साथ न्याय करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देते हैं। श्री नायडू ने चिंता जताई की कि निरंतर व्यवधानों और जबरन स्थगन के कारण विधायिकाओं की निगरानी और जवाबदेही के कार्य अपेक्षाओं से कम हो रहे हैं। उन्होंने कहा, अकार्यात्मक विधानमंडल समझौतापूर्ण शासन की ओर ले जाते हैं, क्योंकि विधानमंडलों में कार्यपालिका से प्रश्न किए जाने का कोई डर नहीं रह जाएगा। उपराष्ट्रपति ने कहा कि हाल ही में समाप्त हुए शीतकालीन सत्र के दौरान व्यवधानों के कारण राज्यसभा ने कुल प्रश्न काल का लगभग 61 प्रतिशत समय गवां दिया है। उन्होंने कहा कि यह सदन के महत्वपूर्ण निरीक्षण कार्य का गंभीर परित्याग है। उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि `अपने कार्यों का निर्वहन नहीं करने वाले सांसद या विधायक विभिन्न स्तरों पर कार्यपालिका से प्रश्न करने का नैतिक अधिकार गवां देते हैं।
  • 3 जनवरी, 2022 से 15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना वैक्सीन का डोज देना शुरू कर दिया जाएगा

    कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में भारत ने एक कदम और बढ़ा लिया है. देश में 3 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू होने जा रहा है. बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. वहीं इसकी प्रक्रिया भी ठीक अन्य लोगों की तरह ही होगी.

    बच्चों का भी रजिस्ट्रेशन CoWin ऐप के जरिए होगा. नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ डॉ. आरएस शर्मा ने बताया कि 1 जनवरी से 15 से 18 साल के बच्चे वैक्सीन के अपना नाम रजिस्टर करा सकेंगे.

    पीएम मोदी ने किया था ऐलान

     

     

    बच्चों को कोविन ऐप रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके बाद उन्हें स्लॉट मिलेगा. कोविन ऐप पर स्लॉट के दौरान बच्चों से उनका आधार कार्ड नंबर मांगा जाएगा. संभावना है कि बच्चों के लिए अलग से सेंटर बनाया जाए.

    प्रधानमंत्री ने बूस्टर डोज का भी किया ऐलान

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए भी बूस्टर डोज यानी कि वैक्सीन के तीसरे टीके की मंजूरी दे दी है. जिसको लेकर एक्सपर्ट का मानना है कि जिस प्रकार से ओमिक्रोन के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में यदि थर्ड वेव आती है तो सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स इससे सुरक्षित होंगे, क्योंकि उन्हें कोरोना का टीका लगे 10 से 11 महीने हो चुके हैं. ऐसे में उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो रही थी लेकिन अब 10 जनवरी से उन्हें भी कोरोना का टीका लगना शुरू हो जाएगा.

  • विधानसभा चुनाव पर मंडराया ओमीक्रॉन का खतरा, आयोग ने बुलाई बैठक…
    नई दिल्ली । आगामी विधानसभा चुनाव पर कोरोना का खतरा मंडराने लगा है। जैसे-जैसे पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव का समय निकट आ रहा है, राजनीतिक एवं प्रशासनिक स्‍तर पर तैयारियां बढ़ती जा रही हैं। लेकिन इस बीच देश में ओमिक्रोन संक्रमण का फैलता दायरा चिंता का विषय बन गया है। ऐसे में बढ़ते संक्रमण के बीच मतदान कराना सरकार एवं चुनाव आयोग के लिए चुनौती बन गया है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने अगले साल पांच राज्यों (उत्तर प्रदेश, पंजाब, त्रिपुरा, गोवा और मणिपुर) में होने जा रहे विधानसभा चुनाव को खतरे में डाल दिया है। चुनाव होंगे, तो संक्रमण रोकने क्या इंतजाम किए जाएंगे, इसे लेकर आज चुनाव आयोग स्वास्थ्य मंत्रालय के सीनियर आफिसर्स के साथ बैठक करने जा रहा है। बता दें कि देश में ओमिक्रॉन के मरीजों की संख्या 529 पार कर गई है। देश के 19 राज्यों में ओमिक्रोन पहुंच चुका है। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव राजेश भूषण विशेषतौर पर मौजूद रहेंगे। बैठक में देश में कोरोना के मौजूद हालात की समीक्षा होगा। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अफसरों के फीडबैक के आधार पर ही इन पांच राज्यों में चुनाव कराने या नहीं कराने का फैसला होगा। इन सभी राज्यों में मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने में 8-10 महीने से भी कम का समय बचा है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने की थी चुनाव टालने की अपील पिछले दिनों भीड़ जुटने के चलते कोरोना फैलने के खतरे को देखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट ने चुनाव आयोग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव टालने की अपील की थी। जस्टिस शेखर कुमार यादव ने कहा था, `उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में कोरोना की तीसरी लहर से जनता को बचाने के लिए चुनाव आयोग राजनीतिक पार्टियों की चुनावी रैलियों पर रोक लगाए। उनसे कहा जाए कि वे चुनाव प्रचार टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से करें। प्रधानमंत्री चुनाव टालने पर भी विचार करें, क्योंकि जान है तो जहान है।`
  • सरोगेसी कानून को राष्ट्रपति ने दी मंजूरी, जानें इसके प्रावधान…
    नई दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किराये की कोख या सरोगेसी (विनियमन) अधिनियम 2021 को मंजूरी दे दी है। राष्ट्रपति ने इसे शनिवार को मंजूरी दी और गजट प्रकाशन के साथ ही यह कानून लागू हो गया है। इस कानून में सरोगेसी को वैधानिक मान्यता देने और इसके व्यवसायीकरण को गैरकानूनी बनाने का प्रावधान है। इस कानून से सरोगेसी के वाणिज्यिक पैमाने पर दुरुपयोग पर अंकुश लगेगा। इसके जरिये केवल मातृत्व प्राप्त करने के लिए सरोगेसी की अनुमति मिलेगी, जिसमें सरोगेट मां को गर्भ की अवधि के दौरान चिकित्सा खर्च और बीमा कवरेज के अलावा कोई और वित्तीय मुआवजा नहीं मिलेगा। दरअसल व्यावसायिक स्तर पर सरोगेसी का आर्थिक लाभ अथवा कोई अन्य लाभ के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता था। सरोगेसी की अनुमति तब दी जाती है जब संतान का इच्छुक जोड़ा चिकित्सा के आधार पर प्रमाणित बांझपन से प्रभावित हो। इस कानून के जरिये बच्चे पैदा करके उसे बेचने, वेश्यावृति कराने और किसी अन्य प्रकार के शोषण पर रोक लगेगी। क्या है सरोगसी सरोगेसी एक ऐसी विधि है, जिसमें कोई महिला संतान के इच्छुक किसी जोड़े के बच्चे को अपने गर्भ में पालती है और जन्म के बाद इस बच्चे को जोड़े को सौंप देती है। इससे पहले उस जोड़े के शुक्राणु और अंडाणु को प्रयोगशाला में निषेचित किया जाता है और जब यह एक भ्रूण के रूप में आ जाता है, तो इसे उस महिला के गर्भाशय में प्रत्यारोपित कर दिया जाता है। कानून के प्रावधान के मुताबिक 23 से 50 साल उम्र की महिलाएं सरोगेसी का रास्ता चुन सकती हैं। सरोगेट मां बनने के लिए महिला को विवाहित होना चाहिए। संसद से पहले ही मिल चुकी है मंजूरी सरोगेसी (विनियमन) विधेयक 2019 को 17 दिसंबर को राज्यसभा से पारित करा लिया गया था। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही सदन ने इसे ध्वनिमत से मंजूरी दे दी। लोकसभा में यह  पहले ही पारित हो चुका था। लेकिन राज्यसभा में आने के बाद इसे प्रवर समिति को भेजा गया था।
  • 31 दिसंबर तक दाखिल नहीं किया ITR तो जानें क्या होगा नुकसान?
    नई दिल्ली। सभी तरह के करदाताओं, खासकर जिनके खातों का ऑडिट करने की जरूरत नहीं है, के लिए आयकर रिटर्न दाखिल (ITR Filing date) करने की अंतिम तारीख 31 दिसंबर है. आमतौर पर यह तारीख 31 जुलाई हुआ करती थी. लेकिन इस बार इसे 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया गया है. अब जब इनकम टैक्स रिटर्न फाइल (ITR Filing date) करने की अंतिम तारीख करीब है. ऐसे में आयकर विभाग टैक्सपेयर्स को लगातार समय से पहले आईटीआर भरने के लिए सचेत कर रहा है. विभाग ने कहा कि आयकर रिटर्न (ITR file) दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 दिसंबर है, करदाताओं को आखिरी दिन तक इंतजार नहीं करना चाहिए. अगर आप 31 दिसंबर तक आईटीआर (Income Tax Return) दाखिल नहीं करते हैं तो क्या होगा, इसके बारे में सोचा है कभी! अगर आपको नहीं पता है तो हम यहां बताते हैं कि समय पर इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल नहीं करने पर आपको क्या-क्या नुकसान हो सकता है. देय तिथि ही आईटीआर दाखिल करने की अंतिम तिथि है? आमतौर पर लोगों धारणा होती है कि नियत तारीख ही आईटीआर दाखिल करने की आखिरी तारीख है जिसके बाद आप अपना आईटीआर जमा नहीं कर सकते, जो सही नहीं है. आईटीआर फाइल करने के लिए दो तारीखें होती हैं- एक देय तिथि है और दूसरी अंतिम तिथि. यदि आप नियत तारीख तक अपना आईटीआर जमा नहीं कर पाते हैं, तो भी आप इसे अंतिम तिथि तक दाखिल कर सकते हैं. हर वर्ष के लिए आईटीआर जमा करने की नियत तारीख, उन सभी करदाताओं के लिए जिनके खातों का ऑडिट करने की आवश्यकता नहीं है, उस वर्ष के बाद के वर्ष की 31 जुलाई होती है जिसके लिए आईटीआर दाखिल किया जाना है. लेकिन इस बार तिथि में बदलाव किया गया है. ऐसे करदाताओं के लिए आईटीआर दाखिल करने की नियत तारीख 31 दिसंबर, 2021 और अंतिम तिथि 31 मार्च, 2022 है. यदि आप समय सीमा चूक जाते हैं तो क्या होगा? यदि आप इस बार की देय तिथि यानी 31 दिसंबर, 2021 तक अपना आईटीआर जमा नहीं कर पाते हैं तो हैं, तब भी आप 31 मार्च, 2022 तक उसे जमा करवा सकते हैं, लेकिन आप चालू वर्ष के लिए किसी भी नुकसान को आगे बढ़ाने का अधिकार खो देते हैं. इसलिए यदि आपको चालू वर्ष के दौरान, व्यवसाय आय या पूंजीगत लाभ या दो लाख रुपये से अधिक की हानि होती है, और जिसे आप बाद के वर्षों में सेट-ऑफ के लिए आगे ले जाने के हकदार हैं, वह नहीं होगा. आप देय तिथि तक आईटीआर दाखिल नहीं करते हैं तो ऐसे में अगर आपने अपनी कर देयता (tax liability) से अधिक टैक्स जमा किया है और रिटर्न के हकदार हैं, ऐसे में आपको रिफंड पर ब्याज नहीं मिलेगा. अगर आपने कर देयता से कम टैक्स जमा किया है तो आपको ब्याज का भुगतान करना होगा. आईटीआर दाखिल करने में देरी का भुगतान यदि आईटीआर नियत तारीख के बाद जमा किया जाता है और आपकी कर योग्य आय पांच लाख से अधिक है, तो आपको अपना आईटीआर दाखिल करते समय पांच हजार रुपये का फ्लैट विलंब शुल्क (flat late fee) देना होगा. 5 लाख रुपये के कम आय की दशा में लेट फीस 1000 रुपये है. भले ही आपके द्वारा कोई टैक्स देय नहीं हो, फिर भी देरी से आईटीआर फाइल करने पर 1000 रुपये की लेट फीस जमा करनी होगी.
  • IT RAID : आयकर की 150 घंटे की छानबीन, 50 घंटे की पूछताछ, फिर तहखाने ने उगले 250 करोड़ नगदी और जेवरात
    कानपुर। भारत में धनकुबेरों की कोई कमी नहीं है, लेकिन इस फेहरिस्त में ऐसे लोग भी शामिल हैं, जिनकी कमाई के स्त्रोतों का ही पता नहीं है, फिर भी उनके घर की आलमारियां, तहखाने और तो और गुसलखाने भी जब भारतीय मुद्रा उगलना शुरु करते हैं, तो गिनने वाली मशीनें भी थक जाती हैं, तो टकसाल भी मारे शर्म के पानी—पानी हो जाता है। कुछ यही हाल उत्तरप्रदेश के बड़े शहर कानपुर से सामने आया है, जहां पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी कारोबारी पीयूष जैन के घर के तहखाने से नगद 250 करोड़ की बरामदगी हुई है। आयकर विभाग ने पूर्व सीएम यादव के कुछ और करीबियों के साथ ही समाजवादी पार्टी के विश्वस्त लोगों के ठिकानों पर जब दबिश दी थी, तो हासिल शून्य हुआ था, लेकिन पीयूष जैन के ठिकानों पर जब दबिश दी गई, तो विभागीय अफसरों की आंखे चौंधियाना स्वाभाविक था। आयकर विभाग ने जैन के ठिकानों पर दबिश देने के बाद करीब 150 घंटे तक छानबीन की, 50 घंटे तक पूछताछ की, तब जाकर यह बड़ी सफलता मिली है। बताया जा रहा है कि जैन के घर के तहखाने को जब खोला गया, तो वहां केवल नगद ही नगद नजर आ रहे थे। उन नगदी को गिनने के लिए 8 मशीनों का उपयोग किया, फिर भी 24 घंटे कम पड़ गए।