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  • भोरमदेव मंदिर : 11 साल की टूटी परंपरा...इस साल नहीं आयोजित होगी पदयात्रा, न होगा भंडारा

    कवर्धा: कोरोना वायरस के कारण देशभर के अनेक आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. इस महामारी के कारण कवर्धा में 11 साल की परंपरा टूटने वाली है. भोरमदेव पदयात्रा इस साल आयोजित नहीं होगी. जिला प्रशासन ने पदयात्रा को इस साल स्थगित करने का फैसला लिया है. सावन में इसका आयोजन होता था.

    2008 से जारी है पदयात्रा

    उन्होंने बताया कि आयोजन को लेकर लगातार जनप्रतिनिधियों ने भी मांग की है लेकिन केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार पदयात्रा करना संभव नहीं है. ऐसे में लगातार 11 वर्षों से हो रही भोरमदेव पदयात्रा की परंपरा इस साल टूट जाएगी. इस पदयात्रा को वर्ष 2008 में तत्कालीन कलेक्टर सिद्धार्थ कोमल परदेशी ने शुरू किया था, जो पिछले 11 साल से चले आ रहा था. लेकिन इस साल कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इस पदयात्रा को स्थगित कर दिया गया है.

    सावन सोमवार में नहीं मिलेगा जल अभिषेक करने का मौका

    साथ ही भोरमदेव मंदिर में कांवड़ियों के लिए भंडारा प्रसाद का आयोजन पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. बता दें कि लंबे अरसे के बाद इस साल सावन जुलाई महीने में पड़ रहा है. इस जुलाई महीने में पांच सोमवार पड़ रहे हैं. वहीं सावन सोमवार को शुरू होगा और सोमवार को ही समाप्त होगा. यह भगवान शिव की पूजा-पाठ के हिसाब से शुभ संकेत देने वाले हैं. लेकिन दूसरी ओर कांवरियों को भोरमदेव मंदिर, पंचमुखी, बूढ़ा महादेव, और डूंगरिया जलेश्वर, महादेव घाट में जल अभिषेक का मौका नहीं मिलेगा.

  • अंतर्राज्यीय गैंग के दो गैंगस्टर गिरफ्तार...रायगढ़ में कैश वैन लूटपाट और हत्या का मामला

    रायगढ़। को थाना कोतरारोड क्षेत्र अंतर्गत SBI एटीएम में पैसा डालने आए कैश वैन को टारगेट कर ड्राइवर की हत्या कर 14.50 लाख लूट कर फरार हुए दोनों आरोपियों को कोतरारोड पुलिस के साथ बनायी गई संयुक्त टीम ने 10 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद धर दबोचा । पुलिस को मिली सफलता के पीछे वरिष्ठ अधिकारियों की तत्परता पूर्वक कार्यवाही, अंतर अंतर्राज्यीय जिलों से तालमेल कर गठित टीम को उचित दिशा निर्देशन एवं रातभर चली जिला पुलिस की सघन नाकेबंदी, डोर-टू-डोर पतासाजी के कारण आरोपीगण जिले से भाग नहीं पाए और दोनों को लूट की रकम व हथियारों समेत गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है । चुनौती भरे मिशन अंजाम देने में करीब 50 हथियारबंद जवान एवं अधिकारीगण शामिल थे ।

    जानकारी के अनुसार दिनांक 03.07.2020 को सुबह करीब 11/30 बजे केवडाबाडी स्टेट बैंक के मुख्य शाखा से 3,14,00,000/- रू0 (तीन करोड चौदह लाख रूपये) पेटी मे भरकर कर्मचारी नवरतन रात्रे *गनमैन विनोद पटेल, चालक अरविन्द पटेल एवं भीषण कुमार रात्रे के साथ CMS वाहन क्रमांक CG 04 JD 0613 में भरकर ATM मे रकम डालते हुए किरोडीमल SBI ATM 13/45 बजे पहुंचे । नवरत्न रात्रे पेटी से 13,00,000/- रू0 निकालकर बैग मे रखकर ATM मे डालने भीषण के साथ ATM अन्दर गया था ATM के हुड को खोल रहा था उसी समय बाहर गोली चलने की आवाज आया । तभी दो नकाबपोश शटर को उठाकर गोली चलाकर बैग मे भरा 13,00,000/- रू0 एवं अन्य SBI ATM से बचा एक्सेस रकम 1,50,000/- रूपये लगभग *जुमला 14,50,000/- रूपये* को लूटकर वैन के चालक अरविन्द पटेल की हत्या कर एवं गनमैन विनोद पटेल को हत्या करने के नियत से गोली मारकर मोटर सायकल से भाग गये । घटना के संबंध में थाना कोतरारोड़ में अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध अप.क्र. 125/2020 धारा 302,307,397 IPC 25,27 Ams Act. पंजीबद्ध किया गया ।

    घटना की सूचना पर मौके पर जिले के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एवं शहर के सथी थाना/चौकी प्रभारी, सायबर टीम पहुंची । सूचना पर बिलासपुर रेंज आई.जी. श्री दिपांशु काबरा एवं एसपी रायगढ़ श्री संतोष कुमार सिंह द्वारा पूरे जिले को सील कराकर जिले के अंदर *50 नाकेबंदी पाइंट* बनाकर रातभर वाहनों एवं आने-जाने वालों की सघन तलाशी अभियान चलाया गया । वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा *सरहदी जिले व सरहदी राज्य में नाकेबंदी* कराकर अंतर्राज्यीय जिलों के पुलिस अधीक्षकों से तालमेल बिठाया गया । सभी 08 टीमों को अलग-अलग कामों में लगाया गया । पुलिस कन्ट्रोल रूम, जिंदल कम्पनी द्वारा लगाये गये CCTV कैमरों सहित शहर की *सैकडो CCTV कैमरों* के फुटेज चेक किया गया । आरोपियों के शहर से बाहर नहीं निकलने की जानकारी पुख्ता होने तथा *केराझर गांव* के पास आरोपियों का लास्ट लोकेशन देखा गया था । इसी बीच DSB शाखा में पदस्थ एक आरक्षक के मुखबिर द्वारा सूचना दिया कि दो संदिग्ध केराझर में देखे गए हैं । तब केराझर एवं पास के दो गांवों को पुलिस की टीमें टारगेट कर आर्म्स लिये हुये 50 जवान की टीम गांव को कार्डन किये, कुछ जवान CSP अविनाश सिंह ठाकुर के साथ बीपी जैकेट हथियार लैस होकर एक-एक कर घरों की तलाशी ले रहे थे । गांववालों द्वारा पुलिस पार्टी के भरपूर सहयोग किया जा रहा था। तभी पुलिसपार्टी को एक कमरे अंदर दो संदिग्ध मिले, जिसमें एक युवक ने पुलिसपार्टी पर पिस्टल तान दिया,जान जोखिम में डाल पुलिसवालों ने झूमाझटकी कर हथियार पकड़े युवक को पटककर उससे हथियार छीनकर दोनों को हिरासत में लिये ।

    आरोपी (1) *सुधीर कुमार सिंह पिता झूलन राय उम्र 23 साल ग्राम खम्हौरी जिला सिवान बिहार हाल मुकाम सूर्या कॉम्प्लेाक्स पतरापाली कोतरारोड* (2) पिन्टु वर्मा उर्फ विराट सिंह उर्फ छोटू उम्र 18 साल निवासी बिगबाजार थाना रामगढ़ जिला कैमूर बिहार* से पूछताछ करने पर सुधीर सिंह ने बताया कि उसके पिता एवं भाई रायगढ़ में ही रहते हैं सुधीर जब भी रायगढ़ आता तो कैश वैन को देख कर उसे लूटकर 1 करोड रुपए कमाने का लालच मन में बना लिया और इस योजना को गांव जाकर अपने साथी पिन्टु वर्मा को बताया और लूट की प्लान के साथ *02 पिस्टल, 02 देसी कट्टा, 3 मैगजीन में 26 राउंड, 02 जिंदा कारतूस, 02 बटन चाकू* के साथ प्री प्लानिंग कर कैश वैन को लूटने आए थे । पिछले 15 दिनों से पूरे जिले की रैकी किये, 4 दिनों से उक्त कैशवेन को रैकी कर रहे थे । आरोपीगण एचएफ डीलक्स CG13 Y/16135 मोटरसाइकिल का नंबर प्लेट निकालकर उसमें बिना नंबर लिखे नंबर प्लेट लगाए थे । दोनों को पुलिस ने बरामद किया है । घटना के समय आरोपियों द्वारा *06 राउंड* चलाया गया था । रात्रि दोनों *लूट की रकम 14,50,000 रूपये* को आधा-आधा बांट लिए थे जिनके मेमोरेंडम पर लूट की रकम उनके हथियारों के साथ बरामद किया गया है । आरोपी सुधीर पूर्व में अपने अन्य साथियों के साथ रायगढ़-ढिमरापुर मार्ग पर स्थित युनियन बैंक को लूटपाट करने की नाकाम कोशिश करना स्वीकार किया है । जिला पुलिस आरोपियों के पूर्व क्राईम हिस्ट्री खंगाल रही है । *बिहार पुलिस से आरोपियों के सिवान और कैमूर में अपराध दर्ज होने की जानकारी मिली है*, बिहार पुलिस से जानकारी लेकर मीडिया से साझा किया जावेगा । दोनों आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार कर रिमांड पर भेजा जा रहा है ।

  • छत्तीसगढ़: महिला डॉक्टर ने की खुदकुशी…सुसाइड नोट बरामद
    बिलासपुर। बिलासपुर में डॉ.अलका राहलकर ने आत्महत्या कर ली। डॉ ने हाईडोज एनेस्थिसिया लेकर आत्महत्या की है। घटनास्थल ने सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, बताया जा रहा है कि डॉ राहलकर डिप्रेशन में थी। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है, फिलहाल पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। सिविल लाइन थान प्रभारी ने बताया कि डॉक्टर अलका ने अपने बेडरूम में देर रात आत्महत्या की है। मौत हाई डोज एनेस्थीसिया डोज से हुआ है। उन्होंने स्वयं इंजेक्शन लगाया है। थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि डॉक्टर अलका ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि जीवन से पूरी तरह संतुष्ट हूं। होश हवास में आत्महत्या कर रही हूं। इसके लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। लेकिन डॉ अलका ने आत्महत्या का कारण नहीं लिखा है।
  • छत्तीसगढ़: क्वारंटाइन सेंटर से भागे युवक की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव…मचा हड़कंप
    नारायणपुर।  छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के एक क्वारंटाइन सेंटर से फरार युवक की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। कलेक्टर अभिजीत सिंह ने कोरोना संक्रमण की पुष्टि की है। मजदूरों के परिजनों के भी सैंपल लिये जा रहे हैं। आपको बता दें कि इसी क्वारंटाइन सेंटर में तीन नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है,जिसमें फरार युवक का नाम भी शामिल है। क्वारंटाइन सेंटर में नए मरीज मिलने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया है। अब जिला प्रशासन इलाके को सील करने की तैयारी कर रही है।
  • BREAKING NEWS : कैश वैन से 14.5 लाख की लूट और हत्या के आरोपी गिरफ्तार

    रायपुर। रायगढ़ में दिन दहाड़े फिल्मी स्टाइल में कैश वैन से 14 लाख 50 हजार की लूट और हत्या की घटना को अंजाम देने वाले बंदूकबाज बाईकर्स को रायगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रायगढ़ पुलिस को यह कामयाबी महज 10 घंटे ही मिल गई. दोनों आरोपी के पास लूटे गए रकम और हत्या में इस्तेमाल किए गए पिस्टल भी बरामद कर लिए गए हैं.आईजी दीपांशु काबरा आज इस पूरे मामले का खुलासा दोपहर रायगढ़ में करेंगे. लेकिन इससे पहले उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी ट्विटर पर दी है. उन्होंने रायगढ़ पुलिस को इस सफलता के लिए बधाई दी है. आईजी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज की मदद और मुखबिर की सूचना के आधार पर दोनों ही आरोपी पकड़ लिए गए हैं. पूछताछ में पूरे घटनाक्रम का खुलासा होगा.

  • राशन दुकानों में लगेगा सी.सी.टी.व्ही कैमरा

    *प्रदेश की सभी राशन दुकानों में लगेगा सी.सी.टी.व्ही कैमरा* *सॉफ्टवेयर के माध्यम से मोबाइल पर उपभोक्ता भी देख सकेंगे अपना राशन दुकान* *प्रदेश में नए राशन दुकान खोलने का प्रस्ताव* *खाद्य मंत्री श्री भगत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से की खाद्यान्न भण्डारण-वितरण की समीक्षा*

     

    रायपुर, 03 जुलाई 2020/ खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत ने प्रदेश की सभी शासकीय उचित मुल्य की दुकानों में सी.सी.टी.व्ही कैमरा शीघ्र लगाने के निर्देश दिए हैं। श्री भगत ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित सभी जिलों के खाद्य अधिकारियों की बैठक में खाद्यान्न भण्डारण और वितरण की समीक्षा की। उन्होंने राज्य के सभी पहुंचविहीन क्षेत्रों की राशन दुकानों में खाद्यान्न भण्डारण और वितरण की जानकारी ली और तीन दिन के भीतर चार माह के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न भण्डारण करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी राशन कार्डधारी परिवारों के सदस्यों की आधार सिडिंग शीघ्र करने को कहा है, ताकि अगस्त माह में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना छत्तीसगढ़ मंे भी शुरू की जा सके। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी राशन दुकानों की दीवारों को तिरंगा कलर से पोताई करने के निर्देश दिए गए थे। जिन दुकानों में पोताई का कार्य नहीं हो पाया है, उन दुकानों में एक सप्ताह के भीतर पोताई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तिरंगा कलर में पोताई होने से प्रदेश की राशन दुकानों में एकरूपता आएगी और अंजान व्यक्ति भी देखकर पहचान जाएगा राशन दुकान को। मंत्री श्री भगत ने राशन दुकानों का युक्तियुक्तकरण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 8 लाख से अधिक एपीएल परिवारों के राशन कार्ड बनाए गए हैं। राशन कार्डाें की संख्या बढ़ने से राशन दुकानों की संख्या भी बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायतों में एक-एक राशन दुकान एवं शहरी क्षेत्रों के वार्डाें में आवश्यकता के अनुरूप एक या दो राशन दुकान खोले जाए, जहां नए राशन दुकान खोलने की जरूरत हो उसका प्रस्ताव शीघ्र देने को कहा है। श्री भगत ने कहा कि नए राशन दुकान में तिरंगा कलर से पोताई और सीसीटीव्ही कैमरा लगाने के बाद ही दुकान का संचालन शुरू किया जाए। श्री भगत ने प्रदेश के जिन उचित मूल्य की दुकानों की शिकायतें आयी है, उसका तत्काल निराकरण करने के निर्देश दिए हैं। श्री भगत ने खाद्य विभाग द्वारा कोरोना काल में लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के कार्य को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी नागरिकों एवं प्रवासी श्रमिकों को समय पर राशन उपलब्ध कराया गया वह बड़ी उपलब्धि है। खाद्य विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने बताया कि राज्य के शहरी क्षेत्रों के 50 प्रतिशत से अधिक उचित मूल्य की दुकानों में सीसीटीव्ही कैमरा लगाए जा चुके हैं। सभी दुकानों में एक सप्ताह के भीतर सीसीटीव्ही कैमरा लगवाने के निर्देश जिला खाद्य अधिकारियों को दिए गए हैं। राशन दुकानों में सीसीटीव्ही कैमरा लगने के बाद सॉफ्टवेयर के माध्यम से उपभोक्ता मोबाईल पर अपने राशन दुकानों को देख सकेेंगे और राशन दुकान खुली या बंद होने की जानकारी घर बैठे ले सकेंगे। इसके माध्यम से सभी उचित मूल्य की दुकानों में होने वाली गतिविधियोें की जानकारी भी मिलेगी और इसकी मॉनिटरिंग भी आसानी से हो सकेगी। बैठक में विशेष सचिव मनोज सोनी, एमडी मार्कफेड सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

  • धर्म संसद के स्वामी विवेकानंद सबसे महान व्यक्तित्व है - डॉ महंत
    धर्म संसद के स्वामी विवेकानंद सबसे महान व्यक्तित्व है - डॉ महंत स्वामी विवेकानंद की 118 वीं पुण्यतिथि पर भावभिनी श्रद्धांजलि। रायपुर 03 जुलाई 2020 छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने 4 जुलाई महान दार्शनिक, संत स्वामी विवेकानंद की 118 वीं पुण्यतिथि पर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है। डॉ महंत ने कहा कि, स्वामी विवेकानंद जी ने अपने छोटे से जीवनकाल में उन्होंने पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का डंका बजाया, आज भी उनके विचार हमारे जीवन में अनमोल मंत्र के रुप में काम आते हैं। स्वामी विवेकानन्द ने साल 1893 में शिकागो मे सबसे पहले पूरी दुनिया को भारत के धर्म और आध्यात्म के सार से परिचित कराया था। उन्होंने अपनी अध्यात्मिक सोच से पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति, वेदों और शास्त्रों के ज्ञान से दुनिया के लोगों को परिचित कराया । जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी। उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाए जैसी प्रेरणा कालजयी साबित हुये है।
  • फजी प्रस्ताव बनाकर आंबटित कर दी शासकीय उचित मूल्य दुकान
    पूर्व सरपंच के द्वारा फजी प्रस्ताव बनाकर सफुरा माता स्व. सहायता समूह को दिला दिया शासकीय उचित मूल्य दुकान , मुंंगेली जिला के लोरमी क्षेत्र के ग्राम पंचायत सूरजपुरा में पुव सरपंच शवारती गेदराम खुटे के द्वारा सचिव को डरा धमका कर दबाव पूर्वक फजी प्रस्ताव बनाकर सफूमा माता स्व. सहायता समूह को सरपंच के द्वारा अचार सहिता लगने के समय फजी प्रस्ताव बनवाकर तथा पंचो का फजी हस्ताक्षर कर प्रस्ताव भेजा गया था जिसके बारे में किसी पंचो एवं समूहो वालो कौई भी जानकारी नही था जब 26-06-2020 को नवनिर्वाचित सरपंच गिरजाशंकर नवरंग को पता चला तब और दबाव पुवक कोटवार से दस्कत करवा कर मुनियादी नही करवा शासकीय उचित मूल्य दुकान के लिए उच्च अधिकारियों के पास भेज दिया गया लेकिन जब वही विज्ञापन जारी हुआ तो कोटवार के द्वारा पुव सरपंच एवं सफूरा माता स्व. सहायता समूह से पैसा लेकर कोटवार के द्वारा मोनियादी भी नही कराया गया , जिसके कारण ग्राम पंचायत सूरजपुरा से शासकीय उचित मूल्य दुकान के लिए एक ही आवेदन सफूरा माता स्व. सहायता समूह का आया | इसका बिरोध समश्त गांव वाले कर रहे हैं सबका कहना है कि नियम अनुसार पंचायत को मिलना चाहिए | ग़ामिणो का कहना है कि पूर्व सरपंच के प़ास्ताव को निरस्त किया जाय | देखने वाली बात यह होगी कि ग़ामवासियो की मांग पुरा हो पा रहे हैं य नहीं | लोरमी से सुखबली खरे की रिपोर्ट
  • : केबिनेट सचिव ने मुख्य सचिवों से जन स्वास्थ्य के संबंध में की चर्चा : कोविड-19 के प्रभाव को नियंत्रित एवं रोकथाम के लिए समुचित कार्यवाही की जाए - श्री राजीव गौबा

    भारत सरकार के केबिनेट सचिव  राजीव गौबा ने आज दिल्ली से देश के सभी राज्यों के मुख्य सचिवों से कोरोना वायरस (कोविड-19) के कारण जन स्वास्थ्य पर होने वाले प्रभाव को लेकर विस्तार से चर्चा की। केबिनेट सचिव ने राज्यवार कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए समुचित कार्यवाही सुनिश्चित करने के लिए के निर्देश दिए। केबिनेट सचिव ने गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी नई गाईडलाईन का पालन सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ से वीडियों कान्फ्रेंसिंग में भाग लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की सचिव श्रीमती निकारिका बारिक सिंह ने केबिनेट सचिव को राज्य के 6 जिले जहां कोरोना के एक्टिव केश ज्यादा हैं की जानकारी दी। स्वास्थ्य सचिव ने केबिनेट सचिव से राज्य में टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने के लिए राज्य के प्राईवेट अस्पतालों में ट्रूनाट टेस्टिंग मशीन की सुविधा उपलब्ध कराने का अनुरोध किया, इस पर केबिनेट सचिव श्री गौबा ने भारत शासन के डी जी आई सी एम.आर. को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
        वीडियों कान्फ्रेंसिंग में खाद्य एवं परिवहन विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह भी शामिल हुए। केबिनेट सचिव ने सभी राज्यों में ज्यादा से ज्यादा कोरोना टेस्टिंग पर जोर दिया है और कोरोना पाजीटिव मरीजों के त्वरित इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। केबिनेट सचिव ने राज्यों में आई सी यू बेड और वैंटिलेटर की सुविधाओं की भी समीक्षा की। वीडियों कान्फ्रेंसिंग में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, गृह एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया

  • जगदलपुर : दिव्यांग संतोष ने स्वरोजगार से दिव्यांगता को दी मात : मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना का लाभ लेकर, स्वरोजगार से अपने जीवन को बनाया आत्मनिर्भर

    शहर के गंगानगर वार्ड निवासी दिव्यांग संतोष कुमार शर्मा ने अपनी दिव्यांगता को अपने हौसले के सामने विफल कर वार्ड में ही स्वरोजगार अपनाकर किराना दुकान को अपनी आय का जरिया बनाया। मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना का लाभ लेकर अपने व्यवसाय को बढ़ावा दिया। संतोष ने स्वरोजगार से अपने जीवन को आत्मनिर्भर बनाया है।

          संतोष जन्म से एक वर्ष बाद से ही ये दोनों पैरों में शारीरिक बदलाव के कारण पैरों से चलने में असमर्थ हो गए। संतोष के पिता श्री रामजुलन मजदूरी कर परिवार पालते थे। संतोष ने 12 वीं तक षिक्षा प्राप्त करने के बाद परिवार की आर्थिक तंगी देखकर 06 हजार की जमा पूंजी से एक किराना दुकान प्रांरभ किया। कम बजट के कारण व्यवसाय कम चलता था। इसी बीच संतोष शर्मा को जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र से संचालित मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना की जानकारी मिली, उन्होंने उद्योग केंद्र से संपर्क किया। उद्योग अधिकारियों ने उनका उचित मार्गदर्षन देकर प्राथमिकता के आधार पर किराना व्यवसाय का ऋण प्रकरण तैयार कर मुख्य शाखा भारतीय स्टेट बैंक को प्रेषित किया। बैंक प्रबंधक ने भी सहानुभूतिपूर्वक एक लाख का ऋण स्वीकृत किया।

          जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र में एक सप्ताह का उद्यमिता प्रषिक्षण में वे सम्मिलित हुए जिसमें उन्हें नई जानकारी मिली। प्रशिक्षण उपरांत छत्तीसगढ़ शासन की योजना के अनुसार जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र ने 15 हजार मार्जिन मनी अनुदान बैंक ने फरवरी 2020 में 01 लाख रूपए का ऋण वितरण किया। इस प्रकार एक लाख की लागत से किराना एवं डेली नीड्स का व्यवसाय गंगानगर वार्ड शीतला होटल के पीछे गीदम रोड़ में प्रारंभ किया।
           
           अच्छे व्यवहार के कारण व्यवसाय चल निकला। व्यवसाय से उन्हें पर्याप्त आय हो रही है जिससे बैंक की किष्त 26 सौ रूपए वे नियमित जमा हुए परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। युवाओं हेतु स्वरोजगार योजना को लाभकारी बताते हुए वे कहते है कि ’जॉब सीकर नहीं जॉब प्रोवाईडर बने’।

     
  •  गोबर ने किया कमाल: समूह की महिलाएं हुई मालामाल

    इंसान की काबिलियत उसकी मेहनत पर निर्भर करती है और यदि कम मेहनत और कम संसाधन में ज्यादा फायदा मिले तो उसे एक अलग ही पहचान मिलती है। ऐसी ही पहचान टिपनी की जय महामाया महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने गोबर से गमले का निर्माण कर बनायी है। अभी तक गोबर का उपयोग खाद के रूप में होता था।

        मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की दूरदर्शिता से अब गोबर का उपयोग व्यवसायिक रूप में होने जा रहा है। अब गोबर से कंडे ही नही बल्कि दीये, गमले एवं अन्य वस्तुएं भी बनने लगे हैं। राज्य सरकार द्वारा गांव की समृद्धि और किसानों की खुशहाली के लिए गोबर खरीदने की कार्य योजना तैयार की जा रही है। गोबर के गमले से बेमेतरा जिले के ग्राम पंचायत टिपनी की जय महामाया महिला स्व सहायता समूह ने कमाई शुरू भी कर दिया है। महिलाओं ने अभी तक 1200 गमले बेचकर 18 हजार रूपए की कमाई कर चुकी हैं। एक गमला बनाने में 7 रूपए की लागत आती है और वह बिकता 15 रूपए में है। इस तरह से 9600 रूपए की शुद्ध कमाई। महिलाओं ने अभी तक 1500 गमलों का निर्माण कर चुकी हैं।
        गोबर गमला निर्माण में कच्चा माल के रूप में गोबर, पीली मिट्टी, चूना, भूसा इत्यादि का उपयोग किया जाता है। जिला प्रशासन द्वारा जिले में महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविकास मिशन (बिहान) के तहत प्रेरित किया जा रहा है। गोबर से गमला बनाने का मुख्य लाभ यह है कि यह टिकाऊ होने के साथ ही पर्यावरण के अनुकूल है तथा प्लास्टिक-पॉलीथिन के गमले के स्थान पर इनका उपयोग किया जाता है। अगर गमला क्षतिग्रस्त हो गया तो इसका खाद के रूप में उपयोग किया जा सकता है। गोबर के गमले का सबसे महत्वपूर्ण उपयोग वृक्षारोपण या पौधे की नर्सरी तैयार करने में हैं जिसमें गोबर के गमले में लगें पौधंे को सीधा भूमि पर रोपित कर सकते है।
        गोबर खाद के रूप में अधिकांश खनिजों के कारण मिट्टी को उपजाऊ बनाता है। पौधें की मुख्य आवश्यकता नाईट्रोजन, फॉसफोरस तथा पोटेशियम की होती है। ये खनिज गोबर में क्रमशः 0.3-0.4, 0.1-0.15 तथा 0.15-0.2 प्रतिशत तक विद्यमान रहते है। मिट्टी के सम्पर्क में आने से गोबर के विभिन्न तत्व मिट्टी के कणों को आपस में बांधते है। यह पौधों की जड़ो को मिट्टी में अत्यधिक फैलाता हैं एवं मिट्टी को अधिक उपजाऊ बनाती है। इस तरह समूह की महिलाओं ने गोबर से गमला बनाकर आजीविका के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण में अपनी महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

  • ‘गोधन न्याय योजना‘: छत्तीसगढ़ अब आर्गेनिक फार्मिंग की ओर

     

     

     

     भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के समान ही छत्तीसगढ़ अब जैविक राज्य बनने की ओर अग्रसर है। राज्य सरकार ने इस दिशा में मजबूती से कदम बढ़ा दिए हैं। ग्रामीण अर्थ व्यवस्था को तेजी से मजबूत करने के लिए राज्य सरकार हरेली त्योहार से ‘गोधन न्याय योजना‘ शुरू करने जा रही है। सुराजी गांव योजना‘ और ‘गोधन न्याय योजना‘ के माध्यम से छत्तीसगढ़ की ग्रामीणों परंपराओं के अनुरूप गांवों में एक ऐसी स्वचालित प्रणाली विकसित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें गांवों के सभी लोगों की भागीदारी होगी। किसान दूसरी फसल भी आसानी से ले सकेंगे। कमजोर किसानों के पशुओं के लिए भी चारे की व्यवस्था और पशुओं की अच्छी देखभाल हो सकेगी। गरूवा किसानों और पशुपालकों के लिए अब गरू (बोझ) नहीं बनेंगे, डेयरी के व्यवसाय और जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा तथा गांव का पर्यावरण भी सुधरेगा। कृषक परिवार से जुड़े छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ में खेती-किसानी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की जमीनी हकीकत पर केन्द्रित ‘सुराजी गांव योजना‘ की परिकल्पना की है। उनके कुशल मार्गदर्शन में इस योजना पर तेजी से अमल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देशन में किसानों से धान खरीदी, उनकी कर्जमाफी, राजीव गांधी किसान न्याय योजना और गोधन न्याय योजना जैसी अभिनव योजनाओं से प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
             छत्तीसगढ़ राज्य के सामाजिक आर्थिक ताने-बाने की स्थिति कुछ ऐसी है कि यहां छोटे और मध्यम किसानों की संख्या ज्यादा है, जिसके कारण कृषि प्रबंधन में कई जटिलताएं आती है। पशुओं की खुले में चराई से फसल को नुकसान, पशुपालन की बढ़ती लागत, चारे की कमी, चरवाहों की अनुपलब्धता, रासायनिक खादों के बढ़ते प्रयोग से जमीन की उर्वरा शक्ति पर पड़ने वाले विपरित प्रभाव जैसी इन जटिल समस्याओं के समाधान और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए शुरू की गई सुराजी गांव योजना में पशुप्रबंधन के लिए गौठानों की व्यवस्था की गई है। इन गौठानों को आर्थिक गतिविधियों के केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। राज्य में करीब 20 से 22 लाख किसान हैं। इनमें से अधिकांश किसान लघु एवं सीमांत हैं। बड़े किसानों की संख्या बहुत कम है। ऐसी स्थिति में खेती को लाभदायक बनाने के लिए राज्य सरकार को कई दिशाओं में काम करना पड़ रहा है।
        राज्य सरकार का फोकस इस बात पर है कि छोटे किसानों के लिए खेती-किसानी फायदे का सौदा बने। सुराजी गांव योजना के तहत नरूवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी को विकसित करने के लिए छोटे-बड़े किसानों, महिलाओं, युवाओं की भागीदारी से इस महत्वाकांक्षी योजना का क्रियान्वयन चरणबद्व तरीके से किया जा रहा है। खेती को लाभप्रद बनाने के लिए राज्य सरकार ने किसानों का लगभग 83 लाख मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर खरीदा और कोरोना संकट के समय उन्हें खेती किसानी से जोड़े रखने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना लागू कर बड़ी राहत दी है। इस योजना में 5750 करोड़ रूपए की प्रोत्साहन राशि 19 लाख किसानों को वितरित की जा रही है। इस योजना की प्रथम किश्त 1500 करोड़ रूपए की राशि की प्रथम किश्त किसानों को दे दी गई है और दूसरी किश्त 20 अगस्त को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर दी जाएगी।
         राज्य में लगभग सवा करोड़ पशुधन हैं। ज्यादातर पशुधन छोटे किसान या पशुपालकों के पास है। कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण पशुपालक चारे की व्यवस्था नहीं कर पाते और इन्हें खुले में छोड़ देते हैं। इससे ऐसे किसान, जिनके पास सिंचाई के साधन हैं, उन्हें भी दूसरी फसल लेने में कठिनाई आती है। इस समस्या को दूर करने के लिए राज्य की पुरानी परम्परा रोका छेका को फिर से पुनर्जीवित किया गया। गांव में गौठान समितियों द्वारा धान की बुआई शुरू होते ही बैठकें कर खुले में पशु चराई पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया।
           ‘गोधन न्याय योजना‘ भी रोका-छेका कार्यक्रम से जुड़ी हुई है। यह किसानों की आय बढ़ाने के साथ-साथ खुले में चरने वाले पशुओं के कारण होने वाली फसल क्षति को रोकने में बहुत कारगर सिद्ध होगी। गौठानों में छोटे पशुपालकों के घर-घर से गोबर एकत्र कर उसकी खरीदी की जाएगी। इससे गौठनों में जैविक खाद तथा गोबर गैस का निर्माण होगा। इनकी बिक्री से गौठानों का आर्थिक माडल सफल होने की संभावना बढ़ जाती है। गौठानों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।
        गोधन न्याय योजना पहले चरण में 2200 गौठानों में लागू की जाएगी, इसके बाद निर्माणाधीन 2800 गौठानों के पूर्ण होने पर उनमें भी लागू होगी। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल का कहना है कि गोधन न्याय योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एक क्रांतिकारी योजना साबित होगी, जिसके दूरगामी परिणाम मिलेंगे। इस योजना से राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा, खेती की जमीन की गुणवत्ता भी सुधरेगी। पशुपालकों को लाभ होगा। गांवों में रोजगार और अतिरिक्त आय के अवसर बढे़ंगे। आवारा पशुओं के कारण होने वाले सड़क हादसों में कमी आएगी। पर्यावरण में भी सुधार होगा।
        एक अनुमान के मुताबिक प्रदेश के 5 हजार गौठानों में गोधन न्याय योजना लागू होने से गोबर कलेक्शन और खाद बनाने के काम में लगभग साढ़े चार लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। निर्धारित दर पर गोबर की खरीदी होगी, सहकारी समितियों से वर्मी कम्पोस्ट की बिक्री की व्यवस्था की जाएगी। गोबर कलेक्शन, वर्मी कम्पोस्ट बनाने और कम्पोस्ट की मार्केटिंग की पूरी चैन विकसित की जाएगी। इस पूरी प्रक्रिया के संचालन में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं के साथ गांव के युवाओं की भी सक्रिय भागीदारी होगी।
        गोबर खरीदी का रेट तय करने के लिए कृषि मंत्री की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय मंत्रि-मण्डलीय उप समिति बनायी गयी है। गोबर कलेक्शन, वर्मी कम्पोस्ट निर्माण और मार्केटिंग की प्रक्रिया तय करने तथा इस प्रणाली के वित्तीय प्रबंधन के लिए मुख्य सचिव की अध्यक्षता में सचिवों की कमेटी गठित की गई है। गोधन न्याय योजना का लाभ ऐसे मजदूर परिवारों को भी मिलेगा जिनके पास खेती की जमीन नहीं है, लेकिन दो-तीन पशु हैं। इस योजना में गांव के चरवाहों को भी शामिल किया जाएगा। छोटे पशुपालकों को भी इस योजना से प्रति माह 2 से 3 हजार रूपए की आमदनी गोबर की बिक्री से होगी।