Crime News
  • 48 घंटे में पुलिस ने पकड़े साढे 17 लाख उठाईगिरी के आरोपियों को
    जगदलपुर। शहर में 2 दिन पहले कथित तौर पर साढ़े 17 लाख रुपए के उठाईगिरी के मामले का खुलासा हो गया है। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज विवेकानंद सिन्हा, पुलिस अधीक्षक दीपक झा के मार्गदर्शन तथा अतिरिक्त पुलिस शिक्षक संजय महादेवा के द्वारा मामले को सुलझा लिया गया। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि 5 जुलाई को आसना जंगल के पास काले रंग की स्कॉर्पियो में सवार होकर आरोपी द्वारा शुभम सिंह जो वीएनआर सीड्स कंपनी के कर्मचारियों का वेतन देने के लिए सारे 17 लाख रुपए लेकर जा रहा था जिसे कुछ अज्ञात लोगों ने लूटकर भागने की जानकारी दी - पुलिस ने शहर में चारों और नाकेबंदी करने के साथ ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी थी - पुलिस ने जांच में पाया कि राष्ट्रीय राजमार्ग में अधिकारियों के आने जाने के चलते इतनी बड़ी घटना को किसी ने नहीं देखा वही घटना को गुजरने वाले बस टैक्सी चालकों ने भी नहीं देखने की बात कही - पुलिस ने मोबाइल लोकेशन पर शुभम सिंह और ड्राइवर राजेश सेठिया से जब कड़ाई से पूछताछ की उन्होंने अपराध स्वीकार करते हुए बताया कि उन्होंने झूठ बोलकर और पैसे को खुद ही अपने पास मिल बांटकर रखने का प्लान बनाया था - पुलिस ने आरोपी शुभम रजत राजेश सेठिया का छवि सेठिया को अपराधिक षड्यंत्र झूठा रिपोर्ट दर्ज कराने के मामले में गिरफ्तार करते हुए न्यायालय में पेश किया।
  • जगदलपुर के कलेक्टर कार्यालय के सामने लगी एसबीआई के एटीएम में तोड़फोड़
    जगदलपुर के कलेक्टर कार्यालय के सामने लगी एसबीआई के एटीएम में तोड़फोड़ के साथ चोरी का प्रयास हुआ है आरोपी एटीएम को तोड़ने में सफल नहीं हो पाए बैंक प्रबंधन ने इसकी सूचना पुलिस को दी शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जांच में लगी है आसपास के क्षेत्र एवं एटीएम के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकाली जा रही हैं ताकि अपराधियों तक पहुंचा जा सके
  • पड़िहारा में शराब ठेके पर पिस्तौल दिखा... लूटी लाखों की शराब ?

    पड़िहारा में शराब ठेके पर पिस्तौल दिखा लूटी लाखों की शराब कर्मचारियों ने किया विरोध तो लुटेरों ने की फायरिंग, कर्मचारियों को बनाया बंधक, शराब लूटकर लुटेरे हुए फरार, पुलिस ने करवाई नाकाबंदी

  • रोड में गाड़ी खराब होने के बहाने सहायता मांगने के नाम पर हुई १७ लाख रूपये की लूट -

    जगदलपुर रायपुर मार्ग में तीन युवकों ने एक बोलेरो वाहन को सहायता के नाम पर रोक कर वाहन खराब होने की बात कह कर पाना माँगा और रुमाल की आड़ में बन्दूक होने का झांसा देकर मोगरापाल में बने बीएनआर सी फर्म के संचालक शुभम सिंह उनके ड्राइवर से १७ लाख रूपये लूटकर फरार हो गए -  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा ने बताया कि मोगरापाल में बने बीएनआर सी फॉर्म के संचालक शुभम सिंह अपने ड्राइवर को लेकर बैंक ऑफ बड़ौदा से साढे 17 लाख रुपए लेकर मजदूरों का मजदूरी देने के लिए निकले थे, जैसे ही वाहन आसना चौक को पार करके आगे बढ़ी वहां पहले से ही तीन युवक बैठे हुए थे, और शुभम की गाड़ी को हाथ दिखाते हुए उसे रोक दिया जिसके बाद वाहन चालक से वाहन खराब होने की बात कहते हुए पाना मांगा नहीं देने पर युवकों ने बोलेरो की चाबी निकाल दी, और हाथ पकड़े रुमाल को यूवको के ऊपर दिखाते हुए उनके पास काले बैग में रखे हुए लाखों रुपए लेकर फरार हो गए।

     

     

    घटना के तुरंत बाद युवकों ने इस मामले की शिकायत कोतवाली थाने में दी, जिसके बाद बस्तर रेंज आईजी विवेकानंद सिन्हा ने एक टीम बनाते हुए बस्तर एसपी दीपक झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा, नगर पुलिस अधीक्षक हिमसागर सिदार के अलावा सभी थानों के प्रभारियों को सूचना दिया गया कि काले रंग की स्कार्पियो वाहन जो बिना नंबर की थी वह लाखों रुपए लूटकर फरार हो गई है, उसकी पतासाजी जल्द से जल्द की जाए, पुलिस की टीम लगातार नाकाबंदी कर जांच तो कर रही है लेकिन अब तक आरोपियों के बारे में पुलिस को कोई भी सुराग हाथ नहीं लगा है, वहीं प्रार्थी शुभम के साथ ही पुलिस विभाग के आला अधिकारी आरोपियों की तलाश में जुट गई है। CG 24 News - Akash mishra 

     

  • करीब ढाई सौ पेटी बाम्बे व्हिस्की बरामद ?

    थानांतर्गत ग्राम परानीपुर बालू घाट पर छापा मार कर नदी के किनारे बालू के बीच छुपा कर रखी गई करीब ढाई सौ पेटी बाम्बे व्हिस्की बरामद की है इस दौरान मौके से दो अभियुक्त जिलाजीत और राकेश को गिरफ्तार भी किया गया

  • हेलमेट से पहचान छिपाकर चोरी करने वाले को पुलिस ने किया गिरफ्तार
    रायपुर : हेलमेट पहनकर दर्जन भर चोरी की वारदात को अंजाम देने वाले शातिर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। पुलिस ने आरोपी के पास से नकद 5 लाख 70 हजार रुपये सहित घटना में उपयोग किये गए दोपहिया वाहन जब्त किया है। मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि पकड़े गए आरोपी का नाम युसुफ खान है जो सेक्टर 3 डीडीनगर का निवासी है। आरोपी बड़े ही शातिर व प्रोफेशनल तरीके से चोरी की वारदात को अंजाम देता था। वह अपनी पहचान छिपाने के लिए हेलमेट का उपयोग करता था। आरोपी पिछले 6 माह से घूम घूम कर चोरियां कर था। आरोपी के खिलाफ शहर के कोतवाली थाना, आजाद चौक, सरस्वती नगर, आमानाका, पंडरी व कबीरनगर थाना में अपराध दर्ज है। आरोपी ने कोतवाली थाना क्षेत्र में रहने वाले फिरोज अजीज के सूने मकान से डेढ़ लाख रुपए चोरी किया था। इसी तरह मोहनलाल शर्मा के दुकान से 5 लाख , रूपचंद साहू के दुकान से 1 लाख 65 हजार चोरी किया था। इसी तरह आजाद चौक थाना क्षेत्र में रहने वाला दिनेश अग्रवाल के ऑफिस से आरोपी ने 60 हजार चोरी किया था। पुलिस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है, जिससे और भी चोरी खुलासा हो सकता है। आरोपी जुआ खेलने का आदि है और चोरी किए गए पैसे को घर बनाने में उपयोग किया है। CG 24 News
  • कोंटा ब्रेकिंग : एर्राबोर के लेन्द्र मार्ग पर रोड में कार्य लगे रोलर को नक्सलियों किया आग के हवाले
    एर्राबोर के लेन्द्र मार्ग पर रोड में कार्य लगे रोलर को नक्सलियों किया आग के हवाले 8 10 के करीब नक्सलियों दिया अन्जाम मजदूरों को दुबारा काम नही करने की दी चेतवानी अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नही --
  • फर्जी नौकरी कर रहे  का खुलासा
    बलरामपुर जिले में फर्जी नौकरी कर रहे का खुलासा सूचना के अधिकार के तहत पूरे मामले का खुलासा हुआ और अब जाकर इसमें कार्रवाई हुई है।सिक्षा विभाग की इस कार्रवाई के बाद चारों ओर हडकंप मच गया है वहीं आरटीआई एक्टीविस्ट ने दावा किया है की अगर साल 2005 और 2007 के भर्ती की पूरी जांच हो तो सैकडों सिक्षक ऐसे मिलेंगे जो फर्जी दस्तावेज के आधार पर नौकरी कर रहे हैं।बर्खास्त किए गए सिक्षक का नाम चन्द्रदेव राम है और वो रामानुजगजं के वार्ड क्रमांक 3 का निवासी है साल 2005में एसकी नियुक्ति सिक्षाकर्मी वर्ग 3 के रुप में हुई थी।आरटीआई एक्टीविस्ट बैजनाथ केसरी ने फर्जी भर्ती की सूचना मिलने के बाद आरटीआई के तहत सिक्षक की जानकारी निकाली तो उसके दस्तावेज में काफी फर्जीवाडा पाया गया जिसे चयन समिती से मिलकर कूटरचना कर भर्ती किया गया था।सिक्षक के अंकसूची में प्राप्तांक को बढाकर लिखा गया था वहीं सिक्षक ने जो खेल को प्रमाण पत्र लगाया था वह भी फर्जी बनाया गया था क्योंकी स्कूल में एडमिसन से पहले ही उसे तैयार कर लिया गया था।सिक्षक ने जो स्कूल में पढाने का अनुभव प्रमाण पत्र लगाया था वह भी फर्जी पाया गया।पिछले तीन सालों से इसकी जांच की जा रही थी और साल 2017 में ही सिक्षक के दस्तावेजों की जांच कर तात्कालिन कलक्टेर अवनिस कुमार सरण ने इसके बर्खास्तगी के आदेस जारी कर दिए थ्ेा लेकिन निचले स्तर के अधिकारियेां की सांठगाठ के कारण सिक्षक को बर्खास्त नहीं किया गया था।कार्रवाई नहीं होने पर आरटीआई एक्टीविस्ट ने वर्तमान कलेक्टर संजीव कुमार झा से मामले की सिकायत की और दस्तावेजों की जांच करने के बाद कलेक्टर ने जिला सिक्षा अधिकारी को इसमें कार्रवाई के आदेस दिए जिस पर डीईओ ने तत्काल संविलीयन हो चुके सिक्षक एलबी चन्द्रदेव राम को पद से बर्खास्त कर दिया है।सिक्षा विभाग अब फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे सिक्षक के खिलाफ रिकवरी और उसके खिलाफ एफआईआर करने के लिए सासन को पत्र लिखने की बात कर रहे हैं।इस बर्खास्तगी के बाद साल 2005 में हुए पूरी भर्ती प्रक्रिया में सवाल उठने लगे हैं क्येांकी इसमें साफ देखा जा रहा है की चयन समिती ने किस तरह दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी नौकरी लगाई थी।
  •  थाना कुकानार    24 घंटे के अंदर सुलझी हत्या की गुत्थी...
    थाना कुकानार अंतर्गत दिनांक 26/06/19 को जंगमपाल के पास एक युवक का शव बरामद हुआ जिसकी पहचान होमारास निवासी सुक्का मंडावी पिता हड़मा मंडावी, आयु 32 के रूप में हुई जिसकी हत्या अज्ञात व्यक्ति द्वारा धारदार हथियार द्वारा की गयी थी। पुलिस अनु. अधिकारी तोंगपाल श्री शोभराज अग्रवाल के दिशा निर्देशन में कुकानार पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए हत्या में शामिल आरोपियों की पतासाजी कर 1. पाण्डु मंडावी एवं 2. हाँदा मंडावी दोनों निवासी होमारास को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त 2 नग कुल्हाडी बरामद किया गया है। हत्या का कारण पारिवारिक विवाद होना पाया गया। दोनों आरोपियों को आज सुकमा न्यायालय पेश किया जा रहा है।
  • नक्सलियों ने की ग्रामीण की हत्या - पुलिस का मुखबिर होने का लगाया आरोप
    जन अदालत लगाकर नक्सलियों ने की ग्रामीण की हत्या पुलिस का मुखबिर होने का लगाया आरोप बीजापुर। बीजापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत बेदरे चौकी के नुगुर में नक्सलियों ने ग्रामीण पर पुलिस का मुखबिर बताते हुए घर से 7 किमी दूर ले जाकर उसकी हत्या कर दिया गया, पुलिस ने शव को बरामद करते हुए उसका पीएम कर परिजनों को सौप दिया गया। मामले के बारे में जानकारी देते हुए बीजापुर एसपी दिव्यांग पटेल ने बताया कि मनीष पल्लो 25 वर्ष जो कल सुबह अपने घर मे काम कर रहा था, उसी दौरान कुछ नक्सली घर मे आये और युवक को अपने साथ ले गए, परिजनों ने युवक को ले जाने से पहले मना भी किया लेकिन नक्सली बिल्कुल नही माने, लेकिन नक्सलियों ने घर से करीब 7 किमी दूर ले जाकर कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दिया गया है। नक्सलियों ने युवक की हत्या से पूर्व उसे पुलिस का मुखबिर भी बताया है। जबकि युवक गाव में केवल खेती किसानी का काम करता था, और उसका पुलिस से कोई लेना देना नहीं था।
  • फर्जी अधिकारी बनकर फोन कर पैसे की उगाही करने वाले 5 युवकों को पुलिस ने किया गिरफतार
    बलरामपुर जिले के शकरगढ में सोसायटी संचालकों को फर्जी अधिकारी बनकर फोन कर पैसे की उगाही करने वाले 5 युवकों को पुलिस ने गिरफतार करने में सफलता हासिल किया है।इन 5 आरेापियों में सरगुजा जिले के धौरपुर थाने में पदस्थ एक आरक्षक और एक वनरक्षक भी सामिल हैं।पुलिस ने सभी आरेापियों को गिरफतार करने के बाद उनके पास से मोबाईल और सीम कार्ड जप्त करने के बाद उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।पुलिस ने बताया की इस मामले का मुख्य आरोपी मनोज है जो आरक्षक अनिल जायसवाल और वनरक्षक अवेधस कुमार का साथी है मनेाज ने ही इनके साथ अपना प्लान साझा किया और फर्जी खाद्य अधिकारी बनकर सोसायटी संचालकों को फोन कर उन्हें धमकी देने लगा,मनोज के साथ उसके दो और साथी मंगल और छोटेलाल भी सामिल थे।पांचों आरोपी फर्जी अधिकारी बनकर सेल्समैन को फोन करते और उनसे 30 हजार रुपए की मांग कर रहे थे।पीडीत सेल्समैन रामयादव अपने साथ हो रहे इस घटना की सूचना थाने में दिया और पूरी बात बताई।
  • मोटरसाइकिल टकराई खड़ी वाहन से मौके पर 3 युवको की मौत - घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के छोटे देवड़ा की
    जगदलपुर। कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम छोटे देवड़ा आज शाम हुए सड़क हादसे में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, घटना की जानकारी लगते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच जांच शुरू करते हुए शवों को पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया गया। मामले की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि छोटे देवड़ा के पास विपरीत दिशा से एक मोटरसाइकिल क्रमांक सीजी 17 केएन 5761 में 3 लोग सवार होकर आ रहे थे कि अचानक सड़क किनारे खड़ी बतख वाहन में बाइक चालक जा घुसा। घटना इतनी जबरदस्त थी कि तीनों युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही पुलिस की टीम ने सबसे पहले सड़क पर लगे जाम को हटाते हुए शवों को वाहन में डालते हुए अस्पताल पहुंचाया, वहीं घटना की जानकारी लगते ही मृतक के परिजन भी पहुंच गए थे, लेकिन उनके के बाद भी नाम का पता नहीं चल पाया था, पुलिस का कहना था कि सबसे पहले शवों को सड़क से हटाकर उन्हें भिजवाना था जिससे हो रहे यातायात बाधित को सुचारू रूप से शुरू करवाना था।