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  • बारिश में   इंफेक्शन का खतरा सबसे ज्यादा होता है.बीमारियों से बचने के लिए इन बातों का ख्याल रखें.

    1- स्ट्रीट फूड से बचें- बारिश में आपको स्ट्रीट फूड अवायड करना चाहिए. स्ट्रीट फूड बनाते वक्त हाइजिन का उतना ध्यान नहीं रखा जाता. ऐसे में रखा हुआ,  तला भुना खाना खाने से पेट की समस्या हो सकती है. कई बार बारिश के मौसम में स्ट्रीट फूड खाने से संक्रमण और एलर्जी भी हो जाती है. 

    2- कच्चा खाने से बचें- बारिश के मौसम में किसी भी तरह का कच्चा खाना आपको बीमार कर सकता है. इस मौसम में हमारा मेटाबोलिज्म काफी स्लो हो जाता है. जिसकी वजह से खाना देर से पचता है. इस मौसम में जूस पीने से बचे और सलाद खाने से पहले उसे अच्छी तरह से धो लें या उसे स्टीम्ड करके खाएं. ज्यादा देर कटा हुआ फल भी खाना चाहिए. 

    3- खाने से पहले हाथ धोएं- हमेशा खाना खाने से पहले साबुन से हाथों को जरूर धोएं. बारिश के मौसम में हाथों पर सबसे ज्यादा कीटाणु और बैक्टीरिया चिपकते हैं, और जब ये बैक्टीरिया पेट के अंदर चले जाते हैं तो कोई बीमारी और इंफेक्शन  पैदा कर सकते हैं. 

     

    4- उबाला पानी पिएं- बारिश में पानी से सबसे पहले इंफेक्शन होता है. इस मौसम में पानी उबाल कर पीना चाहिए. इससे सभी तरह के बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं और पानी शुद्ध हो जाता. उबला पानी पीने से आप डिहाइड्रेशन और डायरिया जैसी बीमारियों से बच सकते हैं.

    5- इम्यूनिटी मजबूत करें- बारिश में आपकी रोगप्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी चाहिए. इससे आप जल्दी बीमार पड़ने और संक्रमण से बच सकते हैं. इम्यून सिस्टम को स्ट्रोंग बनाने के लिए ड्राइफ्रूट्स खाएं. खाने में मक्का, जौ, गेहूं, बेसन जैसे अनाज को शामिल करें. दालें और स्प्राउट्स खाएं. इसके अलावा तुलसी अदरक का सेवन करें.

  • मेष राशि वालों को अपनी संतान के बारे में कोई अच्छी खबर  सुनने को मिल सकती है,

    आपको अपनी संतान के बारे में कोई अच्छी खबर  सुनने को मिल सकती है, जिससे आपका मन भी प्रसन्न हो सकता है.आप अपने जीवन में बहुत ही कड़े नियम वाले हैं, लेकिन कड़े नियम के साथ-साथ अपने परिवार को भी थोड़ा समय दे, नहीं तो आपका परिवार आपसे नाराज हो सकता है. यह बात आपको समझ समझनी चाहिए. आपके मन में यदि कोई उलझन है, उस उलझन को लेकर आपको अपने परिवार के बुजुर्गों से बात करनी चाहिए, जिसका आपको कोई ना कोई हल अवश्य निकलेगा.भगवान भोलेनाथ आप का भला करेंगे. आप अपने जीवन साथी को भी सहयोग दें. आप उन्हें  घूमने के लिए लेकर जा सकते हैं,जिससे आपके जीवन साथी का उदास मन थोड़ा सा खिल उठेगा. 

  • गर्मागर्म चटनी के साथ परोसिये साबूदाना वड़ा

    बाहर से कुरकुरी परत वाले,  साबूदाना के साथ उबले आलू के साथ दरदरी कुटी मूंगफली को मिला कर बने साबूदाना वड़ा चाहे नवरात्रि या अन्य किसी व्रत में बनाईये या यूंही गर्मागर्म चटनी के साथ परोसिये, सभी को ये बेहद पसंद आयेंगे.

     

    • मीडियम साइज साबूदाना - 1 कप (150 ग्राम) भीगे हुए
    • आलू - 5 (300 ग्राम) उबले हुए
    • मूंगफली के दाने - ½ कप (100 ग्राम) भूने और दरदरी कुटे
    • हरा धनिया - 2-3 टेबल स्पून (बारीक कटा हुआ)]
    • सैंधा नमक - 1.25 छोटी चम्मच
    • हरी मिर्च - 2 (बारीक कटी हुई)
    • अदरक पेस्ट - 1 छोटी चम्मच
    • काली मिर्च - 8-10 (दरदरी कुटी हुई)
    • तेल - तलने के लिए
    • विधि - How to make Sabudana Vada Crispy

      1 कप साबुदाना को धो कर 2 घंटे के लिये 1 कप पीने वाले पानी में भिगो दीजिए, साबूदाने में भीगने के बाद अगर अतिरिक्त पानी दिखाई दे तो उसे हटा दीजिये.

      आलू को छील लीजिए और अच्छी तरह बारीक मैश कर लीजिए. मैश किए हुए आलू को साबुदाना में डाल दीजिए साथ ही इसमें सैंधा नमक, बारीक कटी हुई हरी मिर्च, अदरक का पेस्ट, दरदरी कुटी काली मिर्च, बारीक कटा हरा धनिया और दरदरी कुटी हुई मूगफली डाल कर सभी चीजों को अच्छी तरह मिलने तक मिला लीजिये. वड़े बनाने के लिए मिश्रण तैयार है.

    • कढ़ाई में तेल डाल कर गरम कीजिये. मिश्रण से थोड़ा सा, मिश्रण निकाल कर गोल कीजिये और हथेली से दबाकर चपटा करें, तैयार वड़े को प्लेट में रख दीजिए, इसी तरह से सारे मिश्रण से वड़े बना कर तैया कर लीजिए.

      एक वड़ा को गरम तेल में डालिये, वडा़ ठीक से बन रहा है तो 3-4 वड़े कढ़ाई में डालिये और साबूदाना वड़ों को पलट पलट कर सुनहरा होने तक तल लीजिये. तले साबूदाना वड़ा किसी प्लेट में बिछे नैपकिन पेपर पर रख लीजिये. इसी तरह सारे वड़े तलकर तैयार कर लीजिये.

  •  आप घर पर बड़ी ही आसानी से 10 मिनट के अंदर आलू समोसे तैयार कर सकते हैं

    आलू समोसा रेसिपी (Aloo Samosa Recipe): क्या आपको चाय के साथ समोसा खाना बहुत पसंद है. समोसा देखते ही आप उस पर टूट पड़ते हैं. तो फिर अब सोचना क्या इस बार घर पर ही आसान तरीके से बनाएं आलू समोसा. आप घर पर बड़ी ही आसानी से 10 मिनट के अंदर आलू समोसे तैयार कर सकते हैं और इनका टेस्ट (Taste) भी बिल्कुल बाजार जैसा होगा. कई लोग घर पर समोसा बनाने में कई बार छोटी छोटी गलतियां कर देते हैं. ऐसे में समोसे का शेप या फिर उसका टेस्ट ही बिगड़ जाता है लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा. अगर इस बार आपका मन घर पर समोसे बनाकर खाने का हो तो हिचकिचाए नहीं बल्कि इसे बनाएं और इसका मजा उठाएं. आइए आपको बताते हैं कैसे आप 10 मिनट में बाजार जैसे आलू के समोसे घर पर ही तैयार कर सकते हैं.

     

    समोसे बनाने की सामग्री
    मैदा- 2 कटोरी
    घी या तेल- 1/3 कटोरी
    अजवाइन- 1/2 छोटा स्पून
    नमक- स्वादानुसार या 1/2 छोटा स्पून
    तेल (समोसे तलने के लिए)- आवश्यकतानुसार
    2 उबले हुए आलू मीडियम (आप चाहे तो इस में प्याज और मटर भी दाल सकते हैं)
    जीरा- 1 छोटा स्पून
    अदरक- 1 छोटा स्पून
    लहसुन (अगर आप चाहे तो)- 1/2 छोटा स्पून

    धनिया पाउडर- 1 छोटा स्पून
    जीरा पाउडर- 1/2 छोटा स्पून
    लाल मिर्च पाउडर- 1 छोटा स्पून
    नमक- स्वादानुसार
    गरम मसाला- 1/2 छोटा स्पून
    चाट मसाला- 1/2 छोटा स्पून
    हरी मिर्च बारीक कटी हुई- 1
    हरा धनिया बारीक कटा हुआ- 1 बड़ा स्पून
    काजू कटे हुए- 8-10
    किशमिश- 14-15

    समोसा बनाने की विधि
    सबसे पहले समोसे के लिए आटा गूंथना होगा. एक बड़े बर्तन में आटा लें और उसमें पिघला हुआ घी, अजवाइन और थोड़ा सा नमक डाले. अब इसे अच्छे से मिलाएं और हाथ में लेकर दबा कर देखे. अगर आटा हाथ से दबाने पर लड्डू जैसा बनने लगे तो इसका मतलब है कि घी की मात्रा ठीक है. अगर ऐसा न हो तो थोड़ा सा घी और डाल दें. अब धीरे-धीरे पानी डाल कर आटा गूंथ ले, आटा न ज्यादा सख्त हो और न ज्यादा मुलायम. अब आटे को ढक कर अलग रख दें. जब तक आटा सही होता है तब तक उसमें भरने के लिए आलू तैयार कर लें.

    उसके लिए सारे मसाले अलग निकाल लें. अब उबले हुए आलू को छोटा-छोटा काट लें. अब एक कटोरी में सारे मसाले (लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, गरम मसाला) लेकर उस में थोड़ा सा पानी डाले और अच्छी तरह से मिला लें. अब कड़ाई में 1 छोटा स्पून तेल डाले. जब तेल गरम हो जाए तब इस में जीरा, अदरक-लहसुन का पेस्ट और कटी हुई हरी मिर्च डालें. जब सब भुन जाए तब इस में गीला वाला मसाला डाल दें. इसे धीमी गैस पर भूनें जब तक की तेल अलग न होने लगे. जब मसाला भुन जाए तब इस में कटा हुआ हरा धनिया डाल दें. हल्का सा चलाएं और फिर कटे हुए आलू इसमें डाल दें. साथ में चाट मसाला, नमक और काजू, किशमिश भी इसमें डाल दें. अब 3 से 4 मिनट तक धीमी गैस पर इसे भून लें. आलू भरने के लिए तैयार है.

    अब आटे को लें और उसे एक बार फिर अच्छे से गूंथ लें. अब एक पराठे के बराबर आटा लें, गोल करें और हल्का सा मैदा लगाएं. अब इसे धीरे-धीरे करके गोल बेल लें. पराठे जितना बड़ा बेले और फिर इसे बीच से काट दें. अब दोनों को अलग करें और एक भाग को लेकर उसके किनारों पर पानी लगाएं. अब दोनों किनारे उठाएं और आपस में चिपका दें. चिपकाने के बाद ये एक तिकोना बन जाएगा. इसी तरह सारे समोसे बना लें और फिर गर्म तेल में इन्हें धीमी गैस पर भून लें. तेल इतना होना चाहिए की आपके समोसे उस में पूरी तरह डूब जाएं. अब इन्हें धीर धीरे फ्राई होने दें. एक बार समोसे को होने में 10 मिनट ही लगते हैं. जब समोसे हलके भूरे हो जाएं तब निकाल लें. गरमा गरम समोसे तैयार है. इसे मीठी और तीखी चटनी के साथ सर्व करें.

  • घर पर बनाएं बन मस्का, इसे नाश्ते में चाय के साथ परोसें

    बन मस्का महाराष्ट्र का प्रसिद्ध व्यंजन है। क्रीम से भरा इसका स्वाद काफ़ी पसंद किया जाता है। अगर आप भी इसके स्वाद का आनंद लेना चाहते हैं, तो इसे घर पर ही बना सकते हैं। इस विधि में प्रयुक्त बन बहुत मुलायम और ताज़ा होना चाहिए, तभी इसके स्वाद का आनंद ले पाएंगे। मुलायम और टूटी फ्रूटी के साथ वाला बन ख़रीद सकते हैं या फिर घर पर बना सकते हैं। अब बन को बन मस्का कैसे बनाना है, इसकी रेसिपी यहां देख लीजिए।

    ऐसे बनाएं

    15 मिनट में, दो लोगों के लिए

    बोल में 2 बड़े चम्मच क्रीम और 2 बड़े चम्मच मक्खन अच्छी तरह से मिलाएं। तब तक मिलाएं जब तक यह मिश्रण चिकना न हो जाए। अब 2 बन को बीच से काटकर दो हिस्सों में बांटें। गर्म तवे या पैन पर इन्हें दोनों तरफ़ से सेकें। अगर बन तवे पर चिपक रहे हैं, तो हल्का-सा मक्खन लगाकर सेंक सकते हैं। अब एक बन के दोनों कटे हुए हिस्से लें और इनके बीच में क्रीम और मक्खन के मिश्रण को अच्छी तरह से लगाएं। यानी कि बन के कटे हुए हिस्सों पर क्रीम लगानी है और इन हिस्सों को आपस में चिपका देना है। इसी तरह दूसरी बन पर भी क्रीम और मक्खन का मिश्रण लगाकर चिपकाएं। बन मस्का तैयार है। बड़ा और गोल बन चार हिस्सों में बांटकर परोस सकते हैं।

  • पुणे घूमने जाएं तो जरूर लें इन 8 स्ट्रीट फूड का जायका, जिंदगीभर याद रहेगा इनका स्वाद

    पुनेरी मिसल पाव

    पुनेरी मिसल पाव पुणे का फेमस स्ट्रीट फूड है। मसालेदार और तीखे मसाला मिसल के साथ कटे हुए प्याज और नींबू के साथ गर्म पाव का यह मिश्रण लाजवाब है। यह व्यंजन उन सभी फूड लवर के लिए बेस्ट चॉइस है, जो स्पाइसी या मसालेदार भोजन पसंद करते हैं। बता दे कि प्याज को गरम मसाला, टमाटर, लहसुन और अदरक से बने मसालेदार मसाले में पकाया जाता है और इसे उसल, पोहा, कटे हुए आलू, कटा हुआ प्याज और धनिया, प्याज और मक्खन के साथ परोसा जाता है। इसे टेस्टी स्वाद के साथ शानदार ढंग से गरमा गरम ब्रेड या पाव के साथ परोसा जाता है। सबसे टेस्टी पुनेरी मिसल पाव का स्वाद लेने के लिए बेडेकर मिसाल पर जा सकते हैं।

     

     

    वड़ा पाव

    वड़ा पाव फेमस महाराष्ट्रीयन स्ट्रेट फूड है, जो पूरे भारत में बेहद प्रसिद्ध है। ये व्यंजन सिर्फ देश ही नहीं विदेशी पर्यटकों के बीच भी काफी पसंद किया जाता है। ये खाना एक स्वादिष्ट डीप-फ्राइड पैटी (वड़ा) से मिलकर बनता है, जिसे बन (पाव) के दो नरम स्लाइस के बीच रखा जाता है। पाव के अंदर हरी पुदीने की चटनी और मीठी चटनी डाली जाती है। साथ ही इस डिश को और स्पाइसी बनाने के लिए इसके साथ मिर्च और कुछ मसाला भी दिया जाता है। वड़ा पाव के अन्य रूपों में पनीर वड़ा पाव, शेजवान वड़ा पाव आदि शामिल हैं।

    साबूदाना वड़ा

    साबूदाना वड़ा पाव पुणे का यह एक प्रसिद्ध देसी स्ट्रीट फूड है। यह आपको पुणे के हर चौक-चौराहे पर सुबह नाश्ते के रूप में खाने को मिल जाएगा। इस डीप फ्राइड डिश को साबूदाना, आलू, धनिया मूंगफली और मिर्च के साथ मिक्स कर बनाया जाता है। ये डिश बाहर से क्रिस्पी और अंदर से चूई होती है। ये फूड्स चाय के साथ बेहद टेस्टी लगता है। इसे आमतौर पर पुणेवासी पुदीने और खजूर की चटनी के साथ खाते हैं।

     

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    सेव पुरी

    सेव पुरी पुणे का बेस्ट स्ट्रीट फूड में से एक है, जिसे आपको एक बार जरूर ट्राई करना चाहिए। खट्टी मीठी पानी पुरी को छोले और आलू के भरावन के साथ परोसा जाता है, जो आपको बेहद पसंद आएगा। बता दे कि नटराज भेल सेव पुरी का सबसे कुरकुरा, कुरकुरे और चटपटे स्वाद परोसता है जिसे आपको एक बार जरूर खाना चाहिए।

     

     

    पाव भाजी

    इस व्यंजन का इतिहास आप समझ लीजिए 150 वर्ष पुराना है। पाव भाजी एक विशिष्ट महाराष्ट्रीयन व्यंजन है जिसे दुनिया भर के भारतीयों द्वारा पसंद किया जाता है और भारतीय घरों में तो इसे सबसे ज्यादा बनाया जाता है। पाव भाजी में कई तरह की सब्जियां मिलाई जाती हैं, फिर उन्हें मैश करके ऊपर से मक्खन डालकर सिके हुए पाव के साथ गर्मागर्म परोसा जाता है। पुणे का ये सबसे मशहूर स्ट्रीट फूड है, जिसे यहां के लोग सबसे ज्यादा खाते हैं। पाव भाजी को कई अन्य तरीकों से भी बनाया जाता है, जैसे चीज़ पाव भाजी, पनीर पाव भाजी, शेज़वान पाव भाजी आदि।

    दाबेली

    यह विशिष्ट स्ट्रीट फूड पुणेवासियों के दिल में बसा है। इस डिश का स्वाद थोड़ा मीठा होता है। इसे कई तरह के मसालों को मिक्स कर बनाया जाता है। वैसे तो इस डिश की उत्पत्ति गुजरात के कच्छ से मानी जाती है, लेकिन यह बदले स्वाद के साथ पुणे में भी काफी प्रसिद्ध है। दाबेली में आलू की फिलिंग के साथ अंगूर, अनार, प्याज, धनिया पत्ती, मूंगफली, और कुरकुरी सेव डाली जाती है। इसे मीठी और तीखी चटनी के साथ क्रिस्पी और बेहद टेस्टी बनाया जाता है। स्ट्रीट फूड प्रेमियों को यह बहुत पसंद आता है। शाम को इसे खाने के लिए फूड स्टॉल पर भीड़ लगती है।

     

    भाकरवाड़ी

    ये स्वादिष्ट स्नैक चाय के समय में सबसे ज्यादा खाया जाता है। सभी तरह के आटे से बने इस स्नैक में मसाले डाले जाते हैं और फिर रोल करके डीप फ्राई किया जाता है। भाकरवाड़ी को नमकीन और मीठा दोनों तरीकों से बनाया जाता है। इसमें आप ड्राई फ्रूट्स को भी मिक्स कर सकते हैं। पुणे घूमने के लिए आएं, तो भाकरवाड़ी को टेस्ट जरूर करके जाएं, साथ में अपनी फैमली के लिए भी ये स्नैक लेकर जा सकते हैं।

     

     

    कीमा पाव

    कीमा पाव पुणे के सभी नॉन वेजिटेरियन लवर के लिए, यह फूड कुछ ऐसा है जिसे आपको पुणे में अवश्य आज़माना चाहिए। स्वादिष्ट टमाटर की ग्रेवी में तैयार कीमा बनाया हुआ मटन आपको अपना फैन बना देगा। सबसे स्वादिष्ट कीमा पाव खाने के लिए कैफे गुडलक जाएं। इनका अनोखा स्वाद आपका फवरेट बन जाएगा।

  • खीर और पूरी एक पारंपरिक भारतीय व्यंजन है. अधिकतर त्योहारों के मौके पर खीर-पूरी बनाई जाती है.

    खीर और पूरी एक पारंपरिक भारतीय व्यंजन है. अधिकतर त्योहारों के मौके पर खीर-पूरी बनाई जाती है. इतना ही पूजा करने के बाद भगवान को इसका भोग भी लगाया जाता है.इसे बनाने की सबसे आसान रेसिपी बता रहे हैं, जिसे अपनाकर फटाफट खीर-पूरी तैयार की जा सकती है.

    खीर-पूरी के लिए जरूरी सामग्री
    2 लीटर दूध
    200 ग्राम चावल
    250 ग्राम चीनी
    5 इलाइची
    10 काजू
    10 बादाम
    250 ग्राम आटा या मैदा
    4 चम्मच तेल
    1 चम्मच अजवाइन
    1 चम्मच नमक (स्वादानुसार)
    पूरी तलने के लिए रिफाइंड ऑयल

    खीर-पूरी बनाने की विधि जान लीजिए
    1. सबसे पहले आप खीर बनाने के लिए बादाम और काजू को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए. फिर चावलों को धोकर साफ कर लें.
    2. इसके बाद गैस पर एक बर्तन रखें और उसमें दूध डाल दें. जब दूध उबलने लगे, तब उसमें चावल डालें. थोड़ी देर बाद इसमें चीनी डालें.
    3. जब सभी चीजें अच्छी तरह मिल जाएं, तब इसमें बादाम, काजू और इलाइची डालें. फिर 10 मिनट तक पकने दें.
    4. इस तरह आपकी खीर बनकर तैयार हो जाएगी. इसे आप किसी बर्तन में निकालकर रख सकते हैं.
    5. पूरी बनाने के लिए सबसे पहले आटा या मैदा को एक बर्तन में डालें. इसमें थोड़ा सा तेल व अजवाइन मिलाएं और उसे अच्छी तरह गूंथ लें.
    6. अब आप कड़ाही में रिफाइंड ऑयल गर्म करें और पूरी बेलकर अच्छी तरह सेक लें. धीर-धीरे आप पूरे आटे की पूरियां सेक लें.
    7. अब आपकी खीर पूरी बनकर तैयार है. आप पूजा करके इसका भोग लगा सकते हैं और इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण कर सकते हैं.
    8. त्योहारों के मौके पर आप स्वादिष्ट खीर पूरी का लुत्फ उठा सकते हैं. पूरी फैमिली आपकी खीर पूरी की फैन हो जाएगी.
     

  • फैमिली के लिए काम करना नहीं छोडूंगी : आलिया भट्ट

    मुंबई । आलिया भट्ट ने हाल ही में अपने करियर और वर्क लाइफ बैलेंस को लेकर बात की। इस दौरान एक्ट्रेस ने कहा एक समय ऐसा भी था जब वह काम के लिए अपना फैमिली टाइम और नींद तक के लिए समझौता करने को तैयार थीं। लेकिन, अब वह ऐसा नहीं सोचती हैं। एक्ट्रेस ने इस बीच बीते एक दशक में अपनी लाइफ में आए बदलावों के बारे में बात की।उन्होंने कहा कि किसी शख्स ने उनसे कहा था कि वो एक अच्छी मां, या अच्छी बेटा या अच्छी एक्ट्रेस नहीं बन सकतीं। उन्होंने कहा कि बेस्ट होना वाकई कठिन है... आलिया ने यह भी कहा कि वो कभी भी फैमिली के लिए काम करना नहीं छोड़ेंगी।

    मैं हर तरह के सेक्रिफाइस करने के लिए तैयार थी- आलिया
    फेमिना से बात करते हुए आलिया ने इंडस्ट्री में अपने शुरुआती समय को याद करते हुए बताया कि कैसे समय के साथ-साथ उनका काम उनकी प्रायोरिटी बनता गया। उन्होंने कहा- 'जैसे-जैसे मैंने सिनेमा में एक दशक पार किया, चीजें डेवलप होती गईं। हालांकि इस दशक में मेरी जिंदगी में काफी बदलाव आया है। मुझे लगता है कि एक समय था जब मैं हर तरह के सेक्रिफाइस करने के लिए तैयार थी। नींद का, अपने परिवार के साथ समय का। उस वक्त मेरे जीवन में बस दो चीजें काम करना और शूटिंग करना थीं।

    बेशक काम करना कभी न छोड़ें, लाइफ में बैलेंस लाएं
    आलिया ने आगे कहा- 'लेकिन अब मेरा एक परिवार है…मेरी एक बेटी है। मेरा एक पति है। कभी-कभी मुझे ऐसा लगता है कि यह सभी 10 साल मैंने अपने माता-पिता, अपनी बहन और अपने दोस्तों के साथ नहीं बिताए। लेकिन अब मैं चाहती हूं कि ऐसा कर सकूं।' वर्क लाइफ बैलेंस के बारे में बात करते हुए आलिया ने आगे कहा- बेशक काम करना कभी न छोड़ें, लेकिन कोशिश करें और लाइफ में बैलेंस लाएं।

    किसी ना किसी चीज को लेकर कॉम्प्रोमाइज जरूर करना होगा

    आलिया ने आगे काम और पर्सनल लाइफ में तालमेल बिठाने पर अपनी राय दी। उन्होंने कहा- 'बैलेंस हमेशा एक जैसा नहीं हो सकता है। आपको हमेशा किसी ना किसी चीज को लेकर कॉम्प्रोमाइज जरूर करना होगा। अगर आप ऐसा सोचते हैं कि आप एक वक्त पर सभी चीजें कर सकते हैं, शायद आप सभी चीजें कर भी लें। लेकिन इससे आपकी मेंटल पीस जरूर सफर करेगा।

    'मेरे साथ अक्सर ऐसा होता है, क्योंकि मैं हर जगह पर मौजूद रहना चाहती हूं…और मैं प्रोफेशनल तौर पर भी हमेशा एक्टिव रहना चाहती हूं। लेकिन इन सभी चीजों के बीच मैं अपने लिए समय नहीं निकाल पाती हूं। इसलिए मुझे लगता है कि हमें सबसे पहले अपनी प्रायोरिटीज के बारे में सोचना चाहिए।'

    लोगों ने कहा मैं अच्छी मां नहीं बन सकती
    एक्ट्रेस ने आखिर में कहा- 'किसी ने मुझसे कहा था कि तुम कभी एक ग्रेट मां, एक बेहतरीन बेटी या एक एक बेहतरीन एक्ट्रेस नहीं बन पाओगी। मुझे ऐसा लगता है कि सबसे बेस्ट होना एक ओवररेटेड शब्द है। हमारे आसपास महानता को ज्यादा इम्पॉर्टेंस दिया जाता है। आपको सिर्फ अच्छा और ईमानदार होना होगा…खुलकर बात करनी होगी। इसलिए मैं यही करने की कोशिश करती हूं। मैं अपने परिवार और फ्रेंड्स के साथ खुलकर बात करती हूं। फिर भी कभी-कभी मुझे लगता है कि मैं बहुत ज्यादा जिम्मेदारी ले रही हूं, लेकिन मुझे ये भी लगता है कि मैं इस जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ रही हूं। मेरे पास कोई जवाब नहीं है।’

  • अपनी उम्र से ज्यादा फिल्में रिजेक्ट कर चुकी गोविंदा की लाडली, अपने लुक्स से फैंस को बना लेती हैं दीवाना

    नई दिल्ली। Tina Ahuja Birthday : बॉलीवुड के स्टार किड्स की बात करें तो टीना आहूजा भी उन्हीं में से एक हैं जो एक्टिंग में करियर बनाना चाहती हैं. 2015 में वो डेब्यू भी कर चुकी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि 33 साल की हो चुकी गोविंदा की लाडली 30 फिल्मों को रिजेक्ट कर चुकी हैं. आइए टीना के बर्थडे पर कुछ अनछुए पहलुओं से आपको रूबरू कराते हैं.

    टीना आहूजा

    गोविंदा अपने दौर के सुपरस्टार रहे हैं. 80 और 90 के दशक में उन्होंने जो काम किया उसकी चर्चा तो आज भी खूब होती है लेकिन अभी तक वैसा स्टारडम ना तो उनके बेटे को मिला है और ना ही बेटी टीना आहूजा को जो सात साल पहले इंडस्ट्री में डेब्यू कर चुकी हैं.

    टीना आहूजा

    टीना आहूजा

    इतनी फिल्में रिजेक्ट कर चुकी हैं टीना

    आपको यह जानकर हैरानी होगी कि टीना ने भले ही अपने करियर में कामयाबी का स्वाद नहीं चखा है, लेकिन फिल्मों को रिजेक्ट करने में उन्होंने कोई कमी नहीं छोड़ी. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जाता है कि टीना अब तक करीब 30 फिल्में रिजेक्ट कर चुकी हैं. दावा किया जाता है कि टीना अपने पिता की तरह ही कॉमेडी फिल्में करना चाहती हैं, लेकिन मनमाफिक स्क्रिप्ट ही नहीं मिली है. इसके चलते वह हामी नहीं भर पाई हैं. बता दें कि टीना आहूजा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और खुद से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स से फैंस को रूबरू कराती रहती हैं।

  • मिर्ज़ापुर, पाताल लोक जैसी वेब सीरीज में काम नहीं कर पाऊंगी :सोनाक्षी

    मुंबई । सोनाक्षी सिन्हा ने हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज दहाड़ में काम किया था। इस वेब सीरीज को काफी पसंद किया गया है। इस वेब सीरीज में उन्होंने एक पुलिस अफसर की भूमिका निभाई थी। उनकी यह वेब सीरीज अमेजन प्राइम वीडियो पर रिलीज हुई थी। यह उनका ओटीटी डेब्यू भी था। इसका निर्देशन रीमा कातगी और रुचि ओबेरॉय ने किया था।

    सोनाक्षी सिन्हा ने कहा कि उन्हें थ्रिलर सीरीज पसंद है लेकिन वह मिर्जापुर, पाताल लोक या सैक्रेड गेम जैसी वेब सीरीज में काम नहीं कर पाएगी। एक्ट्रेस ने अपना डेब्यू सन 2010 में आई फिल्म 'दबंग' से किया था। इस फिल्म में उनके अलावा सलमान खान की अहम भूमिका थी। इसके बाद, उन्होंने कई फिल्मों और गानों में काम किया है। अब उन्होंने एक नया इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने खुलासा किया है कि वह और ज्यादा बोल्ड कंटेंट वाली वेब सीरीज में काम नहीं कर पाएंगी। उनसे पूछा गया कि वह किन शो में काम करना चाहती थी। इस पर उन्होंने कहा- "मुझे पाताल लोक, सैक्रेड गेम्स और मिर्जापुर पसंद आए हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि मैं उनमें से किसी में भी फिट होती हूं। उनका कंटेंट बहुत बोल्ड है लेकिन उन्हें देखने में मुझे काफी मजा आया।"सोनाक्षी सिन्हा ने कहा कि उन्हें क्राइम थ्रिलर और डॉक्यूमेंट्री देखना पसंद है। एक्ट्रेस आगे कहती है- 'मैंने ऐसी फिल्में नहीं की है, जिन्हें मैं अपने परिवार के साथ बैठकर नहीं देख सकती। अगर मुझे लगता है कि यह बात मेरे परिवार को पसंद नहीं आएगी तो मैं वह काम नहीं करती हूं। यह मेरा मानना है। ऐसा नहीं है कि मुझे ऐसा करने के लिए कहा गया है। मुझे अच्छा लगता है कि मैं कोई अच्छा काम करूं और परिवार के साथ बैठकर देखूं। मैं नहीं चाहती कि उन्हें मेरी वजह से शर्मिंदगी हो।'

  • छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स एसोसियेशन नें प्रतिभावान विद्यार्थियों का किया सम्मान
    छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स एसोसियेशन नें प्रतिभावान विद्यार्थियों का किया सम्मान *लक्ष्य पाने पूरी तैयारी और आत्मविश्वास जरूरी - प्रो. सुमेर सिंह* *अनुभव से ही स्मार्टवर्क विकसित होता है - धर्मवीर धीर* *सफलता पाने इमोशनल इंटेलिजेंस पर ध्यान दें -अजीत कुकरेजा* *10 साल के मॉस्टर जसराज सिंह ने गणितीय गणना का किया प्रदर्शन किया* रायपुर 14जुलाई 2023/ आईटीएम यूनिवर्सिटी,रायपुर के वाईस चांसलर प्रो. सुमेर सिंह ने कहा है कि विद्यार्थियों को सफलता तभी मिलेगी जब वह पहले से ही अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए योजना बना कर तैयारी करें। उन्होंने आज छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन व्दारा 10वीं और 12वीं में 90 प्रतिशत व उससे अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए उक्त बातें कहीं। कार्यक्रम में एसोसियेशन के संयोजक जी.एस. बॉम्बरा, सचिव दीप सिंह जब्बल,एजुकेशन कमेंटी के चेयरमैन डॉ. बी.एस.छाबड़ा भी उपस्थित थे। प्रो. सुमेर ने वृंदावन हाल,सिविल लांईस में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में कहा कि यहां सम्मानित होने वाले विद्यार्थी 90 प्रतिशत तथा उससे अधिक अंक वाले काफी प्रतिभाशाली छात्र -छात्राएं हैं। वे इन बातों को जानते हैं कि उन्होंने यह सफलता अपनी मेहनत से प्राप्त की है। उन्होनें कहा कि कोई भी लक्ष्य पूरे तैयारी करने तथा आत्म विश्वास से ही प्राप्त होता है। प्रो सिंह ने उपस्थित पालकों से कहा कि बच्चे तो मासूम होते हें, माता-पिता ही बच्चों के टैलेन्ट को पहचान कर उन्हें आगे बढ़ाते हैं। विद्यार्थियों से उन्होनें कहा कि "मान लो तो हार, ठान लो तो जीत है।" वे कहते हैं कि इसी बात को ध्यान रखने की जरूरत है। आईडीएम यूनिवर्सिटी ग्रुप मुंबई के डायरेक्टर कैरियर कांऊसिलिंग श्री धर्मवीर धीर ने विदार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भविष्य में आपको क्या बनना है यह पहले से ही तय कर लेना चाहिए। एक वास्तविक उदाहरण देते हुए उन्होनें बताया कि एक ही साथ पढ़े दो छात्र अपनी पढ़ाई के बाद अमरीका की एक कंपनी में नौकरी में लगे। इसमें एक का वेतन 50 लाख रुपए तथा दूसरे का वेतन 10 लाख रुपए सालाना था। इसका कारण था कि दोनों की पर्सनैल्टी में काफी अंतर था। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति स्मार्ट वर्क तभी सीख पाता है जब वह 10-15 साल तक कार्य का अनुभव ले चुका होता है। श्री धीर ने सफलता का गुरुमंत्र बताते हुए कहा कि नए आईडिया और वैचारिक सोच विकसित करने के लिए दूसरों की सफलताओं की कहानियां सुनें। इसके लिए उन्होनें विद्यार्थी को यूट्यूब में टेडएक्स जैसी वेबसाईट देखने की सलाह दी। विशेष अतिथि के रुप में आए पार्षद और नगर निगम रायपुर एमआईसी के सदस्य ने श्री अजीत कुकरेजा ने दिल्ली में रह कर आईएएस बनने की तैयारी के अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि भले ही मैं कुछ अंकों से भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने से चूक गया किन्तु उस अनुभव के आधार पर मैं यह कह सकता हूं कि सफलता पाने के लिए आपकी दृष्टि और लक्ष्य एकदम स्पष्ट होना चाहिए। इसके लिए अपने अपने अवचेतन मन को केन्द्रित करना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को इमोशनल इंटेलीजेंस के साथ अध्ययन करने की सलाह दी। प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों से आए कक्षा 10वीं के 12 तथा कक्षा 12वीं के 15 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। इसमें कक्षा दसवीं गुरबानी छाबड़ा व अमृत कौर को गोल्ड मेडल, सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स, फलकप्रीत कौर रंधावा को सिल्वर मेडल,सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स प्रदान किया गया। इसके बाद प्रभलीन सिंह डडियाला,जसप्रीत सिंह चावला, मनविन्दर सिहं माखीजा, नयनदीप खुराना, जसमीत कौर दत्ता, सिमरनजीत कौर, अंजलि बग्गा, अक्क्षदीप सिंह चावला, नवदीप कौर सूरी को सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स और मोमेन्टो प्रदान किया गया। वहीं 12वी कक्षा में उत्तीर्ण लवदीप सिंह सलूजा और कशिश गांधी को गोल्ड मेडल,सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स, पवित सिंह गुजराल व खुशप्रीत सैनी को सिल्वर मेडल, सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स प्रदान किया गया। अन्य विद्यार्थियों में आर्ची हुरा, प्रभगुन कौर टुटेजा,गुरलीन कौर, दिलप्रीत कौर सलूजा, करमजीत कौर संधू, मन्नत बिन्द्रा, प्रभराज सिंह भाटिया, अंशराज सिंह टुटेजा, अमनजोत कौर, वैष्णवी छाबड़ा और तनीषा कौर को सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स व मोमेन्टो प्रदान किया गया। गणितीय गणना कौशल मंय तीन वर्ल्ड रिकार्ड हासिल करने वाले जसराज सिंह को भी उसकी प्रतिभा के लिए सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेन्स और मोमेन्टो प्रदान कर सम्मानित किया गया। छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के संयोजक जी.एस. बॉम्बरा ने अपने अद्बोधन में संस्था की गतिविधियों और कार्यक्रम की जानकारी दी। श्री बॉम्बरा ने कहा कि सिक्ख बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। एसोसियेशन चिकित्सा, शिक्षा तथा पारिवारिक परामर्श सहित पर्यावरण के क्षेत्र में सन् 2018 से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि हमें इस संस्था को "सरबत के भला" के उद्देश्य से आगे बढ़ाना है। एसोसियेशन के एजुकेशन के चेयरमैन डॉ.बी.एस.छाबड़ा ने कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए विद्यार्थियों को सफलता के लिए किए जाने वाले प्रयासों की जानकारी दी। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के जे.एस. जब्बल, के. एस.झांस, टी.एस. झांस, बी.एस. सलूजा, अवतार सिंह प्लाहा, डॉ. कुलदीप सिंह छाबड़ा, अजीत सिंह राजपाल, कुलदीप सिंह छाबड़ा, एम.एस. सलूजा, लखिन्दर सिंह चावला, टी.एस. जब्बल, डी.एस. डडियाला, ए.एस. विरदी, मंजीस सिंह हुरा, सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, तेजपाल सिंह हंसपाल, श्रीमती रविन्दर कौर बॉम्बरा, श्रीमती पिंकी जब्बल सहित एसोसियेशन कई सदस्य उपस्थित थे। पालकों की ओर से अंबिकपुर से आए सरदार नरेन्द्र सिंह टुटेजा ने विद्यार्थियों को सम्मानित करने के लिए एसोसियेशन का आभार व्यक्त किया, वहीं कार्यक्रम में आए सभी लोगों की उपस्थिति के लिए एसोसियेशन के सचिव दीप सिंह जब्बल ने आभार व्यक्त किया ।
  • राजस्थान के असली स्वादों का आनंद रायपुर में

    शाही राजस्थानी फूड का आनंद रायपुर में 

    14 जुलाई से 23 जुलाई तक राजस्थानी फूड फेस्टिवल

     

    रायपुर में शाही राजस्थानी फूड का आनंद लें कोर्टयार्ड बाय मैरियट रायपुर 14 जुलाई से 23 जुलाई तक राजस्थानी फूड फेस्टिवल की मेजबानी कर रहा है, ताकि खाने के शौकीनों को राजस्थान के असली स्वादों का आनंद लेने का मौका मिल सके। यह फूड फेस्टिवल पारंपरिक राजस्थानी व्यंजनों का उत्सव है, जो राज्य की समृद्ध पाक विरासत को प्रतिबिंबित करने वाले व्यंजनों की एक श्रृंखला का प्रदर्शन करता है। महोत्सव में ली मेरिडियन जयपुर से शेफ वीरेंद्र सिंह भी शामिल हैं, जो महोत्सव में राजस्थानी व्यंजनों की अपनी विशेषज्ञता और ज्ञान ला रहे हैं। शेफ ने एक विशेष मेनू तैयार किया है जो राजस्थान के क्षेत्रों के व्यंजनों पर प्रकाश डालता है। फूड फेस्टिवल का एक मुख्य आकर्षण शेफ के साथ लाइव बातचीत है, जहां मेहमान शेफ से व्यंजनों और सामग्री के बारे में पूछ सकते हैं। शेफ मेहमानों के साथ अपनी रेसिपी और खाना पकाने के टिप्स साझा करेंगे। अनुभव को पूरा करने के लिए, फूड फेस्टिवल में पारंपरिक राजस्थानी सजावट और वीकेंड डिनर और संडे ब्रंच पर लाइव संगीत प्रदर्शन भी शामिल है जो मेहमानों को राजस्थान के रंगीन और जीवंत राज्य में ले जाएगा। कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर अपनी असाधारण पाक पेशकशों के लिए जाना जाता है, और यह फूड फेस्टिवल मेहमानों को विश्व स्तरीय भोजन अनुभव प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह फूड फेस्टिवल खाने के शौकीनों के लिए राजस्थान के समृद्ध स्वादों और सांस्कृतिक विरासत की खोज और सराहना करने का एक आदर्श अवसर है। कार्यक्रम के बारे में बोलते हुए, कोर्टयार्ड बाय मैरियट, रायपुर के महाप्रबंधक अनुकम तिवारी ने कहा, “राजस्थान राज्य अपनी संस्कृति और विरासत में समृद्ध है। यह राजपूतों, वैष्णवों और मारवाड़ियों की संस्कृति, परंपरा और जीवनशैली के मिश्रण को दर्शाता है। हम अपने मेहमानों को राजस्थान के जीवंत और विविध व्यंजनों का अनुभव करने का अवसर प्रदान करने के लिए मोमो कैफे में राजस्थानी फूड फेस्टिवल की मेजबानी करके रोमांचित हैं। हमारे शेफों ने प्रामाणिक राजस्थानी व्यंजनों का एक स्वादिष्ट मेनू तैयार किया है, और हम उन्हें अपने मेहमानों के साथ साझा करने के लिए तैयार हैं। मैं इस फूड फेस्टिवल का हिस्सा बनने और कुछ उत्तम राजस्थानी व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए रायपुरवासियों का स्वागत करता हूं।“