State News
  • घर में घुसकर नाबालिग लड़की से दुराचार करने की कोशिश, छह आरोपी गिरफ्तार

    भिलाई। जिले से शर्मशार कर देने वाला मामला सामने आ रहा है, यहां एक नाबालिक अपने घर में अकेली थी। उसी दौरान छह नशेड़ी नशे में चूर बलात प्रवेश कर दुराचार करने की नियत के साथ छेड़छाड़ करने लगे। बच्ची के हल्ला करने पर आरोपी भाग खड़े हुए।

    भिलाई 3 थाना प्रभारी विनय सिंह बघेल ने ग्रैंड न्यूज़ को बताया कि सोमवार को एक 14 वर्षीय बालिका अपने घर में अकेली थी। उसे अकेला पाकर छह नशेड़ी युवक बलात प्रवेश कर उससे छेड़छाड़ करने लगे।नाबालिक के पिता के द्वारा मामला दर्ज होते ही घेराबंदी कर एस वेंकट 26 वर्ष, अनीस कुमार मजुमदार 37, एम एच शेखर 37, सनी बजाज उर्फ सन्नी सरदार उर्फ बाबू 32, सुशील शर्मा उर्फ चिंटू 30, गौतम सोना 24 वर्ष को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।

  • मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने ग्राम कतकालो में जल शोधन संयंत्र का किया निरीक्षण...

    मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने ग्राम कतकालो में जल शोधन संयंत्र का किया निरीक्षण
    प्रांगण में अनार के पौधे का किया रोपण
    434.40 लाख रुपये की लागत से बना है 15 एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र
    लगभग 75 हज़ार जनसंख्या को उपलब्ध हो रहा शुद्ध पेयजल, 6 उच्च स्तरीय जलागारों को भरा जा रहा
    मिशन अमृत- आवर्धन पेयजल परियोजना के तहत नगर निगम अम्बिकापुर द्वारा संचालित

  • वेटिंग लिस्‍ट कम करने के लिए रेलवे का फैसला, इन दो ट्रेनों में लगाई जाएगी एक्‍सट्रा स्‍लीपर कोच
    रायपुर। गर्मी की छुटि्टयां शुरू होते ही ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ जाती है। इसी बीच छत्‍तीसगढ़ में रेलवे की ओर से 33 ट्रेनें रद कर दी गई हैं। ट्रेनें रद होने से यात्रियों को कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। यात्री वेटिंग लेकर यात्रा करने को मजबूर हैं। ऐसे में यात्रियों की सुविधा का ख्‍याल रखते हुए रेलवे ने बड़ा फैसला लिया है। रेलवे ने ट्रेनों में भीड़ को नियंत्रित करने और प्रतीक्षा सूची कम करने के उद्देश्‍य से दुर्ग-भोपाल और दुर्ग-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस में एक-एक स्लीपर कोच अस्थाई तौर पर लगाने का निर्णय लिया है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार दुर्ग-भोपाल-दुर्ग एक्सप्रेस में एक स्लीपर कोच दुर्ग से 10, 11, 12, 13 और 14 मई को लगाया जाएगा। दुर्ग-राजेंद्र नगर एक्सप्रेस में एक स्लीपर कोच दुर्ग से 10 मई को लगाने का निर्णय लिया है। दुर्ग-भोपाल एक्सप्रेस छह घंटे देर से हुई रवाना दुर्ग-भोपाल अमरकंटक एक्सप्रेस अपनी निर्धारित अवधि से नौ घंटे 46 मिनट देर से आई। ट्रेन के विलंब होने की वजह से दुर्ग से भोपाल के लिए रवाना होने वाली ट्रेन को छह घंटे देर से रवाना किया गया। ट्रेन के विलंब होने की वजह से यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेलवे का कहना है कि भोपाल से ट्रेन विलंब से रवाना हुई, इसलिए दुर्ग से 18:20 बजे रवाना होने वाली गाड़ी अब 10 मई को 00:20 बजे दुर्ग से रवाना होगी।
  • उद्घाटन के बाद अतिथियों ने नवनिर्मित टिकट घर से खरीदे प्लेटफार्म टिकट, कहा— जनता को बड़ी सौगात
    बिलासपुर। Bilaspur Zonal Station: रेलवे स्टेशन के उस पार रहने वाले लोगोे को अब स्टेशन पहुंचने के लिए दिक्कत नहीं होगी। लोको खोली की तरफ से ही वे टिकट लेकर स्टेशन में प्रवेश कर सकते हैं। आठ करोड़ 45 लाख रुपये की लागत से निर्मित जनरल टिकट काउंटर, प्रवेश द्वार व पार्किंग का मंगलवार को मंगलवार को विधिवत उद्घाटन किया गया। उद्घाटन समारोह के दौरान अतिथि के रूप में विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, बिलासपुर सांसद अरुण साव, विधायक शैलेष पांडेय व महापौर रामशरण यादव उपस्थित थे। जनरल टिकट काउंटर का उद्घाटन करने के बाद अतिथियों ने चार प्लेटफार्म टिकट खरीदे। एक टिकट की कीमत 10 रुपये हैं। पहले ही दिन नवनिर्मित इस यूटीएस काउंटर की 40 रुपये बोहनी हुई। जनता की मांग के अनुरूप रेलवे ने स्टेशन में सेकंड एंट्री की सुविधा देने का निर्णय लिया। इसके बाद काम निर्माण कार्य चालू हुआ और अब यह सौगात जनता को समर्पित कर दी गई। उद्घाटन समारोह के दौरान उपस्थित अतिथियों ने कहा की इस क्षेत्र की जनता की यह सुविधा जरूरत थी। अब उन्हें परेशानी नहीं होगी। उन्होंने संबोधन के दौरान यह कहा की रेलवे ने जनरल टिकट काउंटर की सुविधा तो दी है पर आवश्यक आरक्षण केंद्र की भी है।
  • 12 किसानों का मुआवजा वसूलने को अब रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कंप्यूटर, स्मार्ट बोर्ड होंगे कुर्क
    रायपुर। किसानों की जमीन के अधिग्रहण मामले में फंसे पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। 12 किसानों के पक्ष में फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने 15 करोड़ रुपये वसूलने के लिए अब विवि में रखे कंप्यूटर, स्मार्ट बोर्ड व अन्य सामान को कुर्क करने के आदेश दिए हैंअधिवक्ता रघुवंश तिवारी ने बताया कि इसके लिए वारंट जारी हो चुका है, कभी भी विवि के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई हो सकती है। इधर, विवि प्रबंधन में कुर्की की कार्रवाई को लेकर भय का माहौल है। प्रबंधन ने बताया कि अधिगृहीत जमीन का मुआवजा देने के लिए उसके पास राशि नहीं है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शासन-प्रशासन की है। ऐसे में किसानों को मुआवजा भी इन्हीं के माध्यम से दिया जाना है। प्रबंधन ने राशि नहीं दे पाने की स्थिति में कलेक्टर को किसानों की जमीन वापसी के लिए पत्र लिखा था, जिस पर अब तक फैसला नहीं लिया गया है। वाहनों की बिक्री पर सुनवाई 23 जून को मिली जानकारी के अनुसार सात किसानों के पक्ष में फैसले के बाद विवि के कुलपति और कुलसचिव के वाहनों की कुर्की हुई थी। इनकी बिक्री के संबंध में सुनवाई सोमवार को जिला कोर्ट में हुई। दोनों पक्षों के बयान के बाद कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 23 जून 2022 तय की है। 14 प्रकरण कलेक्टर के पास किसानों की तरफ से केस लड़ रहे अधिवक्ता ने बताया कि जमीन अधिग्रहण मामले में 14 किसानों ने मुआवजे के लिए भू-अर्जन अधिकारी (कलेक्टर) के पास आवेदन किया है। उनके प्रकरण अभी प्रशासन के पास लंबित हैं, जबकि अन्य किसानों की सुनवाई कोर्ट में जारी है। कोर्ट में लगातार खारिज हो रहे रविवि के आवेदन बता दें कि कुर्की की कार्रवाई को रोकने के लिए विवि प्रबंधन जिला कोर्ट से लेकर हाई कोर्ट तक के चक्कर काट रहा है, लेकिन राहत नहीं मिल रही है। पक्ष कमजोर होने के चलते जिला कोर्ट में जहां उसके खिलाफ फैसले आ रहे हैं, वहीं हाई कोर्ट ने भी दो बार प्रबंधन के आवेदन खारिज कर दिए हैं। रविवि के कुलसचिव डा. गिरीशकांत पांडेय ने कहा, विश्वविद्यालय के कुर्क वाहन की बिक्री को लेकर 23 जून को सुनवाई की तारीख मिली है। मामले को लेकर हमारी शासन स्तर पर लगातार बात चल रही है। अब तक कोर्ट की कार्रवाई -सात किसानों के पक्ष में मुआवजा वसूली के लिए वाहन हुए कुर्क। -आठ किसानों का मुआवजा वसूलने के लिए टेबल-कुर्सियां कुर्क। -12 किसानों के मुआवजे के लिए कंप्यूटर व अन्य सामान कुर्क करने के लिए वारंट जारी यह है पूरा मामला जमीन अधिग्रहण का मामला वर्ष 2005-6 का है। राज्य शासन ने विश्वविद्यालय की करीब 15 एकड़ जमीन केंद्रीय विद्यालय को दिलाई। इसके बाद विवि को जमीन देने के लिए शासन ने बंजारी मंदिर क्षेत्र के आसपास 150 किसानों की 30 एकड़ जमीन अधिगृहीत की। मुआवजे से असंतुष्ट किसान कोर्ट चले गए। वर्ष-2017 में कोर्ट का फैसला किसानों के पक्ष में आया। विवि प्रबंधन ने शासन से राशि की मांग की। शासन ने मुआवजा देने से इन्कार कर दिया। इसके बाद विवि हाई कोर्ट पहुंचा। यहां भी फैसला किसानों के पक्ष में ही गया। किसानों को अब तक मुआवजा नहीं देने पर कोर्ट के आदेश के बाद विवि की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई जारी है।
  • सीएसआर कार्यों पर खर्च करने वाली कोल इंडिया भारत की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी
    बिलासपुर कोल इंडिया लिमिटेड भारत में कॉपोर्रेट सोशल रिस्पान्सबिलिटी (सीएसआर) कार्यों पर खर्च करने वाली तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन ने कोल इंडिया द्वारा आयोजित पहले सीएसआर एंड सस्टेनेब्लिटी कॉन्क्लेव के दौरान यह बात कही। कॉन्क्लेव का आयोजन कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनी सीसीएल, रांची में 6 एवं 7 मई के दौरान हुआ। देश में हो रहे सीएसआर कार्यों और उनसे जुड़ी नई संभावनाओं पर चर्चा और विचारों को साझा करने के उद्देश्य से आयोजित इस कॉन्क्लेव में कहा गया कि कोल इंडिया ने पिछले तीन वर्षों के दौरान सीएसआर कार्यों पर लगभग 1600 करोड़ रुपए खर्च किए हैं, जो इन कार्यों पर खर्च किए जाने के लिए तय 1284 करोड़ रुपये के वैधानिक प्रावधानों से 25 प्रतिशत अधिक है। कोविड से देशव्यापी लड़ाई में भी कोल इंडिया ने 500 करोड़ रुपए से अधिक धनराशि खर्च की है। अगर कोल इंडिया की सबसे बड़ी कम्पनियों में से एक एसईसीएल की बात करें तो वर्ष 2014-15 से 2021-22 तक एसईसीएल ने समग्र रूप से लगभग 733.87 करोड़ रुपए का व्यय किया है जिसमें सैनिटेशन एवं स्वच्छता से जुड़े विषयों पर सर्वाधिक 268 करोड़ रुपए (लगभग) खर्च किए गए हैं, वहीं ग्रामीण विकास में लगभग 128 करोड़, शिक्षा में लगभग 47 करोड़ रुपए तथा कोविड सहित स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास हेतु लगभग 148 करोड़ रुपए का व्वय शामिल है। कोरबा जिÞले जहां कम्पनी के मेगा प्रोजेक्ट्स अवस्थित हैं, कम्पनी ने 31 गाँवों में 5368 टॉयलेट्स बनवाएँ हैं जिससे जिÞले को ओडीएफ घोषित करने में सहायता मिली। इसी प्रकार, नक्सल प्रभावित बीजापुर जिÞले में छात्र-छात्रों के लिए आवासीय हॉस्टल, बिलासपुर में अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में इन्फ्?स्ट्रक्चर, सिम्स बिलासपुर तथा गवर्न्मेंट मेडिकल कॉलेज अम्बिकापुर में एमआरआई व सीटी स्कैन मशीन की सहायता दी गई है। कोल इंडिया ने अपने कुल सीएसआर व्यय का 60 प्रतिशत स्वास्थ्य एंव स्वच्छता के कार्यों पर खर्च किया है और कंपनी अभी तक 10,000 से अधिक युवाओं का रोजगार परक कौशल विकास कर चुकी है। कोरोना महामारी के दौरान आॅक्सीजन की किसी भी संभावित कमी को दूर करने के लिए कोल इंडिया ने पिछले वित्त वर्ष के दौरान देश के अलग-अलग हिस्सों में 28 अस्पतालों में कुल 31 आॅक्सीजन प्लांट्स स्वयं स्थापित किए या उनकी स्थापना के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई है। फिलहाल कोल इंडिया देश के 8 राज्यों के 34 जिलों में काम कर रही है। इनमें से 24 जिले आकांक्षी जिले हैं, जहां कोल इंडिया भारत सरकार के आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत त्वरित एवं समग्र विकास के कई कार्यक्रम चला रही है। कॉन्क्लेव में कोल इंडिया और दूसरी पीएसयू कंपनियों एवं संस्थानों से 250 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। कॉन्क्लेव में सीसीएल सीएमडी पी.एम. प्रसाद, कोल इंडिया के निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन, कार्यकारी निदेशक (सामुदायिक विकास) बी. साई राम सहित सीएसएस कार्यों से जुडे देश की नामचीन शख्सियतों ने हिस्सा लिया। सीएसआर प्रदर्शनी एवं अवार्ड्स कॉन्क्लेव के दौरान कोल इंडिया की सभी अनुषंगी कंपनियों द्वारा सीएसआर कार्यों को दशार्ने वाली एक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। कॉन्क्लेव के दौरान कोल इंडिया की अनुषंगी कंपनियों को उत्कृष्ट सीएसआर कार्यों के लिए सीएसआर अवार्ड्स भी दिए गए। एसईसीएल की सीएसआर प्रदर्शनी को सबने सराहा।
  • चक्रवात असानी तेजी से ओडिशा की ओर बढ़ रहा,राज्य सरकार अलर्ट पर
    भुवनेश्वर बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना चक्रवाती तूफान असानी 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा की ओर बढ़ रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवात असानी के असर से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग (IMD) की ओर से तूफान की चेतावानी को देखते हुए ओडिशा सरकार अलर्ट पर है. मौसम विभाग ने क्या दी चेतावनी? मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक, चक्रवात असानी के 10 मई की रात तक उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा के तटों से पश्चिम मध्य और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है. मौसम विभाग की ओर से जारी की गई बुलेटिन में बताया गया है कि चक्रवात उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ सकता है और ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ सकता है. वहीं, अगले 24 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे कमजोर होने की संभावना है. आंध्र प्रदेश और ओडिशा में तेज हवाओं के साथ बारिश चक्रवात का असर ओडिशा के तटीय इलाके और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में दिखेगा. दोनों ही राज्यों में तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. आईएमडी ने ओडिशा के तटीय इलाकों के कुछ हिस्सों में सात से 11 सेंटीमीटर बारिश का अनुमान लगाया है. चक्रवात को लेकर अलर्ट ओडिशा के सभी बंदरगाहों पर दूरस्थ चेतावनी संकेत-2 जारी कर दिया गया है. इसके तहत जहाजों को तट के पास नहीं आने के लिए आगाह किया गया है. वहीं, मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है. 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं हवाएं चक्रवात के दौरान किसी भी तरह के नुकसान से बचने के लिए ओडिशा सरकार ने गंजाम, पुरी, जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिलों में 15 ऐसे ब्लॉक की पहचान की है, जहां बारिश के कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है. विशेष राहत आयुक्त पी. के. जेना ने जिलाधिकारियों को इन 15 ब्लॉक से लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने को कहा है. भारी बारिश के कारण कच्चे घरों में रहने वाले लोगों को परेशानी हो सकती है. जेना ने कहा कि उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उन गर्भवती महिलाओं को पहले ही अस्पताल में भर्ती कराने को कहा है, जो जल्द बच्चे को जन्म दे सकती हैं. तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी गरज के साथ बारिश चक्रवाती तूफान के असर से तमिलनाडु और पुडुचेरी में भी तेज हवाएं चलने के साथ बारिश हो रही है. चेन्नई, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, कुड्डालोर, नागपट्टिनम, तिरुवरूर, अरियालुर, पेरम्बलुर, तिरुचिरापल्ली, नमक्कल, पुदुकोट्टई, सलेम, धर्मपुरी में मौसम का मिजाज बदला है. स्थानीय मौसम विभाग के मुताबिक, इरोड, कृष्णागिरी, थिरुपत्तूर, वेल्लोर, रानीपेट, तिरुवन्नामलाई, थिरुपुर, थेनी, मदुरै, शिवगंगई, विरुधुनगर, रामनाथपुरम और आस-पास के इलाकों में अगले कुछ घंटे बारिश की गतिविधियां जारी रहेंगी.
  • 10 लाख की लूट मामले में बड़ा खुलासा, प्रार्थी ही निकला मास्टर माइंड, इस वजह से दिया था वारदात को अंजाम
    रायपुर। थाना गंज क्षेत्रांतर्गत चूना भट्ठी फाफाडीह स्थित एक्सप्रेस-वे के नीचे हुये लाखों रूपये नगदी रकम लूट का चंद घंटों में ही खुलासा किया गया. पुलिस के मुताबिक प्रार्थी आकाश यादव ने थाना गंज में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह श्री राधे कृष्णा रियल स्टेट डेवल्पर्स कम्पनी गुढियारी पड़ाव मार्केट स्थित कम्पनी में मैनेजर का काम करता है, कंपनी के प्रमुख कान्हा शर्मा (बजारी) एवं शरद शर्मा है। कान्हा शर्मा का घर गुढ़ियारी पड़ाव में ही आफिस के उपर स्थित है तथा शरद शर्मा महेश कालोनी गुढ़ियारी रायपुर में रहते है। प्रार्थी दिनांक 09.05.2022 को सुबह करीबन 11.00 बजे अपने आफिस से नगदी रकम 10,00,000/- (दस लाख रूपये ) जिसे कान्हा बजारी की माँ श्रीमती सुनीता बजारी ने अपने घर से निकाल कर कान्हा बजारी के कहने पर प्रार्थी को कान्हा शर्मा (बजार ), कान्हा शर्मा की पत्नी एवं उसकी माँ के बैंक खाता में जमा करने के लिए दिया था, कि प्रार्थी अपने मोपेड सुजुकी एक्सेस क्रमांक सी जी/04/एम एन/9406 से निकला था तथा रकम को अपनी गाडी की डिक्की में एक थैला में रखा था। प्रार्थी चूनाभट्ठी के सामने एक्सप्रेस-वे सर्विस रोड से जा रहा था कि करीबन 11.10-11.20 बजे फाफाडीह मेन रोड से पहले पहुंचा था कि सामने से दो व्यक्ति आये और प्रार्थी को रोक कर मुक्का से मारे तो प्रार्थी उन लोगों को गाली गलौज किया तथा उसमें से एक व्यक्ति प्रार्थी के हाथ को पकड़कर मोड दिया उसी समय पीछे से एक व्यक्ति प्लेटिना मोटर सायकल में आया और प्रार्थी के मोपेड को ठोकर मारा तथा तीनों व्यक्ति मिलकर प्रार्थी को मारने लगे तथा उनमें से एक व्यक्ति ने नेलकटर जैसे वस्तु से मारा जिससे प्रार्थी के कमर के पास हल्का चोट लगा है तथा एक व्यक्ति जो मोटर सायकल से आया था ने प्रार्थी के मोपेड का चाबी को निकालकर डिक्की को खोलकर डिक्की में थैला में रखे नगदी रकम 10,00000/-( दस लाख रूपये) को जबरदस्ती लूट लिया तथा प्रार्थी के मोबाईल फोन कीमती 20,000/- रूपये को भी लूट कर फरार हो गये। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना गंज में अपराध क्रमांक 104/22 धारा 394 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया। लाखों रूपये लूट की घटना को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध  अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली अविनाश ठाकुर, प्रभारी एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट गिरीश तिवारी, थाना प्रभारी गंज दुर्गेश रावटे तथा थाना प्रभारी खमतराई अश्वनी राठौर को अज्ञात आरोपियों की पतासाजी कर जल्द से जल्द गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में एण्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट, थाना गंज तथा थाना खमतराई पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम द्वारा प्रार्थी से घटना, आरोपियों के हुलियांे व उनके मोटर सायकल के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुये आसपास के लोगों से भी पूछताछ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना स्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण कर अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। प्रार्थी द्वारा टीम को बताया गया कि 02 व्यक्ति पहले प्रार्थी को रोके तत्पश्चात् एक व्यक्ति मोटर सायकल से आया तथा तीनों व्यक्ति प्रार्थी के साथ मारपीट कर मोपेड की डिक्की में रखें नगदी रकम एवं प्रार्थी के मोबाईल फोन को लूट कर फरार हो गये थे। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा प्रार्थी के बतायेनुसार उसके रकम लेकर आने के मार्गो के सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन किया गया, परंतु घटनास्थल तक प्रार्थी के साथ इस प्रकार का कोई घटना होना नहीं दिख रहा था एवं घटना स्थल के आसपास के लोगों से भी पूछताछ करने पर उनके द्वारा इस प्रकार की कोई भी घटना घटित होना नहीं बताया जा रहा था। प्रार्थी से पूछताछ करने पर बार – बार वह अपना बयान बदल कर लगातार टीम को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था जिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को प्रार्थी के उपर गहरा शक हुआ एवं टीम के सदस्यों द्वारा प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर प्रार्थी से कड़ाई से पूछताछ प्रारंभ किया गया जिस पर प्रार्थी ज्यादा देर अपने झूठ के सामने टिक न सका और अंततः अपने भतीजा जो विधि के साथ संघर्षरत बालक है, के साथ मिलकर रकम गबन करने की योजना बनाकर लूट की उक्त झूठी घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। आरोपी आकाश यादव ने पूछताछ में बताया कि वह कान्हा बजारी का बचपन का मित्र है तथा उसके साथ विगत 05 वर्षो से राधे कृष्णा रियल स्टेट डेवल्पर्स कम्पनी गुढियारी में कैशियर का काम कर रहा है, जो कंपनी का रकम लाने ले जाने का काम करता है। इसी दौरान कान्हा बजारी द्वारा आरोपी आकाश यादव को दिनांक घटना को नगदी रकम 10,00,000/- रूपये बैंक में जमा करने हेतु दिया गया था। आरोपी आकाश यादव के उपर ज्यादा कर्ज हो जाने से वह कुछ दिनों से ज्यादा परेशान था जिस पर आरोपी ने रकम गबन करने की योजना बना डाली तथा योजना में अपने भतीजे को शामिल किया।
  • 10 लाख की लूट मामले में खुलासा; सट्टे का खिलाड़ी निकला कारोबारी का कैशियर
    रायपुर। रायपुर में दिनदहाड़े हुई लूट का 12 घंटे के भीतर ही खुलासा हो गया। जमीन कारोबारी कान्हा बाजारी ने बैंक में जमा करने के लिए जाते वक्त अपने कैशियर आकाश यादव से 10 लाख रूपए की लूट की रिपोर्ट लिखाई थी। फाफाडीह एक्सप्रेस-वे की सर्विस रोड पर हुई लूट की शिकायत की जांच करने पर पुलिस ने पाया कि आकाश यादव ने ही अपने नाबालिग भतीजे के साथ मिलकर लूट की झूठी कहानी बनाई थी। दरअसल, आकाश ने खुद ही अपने हाथ पर चाकू से हल्का वार किया था। साथ ही अपने नाबालिग भतीजे से अपने चेहरे पर मुक्का मरवाया था, ताकि वो घायल नजर आ सके लेकिन पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ की और CCTV फुटेज खंगाले तो सारा सच सामने आ गया। फिर आकाश ने भी अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी आकाश यादव सट्टे का खिलाड़ी है और हार जाने की वजह से उसने रुपयों की जरुरत के चलते लूट की झूठी कहानी बनाई।
  • रात को आंगन में सो रही अधेड़ महिला की सिर कुचलकर हत्या
    जांजगीर। जिले में एक अधेड़ उम्र की महिला की हत्या कर दी गई है। उसके सिर को किसी भारी चीज से कुचला गया है। रात के वक्त वह घर के आंगन में सो रही था। अगले दिन सुबह उसकी खून से लथपथ लाश मिली है। मामला हसौद थाना क्षेत्र का है।चिस्दा गांव में दुकलहिन बाई साहू(55) अकेले रहती थी। उसका बेटा काम करने के लिए कोरबा में रहता है। वहीं उसके पति की 5 साल पहले ही सड़क हादसे में मौत हो गई है। इस बीच सोमवार रात को महिला खाना खाकर घर के बाहर आंगन में सो गई थी। अगले दिन खून से लथपथ लाश मिली है। बताया गया कि मंगलवार सुबह के वक्त आस-पास के लोग महिला के घर के पास पहुंचे थे। तब उन्होंने देखा कि महिला का शव खाट पर पड़ा हुआ था। इसके बाद पुलिस को इस बात की सूचना दी गई थी। खबर लगते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। डॉग स्क्वॉयड की टीम और फॉरेसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है। इस मामले में हसौद थाना प्रभारी योगेश पटेल ने बताया कि शव देखने से ऐसा लग रहा है कि पत्थर से सिर को कुचलकर महिला की हत्या की गई है। अज्ञात आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है। महिला के बेटे को भी कोरबा से बुला लिया गया है। इसके बाद शव को पीएम के लिए भेजा जायेगा। आरोपियों की तलाश जारी है।
  • बस्तर फाइटर फोर्स की भर्ती शुरू, युवाओं के लिए अपने देश की सेवा करने का यह एक अच्छा अवसर
    नक्सलियों से मुकाबले के लिए छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में बस्तर फाइटर फोर्स की भर्ती प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है। बड़ी संख्या में युवा यहां आवेदन करने पहुंचे। युवाओं का कहना है कि हम नक्सलियों का डटकर मुकाबला करना चाहते हैं। गाव में बहुत सारे लोग बेरोजगार हैं। इसके माध्यम से हमें अजीविका कमाने में भी मदद मिलेगी।इस मौके पर बस्तर एसपी जितेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि बस्तर सात जिलों में 300 पदों के लिए भर्ती अभियान शुरू हो गया है। युवाओं के लिए अपने देश की सेवा करने का यह एक अच्छा अवसर है। दरअसल, लंबे समय से नक्सलवाद से जूझ रहे बस्तर में स्थानीय युवाओं को रोजगार समेत मुख्यधारा से जोड़ने के लिए राज्य सरकार ने बस्तर फाइटर्स नामक विशेष पुलिस बल के गठन का निर्णय लिया है।
  • नए सेट अप में संस्कृत विषय को हटाने से शिक्षक नाराज, प्रदर्शन कर जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
    रायगढ़। शासन से प्राप्त निर्देश के बाद जिले के हाई स्कूलों से संस्कृत विषय के व्यख्याता पद को समाप्त किए जाने के मुद्दे को लेकर व्याख्याताओं में गहरी नाराजगी देखी जा रही है। उनके बताए अनुसार नए सेटअप लागू होने के बाद हाई स्कूलों में संस्कृत शिक्षकों की पदस्थापना नहीं की जाएगी। इस बात को लेकर नाराज जिले के संस्कृत व्याख्याता समूह ने मुख्यमंत्री,स्कूल शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव के नाम ज्ञापन सौंपा है। उनका कहना है कि हाईस्कूल पूर्व पदस्थापना में मुख्य विषय हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान सामाजिक विज्ञान व्याख्याता के 6 पद विषयवार स्वीकृत थे। जिसमें नवीन सेटअप में 5 पद अनिवार्य कर संस्कृत व्याख्याता पद को हाई स्कूल स्तर को समाप्त कर दिया गया है। अन्य विषयों पर यह नियम लागू नहीं किया गया है। इसमें संस्कृत के पद के शिक्षक क्या करेंगे? अभी गाइडलाइन जारी नहीं की गई है। शिक्षक गुस्से में हैं। संबंध में जिले के संस्कृत व्याख्याता समूह ने मुख्यमंत्री, स्कूल शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को ज्ञापन सौंपा है। संस्कृत व्याख्याता संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि जिले में 103 हाईस्कूल में सभी जगहों में संस्कृत शिक्षक है। हायर सेकंडरी में भी करीब 70 शिक्षक हैं। उसमें भी अनिवार्य पद को समाप्त कर दिया गया है। शिक्षक ने डीईओ से भी मुलाकात की। शिक्षकों का कहना है कि इस फैसले के बाद वे सीधे अतिशेष में आ जाएंगे, उनका वेतन आहरण भी नहीं हो सकेगा। वहीं नए नियमों के अनुसार सेटअप कुछ इस थे का होगा प्राइमरी स्कूल: 80 विद्यार्थियों पर सेटअप में 1 प्रधानपाठक और 2 सहायक शिक्षक के पद। पहली से पांचवीं तक 5 कक्षाओं में हिन्दी, अंग्रेजी, गणित एवं पर्यावरण सहित 4 विषयों को पढ़ाना पड़ता है। गतिविधियों के लिए एक अतिरिक्त क्लास होगी। 5 कक्षाओं में 1 प्रधानपाठक सहित 2 सहायक शिक्षक कैसे पढ़ाएंगे। मिडिल स्कूल: रोज 3 कक्षाओं में 6 विषय हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, सामाजिक विज्ञान, गणित और विज्ञान को पांच लोग कैसे पढ़ाएंगे। विद्यार्थियों की संख्या 30 से कम होने पर प्रधानपाठक पद स्वीकृत नहीं होने की बात कही गई है। नए सेटअप का विरोध कर रहे संस्कृत विषय के शिक्षकों का कहना है कि पद समाप्त करने के कारण उनके सामने तीन अन्य परेशानियां खड़ी होंगी जिनमें पहले तो संस्कृत विषय में मास्टर डिग्री लेने वाले नए छात्रों का भविष्य अंधकार मय हो जाएगा। दूसरा संस्कृत विषय के शिक्षकों की पदोन्नति बाधित होगी। तीसरा संस्कृत विषय जो अंतराष्ट्रीय मंचों में भारतीय संस्कृति की पहचान है वह धीरे.धीरे खत्म हो जाएगी।