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  • BIG BREAKING : अब इस जिले में भी बढ़ाया गया लॉकडाउन... मटन और चिकन दुकानों को मिली छूट... आदेश जारी
    धमतरी : कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बाद अब धमतरी जिले में लॉकडाउन बढ़ा दिया है. जिला प्रशासन ने इस बाबत आदेश जारी कर दिया है। जारी आदेश के मुताबिक जिले में अब 5 मई तक लॉकडाउन सक्रिय रहेगा। इस दौरान जिले में कई आवश्यक चीजों को रियायत दी गई है। इस बार डोर टू डोर राशन सब्जी और अन्य जरुरी सामान पहुचाने की छूट दी गई है।
  • CG बड़ी ख़बर : चिकन एवं अंडा विक्रेताओं को होम डिलीवरी करने की मिली अनुमति...आदेश जारी
    महासमुंद कलेक्टर डोमन सिंह ने आज जिले के सभी अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) एवं नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को चिकन एवं अण्डा विक्रेताओं के विशेष आग्रह पर उन्हें होम डिलीविरी की सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि चिकन या अण्डा विक्रेता ग्राहकों से मोबाईल के माध्यम से आॅर्डर लेकर यह सुविधाएं सुबह 06ः00 बजे से दोपहर 02ः00 बजे तक उपलब्ध करा सकते है। लेकिन दुकानों से विक्रय पूर्णतः प्र्रतिबंधित रहेगा। इसके लिए संबंधित दुकानदारों को एसडीएम, तहसीलदार अथवा सीएमओ कार्यालय से अनुमति लेना होगा। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को कहा है कि पूर्व में जिले के नागरिकों को मूलभूत सुविधाओं जैसे फल, सब्जी, किराना, चावल, दाल, आटा, नमक सहित अन्य सामग्री को गली-मोहल्ले एवं कालोनियों में विक्रय की अनुमति साइकिल या ठेले वालों के माध्यम से प्रातः 6ः00 बजे से दोपहर 2ः00 बजे तक दी गई थी। इसी तरह चिकन एवं अण्डा विक्रेताओं को कोविड-19 के निर्धारित गाइड लाइन के निर्धारित शर्तों के अधीन होम डिलीवरी (विक्रय) करने की अनुमति प्रदान की गई है।
  • BREAKING : छत्तीसगढ़ के इस जिले में बढ़ा लॉकडाउन… अब 5 मई तक रहेगा लागू… कलेक्टर ने जारी किया आदेश
    सूरजपुर। प्रदेश में कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। तमाम कोशिशों के बाद भी छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन यहां कई हजारों नए मरीजों की पुष्टि हो रही है। वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। हालात को देखते हुए छत्तीसगढ़ में लगभग सभी जिलों में लाॅकडाउन बढ़ा दिया गया है। इसी बीच खबर आ रही है कि सूरजपुर में भी लाॅकडाउन बढ़ा दिया गया है। इससे पहले सूरजपुर में 13 अप्रैल से 23 अप्रैल तक लागू लगाया गया था उसके बाद बढ़ाकर 26 अप्रैल किया गया था। जो अब बढ़ाकर 5 मई तक लाॅकडाउन लगाने का आदेश जारी किया गया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ में पिछले 24 घंटों में 17397 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार बीते 24 घंटे में 14284 मरीज डिस्चार्ज, स्वस्थ हुए हैं। वहीं दूसरी ओर 219 मरीजों की उपचार के दौरान मौत हो गई। प्रदेश में अब तक 6893 कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हो चुकी है।
  • बिलासपुर : सिम्स में विधायक शैलेश पांडेय द्वारा वेंटिलेटर रिजर्व रखने की खबर झुठी... एक जैसे नाम होने से हुई गलतफहमी
    मन्नू मानिकपुरी संवाददाता/ बिलासपुर- पिछले दिनों खबर आई कि सिम्स में विधायक शैलेश पांडेय ने वेंटिलेटर रिजर्व रखने से वहां कार्यरत् कर्मचारी की कोरोना पीड़ित माता के उपचार के लिए बेड उपलब्ध नहीं कराया गया। उसे बताया गया कि यह बेड विधायक ने अपने नाम से रिजर्व कराया है फलस्वरूप उक्त कर्मचारी को बेड नही मिल सका और उनकी माता जी का निधन हो गया है। दरअसल एक दूसरे व्यक्ति का नाम भी शैलेश पांडेय होने की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई।क्योंकि नाम व टाइटल दोनों सेम था हम आपको बता दे क्या था पूरा मामला कुछ दिन पूर्व ही बिलासपुर के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के परिवार सदस्य की तबियत खराब थी जिसका नाम भी शैलेश पांडेय था और जिस वेंटिलेटर को रिजर्व रखने की बात हो रही ये इसी शैलेश पांडेय के लिए था जिसको वेंटिलेटर की आवश्यकता थी नाम एकसमान होने से लोगो ने विधायक के नाम से वेंटिलेटर बुक होना समझा जो गलत था। हम आपको बता दे एक समान नाम होना कोई नई बात नही एक नाम के कई लोग होते है जिनकी टाइटल भी सेम होती है। जरा सोचिए जब विधायक शैलेश पांडे की तबीयत पूर्ण रूप से स्वस्थ है कोरोना के कोई लक्षण नही तो भला उन्हें वेंटिलेटर की क्या आवश्यकता और यदि आवश्यकता उन्हें पड़ भी जाये तो सत्ता पक्ष के विधायक को वेंटिलेटर रिजर्व रखने की जरूरत नही सरकार खुद उनके लिए वेंटिलेटर की व्यवस्था करती यदि यहां नही तो उन्हें तो रायपुर एम्स में भी वेंटिलेटर मिल जाता तो भला विधायक ऐसा क्यों करते जबकि उन्हें अपने शहर की स्थिति का पता है दिन रात विधायक शैलेश पांडेय निरीक्षण करते रहते है ताकि उनकी जनता को कहीं कोई परेशानी न हो ऐसे में इस प्रकार का आरोप लगाना गलत है। स्वयं विधायक पाण्डेय ने सिम्स के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ सुविधाएं पूरी तरह बहाल करने एवं मरीजों के समुचित उपचार की व्यवस्था कराने को कहा था । यदि सिम्स में वेंटीलेटर के अभाव में हुई ऐसे सभी हालिया मामलों की तत्काल न्यायिक जांच हो और खुलासा हो और मामलों में अपराध दर्ज किया जाए। बिना मामले की जांच किये सत्यता को समझे बिना आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है।
  • BIG BREAKING: 3 दिनों से अगवा किए SI को नक्सलियों ने किया हत्या, शव को सड़क पर फेंककर हुए फरार, नक्सली पर्चा भी बरामद
    बीजापुरः केंद्र और राज्य के अथक प्रयासों के बाद भी छत्तीसगढ़ के वनांचल क्षेत्र बीजापुर में नक्सलवाद खत्म होने का नाम नही ले रहा है। आए दिन नक्सली जवानों को नुक्सान पहुंचाने की कोशिश में रहते है। इसी बीच बड़ी खबर सामने आई है। कि नक्सलियों ने 3 दिनों से अपहरण किए जवान एसआई मुरली ताती की हत्या कर दी है। इसकी पुष्टि बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने की है। हत्या के बाद देर राज नक्सलियों ने जवान का शव नांदलूर के पास सड़क पर फेंक कर फरार हो गए। वहीं जवान के शव के पास एक नक्सली पर्चा भी बरामद किया गया। पर्चा में नक्सलियों ने जवान की हत्या के बारे में बताया। बता दें कि 21 अप्रैल को नक्सलियों ने जवान को उसके घर से अगवा किया था। जवान की रिहाई के लिए गोंडवाना समाज एक समिति का गठन कर नक्सलियों से मिलने वाले थे। इस बीच नक्सलियों ने अगवा जवान की बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने जवान की लाश बरामद कर लिया है। वहीं, परिजनों ने मीडिया के माध्यम से नक्सलियों से जवान को रिहा करने की गुहार लगाई थी लेकिन नक्सलियों में आज जवान की हत्या कर दी। नक्सलियों ने मृतक जवान मुरली ताती के संबंध में कल पर्चा भी जारी किया था। उसमें मृतक जवान मुरली ताती को जन अदालत में सजा के तौर पर हत्या करने की बात कही गई थी। यह पर्चा पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी ने जारी किया। यह पूरा मामला गंगालूर थाना क्षेत्र का है। ैच् कमलोचन कश्यप ने इस घटना की पुष्टि की है।
  • छत्तीसगढ़: पत्नी की हत्या के आरोपी आरक्षक ने लगा ली जेल में फांसी
    बीजापुर। जिला मुख्यालय के शांति नगर निवासी आरक्षक ने अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पुलिस की पूछताछ में आरोपी द्वारा अपनी पत्नी की हत्या की बात स्वीकार करने के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था। पत्नी की हत्या के आरोपी आरक्षक बुधु पल्लो ने गुरुवार को जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बीजापुर कोतवाली के थाना प्रभारी शशिकांत भारद्वाज ने बताया कि हत्या के आरोपी आरक्षक बुधु पल्लो ने गुरुवार की दोपहर 2.30 बजे जेल में मिलने वाले चादर को फाड़ कर उससे फांसी का फंदा बनाकर फांसी लगा ली, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
  • बाहर से आने वालों को क्वारंटाइन में रहने और कोरोना जांच के बाद ही मिलेगा गांवों में प्रवेश : कलेक्टर
    बलौदाबाजार : कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने कहा है कि बाहर से जिले में आने वाले लोगों को एक सप्ताह की क्वारंटाइन अवधि बीताने और कोरोना जांच के बाद ही ग्राम के भीतर प्रवेश दिया जाएगा। यदि जांच में पॉजिटिव मिला तो उसे आइसोलेट कर इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रत्येक गांव और शहरों में क्वारंटाइन में रहने के लिए सार्वजनिक स्थल चिन्हित किये गए हैं। ग्राम पंचायत और नगरीय निकायों को इनके रख-रखाव एवं मूलभूत सुविधाएं बनाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद बाहर कमाने -खाने गये लोग बड़ी संख्या में लौटने लगे हैं। देखा जा रहा है कि इनमें से अधिकांश लोग बिना कोरोना जांच और क्वारंटाइन अवधि में समय बिताये अपने-अपने गांव-घर में पहुंच जा रहे हैं। इससे अन्य लोगों में संक्रमण का खतरा और बढ़ रहा है। उन्होंने क्वारंटाइन सेन्टरों पर एक सप्ताह की अवधि बिताने और कोरोना जांच के बाद ही उन्हें गांव के भीतर प्रवेश देने के सख्त निर्देश दिए हैं। जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्राम पंचायत एवं कोटवारों के सहयोग से इस निर्देश का कड़ाई से पालन करने को कहा गया है। निर्देश के पालन में किसी भी स्तर पर गफलत हुई तो महामारी एक्ट की धाराएं लगाकर सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने जिला पंचायत के सीईओ को क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों की सुविधाओं का ख्याल रखने को भी कहा है। जिला सीईओ प्रतिदिन क्वारंटाइन सेन्टरों की रिपोर्टिंग जिला प्रशासन को करेंगे। कलेक्टर ने सम्बन्धित राजस्व अनुविभाग के एसडीएम सह इंसिडेंट कमांडरों और तहसीलदारों को भी नियमित मॉनिटरिंग करने कहा है।
  • आखिरकार पहुंचा रेमडेसिविर, स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने कहा- अस्पतालों को तुरंत की जाएगी सप्लाई…
    रायपुर। देश सहित प्रदेश में कोरोना मरीजों के लिए जरूरी रेमडेसिविल की बनी किल्लत आखिरकार कुछ हद तक दूर हो गई. शुक्रवार सुबह रेमडेसिविर के 15,000 वायल्स हवाई मार्ग के जरिए रायपुर पहुंचे हैं. सीजीएमएससी के जरिए जरूरतमंद मरीजों के लिए इनकी तत्काल प्रदेश के अस्पतालों में आपूर्ति की जाएगीस्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने रायपुर एयरपोर्ट पर रेमडेसिविर के इंजेक्शन की खेप पहुंचने की तस्वीर जारी करते हुए ट्वीट किया कि 15 हजार रेमडेसिविर के वायल्स रायपुर पहुंच गए हैं. सीजीएमएससी के गोदाम में ले जाने के बाद इनकी गिनती और स्टोरेज किया जाएगा, जहां से कोरोना मरीजों के लिए तत्काल अस्पतालों को भेजा जाएगा
  • बलरामपुर: NH 343 पर तेज रफ्तार सब्जी वाहन पेड़ से टकराया, ड्राइवर कि मौके पर हुई दर्दनाक मौत
    बलरामपुर : बलरामपुर रामानुजगंज जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 343 पर कोसाबाड़ी के पास अनियंत्रित सब्जी लोड पिकअप आज सुबह पेड़ से टकरा गया प्राप्त जानकारी के अनुसार टक्कर इतनी भीषण थी जिससे पिकअप वाहन के परखच्चे उड़ गए साथ ही वाहन में लोड सब्जी सड़क पर बिखर गया और चालक की पिकअप वाहन में दबने से ही मौत होने कि आशंका है। घटना की जानकारी मिलने पर हाईवे पेट्रोलिंग वाहन की टीम एवं यातायात विभाग की टीम घटना स्थल पर पहुंच गई उन्होंने बताया कि हादसा सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच हुआ है। जिसमें पिकअप सब्जी लोड कर अंबिकापुर की ओर से रामानुजगंज की ओर जा रहा थी। जो कोसा बाड़ी के पास अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई है। वही पिकअप वाहन चालक को अंदरूनी रूप से गंभीर चोट लगने साथ ही वाहन में फंसने से उसकी मौत होना बताया जा रहा है। खबर लिखे जाने तक मौके पर मौजूद पुलिस टीम ने जेसीबी मशीन के मदद से शव को निकाल लिया गया है और पोस्टमार्टम के लिए रामानुजगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेज दिया गया है
  • BREAKING : आईपीएल मैच पर सट्टा खिलाते खाईवाल समेत 4 सटोरिए गिरफ्तार 3 लाख रुपए नगदी जब्त
    रायपुर। राजधानी रायपुर में IPL मैच पर सट्टा खिलाते खाईवाल समेत कुल 4 युवको को पुलिस ने गिरफ़्तार किया है। बता दे कि खाईवाल विशाल खंडेलवाल समेत कटोरा तालाब स्थित घर मे क्रिकेट सट्टा खेलते हुए अन्य 3 सटोरिये गिरफ्तार किये गए है जिनके पास से 3 लाख नगदी समेत 4 मोबाइल जब्त किये गए है। यह कार्यवाही सीएसपी सिविल लाइन नसर सिद्दीकी के निर्देश पर हुई है। गिरफ़्तार हुए सटोरियों के नाम:- 1.निर्मल पिंजानी, कटोरा तालाब 2.अंशुल जैन, न्यू राजेन्द्र नगर 3.प्रशांत शर्मा, पुरानी बस्ती 4.विशाल खंडेलवाल उर्फ बिट्टू, रहेजा रेसीडेंसी(खाईवाल)
  • 4 से कम आया आक्सीजन सैचुरेशन तो तुरंत हास्पिटल में एडमिट होइये, रिकवरी की संभावना होगी अधिकतम -होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर की प्रभारी मेडिकल अधिकारी डॉ. रश्मि भुरे ने कहा -कोविड में आक्सीजन ड्राप होने पर घर में रहने का निर्णय मरीज के सेहत के लिए हो सकता है घातक, क्योंकि याद रखिये कोविड में आक्सीजन लेवल ड्राप होने पर आक्सीजन के साथ ही उचित दवाओं का निर्णय भी चिकित्सकों द्वारा मरीज के मेडिकल हिस्ट्री के मुताबिक लिया जाता है

    पुरानी कहावत है कि नीम हकीम खतरे जान। फिर कोविड जैसी बीमारी, ऐसे में यदि किसी मरीज के परिजन डॉक्टर की सलाह की उपेक्षा कर मरीज के ट्रीटमेंट पर अपना निर्णय लें तो मरीज की रिकवरी के लिए गंभीर खतरा हो सकता है। कोविड पर शासन की गाइडलाइन है कि 94 से कम आक्सीजन  सैचुरेशन आने पर मरीज को हास्पिटल की देखरेख में रखा जाना ही उसके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। इस संबंध में होम आइसोलेशन कंट्रोल सेंटर की प्रभारी मेडिकल आफिसर डॉ. रश्मि भुरे ने विस्तार से जानकारी दी कि किस तरह होम आइसोलेशन की गाइडलाइन का पालन कर कोविड से रिकवरी का रास्ता सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को लगातार आक्सीजन सैचुरेशन की जाँच करनी है और 94 से कम आते ही काउंसलर को जानकारी देनी है तथा हास्पिटल में एडमिट होना है। ऐसा करने से रिकवरी की संभावना काफी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि देखा गया है कि कुछ मामलों में मरीज के परिजन आक्सीजन लेवल डाउन होने पर घर में ही आक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था में लग जाते हैं जबकि हास्पिटल में आक्सीजन बेड्स के साथ ही मेडिकल सुपरविजन भी होता है और मरीज की मेडिकल हेल्थ के मुताबिक दवा भी दी जाती है। मरीज का आक्सीजन लेवल डाउन होने के साथ ही उनके इलाज के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक और स्टेराइड प्लान करते हैं घर में इस तरह का प्लान संभव ही नहीं है जिसके कारण से पेशेंट की स्थिति बिगड़ जाती है। ज्यादा खराब स्थिति में अस्पताल आने में रिकवरी की संभावना घट जाती है। डॉ. भुरे ने बताया कि कई बार मरीज के परिजन आक्सीजन लेवल ड्राप होने की जानकारी नहीं देते और कई बार फोन भी बंद कर देते हैं। ऐसी स्थिति उनके मरीजों के लिए घातक हो सकती है। डॉ. भुरे ने कहा कि जिले में पर्याप्त संख्या में आक्सीजन बेड्स उपलब्ध हैं अतएव मरीजों के परिजनों को चाहिए कि 94 से नीचे आक्सीजन लेवल आते ही किसी तरह का जोखिम नहीं ले।
    जानिये अस्पताल आने से पेशेंट के ट्रीटमेंट में क्या बेहतर- डॉ. भुरे ने कहा कि कोविड मरीजों के लिए एकमात्र आक्सीजन ही इलाज नहीं है। आक्सीजन की उपलब्धता हो जाने के बाद मेडिसीन भी स्थिति के मुताबिक दिया जाना जरूरी है। आक्सीजन लेवल के अनुसार और कोमार्बिडिटी( बीपी, शुगर, थायराइड जैसी बीमारियाँ) देखते हुए डॉक्टर मेडिसीन प्लान करते हैं। मरीज की स्थिति के मुताबिक एंटीबायोटिक दवाएं तय की जाती हैं। स्टेराइड्स तय किये जाते हैं। सही मौके पर सही दवा के प्रयोग से रिकवरी की संभावना काफी बढ़ जाती है। 
    घर में रह गये तो किस तरह के नुकसान की आशंका- पहली बात तो यह कि मरीज के घर में रहने से उपयुक्त दवा का प्लान नहीं किया जा सकता और मरीज केवल आक्सीजन के भरोसे रहेगा। डॉ. रश्मि ने दूसरी महत्वपूर्ण बात यह बताई कि मरीज के आक्सीजन लेवल के मुताबिक उसे आक्सीजन दिये जाने का प्लान हास्पिटल में होता है। पहले चरण में आक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से, फिर इसके बाद थोड़ी गंभीर जरूरत होने पर हाई कंसट्रेटर मास्कर के माध्यम से आक्सीजन दिया जाता है। तीसरा और चैथा चरण एनआईवी और वेंटिलेटर का होता है। कई बार मरीज के परिजन पेशेंट को घर में ही रखते हैं मरीज को पहले चरण की जरूरत तो सामान्य आक्सीजन सिलेंडर से पूरी हो सकती है लेकिन दूसरे, तीसरे और चैथे चरण के लिए घर में कोई व्यवस्था नहीं होती। यदि मरीज आक्सीजन लेवल के डाउन होने के शुरूआती स्टेज में ही अस्पताल आ जाए तो इस बात की न्यूनतम आशंका होगी कि मरीज तीसरे या चैथे चरण तक पहुँचे। उन्होंने कहा कि सैचुरेशन कम होने के बावजूद घर में मरीजों को रखे रहने के निर्णय का असर मरीज के सेहत पर पड़ता है और तेजी से आक्सीजन लेवल कम होने से फेफड़ों की जो क्षति होने लगती है उसे ठीक नहीं किया जा सकता। 
    रेमडेसिविर लाइफ सेविंग ड्रग नहीं- डॉ. भुरे ने बताया कि लोगों में भ्रम है कि रेमडेसिविर दवा दे देने से ही मरीजों की जान बच जाएगी जबकि रेमडेसिविर लाइफ सेविंग ड्रग नहीं है। अभी यह अंडर ट्रायल दवा है। अलग-अलग मरीजों में इसका अलग-अलग असर होता है। रेमडेसिविर के साथ ही अनेक स्टेराइड और एंटीबायोटिक दवाएं हैं जो मरीजों को दी जाती हैं और इनसे मरीज की रिकवरी तेज होती है।

  • गुरुकुल फाउंडेशन ने उपलब्ध कराई 10 सीपेप मशीन, मिनी वेंटिलेटर की तरह काम करती हैं सीपेप मशीन

    /कोरोना के इस कठिन समय में सकारात्मक बात यह है कि सेवाभावी संस्थाएं आगे बढ़कर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अपना योगदान कर रही हैं। आज गुरुकुल फाउंडेशन के जयंत पांडे, सुबोध ठाकुर, के. सत्यनारायण की ओर से स्वास्थ्य विभाग को 10 सीपेप मशीन सौंपी गई। इस दौरान अपर कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी, जिला पंचायत सीईओ श्री सच्चिदानंद आलोक, सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर, कोविड नोडल प्रभारी डॉ. सुगम सावंत सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। अधिकारियों ने गुरुकुल फाउंडेशन के इस कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि कोरोना के इस कठिन समय में हेल्थ सर्विसेज को बेहतर करने के लिए सामाजिक संस्थाओं की ओर से जितनी मदद मिलेगी, मरीजों को उतनी ही अधिक राहत मिल सकेगी। उल्लेखनीय है कि सीपेप मिनी वेंटिलेटर की तरह काम करता है। इसे जंबो सिलेंडर से जोड़ दें तो छह घंटे तक लगातार आक्सीजन की आपूर्ति कर सकता है।