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  • गुरु गोबिंद सिंह जी की जंयती पर विशाल शोभा यात्रा 17 दिसंबर को
    17 दिसंबर को गुरु गोबिंद सिंह जी की जंयती पर निकलेगी शोभा यात्रा गुरुव्दारा गुरुनानक नगर शुरु से पंडरी गुरुव्दारा तक जाएगी, गुरु के लंगर की भी व्यवस्था रायपुर, 14 दिसंबर 2022/ सिक्खों के 10वें गुरु साहिब श्री गुरुगोविन्द सिंह जी के जन्म दिवस गुरुपर्व के पहले गुरुव्दारा प्रबंधक कमेटी गुरुनानक नगर रायपुर व्दारा शनिवार 17 दिसंबर 2022 दोपहर 2.30 बजे से एक शोभा यात्रा निकाली जाएगी। शोभा यात्रा गुरुव्दारा गुरुनानक नगर रायपुर से दोपहर 2.30 बजे प्रारंभ हो कर तेलीबांधा चौक, जीई रोड से कैनाल रोड होते हुए रात 8.30 बजे तक गुरुव्दारा गुरुगोविन्द नगर, पंडरी गुरुव्दारा में समाप्त होगी। गुरुव्दारा गुरुनानक नगर, रायपुर की प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार प्रितपाल सिंह चंडोक, सरदार जे.एस. भाटिया, सरदार जी.एस. बॉम्बरा, सरदार जीत सिंह खनूजा, गुरुव्दारा स्टेशन रोड, गुरुव्दारा टाटीबंध, गुरुव्दारा महावीर नगर, गुरुव्दारा गोविन्द नगर पंडरी, गुरुव्दारा हीरापुर, गुरुव्दारा देवपुरी के प्रतिनिधि दशमेश सेवा सोसायटी, छत्तीसगढ़ सिक्ख कौंसिल, बाबा दीप सिंह सेवा दल, छत्तीसगढ़ सिक्ख संगत तथा छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन, रायपुर के पदाधिकारियों ने सभी समाज के लोगों से इस शोभा यात्रा में शामिल होने की अपील की है। शोभा यात्रा में सबसे आगे के वाहन में विशाल नगाड़ा होगा, जिसे रंजीत नगाड़ा कहा जाता है, उसके पीछे 5 सिंघ घुड़सवार होगें। इसी क्रम में पंजाब का पाईप बैंड, दिल्ली की गतका टीम व्दारा शौर्य प्रदर्शन किया जाएगा, गतका टीम के प्रदर्शन के लिए अनेक प्रमुख स्थानों पर स्टेज भी बनाया गया है । इसके बाद पानी के ट्रैंकर और सफाई सेवादारों व्दारा गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी के रास्तों की सफाई करेगी। इसमें नगर पालिक निगम रायपुर की सहायता ली जाएगी। इसी क्रम में 5 निशान साहिब व पंज प्यारे होगें। इसके बाद श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के पालकी की सवारी होगी। लोग पालकी साहिब को नमन कर अथवा माथा टेक कर प्रसाद ले सकेगें। इसके बाद विभिन्न गुरुव्दारों के कीर्तन के जत्थे शामिल होगें। शोभा यात्रा के पूरे रास्ते में लाऊडस्पीकर से निरन्तर कीर्तन और शोभा यात्रा का ग्रैंड चैनल टेलिविजन व्दारा सीधा प्रसारण की व्यवस्था की गई है। शोभा मार्ग में विभिन्न श्रध्दालुओं व्दारा जगह जगह पर नाश्ता, चाय भंडारे की व्यवस्था की जाएगी। शोभा यात्रा में ट्रैफिक व्यवस्था को सुव्यवस्थित बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ सिक्ख सेवादार और वालिंटियर रहेगें। शोभा यात्रा की समाप्ति पर गुरुव्दारा गोविन्द नगर पंडरी में होगी जहां गुरु का लंगर प्रसाद के रुप में सभी संगत को परोसा जाएगा। उल्लेखनीय है कि सिक्खों को दसवें गुरु साहिब श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के पिता श्री गुरु तेगबहादुर ने कश्मीरी हिन्दुओं की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी थी। पिता की शहादत के बाद श्री गुरु गोविन्द सिंह जी ने सिक्ख धर्म के दसवें गुरु बनें। सन् 1699 में गुरु गोविन्द सिंह जी ने मुगल अत्याचारी राजाओं के लड़ने के लिए खालसा पंथ की स्थापना की। वे एक दार्शनिक, कवि और महान योध्दा भी थे। उनके चारों बेटों ने इस्लाम कुबूल नहीं करने के कारण अपनी कुर्बानी दी। उनके दो युवा पुत्र युद्ध में शहीद हो गए और दो पुत्रों को अत्याचारी मुगल राजा ने ईंट की दीवारों में चिनवा दिया था।
  • ED मामला :सौम्या चौरसिया को नहीं मिली जमानत, भेजी गई जेल
    सौम्या चौरसिया के बाहर रहने से सबूतों और गवाहों को प्रभावित करने की आशंका बढ़ जाएगी - ED सौम्या चौरसिया को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा...अब 19 दिसम्बर को विशेष अदालत में फिर से पेशी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में विशेष अदालत ने मुख्यमंत्री कार्यालय की उप सचिव सौम्या चौरसिया को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजने का आदेश दिया है। वहीँ उनको अब 19 दिसम्बर को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा। इससे पहले ED की रिमांड खत्म होने के बाद उसे रायपुर की विशेष अदालत में पेश किया। प्रवर्तन निदेशालय ने 11 अक्टूबर को प्रदेश के कई अफसरों और कारोबारियों के 75 ठिकानों पर छापा मारा था। प्रारंभिक जांच और पूछताछ के बाद 13 अक्टूबर को इस मामले में छत्तीसगढ़ इंफोटेक प्रमोशन सोसाइटी-चिप्स के तत्कालीन CEO समीर विश्नोई, कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल और वकील और कारोबारी लक्ष्मीकांत तिवारी को गिरफ्तार किया था। उनको 14 दिन की ED रिमांड में पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। 29 अक्टूबर को इस मामले में एक अन्य आरोपी सूर्यकांत तिवारी ने अदालत में समर्पण कर दिया। 10 दिन की पूछताछ के बाद सूर्यकांत को भी न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। तबसे चारो आरोपी जेल में बंद हैं। इस बीच ED की दूसरे अफसरों और कारोबारियों से पूछताछ जारी रही। लगातार कई दिनों की पूछताछ के बाद ED ने 2 दिसम्बर को राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया। उनपर बेनामी संपत्ति की खरीदी-बिक्री से काला धन खपाने का आरोप लगाया गया है। पहले उनको 6 दिसम्बर तक ED की हिरासत में भेजा गया था | उसके बाद 10 दिसम्बर तक फिर 14 दिसम्बर तक के लिए ED को कस्टडी मिली। इस तरह ED ने सौम्या चौरसिया से हिरासत में 14 दिनों तक पूछताछ की है। अब उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। अदालत में ED की ओर से कहा गया, सौम्या चौरसिया के बाहर रहने से सबूतों और गवाहों को प्रभावित करने की आशंका बढ़ जाएगी। बचाव पक्ष के वकील फैजल रिजवी ने बताया कि उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। 19 दिसम्बर को उनको फिर से अदालत के सामने पेश किया जाना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इसे केंद्र सरकार द्वारा बदले की कार्यवाही बताया था
  • Rto check post बरियरों में अवैध वसूली बदस्तूर जारी
    परिवहन विभाग के कारनामों में शासन प्रशासन का कितना सहयोग आरटीओ विभाग की अवैध वसूली से ट्रक चालक हमेशा से पीड़ित होते आ रहे हैं शासन चाहे भाजपा का हो या कांग्रेसका आरटीओ विभाग की अवैध वसूली बदस्तूर जारी रहती है| परिवहन विभाग का अमला प्रदेश की सीमाओं पर लगे परिवहन चेकपोस्ट पर एंट्री लिए बगैर किसी भी ट्रक को बॉर्डर पार करने नहीं देता| समय-समय पर ट्रांसपोर्ट आरटीओ के खिलाफ मोर्चा खोलकर अपना विरोध प्रदर्शित करते हैं परंतु एंट्री की इस समस्या पर किसी भी सरकार ने रोक नहीं लगाई | छत्तीसगढ़ के परिवहन चेकपोस्ट में एक ब्रांड न्यू ट्रक को बॉर्डर पार कर दूसरे प्रदेश में जाने के एवज में ₹4000 की मांग की गई ट्रक के सभी पेपर सही होने और अंडरलोड माल की जानकारी देने के बाद भी परिवहन प्रभारी द्वारा ट्रक ड्राइवर को धमकाया गया कि रुपए दोगे तो ट्रक पार होगा नहीं तो चुपचाप जाकर ट्रक में बैठ जाओ | वक्त है बदलाव के नारे के साथ आई कांग्रेसी सरकार से ट्रांसपोर्ट संचालकों एवं ड्राइवरों को आशा थी कि आरटीओ विभाग की मनमानी पर रोक लगेगी परंतु ट्रक संचालकों को निराशा ही हाथ लगी | परिवहन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों की मनमानी कोई रोक नहीं लगी अधिकांश ट्रांसपोर्ट संचालक समय के साथ चलने को मजबूर होकर इस विभागीय मनमानी को सहने तैयार हो गए अपने ऊपर हो रहे आर्थिक अत्याचार का ठीकरा उन्होंने भाड़े में बढ़ोतरी कर जनता पर फोड़ा| आरटीओ की अवैध वसूली का भार आखिरकार आम जनता पर पड़ा हर वस्तु अधिक भाड़े के कारण महंगी हो गई और लोगों के घर का बजट बिगड़ता जा रहा है | आरटीओ विभाग की अवैध वसूली और मनमानी की जानकारी शासन प्रशासन और विभागीय मंत्री को ना हो ऐसा हो ही नहीं सकता | ध्यान से सुनिए परिवहन विभाग के अधिकारी और एक ट्रक ड्राइवर के बीच अवैध वसूली का वार्तालाप एंट्री और रिश्वत की रकम ना देने का खामियाजा ट्रक चालक को मात्र तीन महा पुराने सभी दस्तावेजों के पूरा होने के बावजूद 4 हजार रूपए देकर चुकाना पड़ा | इस जुर्माने वाली रसीद पर दर्शाई गई धाराओं से ट्रक चालक और ट्रक का दूर-दूर तक कोई नाता रिश्ता नजर नहीं आता क्योंकि बॉर्डर पर ट्रक रोककर पेपर चेक कराने का प्रावधान है और इसके लिए ट्रक चालक स्वयं ही गाड़ी रोककर जांच चौकी के विंडो पर जाते हैं रोड पर कोई भी परिवहन विभाग का अधिकारी कर्मचारी ट्रकों को रोकता नहीं है | यातायात के नियमों का पालन ना करने वाली भी कोई बात बॉर्डर पर नहीं हो सकती | मालिक की सहमति के बिना जबरदस्ती वाहन को ले जाना झूठी है क्योंकि ट्रक मालिक ने बॉर्डर पर ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं लिखाई है | धारा 190/ 2 का उल्लंघन कब होता है जब सड़क सुरक्षा के मानकों का पालन ना करने की बात हो या शीशा काला हो परंतु इस ट्रक चालक पर यह धारा भी बिना वजह लगाई गई| मोटर व्हीकल एक्ट की धारा 104 का उल्लंघन तब होता है जब वाहन का परमिट ना हो परंतु इस ट्रक का नेशनल परमिट 2027 तक का है | इन सबके बाद सबसे बड़ी बात यह भी है कि ट्रक चालक द्वारा जुर्माना राशि ऑनलाइन देने की बात की गई तो वहां भी उसे डांट दिया गया की डिजिटल पेमेंट नहीं लेंगे नगद भुगतान करो कहने का मतलब यह कि एक तरफ प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया की बात करते हैं नगद लेनदेन पर बंदिश लगाने की बात करते हैं जरूरत अनुसार ही नगद लेनदेन करना चाहिए यह कहते हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार का एक विभाग खुलेआम डिजिटल लेनदेन का उलंघन कर रहा है |
  • वंदे भारत ट्रेन के किराए और सुविधाओं की जानकारी
    CG 24 News-Singhotra न्यू वंदे भारत रेट इंटीग्रल कोच फैक्ट्री द्वारा मेक इन इंडिया के तहत स्वदेशी रूप से निर्मित 1 सेमी हाई स्पीड ट्रेन है और विमान जैसी यात्रा अनुभव प्रदान कराती है यह उन्नत और सुरक्षा सुविधाओं से लैस है जिसमें स्वदेशी रूप से विकसित कवच ट्रेन टक्कर बचाओ प्रणाली शामिल है सभी को स्वचालित दरवाजों मनोरंजन के उद्देश्य से आन बोर्ड हॉटस्पॉट वाईफाई और बहुत आरामदायक बैठने से सुसज्जित हैं सभी शौचालय बायो वैक्यूम प्रकार के हैं प्रत्येक कोच में गर्म भोजन गर्म और ठंडे पेय पदार्थ पर उसने की सुविधा के साथ पेंट्री है इसमें वाईफाई सामग्री ऑनडिमांड सुविधा भी है और प्रत्येक कोच यात्री सूचना और इन्फोटेनमेंट प्रदान करने वाली 32 इंच स्क्रीन से सुसज्जित है | विकलांग यात्रियों की सुविधा के लिए बेल अक्षरों में सीट नंबर के साथ सीट हैंडल सभी कक्षाओं में बैठने वाली सीटें और एग्जीक्यूटिव कारों में 180 डिग्री घूमने वाली सीटें प्रदान की गई है इस ट्रेन में कोच के बाहर 4 प्लैटफॉर्म साइट कैमरे भी दिए गए हैं जिनमें रिव्यू कैमरे भी शामिल हैं नागपुर से बिलासपुर जाने वाली पहली उद्घाटन विशेष वंदे भारत एक्सप्रेस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 दिसंबर को नागपुर से सुबह 9:30 बजे झंडी दिखाकर रवाना करेंगे आईसीएफ चेन्नई तमिलनाडु में निर्मित वंदे भारत एक्सप्रेस प्रीमियम ट्रेन सेवा अपनी अत्याधुनिक सुविधाओं उन्नत सुरक्षा तकनीक के साथ देश में रेल यात्रा के भविष्य का प्रतीक है | इस ट्रेन में सफर करने की किराए के बारे में हम आपको बताते हैं | बिलासपुर से रायपुर ₹905 बिलासपुर से दुर्ग 1155 रुपए बिलासपुर से राजनांदगांव 1265 रुपए बिलासपुर से गोंदिया 1620 बिलासपुर से नागपुर 2045 रुपए की किराया राशि निर्धारित की गई है | वहीं दूसरी तरफ वंदे भारत ट्रेन नंबर 20826 नागपुर से रायपुर के किराए में आंशिक बढ़ोतरी है जिसके अनुसार नागपुर से बिलासपुर तक 2240 रुपए और और नागपुर से रायपुर तक अट्ठारह सौ 90 रुपए की राशि यात्रियों को देनी होगी |
  • बिलासपुर रायपुर के बीच वन्दे भारत ट्रेन 11 dec. से
    *वंदे भारत ट्रेन की शुरुआत 11 dec. से* *बिलासपुर नागपुर के बीच चलेगी ट्रेन* वंदे भारत का रिजर्वेशन आज से, सिर्फ 76 मिनट में पहुंचेगी नागपुर* रायपुर....राजनांदगांव को भी बनाया गया स्टॉपेज, अब नागपुर छटा स्टेशन होगा....ट्रेन का उद्घाटन 11 दिसंबर को होगा और यह 12 दिसंबर से नियमित रूप से चलेगी....यह ट्रेन सप्ताह में शनिवार को छोड़कर शेष सभी दिन चलेगी... बिलासपुर,रायपुर, दुर्ग,राजनांदगाँव, गोंदिया और नागपुर के बीच चलेगी वंदे भारत ट्रेन*
  • साहिब श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के प्रकाशपर्व पर 17 दिसंबर 2022 को नगर कीर्तन
    *साहिब श्री गुरु गोविन्द सिंह जी के गुरुपर्व पर Saturday 17 दिसंबर 2022 को* *रायपुर में आयोजित होने वाली शोभा यात्रा के संबंध में हुई बैठक* धन् धन् साहिब श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी के प्रकाश पर्व पर Saturday 17 दिसंबर 2022 को रायपुर में आयोजित होने वाली शोभा यात्रा के संबंध में गुरुव्दारा गुरुनानक नगर में रायपुर के समस्त गुरुव्दारा और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में शोभा यात्रा को सफल बनाने के लिए सभी श्रध्दालुओं का सहयोग लिया जाएगा। (1) शोभा यात्रा शनिवार 17 दिसंबर 2022 को गुरुव्दारा गुरुनानक नगर से दोपहर 2.30 बजे प्रारंभ होगी जो गुरुव्दारा गोविन्द नगर, पंडरी में समाप्त होगी। (2) शोभा यात्रा का मार्ग - गुरुव्दारा गुरुनानक नगर - गुरुव्दारा बाबा बुढ्ढा साहिब - जी.ई. रोड कैनाल रोड से गुरुव्दारा गोविन्द नगर पंडरी तक होगा। (3) संपूर्ण मार्ग के दोनों ओर निशान साहिब व झंडिया होगीं। तेलीबांधा और कैनाल रोड में लाईटिंग की जाएगी और लॉऊडस्पीकर के माध्यम से रिकार्डेड कीर्तन का प्रसारण होगा। (4) शोभा यात्रा को सुव्यवस्थित बनाए रखने और नियंत्रित करने के लिए नियुक्त वॉलिन्टयर व्यवस्था संभालेगें। इन बैठकों में सरदार प्रितपाल सिंह चंडोक, सरदार जे.एस. भाटिया, सरदार जी.एस. बॉम्बरा, सरदार जीत सिंह खनूजा, गुरुव्दारा स्टेशन रोड, गुरुव्दारा टाटीबंध, गुरुव्दारा महावीर नगर, गुरुव्दारा गोविन्द नगर पंडरी, गुरुव्दारा हीरापुर, गुरुव्दारा देवपुरी के प्रतिनिधि दशमेश सेवा सोसायटी, छत्तीसगढ़ सिक्ख कौंसिल, बाबा दीप सिंह सेवा दल, छत्तीसगढ़ सिक्ख संगत तथा छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन के पदाधिकारी उपस्थित थे। सभी ने शोभा यात्रा को धूमधाम से सफल बनाने की अपील की और संपूर्ण सहयोग का संकल्प लिया। CG 24 News - Singhotra
  • दिल्ली में आप के 134 पार्षद, भाजपा के 104 पार्षद, फिर भी मेयर हम बनाएंगे - भाजपा का दावा
    दिल्ली में आप के 134 पार्षद, भाजपा के 104 पार्षद, फिर भी मेयर हम बनाएंगे - भाजपा का दावा दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी का बहुमत आने और भारतीय जनता पार्टी की हार के बावजूद दिल्ली की राजनीति संदेहों के दायरे में है ! दिल्ली के एमसीडी चुनाव के नतीजे यूं तो आम आदमी पार्टी के पक्ष में गए हैं परंतु महापौर का चुनाव अभी भी दिल्ली में नया गुल खिला सकता है, ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो मेयर चुनाव के बाद ही पता चलेगा| दिल्ली भाजपा सांसद रमेश विधूड़ी ने स्पष्ट संकेत दिया है कि आंकड़े जिनके पास होंगे मेयर उनका ही होगा |कहने का मतलब यह कि आम आदमी पार्टी के 134 पार्षदों का बहुमत होने के बावजूद भाजपा दावा ठोक रही है कि एमसीडी में महापौर भाजपा बनाएगी अर्थात यह माना जा सकता है, और सोचा जा सकता है कि भाजपा द्वारा आप के पार्षदों की खरीद-फरोख्त की जा सकती है! भाजपा प्रवक्ता हरीश खुराना, भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने भी मीडिया के सामने दमदारी से कहा है कि पार्षद चाहेंगे तो मेयर भाजपा का ही बनेगा | कुल मिलाकर यह संभावना नजर आ रही है कि भाजपा ऑपरेशन कमल रूपी हथियार का इस्तेमाल दिल्ली एमसीडी के मेयर चुनाव में कर सकती है | यह उल्लेख करना भी जरूरी है कि अब तक भाजपा का ऑपरेशन लोटस गुप्त रूप से बंद कमरे में पर्दे के पीछे होता रहा है, यह पहली बार है कि भाजपा के कई नेता खुलेआम ट्वीट कर, मीडिया चैनलों के डिब्बे में और पत्रकारों के सवालों पर दमदारी से, बेखौफ होकर पार्षदों के पार्टी विरोधी मत देने की बात कर रहे हैं | सांसद रमेश बिधूड़ी ने तो एनडीटीवी के एक प्रोग्राम में एंकर को आम आदमी पार्टी के 50 पार्षदों के भरोसे पर संदेह व्यक्त किया है | भाजपा नेताओं द्वारा इस प्रकार डंके की चोट पर दिल्ली एमसीडी में मेयर बनाने की बात कहां तक सही है ? यह अन्य राजनैतिक पार्टियों एवं चुनाव आयोग के साथ साथ संबंधित एजेंसियों को तय करना है|
  • ईडी द्वारा सौम्या चौरसिया को कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान खबर बनाने वाले पत्रकार को पुलिस ने रिपोर्टिंग करने से रोका
    ईडी द्वारा सौम्या चौरसिया को कोर्ट में पेश किए जाने के दौरान खबर बनाने वाले पत्रकार को पुलिस ने रिपोर्टिंग करने से रोका पत्रकार सुनील नामदेव को पुलिस वालों ने रिपोर्टिंग करने से रोका और अपने घेरे में ले लिया है। आज रायपुर न्यायालय में सौम्या चौरसिया की रिमांड पेशी थी, मामले की रिपोर्टिंग करने न्यूज टुडे के रिपोर्टर सुनील नामदेव न्यायालय पहूंचे | वहां उपस्थित पुलिस वालों ने पत्रकार सुनील नामदेव को रिपोर्टिंग करने से रोक दिया गया। जानकारी के अनुसार पुलिस का कहना था कि जब तक सौम्या चौरसिया कोर्ट परिसर से वापस निकल नहीं जाती तब तक सुनील नामदेव को बैठा कर रखा जायेगा | पुलिस वालों द्वारा एक पत्रकार को उसके कार्य करने से दबाव पूर्वक रोक दिया गया है। उल्लेखनीय है कि सुनील नामदेव वही पत्रकार हैं जिन्होंने 03 दिसम्बर 2022 को ईडी द्वारा गिरफ्तार, प्रदेश में भ्रष्टाचार के लिए चर्चित और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सबसे करीबी अफसर उप सचिव सौम्या चौरसिया से रायपुर कोर्ट परिसर में तीखे सवाल करते हुए भ्रष्टाचारी आफिसर बताते हुए ख़बर बनाई थी| न्यूज़ टुडे के पत्रकार सुनील नामदेव की इसी रिपोर्टिंग से खफा होकर प्रशासन ने शायद यह कदम उठाया होगा |
  • मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के कीमतों में 39 रूपये प्रति लीटर कमी करे - कांग्रेस
    मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल के कीमतों में 39 रूपये प्रति लीटर कमी करे
     
    पेट्रोल डीजल के महंगाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार को जिम्मेदार ठहराने वाली मोदी सरकार क्रूड आयल के दाम कम होने पर जनता को राहत क्यों नहीं देती



        रायपुर/1 दिसंबर 2022/ अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दामों में 30 प्रतिशत गिरावट होने के बावजूद देश में पेट्रोल डीजल के दामों में कमी नहीं करने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश की जनता मोदी निर्मित महंगाई से पीड़ित है पेट्रोल डीजल रसोई गैस के बढ़े दामों और महंगाई के लिए अंतर्राष्ट्रीय बाजार को जिम्मेदार ठहराने वाली मोदी भाजपा की सरकार जनता को बताये जब अंतराष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दामों में लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट आई है और रोज क्रूड ऑयल के दाम टूट रहे हैं ऐसे में देश की जनता को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आई कीमतों की गिरावट का लाभ पेट्रोल डीजल में क्यों नहीं मिल रहा है?

        प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि क्रूड ऑयल के दामों में आई 30 प्रतिशत गिरावट के चलते पेट्रोल डीजल में 20 रु प्रति लीटर की कमी होनी चाहिए? और मोदी सरकार मनमोहन सरकार के समय पेट्रोलियम पदार्थों में लगने वाली एक्साइज ड्यूटी को पुनः लागू करेगी तो लगभग 19 रु प्रति लीटर की कमी और आयेगी यानी पेट्रोल डीजल के दाम में कम से कम 39 रू प्रति लीटर की कमी होगी।

       प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार सरकार देश की जनता के उपस्थित टैक्स का व्यय भार बढ़ाई है महंगाई कम करने कोई उपाय इनके द्वारा अब तक नहीं किया गया है और महंगाई कम होने के जब अवसर होता है उस दौरान भी मोदी सरकार जनता को महंगाई से राहत देने के बजाय अपने खजाने को भरने में लगे रहती है और मुनाफाखोरी को बढ़ावा देती है अंतर्राष्ट्रीय बाजार में आई क्रूड ऑयल के दामों में कमी का लाभ आम जनता को दिया जाए तो  महंगाई भी कम होगी डीजल के दामों में 39 रु लीटर की कमी होने का असर ट्रांसपोर्ट चार्जेस में, उत्पादन यूनिट जहां डीजल का उपयोग होता है वहां उत्पादन लागत में कमी के साथ-साथ जहां भी डीजल का उपयोग होता है उन वस्तुओं पर भी प्रभाव पड़ेगा उनकी कीमतें कम होगी।

        प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है मोदी सरकार जनता की जेब से सिर्फ पैसा निकालना जानती है जनता को आज तक कुछ नहीं दिया है सिर्फ टैक्स का बोझ बढ़ाया गया है और मुनाफाखोरी किया गया है मोदी सरकार को तत्काल अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड आयल के दामों में हुई कमी का लाभ देश की जनता को देना चाहिए इससे जनता को महंगाई से भी राहत मिलेगा आवश्यक वस्तुओं के दामों में भी कमी आएगी।

  • कॉप 27  - 27वां पार्टियों का सम्मेलन - भूपेंद्र यादव

    कई चुनौतियों तथा विचारों में भिन्नता के बावजूद, सदस्य देशों ने जटिल मुद्दों के समाधान के प्रयास किए

    भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देता है और उम्मीद करता है कि वैश्विक समुदाय, विशेष रूप से विकसित देश भी अपने वादे को पूरा करेंगे।

    27वां पार्टियों का सम्मेलन (कॉप27) पिछले सप्ताह समाप्त हुआ और कई चुनौतियों तथा विचारों में भिन्नता के बावजूद, सदस्य देशों ने जटिल मुद्दों के समाधान के प्रयास किए।
    कॉप27 को कार्यान्वयन के लिए कॉप का ब्रांड नाम दिए जाने के साथ, प्रमुख मुद्दों पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए, जिनमें प्रमुख हैं- हानि और क्षति वित्त पोषण पर समझौता;
    अनुकूलन और शमन कार्यक्रम को प्रोत्साहित करना, जो उत्सर्जन में कमी का मुकाबला करता है और प्रभावी कार्यान्वयन को गति प्रदान करता है तथा जो वैश्विक तापमान वृद्धि को पूर्व
    औद्योगिक स्तरों से 1.5 डिग्री सेल्सियस ऊपर रखने के अधिक महत्वाकांक्षी पेरिस समझौते के लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए वैश्विक समुदाय को प्रेरित करता है।
    भारत की दृष्टि से कॉप27 के परिणाम महत्वपूर्ण रहे हैं, क्योंकि एक देश के रूप भारत के या विकासशील देशों की सामूहिक आवाज के रूप में भारत द्वारा प्रस्तावित चिंताओं, विचारों और सुझावों को उचित महत्व दिया गया है। शर्म अल-शेख कार्यान्वयन योजना मानती है कि ग्लोबल वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के लिए 2019 के स्तर की तुलना में 2030 तक वैश्विक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 43 प्रतिशत की तेज और निरंतर कमी किए जाने की आवश्यकता है। योजना यह भी स्वीकार करती है कि "विभिन्न राष्ट्रीय परिस्थितियों के आलोक में एवं सतत विकास और गरीबी उन्मूलन के प्रयासों के संदर्भ में सामान्य लेकिन पृथक जिम्मेदारियों और संबंधित क्षमताओं [सीबीडीआर-आरसी] को दर्शाते हुए, न्यायपूर्ण और सर्वोत्तम उपलब्ध वैज्ञानिक ज्ञान के आधार पर, इस महत्वपूर्ण दशक में त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता है। भारत, राष्ट्रों के लिए जलवायु कार्रवाई लक्ष्यों को निर्धारित करने और इन्हें पूरा करने में सीबीडीआर-आरसी दृष्टिकोण अपनाने का मुखर समर्थक रहा है, ताकि जलवायु परिवर्तन की अनिश्चितताओं से पृथ्वी को बचाने की इस संयुक्त लड़ाई में हम ऐतिहासिक प्रदूषण फैलाने वाले देशों और तकनीकी व वित्तीय अंतर के प्रति सचेत रहें तथा हरित विश्व निर्माण के लिए विकासशील देशों को शामिल किए जाने की आवश्यकता सुनिश्चित की जा सके। कार्यान्वयन योजना ने पार्टियों से आग्रह किया, "जिन्होंने अभी तक नए या अद्यतन राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदानों की जानकारी नहीं दी है, वे जल्द से जल्द इसे पूरा करें।“ भारत न केवल उन 29 देशों में शामिल है, जिन्होंने सीओपी26 के बाद अपने बढ़े हुए एनडीसी प्रस्तुत किए हैं, बल्कि उन 60 से कम देशों की उस सूची में भी मौजूद है, जिन्होंने ग्लासगो में अपनी शुद्ध शून्य घोषणा के एक वर्ष के भीतर अपनी दीर्घकालिक कम उत्सर्जन विकास रणनीतियां प्रस्तुत की हैं। ये कदम, जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करने के प्रयास का हिस्सा बनने के सन्दर्भ में नरेन्द्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। देशों को निम्न-कार्बन उत्सर्जन की ओर बढ़ने के लिए एक कार्ययोजना तैयार करते हुए, कॉप27 कार्यान्वयन योजना "राष्ट्रीय परिस्थितियों के अनुरूप सबसे गरीब और सबसे कमजोर देशों को लक्ष्य-आधारित समर्थन देने और एक न्यायपूर्ण परिवर्तन की दिशा में समर्थन की आवश्यकता की पहचान करने" का आह्वान करती है। इसने मान्यता दी कि "विकासशील देशों को दिया गया अधिक समर्थन, उनकी कार्रवाई संबंधी उच्च महत्वाकांक्षा को अनुमति प्रदान करेगा। भारत ने इस बात को रेखांकित किया कि अधिकांश विकासशील देशों के लिए न्यायपूर्ण बदलाव की तुलना सिर्फ कार्बनीकरण को कम करने से नहीं की जा सकती है, लेकिन कम- कार्बन उत्सर्जन के साथ; विकासशील देशों को, अपनी पसंद के ऊर्जा मिश्रण तथा एसडीजी हासिल करने में, स्वतंत्रता की आवश्यकता है। कॉप27 ने सभी जलवायु कार्रवाईयों- न कि केवल शमन, बल्कि शमन, अनुकूलन, वित्त, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और क्षमता निर्माण- पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व को रेखांकित किया। कॉप27 योजना ने "गंभीर चिंता के साथ, जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से मुकाबले के लिए अनुकूलन के मौजूदा स्तरों और उन स्तरों, जिनकी आवश्यकता है, के बीच मौजूदा अंतर को; जलवायु परिवर्तन छठी आकलन रिपोर्ट पर अंतर-सरकारी पैनल के सन्दर्भ में कार्य समूह II के योगदान के निष्कर्षों के अनुरूप” बताया। इसने पार्टियों से क्षमता बढ़ाने, सहनीयता को मजबूत करने और जलवायु परिवर्तन के प्रति खतरे को कम करने के लिए एक परिवर्तनकारी दृष्टिकोण अपनाने का आग्रह किया। इसने विकासशील देशों से "जलवायु वित्त, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और अनुकूलन के लिए क्षमता निर्माण संबंधी अपने प्रावधान को तत्काल और महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाने का आग्रह किया, ताकि विकासशील देशों की जरूरतों का समाधान किया जा सके।“ भारत ने लंबे समय से अनुकूलन को उचित महत्व देने और विकासशील देशों की जरूरतों के पैमाने के अनुरूप संसाधनों के पैमाने पर चर्चा करने की तत्काल आवश्यकता पर अपनी लड़ाई को जारी रखा है। कॉप27 कार्यान्वयन योजना इस बात पर जोर देती है कि उचित और न्यायसंगत बदलाव के उपायों में ऊर्जा, सामाजिक आर्थिक, कार्यबल और अन्य आयाम शामिल हैं, जिनमें से सामाजिक सुरक्षा समेत सभी को राष्ट्रीय स्तर पर परिभाषित विकास प्राथमिकताओं पर आधारित होना चाहिए, ताकि परिवर्तन से जुड़े संभावित प्रभावों को कम किया जा सके। इस योजना में, सामाजिक एकजुटता तथा लागू उपायों के प्रभावों को कम करने से संबंधित उपकरणों की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी प्रकाश डाला गया है।  योजना दस्तावेज़ ने "सार्थक शमन कार्रवाई और कार्यान्वयन पर पारदर्शिता के संदर्भ में विकसित देशों का 2020 तक प्रति वर्ष संयुक्त रूप से 100 बिलियन अमेरिकी डॉलर जुटाने का लक्ष्य अभी तक पूरा नहीं होने ..." पर गंभीर चिंता व्यक्त की। भारत के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण आयाम, शर्म अल-शेख कार्यान्वयन योजना के प्रस्तावना निर्णय में '“जलवायु परिवर्तन के समाधान के प्रयासों में सतत जीवनशैली अपनाना तथा उपभोग और उत्पादन के स्थायी प्रारूप की दिशा में बदलाव” को शामिल किया जाना है। यह कदम ‘मिशन लाइफ’ के अनुरूप है, जो संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के साथ भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 20 अक्टूबर को शुरू की गई ‘पर्यावरण के लिए जीवनशैली’ को बढ़ावा देता है। कॉप27, पेरिस समझौते के तहत जलवायु वित्त पर नए सामूहिक मात्रात्मक लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने के लिए भी मंच तैयार करता है। इसने जलवायु वित्त पर नए सामूहिक मात्रात्मक लक्ष्य (एनसीक्यूजी) पर विचार-विमर्श में ठोस प्रगति की आवश्यकता को स्वीकार किया, जो मात्रा, गुणवत्ता, पहुंच और धन के स्रोतों समेत विकासशील देशों की जरूरतों और प्राथमिकताओं जैसे विषयों पर भी विचार करेगा। कार्यान्वयन योजना दस्तावेज़, जलवायु न्याय पर केंद्रित है, जो विकासशील देशों द्वारा सामना की जा रही चिंताओं और मुद्दों का समाधान करता है। भारत के सुझावों को कॉप27 के निर्णयों में शामिल किया गया। प्रधानमंत्री मोदी, जिनके नेतृत्व में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन और आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना गठबंधन जैसी कई अंतर्राष्ट्रीय पहल हुई हैं, ने बार-बार दोहराया है कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में कोई भी देश पीछे नहीं छूटना चाहिए। भारत ने जलवायु परिवर्तन की अनियमितताओं के प्रति सबसे संवेदनशील देशों के लिए एक विशेष कार्ययोजना तैयार की है और जलवायु वार्ताओं में जलवायु न्याय की मांग की है। कॉप27 ने वित्त से लेकर अनुकूलन तक सभी क्षेत्रों में तत्काल कार्रवाई और वादों के कार्यान्वयन के लिए आवाज बुलंद की है। भारत जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान देता है और उम्मीद करता है कि वैश्विक समुदाय, विशेष रूप से विकसित देश भी अपने वादे को पूरा करेंगे।

  •   जुटेंगे देश के कई नामचीन लेखक और साहित्यकार - रायपुर में मुक्तिबोध प्रसंग
    29 व 30 नवंबर को रायपुर में मुक्तिबोध प्रसंग जुटेंगे देश के कई नामचीन लेखक और साहित्यकार रायपुर. छत्तीसगढ़ साहित्य अकादमी पंड़ित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की अध्ययनशाला के साथ विश्वविद्यालय के कला भवन में दो दिवसीय मुक्तिबोध प्रसंग का आयोजन कर रही है. इसी महीने 29-30 नवंबर को होने वाले इस आयोजन में देश के कई जाने-माने लेखक और साहित्यकार शामिल होंगे. अलग-अलग सत्रों व विभिन्न विषयों पर केन्द्रित इस आयोजन के उद्घाटन सत्र को प्रसिद्ध कवि लाल्टू व वरिष्ठ आलोचक जयप्रकाश संबोधित करेंगे. उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता विश्विवद्यालय के कुलपति केशरीलाल वर्मा करेंगे. इस आयोजन का एक महत्वपूर्ण सत्र हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार गजानन माधव मुक्तिबोध और उनके छोटे भाई व मराठी के प्रसिद्ध साहित्यकार शरच्चंद्र माधव मुक्तिबोध के आपसी पारिवारिक, साहित्यिक और वैचारिक संबंधों पर आधारित है. मुक्तिबोध और मुक्तिबोध गजानन माधव और शरच्चंद्र माधव शीर्षक से आयोजित इस सत्र में वरिष्ठ साहित्यकार श्रीपाद भालचंद्र जोशी, साहित्यकार व पर्यावरणविद् प्रदीप मुक्तिबोध और कवि व आलोचक प्रफुल्ल शिलेदार अपनी बात रखेंगे. इस सत्र की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार दिवाकर मुक्तिबोध करेंगे. कार्यक्रम में मुक्तिबोध की कविताओं पर विमर्श सत्र आवेग-त्वरित-काल-यात्री और उनके रचनात्मक व आलोचनात्मक अवदान पर केंद्रित सत्र अंधेरे में रोशनी मुक्तिबोध आयोजित किया जाएगा. इन सत्रों में शामिल वक्ताओं में कवि-कहानीकार बसंत त्रिपाठी, कवि व आलोचक मृत्युंजय, आलोचक अमिताभ राय, कवि मिथलेश शरण चौबे, दर्शनशास्त्री पंकज श्रीवास्तव, युवा आलोचक कामिनी और युवा आलोचक भुवाल सिंह ठाकुर शामिल हैं. इन सत्रों की अध्यक्षता साहित्य व भाषा अध्ययनशाला की प्राध्यापक शैल शर्मा और मधुलता बारा करेंगी. कार्यक्रम के दौरान एक कवि गोष्ठी का आयोजन भी रखा गया है जिसमें लाल्टू, नवल शुक्ल, विजय सिंह, प्रफुल्ल शिलेदार, पथिक तारक, भास्कर चौधुरी, बसंत त्रिपाठी, मिथलेश शरण चौबे और मृत्युंजय कविता पाठ करेंगे. मुक्तिबोध प्रसंग के अंतर्गत 29 नवंबर की शाम साढ़े छह बजे संस्कृति भवन के सभागार में नागपुर के मेराकी परफार्मिंग आर्ट द्वारा तैयार और सराहे गए नाटक ब्रम्हराक्षस का मंचन भी होगा. इसका निर्देशन ख्यात रंगकर्मी मंगला सानप ने किया है.यह जानकारी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष ईश्वर सिंह दोस्त ने दी है.
  • हिंदू महिलाएं सुरक्षित नहीं:भाजपा - क्या कुछ हो रहा है हिंदू महिलाओं के साथ
    *हिंदू महिलाओ के षड्यंत्रपूर्ण उत्पीड़न पर भूपेश सरकार मौन क्यों?:भाजपा* *कांग्रेस राज में हिंदू महिलाएं सुरक्षित नहीं:भाजपा* *कांग्रेस के नेता रूहाब मेनन ने छत्तीसगढ़ की बेटी के साथ अनाचार किया ,प्रियंका गांधी अब तक चुप क्यों है? छत्तीसगढ़ कब आएंगी? :भाजपा* भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती लक्ष्मी वर्मा, रायपुर नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मीनल चौबे, भाजपा नेत्री विश्वदिनी पांडेय ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसा हमेशा से होता है कि जहां जहां कांग्रेस की सरकार होती है, वहां खासकर हिंदू महिलाओं के साथ षड्यंत्र के तहत उत्पीड़न और शोषण बढ़ जाता है। ऐसे कई मामले हमेशा संज्ञान में आते रहे हैं। छत्तीसगढ़ में भी लगातार ऐसे मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऐसे विषयों पर कांग्रेस नेता बोलने से बच रहे हैं, या मुंह छुपा रहे हैं यह शर्मनाक है। अभी भानुप्रतापपुर में उपचुनाव है। जहां कांग्रेस से महिला प्रत्याशी हैं लेकिन महिला की आबरु लूटने वाले को उसी चुनाव का सह प्रभारी बनाया गया है। *हिंदू युवतियों के साथ बलात्कार* कांग्रेस के महासचिव रुहाब मेनन ने मदद देने के बहाने युवती को बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया इससे बड़ा विश्वासघात क्या हो सकता है? आखिर सरकार इस मामले पर मौन क्यों है? क्या अब कोई महिला कांग्रेस नेता के पास काम लेकर न जाएं? अप्रैल 2022 की ही घटना है छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के पंडरिया थाना क्षेत्र में अलीसान खान ने कवर्धा की युवती के साथ बलात्कार किया। *हिंदू युवतियों की हत्या* अक्टूबर 2022 पिछले महीने की ही बात है एक युवती वाहिद नामक व्यक्ति के साथ नया रायपुर जाती है लेकिन वह वापिस जिंदा नहीं पहुंचती वहां से उसकी लाश बरामद होती है। *हिंदू लड़कियों को बेचना* 2020 में डोंगरगढ़ की एक युवती ने बदमाशों के चंगुल से बच कर जो खुलासा किया चौकाने वाला था जिसमें महिला और पुरुषों के एक गिरोह की जानकारी सामने आई जिसमें छत्तीसगढ़ की हिंदू महिलाओं को अपहरण कर एक लाख रु बेचा जाता था एवं इसके मुख्य आरोपी के रूप में सलमान खान, जुनेद खान और साजिदा सय्यद गिरफ्तारी हुई। हैवानियत की हद तब हुई जब यह कहानी बताने वाली महिला ने बताया कि मेरे बेटे के गले पर चाकू रखकर मेरे साथ दुष्कर्म किया गया फिर मुझे बेच दिया गया। 2020 में ऐसी घटनाएं होने के बाद 2022 में भी उत्पीड़न का यह षड्यंत्र जारी है सरकार क्यों सो रही है? *उत्पीड़न के बाद हिंदू युवती द्वारा आत्महत्या* पिछली दिनों दल्लीराजहरा की युवती ने आदिल खान नामक व्यक्ति से शादी कर उत्पीड़न के बाद आत्महत्या कर ली। *शादी का झांसा और वर्षो तक हिंदू लड़कियों से बलात्कार* 2020 में ही छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में लव जिहाद का एक और मामला सामने आया जिसमें शादी का झांसा देकर निसार अहमद सिद्दीकी नामक व्यक्ति ने एक हिंदू महिला के साथ तीन साल तक बलात्कार किया साथ ही उसके साथ बर्बरता से मारपीट भी की। आज भी जब हम प्रेस को संबोधित कर रहे हैं तो कवर्धा इस बात को लेकर बंद है क्योंकि वहां हिंदू महिलाओं के साथ विशेष समाज के कुछ लोगों ने सामूहिक रूप से मारपीट की है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस राज में हिंदू महिलाओं को बेचा जाना, उनके साथ बलात्कार करना, उनकी हत्या करना, उन्हें झांसा देकर फंसाना, हर प्रकार के मामले सामने आ चुके हैं। ये घटनाएं सामान्य नहीं हैं, इसमें निश्चित तौर पर कोई बड़ा षड्यंत्र नजर आता है। आखिरकार इतने गंभीर मामलों पर कांग्रेस की सरकार और कांग्रेस के नेता क्यों चुप हैं? आज हम महिलाएं कांग्रेस से यह सवाल पूछने आई है कि हिंदू महिलाओं के उत्पीड़न की पराकाष्ठा के बावजूद उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है? क्या उनकी चुप्पी अपराधियों को उनका संरक्षण है? ऐसे षड्यंत्र के बारे में तुष्टीकरण के तहत कांग्रेस हमेशा की तरह मौन ही रहना चाहती है अपने ही दल के नेता के द्वारा एक महिला के बलात्कार पर प्रियंका गांधी अब तक क्यों नहीं बोली छत्तीसगढ़ी क्यों नहीं आई।