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  • सुप्रीम कोर्ट स्वत: संज्ञान ले - राज्य सरकारों के विज्ञापन खर्च की तय हो सीमा - अपील

    सुप्रीम कोर्ट स्वतः संज्ञान ले - 

    हर माह करोड़ों रुपए खर्च कर जनता से वसूले गए टैक्स को विज्ञापन पर बर्बाद करतीं हैं राज्य सरकारें -

     गुणवत्ता में कमी आने पर संबंधित अधिकारी एवं मंत्री पर जुर्म दर्ज कर वसूली करने की सख्त कार्यवाही के साथ सजा भी हो 

     

    अखबारों, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, पत्र-पत्रिकाओं, रेडियो सहित अन्य माध्यमों से जारी किए जाने वाले विज्ञापन के खर्च की तय हो सीमा ! प्रदेश सरकारें सत्ता पर काबिज होने के बाद अपनी तारीफ, अपने कार्यों की तारीफ के साथ मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों सहित मंडल आयोग के अध्यक्ष अपनी तस्वीर के साथ लगातार इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, पत्र-पत्रिकाओं, अखबारों, एफएम रेडियो सहित लघु फिल्मों, नुक्कड़ नाटकों के साथ साथ होल्डिंग - बैनर पर हर माह करोड़ों रुपए खर्च कर जनता से वसूले गए टैक्स को बर्बाद करते हैं | CG 24 News

    कोई भी पार्टी सत्ता पर काबिज होने के बाद कभी भी मध्यमवर्गीय परिवारों की स्थिति के लिए कोई कार्य नहीं करती | माननीय सुप्रीम कोर्ट को स्वयं संज्ञान लेकर इनके खर्च की सीमा तय करनी चाहिए ताकि जनता के खून पसीने से की गई कमाई में से टैक्स के नाम से वसूली गई रकम इस तरह बर्बाद ना हो |

     

    माननीय सुप्रीम कोर्ट को इस बात पर भी संज्ञान लेना चाहिए कि प्रदेश सहित केंद्र सरकार द्वारा विकास कार्यों एवं निर्माण कार्य पर खर्च की गई राशि की गुणवत्ता में कमी आने पर संबंधित अधिकारी एवं मंत्री पर जुर्म दर्ज करके उनसे वसूली करने की सख्त कार्यवाही के साथ सजा भी हो| देखने सुनने में आता है कि कोई भी निर्माण कार्य जो गुणवत्ता की कमी के कारण समय से पहले या निर्माण के दौरान ही ध्वस्त हो जाता है, जैसे कि पुल पुलिया, सड़कें, डैम, अस्पताल विभिन्न प्रकार के भवन जैसे, satadiam सहित अन्य भरी निर्माण जिन पर अरबों रुपया खर्चा किया जाता है और जो बनने से पहले ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं | इनकी शिकायत होने पर सबसे पहले तो जांच का लंबा दौर चलता है | शिकायतकर्ता या विपक्षी पार्टी के दबाव में आकर यदि निर्माण को गुणवत्ता हीन मानकर रिपोर्ट प्रस्तुत तो कर दी जाती है परंतु उस रिपोर्ट में किसी भी अधिकारी पदाधिकारी मंत्री पर कार्यवाही करने की अनुशंसा नहीं की जाती, दिखावे के लिए छोटे-मोटे अधिकारियों को निलंबित कर कार्यालय में अटैच कर दिया जाता है| अब यहां यह समझ नहीं आता कि देश को चलाने वाले प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सासंद, विधायक, नेता, मंत्री, आईएएस, आईपीएस, अर्थशास्त्री, साइंटिस्ट, वकील अरबों खरबों रुपए के भ्रष्टाचार मामले में इस निलंबन की कार्यवाही को सजा कैसे मान लेते हैं जबकि इन्हें यह भी पता होता है कुछ समय बाद यही निलंबित अधिकारी पुनः फील्ड पर काम करते नजर आएंगे | माननीय सर्वोच्च न्यायालय को इन मामलों में संज्ञान लेकर संबंधित जिम्मेदार छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों के साथ-साथ नेता मंत्रियों पर भी जुर्म दर्ज कर अपराधी सख्त सजा। का प्रावधान करना चाहिए अन्यथा भ्रष्टाचार का यह खेल निरंतर जारी रहेगा | नेता मंत्री अधिकारियों को जिम्मेदार बताकर उन्हें निलंबित कर ज्यादा से ज्यादा सस्पेंड कर इतिश्री मान लेते हैं वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों को भी पता होता है कि कुछ समय बाद हमें फिर से बहाल हो जाना है और इस प्रकार अरबों खरबों रुपए के भ्रष्टाचार का बंटवारा आपस में हो जाता है भुगतती है तो आम जनता जो महंगाई की मार के साथ-साथ टैक्सों में बढ़ोतरी के भार के नीचे दफ्ती चली जा रही है और इसका समाधान भी आम जनता के पास नहीं है क्योंकि एक पार्टी को हराकर जनता दूसरी पार्टी को सत्ता में लाती है तो वह भी उसी धारा में बहते नजर आते हैं और आम नागरिक हाथ मलता हुआ अगले 5 साल बाद के चुनाव का इंतजार करता रहता है | Sukhbir Singhotra CG 24 News

  • अमेजन के साथ समझौता कर व्यापारियों की अवहेलना की गुजरात के भाजपा मुख्यमंत्री ने  - CAIT नाराज

    कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू,  अमर गिदवानी,  प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन,  कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल एवं मीड़िया प्रभारी संजय चौंबे ने बताया कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने गुजरात सरकार के अमेज़न ग्लोबल  सेलिंग के माध्यम से अपने निर्यात को बढ़ावा देने के लिए अमेज़न के साथ समझौता करने पर गुजरात के मुख्यमंत्री  विजय रूपाणी की कड़ी आलोचना की है, गुजरात के व्यापारियों के अलावा, देश भर के व्यापारी कानून के अपराधी कंपनी से हाथ मिलाने के लिए गुजरात सरकार के हाथों ठगा हुआ महसूस कर रहे है। कैट ऐसे एमओयू का विरोध करेगी और 9 सितंबर, 2021 को होने वाली नेशनल ट्रेड लीडर्स की बैठक में इस पर फैसला लिया जायेगा। सम्मेलन में ई-कॉमर्स पर एक राष्ट्रीय अभियान हल्ला ई-कामर्स  बोल की रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए सभी राज्यों के व्यापारिक नेता भाग लेंगे।
    कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  अमर पारवानी और प्रदेश अध्यक्ष  जितेन्द्र दोशी ने गुजरात सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि एक तरफ केंद्र सरकार के वैधानिक निकाय भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग और प्रवर्तन निदेशालय अमेज़ॅन के खिलाफ प्रतिस्पर्धा-विरोधी प्रथाओं में शामिल होने के लिए जांच कर रहे हैं जिसमे ई-कॉमर्स नियमों का उल्लंघन और फेमा का भी उल्लंघन शामिल की है, जबकि दूसरी ओर गुजरात सरकार अमेज़न के माध्यम से अपने उत्पादों की बिक्री बढ़ाने के लिए अमेज़न से हाथ मिला रही है।
    श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि गुजरात सरकार के इस कृत्य से अमेज़ॅन के हाथों गुजरात के उत्पादों को आकर्षक बनाया जा रहा है। और मौजूदा हालात में कई सवाल उठना लाजमी है कि क्या गुजरात के मुख्यमंत्री को अमेज़न के ऑन ग्राउंड संचालन की जानकारी है या ऐसा निर्णय लेने से पहले, क्या उन्होंने अमेज़न पर लगाए गए विभिन्न आरोपों को देखा है? क्या उन्होंने ऐसा फैसला लेने से पहले केंद्र सरकार से सलाह ली है?
    श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि श्री रूपाणी ने एक राज्य के शासक की भूमिका निभाते हुए ईस्ट इंडिया कंपनी से हाथ मिलाने की तरह काम किया है, जिसका उद्देश्य देश को आर्थिक गुलाम बनाना था। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण  है कि केंद्र सरकार के वकील सुप्रीम कोर्ट सहित विभिन्न न्यायालयों में अमेज़न का पर्दाफाश कर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर गुजरात की राज्य सरकार अमेज़न के साथ समझौता कर रही है।
    श्री पारवानी और श्री दोशी ने कहा कि वे इस मुद्दे को भाजपा अध्यक्ष  जे.पी.नड्डा और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री  पीयूष गोयल के समक्ष उठाएंगे और उन्हें गुजरात सरकार के इस कृत्य के राजनीतिक परिणामों से अवगत कराएंगे।

  • मुख्यमंत्री के पिता को जेल - पुलिस की त्वरित कार्यवाही
    प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है| उल्लेखनीय है कि ब्राह्मण विरोधी बयान चलते उन पर डीडी नगर थाना में समाज द्वारा जुर्म दर्ज करवाया गया था जिसकी जांच उपरांत उन्हें गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है | इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153-A, 505 (1) (b) के तहत मामला दर्ज किया गया | यह प्रदेश का अपने आप में अनोखा मामला है जिसमें सत्तासीन मुख्यमंत्री के पिता को त्वरित कार्रवाई करते हुए 3 दिन के अंदर गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश करने के उपरांत उनके बेल आवेदन को खारिज करते हुए न्यायधीश द्वारा जेल वारंट जारी किया गया | CG 24 News के लिए lavinderpal की रिपोर्ट
  • मुख्यमंत्री के पिता गिरफ्तार - मामला समाज विरोधी बयान का
    प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल द्वारा ब्राह्मण समाज के खिलाफ दिए गए वक्तव्य के कारण डीडी नगर थाना रायपुर में दर्ज एफ आई आर के तहत उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है | अब देखने वाली बात यह है कि उन्हें न्यायालय से जमानत मिलती है या फिर उन्हें जेल जाना पड़ेगा | बहरहाल ब्राह्मण समाज के विरोध के फल स्वरुप प्रदेश के अनेक थानों में शिकायतें लगातार समाज के लोगों द्वारा कराई जा रही हैं | रायपुर पुलिस ने विवादित बयान देने के मामले में गिरफ्तारी की है। नंद कुमार बघेल को कोर्ट में पुलिस ने पेश कर दिया है। इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 153-A, 505 (1) (b) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सीएम के पिता का वीडियो छत्तीसगढ़ में वायरल है।
  • BJP ने किसान पर थूकने की बात कही - छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़िया का अपमान - CM Bhupesh Baghel

    राजीव भवन में मुख्यमंत्री समेत 9 मंत्रियों की प्रेस कांफ्रेंस,
    छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि

    बस्तर में भाजपाइयों ने चिंतन शिविर का आयोजित हुआ, वहाँ चिंता आदिवासियों के लिए, नक्सल समस्या के लिए नहीं था। उनके मुद्दे थे धर्मांतरण, छत्तीसगढ़ की सरकार, उनकी चिंता थी OBC वर्ग को साधना।
    उनके चिंतन में यहाँ के मंत्रिमंडल के लिए ही था।
    भाजपा प्रभारी ने एक बात कही थी 'हमारी सबसे बड़ी चुनौती CM और मुख्यमंत्री का किसान होना है' बताया था।
    मंत्रिमंडल और CM का किसान होना उनके लिये सबसे बड़ी चुनौती थी। 
    भाजपा प्रभारी ने कहा-'थूक देंगे तो सरकार बह जाएगी'

     


    ये छत्तीसगढ़ की धरती माता कौशल्या, माता शबरी की है, मिनी माता की है। यहाँ नारियों की पूजा होती है। हमारे व्यवहार में लिगांनुपात महिलाओं का सबसे अच्छा है। यहां पर्दा प्रथा नहीं है। 
    छत्तीसगढ़ में हमेशा नारियों का सम्मान रहा है। 
    पुरंदेश्वरी के बारे में कुछ नहीं कहूंगा, वो भी सम्माननीय हैं।
    भाजपा प्रभारी ने कहा
    'भाजपा के कार्यकर्ता थूकेंगे, तो मंत्रिमंडल बह जाएगा।'
    इतनी ज्यादा नफरत मन में है भाजपा के। पहले मैं किसान हूँ, फिर बाद में मुख्यमंत्री हूँ। मतलब इन्होंने किसान पर थूकने की बात कही है।
    इन्होंने किसानों पर थूकने की बात कही है। ये मंत्रिमंडल राज्य का प्रतिनिधित्व करती है। इसका मतलब प्रभारी के मन में घृणा है। नफरत है। 
    ऐसा बयान छत्तीसगढ़, छत्तीसगढ़िया का अपमान है। इनकी सोच, इन्हें मुबारक। 
    हमारे मन में नफरत, घृणा नहीं है।
    इस धरती में प्रेम बाँटा जाता है। ये लोग नफरत की फसल बो रहे हैं।
    इस बयान में भाजपा के तरफ से कोई माफीनामा नहीं आया। इसका मतलब ये है कि भाजपा का राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व किसान को नफरत के लायक मानते हैं।

     

    भाजपा के द्वारा चिंतन शिविर आयोजित हुआ। जिसमें राष्ट्रीय नेतृत्व और पदाधिकारी शामिल हुए थे। विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, अमर अग्रवाल को आमंत्रित नहीं किया गया था। 

  • भाजपा सत्ता में कैसे आएगी ? चिंतन शिविर में क्या हुई चर्चा ?

    थूक वाले बयान में दबकर रह गए चिंतन शिविर के विषय  

     नए युवा कार्यकर्ताओं पर संगठन दांव खेलेगा और छत्तीसगढ़ में फिर से भाजपा की सरकार बनाने की कोशिश करेगा

    बस्तर में भारतीय जनता पार्टी के चिंतन शिविर में किन किन विषयों पर चर्चा हुई वह सब मुद्दे भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के थूक वाले बयान में दबकर रह गए | भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता थूक देंगे तो भूपेश बघेल और उनकी सरकार के मंत्री बह जाएंगे - इस बयान पर भी भारतीय जनता पार्टी के तरफ से कोई स्पष्टीकरण सामने नहीं आया है, पता नहीं क्यों ? वहीं दूसरी तरफ चिंतन शिविर से जो मुख्य बात सामने आई है उससे यह जाहिर हो गया है कि पुराने सीनियर और वरिष्ठ पदाधिकारियों की पूछ परख नहीं की जाएगी, नए युवा कार्यकर्ताओं पर संगठन दांव खेलेगा और छत्तीसगढ़ में फिर से भाजपा की सरकार बनाने की कोशिश करेगा| अब सवाल यह उठता है कि जो कार्यकर्ता है वह सब किसी न किसी सीनियर पदाधिकारी पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मंत्री के भरोसे चलते हैं | उनके नाम को आगे करने का काम भी यही वरिष्ठ नेता करते हैं | इन नए कार्यकर्ताओं में ज्यादातर कार्यकर्ता स्वार्थ वश सत्ता की लोलुपता एवं भारतीय जनता पार्टी की केंद्र में सरकार का लाभ उठाने के लिए जुड़े हैं | पार्टी के लिए निस्वार्थ सेवा करने वाले, संगठन को खड़ा करने वाले, प्रदेश एवं केंद्र में भाजपा की सरकार बनाने में अपना खून पसीना एवं जी जान लगाने वाले कार्यकर्ता कहां है ? किसी भी वरिष्ठ पदाधिकारी को नहीं मालूम ना ही पार्टी के यही सर्वे सर्वा नेता इन निस्वार्थ कार्यकर्ताओं को जानते हैं और जो जानते भी है वह सब भी उनकी सुध नहीं ले रहे हैं | *पार्टी के लिए निस्वार्थ काम करने वाले, भारतीय जनता पार्टी को शिखर तक पहुंचाने वाले कार्यकर्ताओं की अवहेलना कर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सिर्फ नए कार्यकर्ताओं के भरोसे दोबारा सत्ता हासिल कैसे कर पाएंगे ?* देश में बदलाव लाने वाले, कांग्रेस की जगह भाजपा की सत्ता बनाने में सहयोग करने वाले, निस्वार्थ कार्यकर्ता छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सत्ता से बेदखली से आहत हैं |

  • रमन राज में नक्सलियों की तूती जिस बस्तर में बोलती थी वहां हुपेश राज भयमुक्त होकर पूरी भाजपा नृत्य कर रही
    भूपेश राज में धुर नक्सली मांद रहे इलाके में भाजपा नेता मांदर की थाप पर उन्मुक्त होकर नाच रहे है रमन राज के पंद्रह सालो में नक्सलियों की तूती जिस बस्तर में बोलती थी वहां आज भयमुक्त होकर डॉ रमन सहित पूरी भाजपा नृत्य कर रही है भूपेश राज में बस्तर से नक्सलियों का सूपड़ा साफ हो गया जबकि रमन राज में नक्सलियों को संरक्षण दिया जाता था मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने करीना कपूर के साथ सेल्फी खिंचवाने वाले भाजपा नेताओं को मांदर की थाप पर नाचने को मजबूर कर दिया रमन राज के पंद्रह सालो के शासन काल मे छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को हाशिये में डालने वाले आज पान वाला बाबू गाने ने आदिवासी नृत्य करने का ठोंग कर रहे है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ की अस्मिता को विश्व पटल में उकेरने का भागीरथी कार्य किया है रायपुर/02 सितंबर 2021। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव एवं प्रवक्ता विकास तिवारी ने बयान जारी कर कहा कि बस्तर में भारतीय जनता पार्टी के चिंतन शिविर में जारी किए गये वीडियो जिसमें की पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह भारतीय जनता पार्टी के विधायक गण बृजमोहन अग्रवाल अजय चंद्राकर सहित भाजपा के नेता मांदर की थाप पर ए पान वाला बाबू के धुन में आदिवासी नृत्य करने का स्वांग कर रहे हैं जो घोर आश्चर्य जनक है और जिसका श्रेय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जाता है। भूपेश राज में धुर नक्सली मांद रहे इलाके में भाजपा नेता मांदर की थाप पर उन्मुक्त होकर नाच रहे है। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि रमन राज के पंद्रह सालो में नक्सलियों की तूती जिस बस्तर में बोलती थी वहां आज भयमुक्त होकर डॉ रमन सहित पूरी भाजपा नृत्य कर रही है लगातार पंद्रह सालो के शासन में रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता पहली बार बस्तर संस्कृति को अपनाने का प्रयास कर रहे हैं जिस प्रकार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने अल्प शासनकाल में छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ की संस्कृति को पूरे विश्व में उकेरा है छत्तीसगढ़ संस्कृति का डंका पूरे विश्व में बज रहा है जिसे देखा अब अभिनेत्री करीना कपूर के साथ सेल्फी खिंचवाने वाले भाजपा के आला नेता अब मांदर की थाप पर आदिवासी नृत्य करने का ढोंग कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता तीन दिवसीय चिंतन शिविर में इस बात का मंथन कर रहे हैं कि किस प्रकार भाजपा के चौदह विधायकों को अगले चुनाव में कैसे बचाया जा सके उस पर गहन चिंतन करते हुए भाजपा नेता आदिवासी नृत्य करने का स्वांग रच रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि पंद्रह सालो तक छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ की संस्कृति को हाशिये पर डालने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का स्वांग बस्तर के लोगों को और भी क्रोधित कर रहा है यह वही बस्तर है जिसे पंद्रह सालों से रमन राज में हाशिये पर रखा गया था मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने अल्प शासनकाल में अट्ठारह सौ एकड़ की जमीन किसानों और आदिवासियों को वापस कि जिसे बलात रमन सरकार ने उद्योगपतियों को बेच दिया था किसानों का वन उपज जिसे रमन राज में पच्चीस सौ में लिया जाता था उसे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चार हजार पांच सौ किया नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना बस्तर के धरातल पर दिख रही है जिसका लाभ आदिवासी जन ले रहे हैं मनरेगा के तहत पूरे देश में प्रथम स्थान पर रोजगार देने वाले राज्य में छत्तीसगढ़ शुमार हुआ जिसमें बस्तर के लोगों को भी कोरोना महामारी के समय में भी रोजगार देने का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया लगातार बस्तर में विधानसभा के उपचुनाव नगर पालिका नगर परिषद और पंचायतों के चुनाव में सूपड़ा साफ होने के बाद तक सकपकाई भाजपा अब बस्तर और बस्तियों को साधने में लगी हुई है और तीन दिन के चिंता शिविर में ए पान वाला बाबू के धुन में नाच कर बस्तियों को रिझाने का प्रयास भाजपा कर तो रही है लेकिन लगातार प्रदेश की जनता उन्हें सिरे से नकार है क्योंकि मांदर की थाप में कभी भी इस प्रकार का नृत्य नहीं होता है पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह सहित भाजपा के नेताओं को बिना झिझक के आदिवासी नृत्य और कला सीख लेनी चाहिये जो उन्होंने पंद्रह सालो के शासनकाल में नहीं सीख पाये मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति को पूरे विश्व पटल पर सम्मान दिलाने का काम किया हैं। धरातल में काम करना और नौटंकी करने में फर्क भारतीय जनता पार्टी को समझना चाहिये और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को यह बताना चाहिये कि अभिनेत्री करीना सिंह कपूर के साथ सेल्फी के लिये जनता की गाढ़ी कमाई के करोड़ों रुपया खर्च करने वाले भाजपा आज किन कारणों से ए पान वाला बाबू के धुन में आदिवासी नृत्य करने का स्वांग रच रहे हैं।
  • राजीव भवन मुख्य मार्ग पर पिछले 1 माह से दुर्घटनाओं को मंत्री करता अवरोधी गड्ढा
    प्रदेश में काबिज कांग्रेस की सरकार के प्रदेश कार्यालय राजीव भवन का मार्ग जहां से लगभग रोज मुख्यमंत्री व अनेक मंत्री, विधायक, मंडल एवं आयोग के अध्यक्ष सहित राजधानी के तमाम बड़े अधिकारी गुजरते हैं | इन दोनों तस्वीर में से एक तस्वीर 29 जुलाई 2021 की है तथा दूसरी 31 अगस्त की है | अर्थात 29 जुलाई की खबर के बावजूद भी किसी के कान में जूं तक नहीं रेंगी और आज 1 सितंबर अर्थात 1 महीने से भी ज्यादा दिनों बाद तक यह तस्वीर इस बात की सूचक है कि राजधानी के अधिकारियों को किसी मंत्री नेता सहित मुख्यमंत्री का कोई डर नहीं है | इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश की सत्ता चलाने वालों के प्रदेश कार्यालय के मार्ग में यह डंडा अवरोध पैदा करने वाले गड्ढे को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाने के लिए लगाया गया है, तो प्रदेश का क्या हाल होगा ? यह इस बात का भी सूचक है कि अधिकारियों को चाहे वह नगर निगम के अधिकारी हो या पीडब्ल्यूडी के अधिकारी किसी को मुख्य मार्ग पर बीचो-बीच दुर्घटना को आमंत्रित करते इस गड्ढे को ठीक करने की चिंता नहीं है | ठीक करने की चिंता तो तब हो ना जब उन्हें यह गड्ढा दिखे और यह गड्ढा भी उन्हें तब दिखे ना जब उन पर किसी का डंडा चले, जब अधिकारियों को पता है कि हम पर किसी का कोई दबाव नहीं है , हमसे कोई जवाब मांगने वाला नहीं है तो वह काम क्यों करें ? घर बैठे या दफ्तर के एसी कमरों में बैठे लाखों रुपए की तनखा लेने वाले यह लापरवाह अधिकारी मंत्रियों नेताओं की चिंता नहीं करते कुछ तो बात है ? कहां आया प्रदेश में बदलाव ?
  • *प्रदेश की महत्वपूर्ण खबरें एक नजर में*
    1. *अढ़ाई साल पर तनातनी कायम* *मंत्री एवं पार्टी प्रवक्ता रविंद्र चौबे ने कहा कि भूपेश ही मुख्यमंत्री का चेहरा रहेंगे* *स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का कहना है कि जल्द ही फैसला सामने आ जाएगा* 2. *22 करोड से बनी दूसरी मल्टी लेवल पार्किंग खाली , चार पहिया वाहन सड़कों पर हो रहे पार्क* 3. *करोना काल के बाद व्यापम में शुरू हुई ऑफलाइन परीक्षाएं* 4. *सड़क पर मवेशी, नया रायपुर में पलटी कार दो युवकों की मौत* 5. *पैसे के लेनदेन को लेकर बीज निगम अध्यक्ष के भतीजे की हत्या, तीन गिरफ्तार* 6. *जन्माष्टमी, 524 8 साल पहले कान्हा ने लिया था जन्म आज दुर्लभ योग* 7. *गुजरात के अतिथि विधायक छत्तीसगढ़ के पर्यटन स्थल देखकर हुए अभिभूत* 8. *25% बढ़ेगा बसों का किराया परिवहन मंत्री की उपस्थिति में मुख्यमंत्री ने बस संचालकों को दी सहमति* 9. *मुख्यमंत्री का बड़ा ऐलान, अकाल से प्रभावित किसानों को प्रति एकड़ 9000 की मदद देगी सरकार* 10. *एजुकेटेड युवक युवती परिचय सम्मेलन में देश भर से पहुंचे युवक युक्तियां* *बीएससी नरसिंह का पर्चा लीक कर हजारों छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाले चार आरोपी गिरफ्तार* *भाजपा प्रदेश कार्यसमिति में बनी रणनीति केंद्र की राशि के दुरुपयोग किस तरह कर रही है प्रदेश सरकार, खोलेंगे पोल - राज्य की नाकामियों और केंद्र की उपलब्धियों पर छापेंगे किताब* *विश्व दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगों को निशुल्क स्कूटी देने का प्लान तैयार कर रहा है समाज कल्याण विभाग* *फर्जी डिग्री के आधार पर नौकरी करने वाले और पंजीयन कराने वाले 22 फर्जी आयुर्वेदिक डॉक्टरों का खुलासा* *नगर निगम की दुकानों को फ्री होल्ड करने की तैयारी, दुकानदार होंगे मालिक* *राजधानी रायपुर के महापौर एजाज ढेबर राष्ट्रीय महापौर संघ के सचिव* *साधु के भेष में ठग, बच्चे की मौत का भय दिखाकर तीन लाख के गहने ठगकर फरार, पीड़ित महिला द्वारा थाने में रिपोर्ट* *बंपर धान की उपज, पिछले साल की तुलना में डेढ़ लाख टन पैदावार ज्यादा होने की उम्मीद* *संत स्वास्थ्य केंद्रों में होगी निशुल्क खून की जांच और मिलेगी निशुल्क दवाइयां* *भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के लिए 31 अगस्त को रोड शो की तैयारी* *जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जोगी का जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन संपन्न*
  • मुख्यमंत्री के दावेदार स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव वापस लौटे |
    मुख्यमंत्री के दावेदार प्रदेश का कप्तान बनने के लिए प्रयासशील स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव आज दिल्ली से वापस लौटे | एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि आलाकमान के निर्णय का इंतज़ार है | पूरी तरह से आशान्वित नजर आ रहे मंत्री टीएस सिंहदेव खिलखिला रहे थे | उन्होंने कहा कि हाई कमान से पूरी बात हो गयी है कई प्रकार कि चर्चाएं हुई , स्वाभाविक है कि कुछ बातें रहतीं हैं जिमें कुछ उलझने भी रहतीं हैं समय भी लगता है , समय के हिसाब से हाई कमान जो निर्णय लेगा वो हम सब को मंजूर होगा |
  • जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित किया

    13 अप्रैल, 1919 को हुई घटनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक साउंड एंड लाइट शो 

     पूरे बगीचे में ऑडियो नोड्स की स्थापना

    https://youtu.be/TytmpQAyx-A 

    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 28 अगस्त, 2021 को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जलियांवाला बाग स्मारक के पुनर्निर्मित परिसर को राष्ट्र को समर्पित किया । स्मारक में विकसित संग्रहालय दीर्घाओं का भी उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया । यह कार्यक्रम परिसर को उन्नत करने के लिए सरकार द्वारा की गई कई विकास पहलूओं को भी प्रदर्शित करेगा।

    चार संग्रहालय दीर्घाएं निरर्थक और कम उपयोग वाली इमारतों के अनुकूली पुन: उपयोग के माध्यम से बनाई गई हैं। दीर्घाएं उस अवधि के दौरान पंजाब में सामने आई घटनाओं के ऐतिहासिक मूल्य को प्रदर्शित करती हैं, जिसमें प्रोजेक्शन मैपिंग और 3 डी प्रतिनिधित्व के साथ-साथ कला और मूर्तिकला प्रतिष्ठानों सहित ऑडियो-विजुअल तकनीक का संलयन होता है।

    13 अप्रैल, 1919 को हुई घटनाओं को प्रदर्शित करने के लिए एक साउंड एंड लाइट शो की स्थापना की गई है।

    परिसर में कई विकास पहल की गई हैं। पंजाब की स्थानीय स्थापत्य शैली के अनुरूप विस्तृत विरासत बहाली कार्य किए गए हैं। शहीदी कुएं की मरम्मत की गई है और एक नए सिरे से परिभाषित सुपर संरचना के साथ बहाल किया गया है। बाग का दिल, ज्वाला स्मारक, मरम्मत और बहाल किया गया है, जल निकाय को एक लिली तालाब के रूप में फिर से जीवंत किया गया है, और मार्ग बेहतर नौवहन के लिए व्यापक बना दिया गया है।

    कई नई और आधुनिक सुविधाओं को जोड़ा गया है, जिसमें उपयुक्त साइनेज के साथ आंदोलन के पुनर्परिभाषित पथ शामिल हैं; रणनीतिक स्थानों की रोशनी; देशी वृक्षारोपण के साथ भूनिर्माण और कड़ी मेहनत; और पूरे बगीचे में ऑडियो नोड्स की स्थापना। साथ ही साल्वेशन ग्राउंड, अमर ज्योत और फ्लैग मस्त के आवास के लिए नए क्षेत्र विकसित किए गए हैं।

    केंद्रीय संस्कृति मंत्री, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री, संस्कृति राज्य मंत्री, पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री; हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री; इस मौके पर पंजाब के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसद, जलियांवाला बाग नेशनल मेमोरियल ट्रस्ट के सदस्य समेत अन्य लोग मौजूद रहेंगे।


    #JallianwalaBaghSmarak #PMModiLive
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  • कप्तानी की चाह रखने वाले मंत्री टी.एस. सिंहदेव कहां है ?

    कप्तानी करने की कोशिश करने वाले टी एस सिंहदेव इस पूरी पिक्चर से नदारद है क्यों ?

    मंत्री टी एस सिंहदेव की राहुल गांधी, प्रियंका गांधी या सोनिया गांधी से मुलाकात हुई या नहीं ?

     

    प्रदेश में कांग्रेस के दो बड़े दिग्गजों की सियासी कलह पर कल दिल्ली में राहुल गांधी ने विराम लगा दिया | अर्थात छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ही रहेंगे ! , पिछले 5 दिनों से चल रही कुर्सी की लड़ाई की उठापटक में आखिरकार भूपेश बघेल ने अपनी ताकत दिखा कर कुर्सी को कायम रखा है |

     

    *मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की आज वापसी के समय जोरदार स्वागत हो सकता है जो इस बात का सूचक होगा कि प्रदेश की कमान भूपेश बघेल के हाथ में ही है और रहेगी -* इन सब के बीच एक बड़ी बात सामने आ रही है कि कप्तानी करने की कोशिश करने वाले टी एस सिंहदेव इस पूरी पिक्चर से नदारद है | 26 अगस्त को दिल्ली में मीडिया को दिए अपने बयान के बाद से मुख्यमंत्री के दावेदार कप्तानी की चाहत रखने वाले प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कहीं नजर नहीं आ रहे हैं | मुख्यमंत्री सहित प्रदेश के मंत्रियों एवं विधायकों की प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया एवं एआईसीसी के वेणु गोपाल से मुलाकात के दौरान भी स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव कहीं नजर नहीं आए | *अब सवाल यह उठता है कि 26 तारीख के बाद से टी एस सिंहदेव कहां है ? मीडिया के सामने क्यों नहीं आए ? क्या चल रहा है उनके मन में ?* Ts सिंहदेव की राहुल गांधी से, प्रियंका गांधी से या सोनिया गांधी से मुलाकात हुई थी या नहीं ? और अगर किसी से मुलाकात हुई है तो क्या जवाब मिला ?