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  • कोई भी दुर्घटना होने पर चालक के साथ में वाहन मालिक भी दोषी होगा - कलेक्टर
    -बलरामपुर जिले में मालवाहक पिकअप वाहनों में यात्रियों को ठूंस ठूंसकर कर ले जाने और बारात में उसका उपयाग करने और फिर इसी के कारण हादसा होने की ।खबर दिखाए जाने के बाद पुलिस के साथ ही जिल प्रसासन की टीम भी एक्सन में आई और आज पुलिस के सभाकक्ष में जिले के सभी पिकअप वाहनों को बुलाकर कलेक्टर,एसपी,एडिसनल एसपी और आरटीओ अधिकारी ने उनकी मीटींग ली और ये निर्देश दिया की वाहनों को सावधानी से चलाएं और शराब पीने वाले चालकों केा अपनी वाहन न दें।कलेक्टर आज ज्यादा आक्रामक दिखे और उन्होने सभी वाहन मालिकों को जमकर फटकार लगाते हुए कहा की जिले में अब कोई भी दुर्घटना होने पर चालक के साथ में वाहन मालिक भी दोषी होगा और उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का अपराध दर्ज किया जाएगा और इसके अलावा उसके सभी वाहनों के परमिट को रद्य भी किया जाएगा।कलेक्टर ने कड़े निर्देश जारी करते हुए यातायात विभाग के अफसर और आरटीओ के अधिकारियों को इसे कडाई से पालन करने को कहा। कलेक्टर का ये कड़ा रुख देखकर कुछ वाहन मालिकों ने आसंतोष जाहिर किया तो कुछ ने तुरंत वहीं से अपना शादी विवाह का बुकिंग भी कैंसिल कर दिया।एसपी ने भी सभी वाहन स्वामियों को फटकार लगाई और कहा की चालक वो तय करते हैं की कौन उनका गाडी चलाएगा तो दुर्घटना होने पर भी वाहन स्वामी की उतनी ही सहभागिताा होगी।कलेक्टर ने कहा की पूरे जिले में आज से ही से नियम लागू हो जाएंगे और ब्लाक स्तर पर भी सभी एसडीएम को जांच के निर्देस जारी कर दिए गए हैं।गौरतलब है की पिछले एक सप्ताह के भीतर जिले में आधा दर्जन से अधिक सडक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं और इसमें 15 लोगों की जान जा चुकी है और दर्जनों लोग घायल हैं। CG 24 News के लिए रोबिट गुप्ता की रिपोर्ट
  • cbse में 2 सेकण्ड टॉपर जगदलपुर से
    माँ ने पिता की कमी होने नही दिया, cbse में रही 2 सेकण्ड टॉपर 10 वी तक की सीजी बोर्ड से पढ़ाई, फिर 11 से आई सीबीएसई में जगदलपुर कहते है सफलता किसी की मोहताज नही होती है, अगर मन मे निश्चय कर लो तो सफलता जरूर कदम चूमती है, इसको साबित कर दिखाया है, जगदलपुर शिव मंदिर वार्ड 3 में रहने वाले निराजित पांडेय 17 वर्ष जिसने 12 वी cbse में 88.02 प्रतिशत व हाउसिंग बोर्ड कालोनी एमआईजी में फ्लैट नंबर 23 में रहने वाली सरोजनी पांडेय ने, जिसने सीबीएसई में 74.02 प्रतिशत लेकर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। विज्ञान वर्ग में पढ़ाई कर रहे निराजित पांडेय के टॉपर बनने के बाद जहाँ परिजनो में खुशी की लहर देखी गई। टॉप आने पर निराजित ने बताया कि वह ट्यूशन के साथ ही शिक्षकों के द्वारा बताए गए ज्ञान को अपने नोटबुक में लिखने के बाद घर आकर करीब रोजाना 8 से 10 घंटे पढ़ाई करता था, वही छात्र के पिता केंद्रीय विद्यालय में संगीत शिक्षक के पद पर पदस्थ भी थे, छात्र का कहना था कि इस सफलता का सबसे पहले पूरा श्रेय माता पिता व गुरुओं को दिया। निराजित का कहना था की पढ़ाई के दौरान उसके दोस्तों की संख्या भी काफी कम है, जिसके कारण वह अपना पूरा ध्यान पढ़ाई के साथ ही उसकी रुचि गिटार में भी दिखाई देती है। निराजित का कहना है कि वह शिक्षा के साथ आईएएस के क्षेत्र में अपना कैरियर बनाना चाहता है। वही दूसरी टॉपर सरोजनी ने इस सफलता का श्रेय अपने माँ को दिया। जिसने पिता के ना होने के बाद भी माँ ने तीनों बच्चो को शिक्षा को लेकर आलेख जगाया। जिसके बाद बड़ा भाई जहाँ पीएससी की पढाई करने के साथ ही बड़ी बहन एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है। सरोजिनी में बताया कि उसके पिता का निधन काफी साल पहले ही हो गया था, जब वह छोटी थी। उसके बड़े भाई हेमराज पांडे जो अभी पीएससी की तैयारी कर रहे हैं, वहीं उसकी बड़ी बहन माधुरी पांडे एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है, इसके अलावा उसकी माता कलचा में एजुकेशन डिपार्टमेंट में पदस्थ है। सरोजिनी का कहना है कि उसने दसवीं तक की पढ़ाई सीजी बोर्ड से की है, उसके बाद 11वीं व 12वीं सीबीएसई से की, शुरूआती दिनों में उसे इस पढ़ाई को करने में थोड़ी कठिनाई हो रही थी, लेकिन बाद में उसने इसे अपनी रुचि बनाते हुए अपनी पढ़ाई को आगे रखा जिसका नतीजा रहा की उसने 74.02 प्रतिशत से दूसरा स्थान प्राप्त किया। सरोजनी ने बताया कि वह ट्यूशन कभी भी नहीं गई, उसने जो भी पढ़ाई की यूट्यूब या फिर खुद से पढ़कर सीखा। रोजाना वह 1 से 2 घंटा अपने विषयों पर फोकस रखकर पढ़ाई करती थी, जिसके बाद उसने इस सफलता को हासिल किया। सरोजिनी ने यह भी बताया कि अगर यह सीबीएसई ना होता तो शायद सीजी बोर्ड में इससे ज्यादा भी अंको से पास होती, लेकिन इस बात का उसे मलाल जरा भी नहीं है, सरोजिनी ने अपने माता का नाम रोशन करने की बात भी कही। इस अवसर पर केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य विकास गुप्ता ने विद्यालय परिवार की ओर से सभी छात्रों एवं अध्यापको को उनके कठिन परिश्रम हेतु बधाई प्रदान की है | CG 24 News
  • जगदलपुर : जिला पंचायत के दूसरे माले से गिरा युवक, आई चोट -
    CG 24 News - Akash Mishra एसी का काम कर रहे थे 2 युवक, जिसपर खड़ा था वही गिरा जगदलपुर जिला पंचायत के दूसरे माले में एसी के पाइप को लगा रहा युवक जिस बोर्ड में खड़ा था वह अचानक टूट जाने से युवक गिर गया। जिसे बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि राजेन्द्र नगर निवासी कृष्ण सरकार 22 वर्ष जो अपने एक और साथी विपलव मांझी 26 वर्ष के साथ जिला पंचायत के छत पर एसी के पाइप को लगाने के लिए काम कर रहा था कि गिर गया। जिससे सिर व कमर में चोट आई। घायल को बेहतर उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। घायल ने बताया कि वह वोल्टास सर्विस सेंटर के मैनेजर जियाउहक के अंडर काम कर रहा है।
  • चिकित्सकों की ढाई घंटे की कड़ी मेहनत लाई रंग - बस्तर में पहली बार हुआ ऐसा ऑपरेशन -
    रीढ़ की हड्डी का सफल आपरेशन - चिकित्सकों की ढाई घंटे की कड़ी मेहनत लाई रंग - बस्तर में पहली बार हुआ ऐसा ऑपरेशन - जगदलपुर : डिमरापाल मेडिकल कॉलेज के हड्डी रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा एक मरीज का सफल ऑपरेशन ढाई घंटे के अंदर करके दिखाया। जिसके बदौलत अब कुछ माह के अंदर मरीज फिर से चलने लगेगा, वही इस इलाज को अगर मरीज बाहर से करवाता तो लगभग डेढ़ लाख के लगभग रुपये खर्च हो जाते हैं, लेकिन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों ने कड़ी मशक्कत के बाद मरीज का फ्री में इलाज कर उसे फिर से नई जिंदगी प्रदान की। मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया गया कि भीमा पिता हिड़मा 30 वर्ष जो एक पुल में काम करने के दौरान ऊपर से गिर गया। युवक के गिरते हैं उसके साथी ने उसे बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया। चिकित्सकों ने देखने पर पता चला कि ग्रामीण की रीढ़ की हड्डी टूट गई है, वहीं पैर का नस भी दब गया है जिसके चलते अब मरीज को चलने में काफी दिक्कत होगी। मरीज की स्थिति को देखते हुए हड्डी रोग विभागाध्यक्ष डॉ सुनीत पाल, डॉक्टर संदीप, डॉक्टर मुकेश व डॉ गौरव द्वारा मरीज का 26 अप्रैल को ऑपरेशन किया गया। जहां चिकित्सकों ने पहले सी आर्म्स मशीन के माध्यम से ग्रामीण का एक्स रे कराया गया। जहां रीढ़ की हड्डी में टूटना दिखाई दिया। चिकित्सकों ने रीड की हड्डी में रॉड लगाते हुए पैर के नस जो दब गई थी उसे भी वापिस खोल दिया। इस ऑपरेशन को करने में चिकित्सकों को ढाई घंटे का समय लग गया। चिकित्सकों ने परिजनों को बताया कि अब कुछ माह के अंदर जैसे जैसे भीमा के शरीर में सुधार होता जाएगा वह अपने पैरों पर खड़ा होता जाएगा और आने वाले 2 से 3 माह के अंदर ग्रामीण फिर से अपने पैरों पर चलने लगेगा। बस्तर में यह पहली बार है कि जब रीढ़ की हड्डी का चिकित्सकों ने सफल ऑपरेशन कम संसाधनों होने के बावजूद भी कर दिखाया। वहीं परिजनों को बताया गया कि यही इलाज अगर राजधानी में किया जाता तो करीब डेढ़ लाख रूपय के लगभग का खर्च आता। ऐसे में मजदूरी करने वाला मजदूर इतने पैसों का इंतजाम कहां से करता इस बात की जानकारी परिजनों ने चिकित्सको को बताई। परिजनों ने सफल ऑपरेशन के लिए चिकित्सकों का धन्यवाद भी दिया। CG 24 News
  • समुन्द्र सिंह तो एक मछली था। समुंद्र सिंह जैसी अनेकों मछलियां अभी बेनकाब होना बाकी है - सुशील आनंद शुक्ला

     

    CG 24 News - Lavinderpal 

    रायपुर/01 मई 2019। आबकारी आयुक्त समुन्द्र सिंह के ठिकानों से बरामद की गई करोड़ो की सम्पत्ति से एक बार फिर यह साबित हो गया कि पूर्ववर्ती रमन सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियो की पोषक थी। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि समुन्द्र सिंह ने तत्कालीन सत्ताधीशो के संरक्षण में काली कमाई कर करोड़ो की सम्पत्ति बनाई थी। यही कारण था कि समुन्द्र सिंह वर्षो तक बेखौफ होकर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार करता रहा उसके ऊपर कोई कार्यवाही नही की गई। भाजपा बताएं सरकार की नाक के नीचे एक अधिकारी इतनी लूट खसोट करता रहा उसके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यो नही की गई थी? रिटायरमेंट के बाद उसे संविदा पर किस आधार पर नियुक्ति दी गयी थी ? समुन्द्र सिंह एक अकेला अपवाद नही है, पन्द्रह साल के भाजपा के राज में दर्जनों समुन्द्र सिंह थे जिन्होंने सत्ताशीर्ष के संरक्षण में राज्य की सम्पदा को विदेशी लुटेरों के समान बेदर्दी से लूटा था। डीकेएस अस्पताल में रमनसिंह के दामाद पुनीत गुप्ता ने करोड़ो का घोटाला कर दिया। चिप्स में संविदा अधिकारी ने 4600 करोड़ से अधिक का ई-टेंडर घोटाला कर दिया था। जिस कम्प्यूटर से निविदा निकाला गया उसी कम्पूयटर के जरिये निविदाएं भी भरी गयी थी। घपले के इस बड़े खेल में भी सरकार में बैठे बड़े लोगो की मिलीभगत थी। 36000 करोड़ का महा नान घोटाला भी भाजपाई हुक्मरानों ने किया था। नान डायरी में बड़े-बड़े लोगो के नाम से लेन देन का जिक्र है। सीएम मैडम, एच सीएम, ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम जैसे नामों के खुलासे का प्रदेश की जनता बेशब्री से इंतजार कर रही है। जनसंपर्क विभाग जिसके मुखिया स्वयं रमन सिंह थे। भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। जन संपर्क विभाग में स्वीकृत बजट से दुगुनी राशि खर्च कर सैकड़ों करोड़ का घोटाला किया गया। पूरे देश में भाजपा की रमन सरकार एक अकेली ऐसी सरकार थी जिसके बारे में टिप्पणी करते हुये लोक आयोग ने कहा था ‘‘पूरी राज्य सरकार भ्रष्टाचार का एक गंदा तालाब बन चुकी है, जिसमें हर मछली में अधिक से अधिक पानी पीने की होड़ मची है।’’ भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के सागर में समुन्द्र सिंह तो एक मछली था। समुंद्र सिंह जैसी अनेकों मछलियां अभी बेनकाब होना बाकी है।

  • लखनऊ के पीजीआई अस्पताल पहुंचे टीएस सिंहदेव,मंत्री रविंद्र चौबे से की मुलाकात

    रायपुर:-  मंत्री रविंद्र चौबे की तबीयत में लगातार सुधार हो रहा है। इधर आज दोपहर बाद छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री टीएस सिंहदेव भी रविंद्र चौबे से मुलाकात करने पहुंचे। पिछले कई दिनों से सिंहदेव उड़ीसा चुनाव में व्यस्त थे, लिहाजा कल शाम जैसे ही चुनाव खत्म हुआ, वो तुरंत ही सीनियर मंत्री रविंद्र चौबे से मिलने रवाना हो गये।

    करीब 3 बजे लखनऊ के पीजीआई अस्पताल पहुंचे टीएस सिंहदेव ने रविंद्र चौबे से मुलाकात की। आईसीयू में उनकी करीब 10 मिनट तक मुलाकात हुई। बाद में सिंहदेव ने रविंद्र चौबे के परिजनों से भी मुलाकात की और उनके इलाज के बारे में जाना।

    स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हुए कहा कि रविंद्र चौबे की तबीयत में लगातार सुधार हो रहा है, अब उनका डायलसिस भी हटा दिया गया है। जल्द ही वो पूरी तरह से ठीक होकर हम सबके सामने होंगे।

  • अबूझमाड़ में विकास के बढ़ते कदम माड़िया बच्चें भी बोलने लगे हिन्दी के साथ अंग्रेजी
     
    ओरछा विकासखण्ड के ग्राम बासिंग में पहला मिनी थिएटर कम डेवलेपमेंटर सेंटर 
     
    नारायणपुर  30 अप्रैल 2019 - देश-दुनिया के लिए पहले अबूझ माने जाने वाले विकासखण्ड ओरछा (अबूझमाड़) इलाके में निवासरत आदिवासी ग्रामीण आधुनिकता की दौड़ से कोसो दूर थे। भौगोलिक परिस्थितियों से विषम इस क्षेत्र में सुविधाओं का अभाव होने के कारण अबूझमाड़िया देश-दुनिया में होने वाली गतिविधियों से अनजान बने रहते थे। लेकिन अब अबूझमाड़ को बूझने के लिए नई पहल शुरू की गई है। माड़ विकास की अंगड़ाईया ले रहा है, माड़िया जनजाति के लोग मुस्कराने लगे है। इसमें माओवादी प्रभावित अबूझमाड़ सहित दूरस्थ अंचल के इलाकों में मिनी थिएटर कम डेवलपमेंट सेन्टर का निर्माण होने लगा है। वहीं स्थानीय आम जनता के लिए आधुनिक व्यायाम शाला (जिम) खोलने का सिलसिला शुरू हो गया है। अबूझमाड़ियों को लिए स्थानीय युवा ने सरकारी कर्ज लेकर फोटो स्टूडियों के साथ फोटोकापी सेंटर भी खोला है। जहां ग्रामीण अपनी तस्वीर खिचवानें आने लगे है।   
       धुर नक्सल प्रभावित एवं चारों ओर से घने जंगलों, नदी-नालों और और पहाड़ों से घिरे नारायणपुर जिले के विकासखण्ड ओरछा मुख्यालय में धीरे-धीरे सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया हो रही है जो नगरीय क्षेत्र में होती है। अभी हाल ही में रामनवमी के दिन कुमारी किरता ने पहली दवाई की दुकान खोली तो वहीं कुछ समय पहले स्थानीय युवाओं ने मिलकर ओरछा मार्ट नाम से आधुनिक दुकान खोली। वही सुदूर अंचल सोनपुर के युवक ने सरकारी क़र्ज़ लेकर जनरल स्टोर की दुकान खोली है। जिसमें सभी दैनिक उपयोग की सामग्रियों मिलती है। जिसके लिए कभी यहां के लोग साप्ताहिक हाट -बाजार का इंतजार करते थे या जिसे खरीदने के लिए 70 किलोमीटर दूर जिला मुख्यालय नारायणपुर की ओर टकटकी लगाए देखा करते थे। आवाजाही के भी कोई साधन नहीं थे। लेकिन अब सड़क, पुल-पुलिया के साथ अन्य निर्माण काम तेजी के साथ हो रहा है। आवाजाही पहले से बेहतर हुई है। मुख्यालय नारायणपुर और ओरछा के बीच दिन में लगभग 4-5 बसें रोज चलती है। लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ने लगे है। इसके साथ ही पैसे के लेनेदेन के लिए ग्रामीण बैंक भी है। जहां कर्मचारी पूरी मुस्तैदी के साथ काम कर रहे है। यहां अब बेहतर नेट कनेक्टिविटी के लिए दूरसंचार ने टॉवर खडे़ किए है। पहले से काफी बेहतर नेट कनेक्टिविटी हो गयी है। बैंक के साथ अन्य सरकारी काम ऑनलाइन हो रहे है।
      ओरछा में बच्चे-बच्चियों को गुणवत्तापूर्ण अच्छी शिक्षा के लिए छात्रावास-आश्रम, के साथ ही हाईस्कूल और हायर सेकेण्डरी स्कूल संचालित है। जिसमें पर्याप्त संख्या में शिक्षकगण पदस्थ है। वहीं नक्सली हिंसा पीड़ित बच्चों के लिए पोटाकेबिन आवासीय विद्यालय संचालित है। जिसमें लगभग 650 बच्चे वहां रहकर अपनी पढ़ाई करते है। वहीं बच्चियों के लिए कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चल रहा है। इसके साथ ही अंग्रेजी मीडियम में शिक्षा के लिए मुख्यमंत्री डी.ए.व्ही. पब्लिक स्कूल भी चल रहा है। यहां  हायर सेकेण्डरी तक स्कूल संचालित है। इस स्कूल में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा दी जा रही है। माड़िया जनजाति के बच्चे भी हिन्दी के साथ-साथ अंग्रेजी में बातचीत करने लगे है। वहीं उनके अभिभावकों के रहन-सहन और खान-पान में परिवर्तन की झलक देखने को मिल रही है। बच्चें पढ़ाई के साथ खेल गतिविधियों में भी माड़ का नाम रोशन कर रहे है। पोटाकेबिन के बालक-बालकओं ने मलखम खेल में देश की राजधानी सहित विभिन्न प्रदेशों में राष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर अगले ओलम्पियाड में 6 बच्चों के चयन की बात सामने आयी है। इसी प्रकार अंडर 14 और अंडर 17 में फुटबॉल में भी दो बच्चों का चयन हुआ है । 
       ओरछा में नवीन तहसील कार्यालय के साथ-साथ अधिकारी कर्मचारियों को सरकारी आवास का निर्माण भी तेज गति से हो रहा है। वहीं 12 कमरों का ट्रांजिट हॉस्टल का काम भी लगभग पूरा हो गया है। प्रकृति को करीब से जानने और समझने वालों के लिए उनके रूकने के लिए आधुनिक सुख-सुविधाओं और स्थानीय कला से साज-सज्जित और फर्नीचर से परिपूर्ण नवीन रेस्ट हाउस बनकर तैयार हो गया है। ओरछा मुख्यालय में थाने के सामने स्थिति छोटी पहाड़ी पर बना है। यहां से सुबह और शाम के समय घने जंगल, खूबसूरत नजारे और पहाड़ियांे को निहारने का मजा ही अलग है।
    ओरछा विकासखण्ड के ग्राम बासिंग में पहला मिनी थिएटर कम डेवलेपमेंटर सेंटर खोला गया। वहीं अब ओरछा मुख्यालय में इसके लिए जमीन चिन्हांकित कर ली गई है। इस थिएटर के खुल जाने से अबूझमाड़ियों को देश-दुनिया में होने वाले गतिविधियों से अवगत कर आधुनिकता की दौड़ में शामिल कर मुख्यधारा मंे लाने का प्रयास किया जा रहा है। इस थिएटर कम डेवलेपमेंटर सेंटर में ग्रामीणों को मनोरंजन के साथ ही ताजा खबरों और गतिविधियों की जानकारी मिलती रहेगी। जो एक नगरीय क्षेत्र के लोगों को आसानी से उपलब्ध होती है, लेकिन अब माओवादीगढ़ में यह सुविधा उपलब्ध होने लगी है। इसमें आसपास गांव के ग्रामीण शिक्षाप्रद सिनेमा के साथ ही देश-विदेश और जिले में चल रही विकास गतिवधियों के बारे में टेलीविजन के माध्यम से जान सकेंगे। इसमें प्रोजेक्टर के माध्यम से बड़ी स्क्रीन पर टेलीविजन दिखने की सुविधा उपलब्ध है। CG 24 News
  • भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के सागर की एक मछली समुंद्र सिंह -  रमन सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियो की पोषक थी - कांग्रेस
    CG 24 News (Lavinder pal) रायपुर/30 अप्रैल 2019। आबकारी आयुक्त समुन्द्र सिंह के ठिकानों से बरामद की गई करोड़ो की सम्पत्ति से एक बार फिर यह साबित हो गया कि पूर्ववर्ती रमन सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियो की पोषक थी। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि समुन्द्र सिंह ने तत्कालीन सत्ताधीशो के संरक्षण में काली कमाई कर करोड़ो की सम्पत्ति बनाई थी। यही कारण था कि समुन्द्र सिंह वर्षो तक बेखौफ होकर कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार करता रहा उसके ऊपर कोई कार्यवाही नही की गई। भाजपा बताएं सरकार की नाक के नीचे एक अधिकारी इतनी लूट खसोट करता रहा उसके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यो नही की गई थी? रिटायरमेंट के बाद उसे संविदा पर किस आधार पर नियुक्ति दी गयी थी ? समुन्द्र सिंह एक अकेला अपवाद नही है, पन्द्रह साल के भाजपा के राज में दर्जनों समुन्द्र सिंह थे जिन्होंने सत्ताशीर्ष के संरक्षण में राज्य की सम्पदा को विदेशी लुटेरों के समान बेदर्दी से लूटा था। डीकेएस अस्पताल में रमनसिंह के दामाद पुनीत गुप्ता ने करोड़ो का घोटाला कर दिया। चिप्स में संविदा अधिकारी ने 4600 करोड़ से अधिक का ई-टेंडर घोटाला कर दिया था। जिस कम्प्यूटर से निविदा निकाला गया उसी कम्पूयटर के जरिये निविदाएं भी भरी गयी थी। घपले के इस बड़े खेल में भी सरकार में बैठे बड़े लोगो की मिलीभगत थी। 36000 करोड़ का महा नान घोटाला भी भाजपाई हुक्मरानों ने किया था। नान डायरी में बड़े-बड़े लोगो के नाम से लेन देन का जिक्र है। सीएम मैडम, एच सीएम, ऐश्वर्या रेसीडेंसी वाली मैडम जैसे नामों के खुलासे का प्रदेश की जनता बेशब्री से इंतजार कर रही है। जनसंपर्क विभाग जिसके मुखिया स्वयं रमन सिंह थे। भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया था। जन संपर्क विभाग में स्वीकृत बजट से दुगुनी राशि खर्च कर सैकड़ों करोड़ का घोटाला किया गया। पूरे देश में भाजपा की रमन सरकार एक अकेली ऐसी सरकार थी जिसके बारे में टिप्पणी करते हुये लोक आयोग ने कहा था ‘‘पूरी राज्य सरकार भ्रष्टाचार का एक गंदा तालाब बन चुकी है, जिसमें हर मछली में अधिक से अधिक पानी पीने की होड़ मची है।’’ भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार के सागर में समुन्द्र सिंह तो एक मछली था। समुंद्र सिंह जैसी अनेकों मछलियां अभी बेनकाब होना बाकी है।
  •  कांग्रेस सरकार शिक्षकों, सहायक प्राध्यापकों और स्टाफ नर्स के पदों पर कर रही है नियुक्तियां - शैलेश नितिन त्रिवेदी
    भाजपा हर वर्ष जारी होने वाले परिपत्र के आधार पर झूठ और भ्रम न फैलायें : त्रिवेदी रायपुर/30 अप्रैल 2019। सरकारी नियुक्तियों पर रोक के भाजपा के झूठे प्रचार पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि सरकारी नियुक्तियों पर कोई रोक नहीं लगाई गई है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार बनने के बाद लगातार नौजवानों के लिये सरकारी नौकरियां और रोजगार के अवसर सुलभ कराये जा रहे है। 15 वर्ष बाद 15000 शिक्षकों के पद विज्ञापित हुये है और सहायक प्राध्यापकों के रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जा रही है। 800 स्टाफ नर्स के रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जा रही है। बेहतर वित्तीय अनुशासन लागू करने और बिना समुचित वित्तीय स्वीकृति के मनमानी नियुक्तियां पर रोक लगाने के सरकार के फैसले का स्वागत करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि जनसंपर्क विभाग में हुआ बड़ा घोटाला रमन सरकार में आर्थिक गड़बड़ियों और गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का जीताजागता सबूत है। 160 करोड़ का जनसंपर्क विभाग का बजट था और 400 करोड़ से अधिक की राशि रमन सिंह जी की भाजपा सरकार ने खर्च कर दी। स्वयं मुख्यमंत्री, वित्तमंत्री और जनसंपर्क मंत्री दोनों थे, इसके बावजूद इतनी बढ़ी गड़बड़ी करने वाली भाजपा बड़े बोल न बोले और सच्चाई को स्वीकार करें। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि पिछली सरकार के आदेश को फिर से नये वित्तीय वर्ष के लिये जारी करने पर भाजपा दुर्भावनावश झूठा प्रचार कर रही है। पिछली रमन सिंह सरकार ने जो निर्णय लिया था, उसे मात्र ही जारी रखने के परिपत्र पर भाजपा झूठ फैलाने में लगी है। वित्त विभाग की अनुमति से नियुक्यिं हो, यह स्थापित और मान्य परंपरा है और इसमें कुछ भी नया नहीं है। भाजपा के झूठ और असत्य आधारित राजनीति पर तगड़ा प्रहार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री और संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा की भ्रम फैलाने की कोशिशों का छत्तीसगढ़ के लोग करारा जवाब देंगे। राज्य शासन के वित्त निर्देश 09/2019 में संदर्भित 2014, 2015, 2016, 2017 और 2018 के उल्लेखित ज्ञापत्रों से यह स्पष्ट है कि यह निर्देश रमन सिंह सरकार के समय से ही प्रभावशील है और इसे राज्य की वित्तीय स्थिति या नौजवानों की नौकरियों से जोड़कर भाजपा निचले स्तर की और भ्रम फैलाने की राजनीति कर रही है। CG 24 News
  • नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या करने वाले युवक का शव बरामद , कुछ माह पहले ही युवक ने की थी युवती से कोर्ट मैरिज

    आकाश मिश्रा,जगदलपुर 

    जगदलपुर:-  26 अप्रैल को इंद्रावती नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या करने वाले युवक का शव कोतवाली पुलिस ने 28 अप्रैल को बरामद किया। घटना के बाद मृतक के परिजन जगदलपुर पहुचे। जहाँ शव का दाह संस्कार करने के लिए भोपालपट्टनम ले गए। युवक ने अपनी जिंदगी से तंग आकर आत्महत्या करने की बात कही है। 

    मामले की जानकारी देते हुए कोतवाली पुलिस ने बताया कि भोपालपट्टनम में रहने वाला युवक संतोष लाबाड़ी 27 वर्ष जो कि कुछ माह पहले ही लता गुरला से कोर्ट में शादी किया था। उसके बाद वह धरमपुरा महावीर नगर में रह रहा था। और 26 अप्रैल की रात को अपने जीजा विजय बघेल के घर पर रुका हुया था। रात करीब 3 बजे घर से गायब हो गया। वही अपने एक रिश्तेदार के मोबाइल में वॉट्सएप में मैसेज लिखा कि वह अपनी जिंदगी से  तंग आ गया है, और बिना गलती के बदनाम भी हो गया है। जिससे कि वह इंद्रावती नदी में सुसाइड करने के लिए जा रहा हूं। आखिर में अपने परिवार को बहुत प्यार करने की बात भी उसने लिखी थी। जब परिजन जगदलपुर पहुँचे तो उन्हें लता से संतोष ने शादी करने की बात का भी पता चला। गांव के लोगो ने एक अन्य युवती मीना को संतोष के घर भी छोड़ दिया। पूरे मामले में पुलिस ने बताया कि वह इस पूरे जिंदगी से तंग आने के बाद ही सुसाइड किया है। पुलिस ने शव का पीएम कराने के बाद शव परिजनों को सौप दिया।

  • नान मामले में अनिल टुटेजा को मिली जमानत,टूटेजा के वकील अवि सिंह ने कहा 30 महीने में चार्जशीट तक फाइल नही की गई

    रायपुर- सुप्रीम कोर्ट के वकील अवि सिंह ने प्रेस को दी नान मामले के टुटेजा केस की जानकारी... उन्होंने कहा नान घोटाला मामले में हाईकोर्ट में 2 केस लगा था... जिसमें री इंवेसिगेशन वाले केस में 23 मई की डेट मिली है.... वही दूसरे केस में आईएस अनिल टुटेजा को शर्तो पर ज़मनत मिली है.... 50 हज़ार की ज़महत, जांच एजेंसी के सामने पेश होना पड़ेगा और देश के बाहर जाने की अनुमति लेनी पड़ेगी, इस शर्त पर दी गई है ज़मानत... वकील ने कहा उनके खीलाफ कुछ भी बरामद नही हुआ है, कोई भी प्रूफ नही मिला है.... जांच अधिकारी संजय देवअस्थले ने लिखित में दिया था कि उनपर अब तक जो आरोप लगा है उसमें कोई एविडेन्स उनके खिलाफ नही मीले है... वकील ने आरोप लगाया अब तक जो इंवेस्टिगेशन किया गया है वह सही नही है... इसलिए उसे फिर से इंवेस्टिगेट किया जाए... वकील ने बताया कि उन्हें सिर्फ 1 बार गवाह के रूप में जांच अधीकारियो ने बुलाया था... उसके बाद कभी नही बुलाया गया... नान घोटाला मामले में पैसे के लेन देन का लगा था आरोप... वकील ने टुटेजा की चार्जशीट को बताया मनोहर कहानी उन्होंने कहा एविडेन्स उन्हें मैच नही करता, जहां एविडेन्स जाता है वहां अगर एजेंसी जाए तो शायद कुछ चीज़ें बाहर निकल कर आए....

  • वीडियो . मेडिकल कॉलेज को जल्द ही मिल सकती है एमबीबीएस की 100 सीटों की मान्यता, निरीक्षण करने दिल्ली से पहुँची एमसीआई की टीम

    जगदलपुर. डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटों की मान्यता को लेकर दिल्ली से एमसीआई की टीम जगदलपुर पहुंची। जहां मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने के साथ ही अस्पताल के वार्डो व अन्य जानकारियों को प्राप्त किया, इस दौरान एमसीआई की टीम की जांच करने के दौरान वीडियो भी बनाई गई। एक दिन के लिए जगदलपुर पहुंची टीम पूरी जानकारी लेने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हो जायेंगे, जहां वह रिपोर्ट को तैयार करने के बाद इस बात को तय करेंगे के मेडिकल कॉलेज जगदलपुर को 100 सीटों के एमबीबीएस सीट मिल पाएगी कि नहीं, इसका भी फैसला एक माह के अंदर कर दिया जाएगा। एमसीआई टीम के निरीक्षण को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ यूएस पैकरा ने बताया कि दिल्ली से 2 सदस्य टीम जगदलपुर पहुंची। जिसमें एक डॉक्टर चंद्रमनी मोहंती व डॉ शिवकुमार फाइनल निरीक्षण करने के लिए आए हैं।
     अगर इन एमसीआई की टीमों को डिमरापाल मेडिकल कॉलेज में किसी भी प्रकार से कोई कमी खामी दिखाई नहीं देती है, तो जल्द ही एमबीबीएस के लिए 100 सीट हो जाएगा, और यहां निरीक्षण अंतिम निरीक्षण होगा। इसके बाद  पीजी की तैयारी को लेकर कमी खामियों को पूरा किया जाएगा। अगर एमसीआई की टीम के द्वारा इस मेडिकल कॉलेज में कुछ कमी खामी नजर आती है तो वे इसके बारे में एक पत्र लिखेंगे, और अधिकारियों को उन कमी खामियों को पूरा करने के बाद फिर से टीम को निरीक्षण करने के लिए जगदलपुर बुलाया जाएगा। जिसके बाद 100 सीटों की मान्यता पूरी कर ली जाएगी, वहीं 5 साल पूर्ण होने पर मेडिकल कॉलेज ने अपनी पूरी कमी खामियों को सुधार लिया है। और इस बात का अंदाजा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में यहां 50 सीटों की जो एमबीबीएस थी, अब वह बढ़कर 100 हो जाएगी। जिसके बाद निरीक्षण कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी। टीम द्वारा जांच करने के बाद डीन कार्यालय पहुंचे जहां चिकित्सकों से पूरी चर्चा करने के बाद वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

     

    जगदलपुर से सीजी24 न्यूज के लिए आकाश मिश्रा की रिपोर्ट