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  • एक वफ़ादार कुत्ते ने अपने मालिक की जान बचने के लिए कोबरा से की जंग, पर नहीं बचा सका खुद की जान


    तमिलनाडू-  कोबरा सांप से भिड़ गया। कुत्‍ते ने तो मालिक की हिफाजत कर विषैले सांप को मार डाला…लेकिन इस लड़ाई में वह अपनी भी जान गंवा बैठा। तंजावुर का रहने वाला नटराजन ने अपने पास एक कुत्ता पाल रखा है. इस कुत्ते का नाम पप्पी है. ये कुत्ता नटराजन के साथ खेतों में भी जाता था. एक दिन नटराजन अपने बगीचे में काम कर रहा था. तभी झाड़ियों से 5 फीट लंबा एक कोबरा बाहर आया. इस भयानक सांप को देखते ही नटराजन की घिग्घी बंध गई. क्षणभर को उसे समझ में ही नहीं आया कि क्या किया जाए. इधर सांप अपना फन खड़ा कर चुका था. सांप को फन फैलाता देख डॉगी पप्पी को न जाने क्या सूझा कि वह सांप पर झपट पड़ा.

    पपी ने कोबरा पर अटैक कर दिया। नटराजन ने बताया कि कोबरा पपी से लिपट गया। वह लगातार उसे काटने लगा लेकिन पपी ने उसे दांत से जकड़ लिया और दोनों में उठा-पटक होने लगी। आखिरकर पपी ने कोबरा को मार दिया। वह बहुत खुश हुए। उन्हें एहसास नहीं था कि कोबरा ने पपी को काट लिया है। वह उसे लेकर घर चले गए।

    घर आकर उन्होंने परिवारवालों से सारी बात बताई। सब लोग पपी की वफादारी और बहादुरी पर खुश होकर उसे प्यार कर रहे थे तभी वह अचानक बेसुध होने लगा। वह लोग उसे लेकर अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। नटराजन ने बताया कि पपी एक साल का था तब वह उसे घर लेकर आए थे। वह परिवार के सदस्य की तरह ही था।

    सांप और कुत्ते के बीच जबरदस्त लड़ाई हुई. इस बीच नटराजन लाठी लाने के लिए अपने घर की ओर दौड़ा. तब तक कुत्ते और सांप के बीच जमकर लड़ाई हुई. आखिरकार कुत्ते ने सांप के फन को ही नोंच लिया और देखते ही देखते सांप मर गया. जब नटराजन डंडा लेकर घर से आया तो देखा कि सांप मरा है और कुत्ता लहूलुहान है. पूरा वाकया समझ नटराजन ने अपने कुत्ते को गले से लगा लिया. लेकिन कुछ ही मिनटों में कुत्ते की हालत बिगड़ने लगी. कुछ ही देर में कुत्ते की भी मौत हो गई.

    कुत्ते के मृत शरीर को गले से लगाकर नटराजन जी भरकर रोया. उसने कहा कि अगर ये कुत्ता न होता तो उसकी जान भी जा सकती थी. कुत्ते और सांप की इस लड़ाई की चर्चा जिसने भी सुनी, कुत्ते को देखने आया. मालिक के कुत्ते की कुर्बानी की ये कहानी तंजावुर में चर्चा का बिषय बनी हुई है.

    जब टायसन ने कोबरा को दी थी मौत

    बता दें कि मार्च 2019 में ओडिशा के खोरधा जिले में भी ऐसी ही एक घटना हुई थी. खोरधा जिले के एक छोटे से कस्बे जटणि में अमन शरीफ अपने माता-पिता, चाचा-चाची और दादी के साथ रहते हैं. सोमवार रात को दो बजे अचानक उन्हें अपने डैलमेशियन प्रजाति के कुत्ते टायसन की जोर-जोर से भौंकने की आवाज आई. शरीफ ने उठकर देखा तो सामने कोबरा सांप और टायसन एक दूसरे से भिड़े हुए थे.

    घर के मालिक शरीफ ने बताय कि उन्होंने देखा कि कुछ ही दूरी पर ही मुख्य दरवाजे पर टायसन सांप को मार रहा है. सांप को मारने के बाद कुछ देर में टायसन भी जमीन पर गिर पड़ा. उन्होंने बताया कि टायसन की पूंछ और चेहरे पर सांप के काटने के निशान थे. कुछ ही देर में टायसन की मौत हो गई थी.

     

  • पक्षियों के लिए पानी पिलाओ’ अभियान का किया शुभारंभ

    बिलासपुर:- पक्षियों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ता है. इसी को ध्यान में रखकर आज तोरवा थाना परिसर में Aid Center 2.0 (निःशुल्क सहायता केंद्र) के सदस्यों ने ‘पानी पिलाओ’ अभियान का शुभारंभ किया. पक्षियों के लिए सकोरे में पीने का पानी और खाने के लिए दाना रखा गया. इस मौके पर तोरवा थाना प्रभारी सनीप रात्रे व स्टॉफ के सदस्य मौजूद रहे.

    ‘पानी पिलाओ’ अभियान में Aid Center 2.0 के सदस्य महेंद्र गुप्ता, उजियार सिंह पोर्ते एवं थाना स्टॉफ डीके पाटले, रमेश शर्मा, अमृत साहू, लव सिह ध्रुव, प्रीतम सिह, धनेश साहू, सुनीता अजगल्ले एवं आरक्षक असीम भारद्वाज, लवकेश पैकरा, देवेन्द्र दुबे, लालबहादुर कुर्रे, शैलेंद्र कश्यप, ईश्वरी कश्यप व अन्य स्टॉफ ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.
    इस अवसर पर स्टॉफ एवं जनसामान्य को अभियान के संबंध में जानकारी दी गई और पर्यावरण में पक्षियों की भूमिका को अवगत कराते हुए अपने-अपने घरों के छत में मटकी में पानी व दाने रखने का संकल्प लिया गया.

  • छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन द्वारा आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में कोलंबिया ग्रुप का रहा योगदान

    छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन द्वारा आयोजित निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में धरसींवा विधायक श्रीमती अनीता शर्मा ने पहुंच कर एसोसिएशन की सेवा भावना को सराहा

     

     
    विधानसभा के नजदीकी गांव टेकारी के कोलंबिया स्कूल में ग्रामवासियों का स्पेशलिस्ट डॉक्टरों ने किया परीक्षण - दवाइयों का हुआ निःशुल्क वितरण -
     
     
    *हीमोग्लोबिन, बल्ड प्रेशर, मधुमेह और रक्त समूह की पैथालाजी जांच भी* 
     
     
     
    रायपुर, 28 अप्रैल 2019,  गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन और कोलम्बिया ग्रुप ऑफ इस्टीयूशन व्दारा विधानसभा के पास स्थित ग्राम टेकारी में रविवार 28 अप्रैल को ग्रामवासियों के लिए एक निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। कोलम्बिया कालेज के परिसर में आयोजित प्रातः 10 बजे से शाम 4 बजे चलने वाले शिविर में एनएच एमएमआई नारायना मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, अरबिन्दों नेत्र चिकित्सालय, समर्पण हॉस्पिटल मोवा और कान्हा ग्रुप की भागीदारी रही |
     
    इस निशुल्क स्वास्थ्य शिविर में टेकारी, बरौंदा, भुरकोनी, बरबन्दा, नरहदा, गिरौद, मांढर सहित आसपास के गांवों के 917 महिला,पुरुष व बच्चों ने स्वास्थ्य जांच करवाई - आवश्यकतानुसार सभी को निशुल्क दवाइयां भी वितरित की गईं |
    छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा आयोजित इस स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण करने क्षेत्रीय विधायक श्रीमती अनीता शर्मा विशेष रूप से पहुंची - शिविर में स्वास्थ्य जांच के लिए उपस्थित सभी डाक्टरों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने उनकी सेवा भावना के लिए प्रशंसा की साथ ही उपस्थित सभी डॉक्टरों को साहित्य संबंधी पुस्तकें प्रदान कर उनका अभिवादन किया |
     
     
    एसोसियेशन के  ए.एस. प्लाहा, सचिव  जेएस जब्बल और कोषाध्यक्ष एमएस सलूजा ने बताया कि शिविर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने ग्रामवासियों की निःशुल्क जांच कर इलाज किया उन्हें बीमारी के प्रति सावधान रहने तथा साफ सफाई से रहने की सलाह भी दी।
     
    शिविर में एमएमआई हॉस्पिटल के डॉ. अजय मिश्रा, डॉ अदिति शर्मा, डॉ अरुण अग्रवाल, स्त्री रोग विशेषज्ञ ड़ॉ.किरण मलहोत्रा, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. कुलदीप सिंह छाबड़ा, डॉ. जी.एस.बच्चू, सर्जरी के डॉ. गंभीर सिंह व डॉ. मंजू सिंह, अरविंदो हॉस्पिटल से नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. आनंद सक्सेना की पूरी टीम मोबाइल हॉस्पिटल बस के साथ, कान्हा चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉ सचिन , डॉ सुमन, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉ राजेन्द्र सिंह टुटेजा, डॉ. दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरभी चोपड़ा, डॉ सोनम सिंह ठाकुर, डॉ. यशिका एक्यूप्रेशर डॉ राजपाल ने मरीजों का परीक्षण किया | शिविर में महिला चिकित्सक मंजू सिंह ने स्तन रोग एवं स्तन कैंसर के लक्षण व उपचार की जानकारी दी |
    सभी को निशुल्क दवाईयां वितरित की गईं -
     
     इस अवसर पर ए.एस. प्लाहा,जे.एस. जब्बल, एम.एस.सलूजा, आर.एस. आजमानी, एस.एस.खनूजा, भजन सिंह छाबड़ा, एच.एस.धींगरा,  अमरीक सिंह गिल, ए.एस. सलूजा, लक्षमण सिंह, भूपेन्द्र सिंह खालसा, अमोलक सिंह, गुरदीप सिंह राजपाल, दीप सिंह जब्बल, सुखबीर सिंह सिंघोत्रा, टी.एस. जब्बल, अजीत सिंह राजपाल, कोलंबिया ग्रुप के सचिव हरजीत सिंह हूरा , डायरेक्टर रविंदर सिंह हूरा उपस्थित रहे।
     
     
    उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सिक्ख ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसियेशन “सरबत का भला” के उद्देश्य से महावीर नगर गुरुव्दारा परिसर में आम लोगों को उचित मूल्य पर दवा उपलब्ध कराने हेतु एक मेडिकल स्टोर का संचालन कर रही है तथागुरुव्दारा परिसर में नियमित रुप से विशेषज्ञ डाक्टरों की निःशुल्क चिकित्सा परामर्श सेवा उपलब्ध करा रही है।
  •  ग्राम पंचायत चौडंग में स्वच्छ भारत मिशन के तहत बन्नी शौचालय डेढ़ साल से पड़ा है अधूरा

    बस्तर ​:- कोंडागांव जिले से महज 20 किलोमीटर दूरी पर बसे ग्राम पंचायत चौडंग की है हमारे संवाददाता विश्वजीत मल्लिक ने जब ग्राम पंचायत चौडंग की स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनी शौचालय की जायजा लिया तो देखा गया पूरी पंचायत में सिर्फ कुछ परिवारों में पूर्ण रूप से शौचालय बने। परंतु अधिक परिवारों के पास शौचालय अधूरा बना हुआ है पर सबसे खास बात यह है की जिन परिवारों को बना है और जिनका आधा अधूरा बना है इन परिवारों के सदस्यों को सीधी द्वार पर पंचायत के सरपंच एवं सचिव पर आरोप है की लगभग एक डेढ़ साल पहले से जो शौचालय बने एवं जो आधा अधूरा है उस पर सचिव सरपंच कभी भी दोबारा झांकने की जहमत नहीं किया ।इन सरपंच सचिव पंचायत अधिकारियों के ऊपर यह भी आरोप है की ग्रामीणों ने शौचालय बनाने के लिए अपने घर से ईट रेट मजदूरी सभी दिए परंतु डेढ़ साल बाद भी कोई रकम यानी शासन की ओर से दी जाने वाले अनुदान अभी तक प्राप्त नहीं हुआ । जब हमारे संवाददाता ने कोडागांव जिला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी नूपुर राशि  पन्ना से से इस विषय में बात की तो उन्होंने आचार संहिता का हवाला देते हुए बाइट देने से मना किया पर उन्होंने यह कहा की हमने सभी पंचायतों में सरकार शासन की ओर से दी जाने वाले अनुदान 11500 रकम हर पंचायत को मुहैया कराया गया । पर आब इस रकम को सचिव एवं सरपंच हितग्राहियों तक नहीं दिया यह जांच का विषय है और हम एक निरीक्षण टीम गठित कर उस पंचायत की जांच किया जाएगा।
      विडंबना इस बात की है फुटेज में नजर आ रहे हैं जो भी ग्रामवासी इनकी हालत अगर देखा जाए तो बेहद गरीब परिवार से तालुकात रखते हैं अब सवाल यह है की इन गरीब परिवार थोड़ा बहुत पैसा जुगाड़ कर शासन के बताए अनुसार शौचालय बनाए हैं कुछ अधूरे भी हैं और कुछ कि तो अभी तक शुरुआत ही नहीं हुआ है ।इन की जो रकम लगा, इस रकम की भरपाई आखिर कौन करेंगे,हम आपको बता दें ग्राम पंचायत चौडंग ना तो अंदुरुनी इलाके में है और ना ही मुख्य मार्ग से काफी दूरी पर है ग्राम पंचायत चौड़ग कोडागांव से नारायणपुर की ओर जाने वाली मुख्य मार्ग पर बसे हैं ग्राम पंचायत चौडंग। उसके बावजूद अधिकारियों की अनदेखी का फायदा इन सचिव सरपंच ने भरपुर उठाया।

     

  • लोकसभा चुनाव में जिन विधानसभा क्षेत्रों से हार होगी वहां के मंत्रियों की हो जाएगी छुट्टी और और विधायकों को अगली बार नहीं मिलेगा टिकट - मुख्यमंत्री ने की घोषणा
    *लोकसभा चुनाव में जिन विधानसभा क्षेत्रों से हार होगी वहां के मंत्रियों की हो जाएगी छुट्टी और और विधायकों को अगली बार नहीं मिलेगा टिकट - मुख्यमंत्री ने की घोषणा* सत्ता में काबिज मुख्यमंत्री द्वारा फरमान जारी किया गया कि सभी मंत्रियों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों से अपनी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों को जिताना अनिवार्य है यदि उनके विधानसभा से लोकसभा प्रत्याशी को कम मत मिले तो मंत्री पद से छुट्टी होना तय है इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के विधायकों को भी चेताया है कि वह अपने विधानसभा को मजबूत करें और लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी को बहुमत दिलवाए अन्यथा अगली बार विधानसभा की टिकट से वंचित कर दिया जाएगा यह फरमान जारी किया है पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने - अब देखना यह है कि उनके इस फरमान के बाद पंजाब में कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशियों को कितनी सफलता मिलती है और कितने मंत्रियों की छुट्टी होती है बाहर हाल मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस फरमान से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के नेताओं के बीच खुसर पुसर शुरू हो गई है - CG 24 News 9301094242
  • Facebook पर लग सकता है 3.5 खरब रुपये का जुर्माना, जानिए क्या है वजह

    सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक पर 5 बिलियन डॉलर का जुर्माना लग सकता है. वजह यूजर्स की प्राइवेसी से जुड़ी है और पिछले कुथ समय से फेसबुक यूजर्स प्राइवेसी की वजह से लगातार सवालों के घेरे में है.

    फेसबुक को उम्मीद है कि फेडरल ट्रेड कमिशन (FTC) फेसबुक से 5 बिलियन डॉलर तक का जुर्माना वसूल कर सकता है. इसकी वजह एक जांच है जो फेसबुक की प्राइवेसी पॉलिसी के लिए की जा रही थी.

    अगर फेसबुक से 5 बिलियन का जुर्माना वसूला जाता है कि तो यह कंपनी के एक महीने के रेवेन्यू के बराबर होगा. हालांकि एक तथ्य ये भी है कि अभ फेडरल ट्रेड कमिशन ने जुर्माना राशी के बारे में नहीं बताया है. ये 5 बिलियन डॉलर का जुर्माना फेसबुक ने अंदाजा लगाया है. कंपनी ने FY 2019 की फिनांशियल अर्निंग रिपोर्ट जारी की है जिसमें ये बता कही गई है.

    फेसबुक के मुताबिक कंपनी ने कहा है कि कंपनी ने फेडरल ट्रेड कमिशन के साथ सेटलमेंट करने के लिए 3 बिलियन डॉलर अलग रखे थे, और यह जांच कैंब्रिज एनालिटिका डेटा स्कैंडल के बाद फेसबुक में जांच शरू की गई थी.

    2011 में फेसबुक ने फेडरल ट्रेड कमिशन यानी FTC के साथए एक समझौता किया था जिसके तहत फेसबुक को डेटा शेयर करने के लिए यूजर्स की सहमति की जरूरत होगी. लेकिन फेसबुक ने इस समझौते को कथित तौर पर तोड़ा है.

    फेसबुक के CFO डेव वेनर ने कहा है कि यह मुद्दा अब तक सॉल्व नहीं किया गया है इसलिए कितना अमाउंट होगा यह अभी साफ नहीं है. फेसबुक ने अपनी इस रिपोर्ट में यह भी कहा है कि दुनिया भर में फेसबुक के पास 1.56 बिलियन डेली ऐक्टिव यूजर्स हैं और मंथली ऐक्टिव यूजर्स की बात करें तो यहां आंकड़ा 2.38 बिलियन पार कर चुका है. 

  • टिक-टॉक यूजर्स के लिए अच्छी खबर, मद्रास हाईकोर्ट ने बैन हटाया

    चेन्नई: मद्रास हाई कोर्ट की मदुरई बैंच ने टिक टॉक वीडियो ऐप से प्रतिबंध हटा दिया है. कोर्ट ने टिक टॉक पर अश्लील वीडियो की भरमार होने के आरोपों पर सुनवाई करते हुए 13 अप्रैल को अपने फैसले में केंद्र सरकार को आदेश जारी करते हुए कहा था कि टिक टॉक की डाउनलोडिंग पर पूरी तरह बैन लगाया जाए. कोर्ट के फैसले के बाद सरकार के आदेश पर गूगल और एप्पल ने अपने स्टोर से टिक टॉक की डाउनलोडिंग हटा दी थी. बुधवार को मामले पर हुई सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने कहा कि बच्चों के खिलाफ अपराध ही कोर्ट की चिंता का विषय है. टिक टॉक पर बैन लगने की खबर के बाद से सोशल मीडिया पर रिएक्शनंस की बाढ़ आ गई है.

    कुछ लोग कह रहे हैं कि टाइमपास फिर से वापस आ गया. कुछ लोग कह रहे हैं कि मद्रास हाई कोर्ट को जज को कोई टिक टॉक वाले क्रिंजी वीडियो दिखाओ. एक ट्विटर यूजर लिखते हैं कि टिक टॉक से प्रतिबंध हटने के बाद से ऑल इंडिया पुरुष मुजरा मंच में खुशी की लहर दौड़ गई है.

    टिक टॉक बैन होने से काफी संख्या में युवा थे नाराज

    टिक टॉक पर बैन करने के मद्रास हाईकोर्ट के फैसले से काफी संख्या में युवाओं को झटका लगा था. उस दौरान सोशल मीडिया पर भी युवाओं ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रियाएं भी दी थी. कुछ युवाओं का कहना था कि टिक टॉक पर कोर्ट के बैन से वे खुश नहीं है क्योंकि इस ऐप के जरिए वे वीडियो बनाकर वे अपना टेलेंट दुनिया के सामने ला रहे थे, जिसका फायदा भी उन युवाओं को मिल रहा था.

    युवाओं के साथ-साथ बूढ़े और बच्चे भी हैं टिक टॉक के फैन

    टिक टॉक पर वीडियो बनाने की दिवानगी सिर्फ युवाओं में ही नहीं बल्कि बच्चों और बूढ़ों में काफी है. काफी लोग टिक टॉक के जरिए अपना वो टैलेंट बाहर लाने की कोशिश कर रहे हैं जो वे किसी वजह से जिंदगी में नहीं कर सके. वहीं काफी लोग सिर्फ मनोरंजन के लिए इस वीडियो ऐप का इस्तेमाल करते हैं.

  •  छत्तीसगढ़ में लोकसभा निर्वाचन-2019 के तीसरे चरण के निर्वाचन के संबंध में विस्तार से जानकारी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू  द्वारा

    छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुब्रत साहू ने अपने कार्यालय के सभाकक्ष में मीडिया प्रतिनिधियों से छत्तीसगढ़ में लोकसभा निर्वाचन-2019 के तीसरे चरण के निर्वाचन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी - 71.48 प्रतिशत मतदान हुआ लोकसभा चुनाव में पिछले चुनाव से 2.09 प्रतिशत मतदान अधिक हुआ कोरबा में हुआ सर्वाधिक मतदान भरतपुर-सोनहत के 5 और बैकुंठपुर के एक केंद्र के 100 फीसदी मतदान - *कोरबा के भरतपुर सोनहत के बूथ क्रमांक 224 बैरागी , 143 सेराडाल, 184 पलारीडांड, 148 कुर्थी, 157 उढ़नी, और बैकुंठपुर के बूथ क्रमांक 74 गिरजापुर ऐसे मतदान बूथ है जहां 100 % मतदान हुआ है *सी विजिल के माध्यम से इलेक्शन के दौरान तीनो चरणों में कुल 469 शिकायतें मिली थी जिसमें 257 शिकायतें सहीं पायी गई है शेष 212 शिकायतों को ड्राप किया गया है - पेड न्यूज़ संबंधित शिकायतों में तीसरे चरण में 40 शिकायते मिली जिसमें जांच के बाद 39 केस कन्फर्म पाये गए - 2014 के हिसाब से 364000 ज्यादा मतदान हुआ है 2019 में - CG 24 News

  • क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर का जन्मदिन आज, पढ़िए सचिन की खास उपलब्धियां

    क्रिकेट जगत के सबसे महानतम बल्लेबाजों में से एक सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई के एक महाराष्ट्रीयन राजापुर सारस्वत ब्राह्मण परिवार में हुआ था। सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट को क्या कुछ दिया है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जाता है कि इस क्रिकेटर के नाम कुछ ऐसे रिकॉर्ड दर्ज हैं जिन्हें तोड़ पाना मुमकिन ही नहीं नामुमकिन लगता है। सचिन रमेश तेंदुलकर ने बहुत छोटी उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया था। सचिन के बल्लेबाजी का शायद ही ऐसा कोई रिकॉर्ड होगा जो सचिन तेंदुलकर ने नहीं बनाए हो।

    सचिन तेंदुलकर के वो 6 रिकॉर्ड जो आज भी हैं उनके नाम

    1. वनडे करियर में सबसे ज़्यादा शतक लगाने का रिकॉर्ड मास्टर ब्लास्टर के नाम है। सचिन ने 1989 से लेकर 2012 तक के अपने करियर में 452 पारियों में 49 शतक लगाए हैं। 

    2. सचिन तेंदुलकर का टेस्ट करियर सभी क्रिकेटर्स में सबसे लंबा रहा है। सचिन ने 1989 से 2013 के बीच कुल 200 टेस्ट मैच खेले। उनके बाद रिकी पॉन्टिंग और स्टीव वॉ के नाम आता है, इन दोनों ने टेस्ट करियर में 168 मैच खेले। 

    3. टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक (51) का रिकॉर्ड भी सचिन के नाम है। उनके बाद जैक कालिस 45 शतकों के साथ दूसरे नम्बर पर हैं।

    4. जिम्बाब्वे इकलौता ऐसा देश है जहां सचिन ने टेस्ट सेंचुरी नहीं लगाई है।

    5. टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में सचिन ही एक ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने 6 बार छक्का लगाकर अपनी सेंचुरी पूरी की है।

    6. तेंदुलकर दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं जो दो पीढ़ियों के साथ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट खेले हैं। शॉन मार्श-मिचेल मार्श और उनके पिता ज्योफ मार्श के साथ सचिन खेल चुके हैं।

    7. सचिन तेंदुलकर इकलौते ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्हें राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड और पद्मश्री से नवाजा जा चुका है।

    सचिन तेंदुलकर के दो दशक से ज्यादा लंबे क्रिकेट करियर की मुख्य उपलब्धियां इस प्रकार हैं.


    1989: 16 साल की उम्र में सचिन तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत करते हुए श्रीकांत की कप्तानी वाली टीम में छह पारियों में देश के लिये दो अर्धशतक बनाये।
    1990: तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट शतक (नाबाद 119) ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ जमाया।
    1993: भारतीय सरजमीं अपना पहला टेस्ट शतक (163) तेंदुलकर ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया।
    1994: सचिन ने अपना पहला वनडे शतक अपने 79वें मैच में कोलंबो में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिंगर कप में बनाया।
    1996: भारत पाकिस्तान की संयुक्त मेजबानी में हुए विश्व कप में सचिन ने दो शतक सहित 523 रन बनाये. तेंदुलकर की कप्तानी में ही भारत ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका को हरा कर टाइटन कप जीता।
    1997: सचिन तेंदुलकर की कप्तानी में टोरंटों में पाकिस्तान के खिलाफ सहारा कप में 4-1 से जीत दर्ज की. इसी साल सर्वश्रेष्ठ विजडन क्रिकेटर चुने गये।
    1998: ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 155 रन चेन्नई में बनाये जिससे भारत ने 179 रन से जीत दर्ज की।
    2001: वन डे में दस हजार रन बनाने वाले विश्व के पहले बल्लेबाज बने।
    2002: सचिन ने पोर्ट ऑफ स्पेन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 117 बना कर सर डान ब्रेडमैन के 29 टेस्ट शतक की बराबरी की और फिर इंग्लैंड के खिलाफ 193 बना कर ब्रेडमैन के रिकॉर्ड को पार किया।
    2003: आईसीसी विश्व कप के 11 मैचों में 673 बना कर टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने।
    2004: सुनील गावस्कर के 34 शतक के रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले विश्व के पहले खिलाड़ी बने. 50 मैन ऑफ द मैच हासिल करने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने।
    2005: टेस्ट क्रिकेट में 122वें मैच में दस हजार रन पूरे किये।
    2006: वनडे में 14 हजार रन पूरे कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाया. 40 वां शतक वेस्टइंडीज के खिलाफ कुआलालम्पुर में पूरा किया।
    2007: 400वां वन डे खेला।
    2008: वनडे में 16हजार रन बनाने वाले दुनिया के पहले खिलाड़ी बने. टेस्ट क्रिकेट में ब्रायन लारा के 11953 रन के रिकॉर्ड को पीछे छोड दिया।
    2009: हैदराबाद में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 175 बनाये और 17 हजार वनडे रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने।
    2010: वन डे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने और स्टीव वॉ के 168 टेस्ट खेलने के रिकॉर्ड को पार किया।
    2011: विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच खेलने के साथ ही वह सबसे ज्यादा वनडे खेलने वाले खिलाडी बने और सनथ जयसूर्या के 444 मैचों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा।
    2011: विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई. भारत के लिये विश्व कप में सबसे ज्यादा 482 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने।
    2012: एशिया कप में बांग्लादेश के खिलाफ 114 रन बना कर अपना सौवां शतक पूरा किया।
    23 दिसंबर 2012: भारतीय क्रिकेट के मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। 
    2013: टी20 चैंपियंस लीग के दौरान सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के सभी प्रारूपों में 50000 रन बनाने वाले दुनिया के 16वें और एशिया के पहले क्रिकेटर बन गये। 
    10 अक्टूबर 2013: सचिन तेंदुलकर का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का ऐलान. 200वां टेस्ट उनके करियर का आखिरी मैच होगा।

  • देश के हर अखबार और न्यूज चैनल में आ चुकी है इस गांव की खबर, आपने पढ़ी क्या?

    रायपुर: अगर आप ये सोच रहे हैं कि ये वही राफेल है जिसका जिक्र पीएम मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी बार-बार अपने बयानों में करते हैं तो आपका सोचना गलत है, दरअसल राफेल छत्तीसगढ़ में बसा एक गांव है. लेकिन इस गांव का नाम इन दिनों गांव वालों के लिए परेशानी का कारण बन गया है जी हां राफेल का मसला केवल केंद्र सरकार के लिए ही नहीं बल्कि राफेल गांव के लोगों के लिए भी सिरदर्द बन गया है. छत्तीसगढ़ के महासमुंद निर्वाचन क्षेत्र में एक छोटा सा गांव है, जिसका नाम 'राफेल' है. इस गांव में करीब 2000 परिवार रहते हैं.

    गांव में रहने वाले 83 साल के धर्म सिंह ने कहा, ''अन्य गांवों के लोग हमारा मजाक उड़ाते हैं. वे कहते हैं कि यदि कांग्रेस सत्ता में आई तो हमारी जांच होगी. हम गांव का नाम बदलने का अनुरोध लेकर मुख्यमंत्री कार्यालय भी गए थे लेकिन हम उनसे मिल नहीं सके.''

    धर्म सिंह ने कहा, ''राफेल विवाद के कारण यह नाम केवल नकारात्मक ध्यान आकर्षित करता है, लेकिन हमारे गांव की कोई परवाह नहीं करता. राज्य के बाहर तो अधिकतर लोगों को गांव के बारे में पता भी नहीं है.'' सिंह ने बताया कि गांव में पेयजल और स्वच्छता जैसी बुनियादी जरूरतें भी नहीं हैं. खेती बारिश पर आधारित है क्योंकि यहां सिंचाई की कोई सुविधा नहीं है. सिंह को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि गांव का नाम राफेल क्यों रखा गया और इसका क्या अर्थ है.

    उन्होंने आगे कहा कि, ''मुझे नहीं पता, लेकिन गांव का दशकों से यह नाम है. साल 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन से भी पहले यह नाम है. मुझे इस नाम के पीछे का तर्क नहीं पता.'' उल्लेखनीय है कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार को फ्रांस के साथ हुए राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर निशाना बना रहे हैं. उनका आरोप है कि हर विमान की कीमत तेजी से बढ़ी है और इस सौदे से उद्योगपति अनिल अंबानी को लाभ होगा. सरकार और अंबानी ने इन आरोपों से इनकार किया है.

  • अक्षय कुमार के इस खास सवाल पर क्या बोले पीएम मोदी, देखे पूरा इंटरव्यू सिर्फ यहां

    नई दिल्ली. लोकसभा चुनावों के बीच बॉलीवुड के सुपरस्टार अभिनेता अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इंटरव्यू लिया. ये इंटरव्यू कोई राजनीतिक इंटरव्यू नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आम जिंदगी की जानकारी से भरा है. अक्षय कुमार ने प्रधानमंत्री से उनके जीवन के बारे में कुछ निजी सवाल पूछे. इंटरव्यू नॉन-पॉलिटिकल रहा. इस इंटरव्यू में एक सवाल अहम रहा. अक्षय कुमार ने पूछा कि क्या नरेंद्र मोदी ने कभी सोचा था कि वो प्रधानमंत्री बनेंगे?

    अक्षय कुमार का सवाल
    आपने कभी सोचा था कि आप प्रधानमंत्री बनेंगे? कभी आपने सोचा था और सोचा भी था तो कौन से साल में कौन सी उम्र में सोचा था कि मैं इस देश को चलाना चाहूंगा?

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जवाब
    इस सवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब में कहा, कभी मेरे मन में प्रधानमंत्री बनने का विचार नहीं आया और सामान्य लोगों के मन में ये बात गले नहीं उतरती. शायद जो बन जाते हैं उन सब के जीवन में ऐसा होगा. मैं नहीं मानता हूं की यानि कोई फैमिली ही उसी प्रकार से हो और किसी के मन में इच्छा जगती हो तो बहुत स्वाभाविक है. वरना मेरा जो फैमिली बैकग्राउंड हैं उसमें तो मुझे कोई छोटी नौकरी मिल जाती तो मेरी मां उसी की खुशी में पूरे गांव को गुड़ खिला देती थी कि चलो भाई मेरे बेटे को नौकरी मिल गई.

     

    उन्होंने कहा, क्योंकि छोटी नौकरी से ज्यादा हमने तो कुछ सोचा नहीं था गांव के बाहर कुछ देखा नहीं था. ये तो ऐसी यात्रा चल पड़ी और देश मुझे लेता चला गया. अपने आप ही जिम्मेदारियां आती गईं. इस पर अक्षय कुमार ने कहा, ये नैचुरल रहा. प्रधानमंत्री ने जवाब में कहा, वैसे मुझे मेरी दृष्टि ये मेरे व्यक्तिगत जीवन की दृष्टि से अननैचुरल लग रहा है. क्योंकि मेरा बैकग्राउंड मेरी दुनिया आज की जो राजनीतिक का दौर है उसमें ये सब बैठता नहीं है. मुझे भी आश्चर्य हो रहा है कि देश मुझे इतना प्यार कैसे करता है और मुझे इतना सारा क्यों देता रहता है.

    यहां देखें वीडियो

     

    #WATCH PM Narendra Modi during interaction with Akshay Kumar, speaks on if he ever thought that one day he will become the Prime Minister pic.twitter.com/aXhJE3ImwF

    — ANI (@ANI) April 24, 2019

     

  • अगर नहीं है वोटर-ID कार्ड तो भी आप कर सकते हैं मतदान, जानें कौन से दस्तावेज हैं मान्य

    भारत में वोट डालते समय वोटर की पहचान करना जरूरी होता है. चुनाव आयोग की ओर से नियम बनाया गया है. भारत सरकार की ओर से सभी मतदाताओं को वोटर आईडी कार्ड जारी किए गए हैं. जिसका इस्तेमाल करके देश के नागरिक राष्ट्रीय, राज्य और निकाय चुनाव में वोट डाल सकते हैं. इसको फोटो निर्वाचन पहचान पत्र के नाम से भी जाना जाता है. इसके अलावा चुनाव आयोग की ओर से भी जिन भी पहचान पत्र की मान्यता चुनाव आयोग की ओर से दी गई है उनको वोट देने के समय दिखाया जा सकता है.
    आइए आपको बताते हैं कि यदि आपके पास वोटर आईडी कार्ड नहीं है तो कौन से दस्तावेज उसके बदले में मान्य हैं जिसके जरिए आप अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकते हैं.

     

    पासपोर्ट
    ड्राइविंग लाइसेंस
    राज्य या केंद्र सरकार की ओर से जारी फोटो पहचान पत्र
    बैंक और पोस्ट ऑफिस की ओर से जारी पासबुक
    पैन कार्ड
    आरजीआई और एनपीआर की ओर से जारी स्मार्ट कार्ड
    मनरेगा जॉब कार्ड
    स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी हेल्थ स्मार्ट कार्ड
    सांसदों और विधायकों को जारी पहचानपत्र
    आधार कार्ड

    देश के 15 राज्यों में आज लोकसभा चुनाव 2019 के लिए मतदान जारी है. आप भी यदि मतदान करना चाहते हैं तो इनमें से किसी भी एक दस्तावेज के जरिए पोलिंग बूथ पर जाकर मतदान कर सकते हैं.